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शॉपिंग मॉल पर निबंध - Essay on Shopping Mall in Hindi
शॉपिंग मॉल के फायदे और नुकसान पर निबंध: शॉपिंग मॉल एक बड़ी इमारती अवस्था है जिसमें विभिन्न दुकानें, रेस्तरां और मनोरंजन सुविधाएं एक छत के नीचे स्थित ह
शॉपिंग मॉल पर निबंध - Essay on Shopping Mall in Hindi
शॉपिंग मॉल पर निबंध : शॉपिंग मॉल एक बड़ी इमारत है जिसमें कई अलग-अलग स्टोर हैं। हम शॉपिंग मॉल में कपड़े, जूते, खिलौने, इलेक्ट्रॉनिक्स और कई अन्य चीजें खरीद सकते हैं। अधिकांश शॉपिंग मॉल में रेस्तरां, मूवी थिएटर और अन्य मनोरंजन स्थल भी होते हैं।
शॉपिंग मॉल खरीदारी करने के लिए एक बेहतरीन जगह है क्योंकि हम यहां एक ही स्थान पर अपनी जरूरत की हर चीज खरीद सकते हैं। शॉपिंग मॉल दोस्तों या परिवार के साथ घूमने के लिए भी एक बेहतरीन जगह है। यहां आप घूम सकते हैं, विंडो शॉपिंग कर सकते हैं और फूड कोर्ट में खाना खा सकते हैं।
कुछ लोग सोचते हैं कि शॉपिंग मॉल में बहुत भीड़ और शोर होता है। हालाँकि, अधिकांश शॉपिंग मॉल उन्हें सभी के लिए अधिक सुलभ बनाने के लिए बदलाव कर रहे हैं। कुल मिलाकर, शॉपिंग मॉल खरीदारी करने और मौज-मस्ती करने के लिए एक बेहतरीन जगह है। वे सुविधाजनक हैं, प्रत्येक प्रसिद्ध ब्रांड के विभिन्न प्रकार के स्टोर हैं, और मनोरंजन के कई विकल्प प्रदान करते हैं।
शॉपिंग मॉल के फायदे और नुकसान पर निबंध
शॉपिंग मॉल एक बड़ी इमारती अवस्था है जिसमें विभिन्न दुकानें, रेस्तरां और मनोरंजन सुविधाएं एक छत के नीचे स्थित होती हैं। सामान्यतः शॉपिंग मॉल बड़े शहरों में खोला जाता है क्योंकि शहरों में लोगों की कमाई अधिक होती है। जहाँ शॉपिंग मॉल के कई फायदे हैं वहीँ दूसरी ओर यह स्थानीय व्यवसायों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इस निबंध में, हम शॉपिंग मॉल के फायदे और नुकसान का विश्लेषण करेंगे।
शॉपिंग मॉल का इतिहास - History of Shopping Mall
पहला शॉपिंग मॉल संयुक्त राज्य अमेरिका में 1956 में बनाया गया था। तब से, शॉपिंग मॉल दुनिया भर में तेजी से लोकप्रिय हो गए हैं। आज, दुनिया भर में 100,000 से अधिक शॉपिंग मॉल चल रहे हैं।
शॉपिंग मॉल के लाभ - Benefits of Shopping Mall
विविधता और सुविधा : शॉपिंग मॉल में विभिन्न दुकानें होती हैं, जो विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करती हैं। कपड़े से इलेक्ट्रॉनिक्स, ग्रोसरी से फर्नीचर तक, आप एक ही स्थान पर लगभग सब कुछ खरीद सकते हैं। इस प्रकार शौपिंग मॉल में खरीदारी को आसान बनाते हैं और समय की बचत करते हैं।
ग्राहक की फायदा : शॉपिंग मॉल उपभोक्ताओं को कई विकल्प प्रदान करता है। वे पहले खरीदारी करने से पहले विभिन्न वस्तुओं के मूल्य, गुणवत्ता और ब्रांड की तुलना कर सकते हैं। शौपिंग मॉल में कई तरह के ऑफर भी चलते हैं जिसमें आकर्षक छूट पर मनपसंद वस्तुओं को खरीद सकते हैं।
मनोरंजन और आनंद : शॉपिंग मॉल में आमतौर पर मूवी थिएटर और बच्चों क लिए आर्केड और इंडोर गेम्स जैसी मनोरंजन सुविधाएं होती हैं। इससे शोपिंग मॉल खरीदारी के साथ-साथ मनोरंजन का का स्थल भी बन जाता है।
सुरक्षित वातावरण : शॉपिंग मॉल लोगों को खरीदारी के लिए एक सुरक्षित और नियंत्रित वातावरण प्रदान करते हैं, जो दुकानदारों को गर्मी, ठंड या बारिश जैसी चरम मौसम स्थितियों से बचाते हैं। इससे शॉपिंग मॉल में खरीदारी करना आरामदायक अनुभव बनता है।
सामुदायिक स्थान : मॉल में फ़ूड कोर्ट, बैठने की जगहें और इवेंट स्पेस जैसे सामान्य क्षेत्र होते हैं जहां लोग इकट्ठा हो सकते हैं, और समुदायिक कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं। इससे दुकानदारों और खरीदारों के बीच के बीच अपनेपन और सहभागिता की भावना को बढ़ावा देता है।
शॉपिंग मॉल के नुकसान - Disadvantages of Shopping Mall
स्थानीय दुकानदारों का नुकसान : सामान्यतः देखा जाता है कि शॉपिंग मॉल के खुलने से उसके आस पास की स्थानीय बाजारों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शॉपिंग मॉल जनता को आकर्षित करते हैं जिनसे छोटे व्यापारियों को कम ग्राहक मिलते हैं। फलस्वरूप मॉल बड़ी रिटेल चेनों के लाभ को बढ़ाता है और स्थानीय व्यापारों को नुकसान पहुंचा सकता है।
भीड़ और शोर : त्यौहारों और उत्सवों के दौरान शॉपिंग मॉल में बहुत भीड़ हो सकती है। इस दौरान मॉल में शांति से खरीदारी करना बहुत मुश्किल हो जाता है। कभी-कभी तो शोर का स्तर इतना अधिक अधिक हो सकता है कि कुछ लोगों के मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है।
महंगे उत्पाद : शॉपिंग मॉल में पारंपरिक बाजारों की तुलना में वस्तुओं की कीमत अधिक होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मॉल में दुकान का किराया अधिक होता है साथ ही रखरखाव भी अधिक होता है। नतीजतन, एक मॉल में खरीदारी स्थानीय स्टोर या ऑनलाइन खरीदारी से ज्यादा महंगा हो सकती है।
ट्रैफ़िक में वृद्धि : शॉपिंग मॉल बड़ी संख्या में ग्राहकों को आकर्षित करते हैं, जिससे आसपास के क्षेत्रों में ट्रैफ़िक की भीड़ बढ़ सकती है।
स्थानीय उत्पादों की अवहेलना : शॉपिंग मॉल आमतौर पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के सामान प्रदान करता है। यह स्थानीय उत्पादों की अवहेलना करता है। जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था और स्थानीय कारीगरों को नुकसान पहुंचता है।
निष्कर्ष : शॉपिंग मॉल खरीदारी करने का एक सुविधाजनक और लोकप्रिय तरीका है। शॉपिंग मॉल विभिन्न प्रकार के स्टोर और उत्पादों के साथ-साथ मनोरंजन भी प्रदान करते हैं। हालाँकि, मॉल महंगे और भीड़भाड़ वाले हो सकते हैं लेकिन इसने हमारे जीवन को आसान बना दिया है। अंततः, आप किसी मॉल में खरीदारी करना पसंद करते हैं या नहीं, यह आपकी व्यक्तिगत पसंद है।
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एक शॉपिंग मॉल की यात्रा पर निबंध Essay on a visit to a shopping mall in hindi
Essay on a visit to a shopping mall in hindi.
Shopping mall – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से शॉपिंग मॉल की यात्रा पर लिखे निबंध के बारे में बताने जा रहे हैं । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और एक शॉपिंग मॉल की यात्रा के बारे में जानते हैं ।
शॉपिंग मॉल के बारे में – शॉपिंग मॉल मे ग्राहक को हर जरूरतमंद सामान मिल जाता है । सुंदरता वाले कपड़े , जूते , ज्वेलरी का सामान , फर्नीचर एवं मनोरंजन के सामान शॉपिंग मॉल में मिल जाता है । शॉपिंग मॉल की दुकानों को बेहतर ढंग से सजाया जाता है । जब कोई व्यक्ति शॉपिंग मॉल में घूमने के लिए जाता है तब वह अपने जीवन में खुशी का अनुभव करता है । शॉपिंग मॉल से खाने-पीने की वस्तुएं खरीदी जा सकती हैं ।
शॉपिंग मॉल मे जब कोई घूमने के लिए जाता है तब वह शॉपिंग मॉल की सुंदरता को देखकर अपने जीवन में आनंद प्राप्त करता है । शॉपिंग मॉल के अंदर खाने पीने की एक से एक डिश मौजूद रहती है । कई लोग शॉपिंग मॉल के अंदर अपनी पूरी फैमिली के साथ डिनर करने के उद्देश्य से जाते हैं । शॉपिंग मॉल बहुत बड़े से स्थान पर बनाया जाता है जिसमें हर तरह की सुविधा ग्राहक को उपलब्ध कराई जाती है । जिससे कि ग्राहक को घूमने फिरने , खाने-पीने , सामान खरीदने में किसी तरह की कोई भी समस्या ना हो । शॉपिंग मॉल के अंदर चारों तरफ कांच ही कांच लगा होता है ।
शॉपिंग मॉल के अंदर लिफ्ट की सुविधा भी रखी गई है । सभी ग्राहक फर्स्ट फ्लोर से लिफ्ट के माध्यम से सभी फ्लोर पर जा सकता है । शॉपिंग मॉल के अंदर बच्चों के खेलने कूदने के खिलौने भी मौजूद होते हैं । शॉपिंग मॉल के अंदर बच्चों को खेलने के लिए वीडियो गेम भी रखा गया है . जिससे कि वह शॉपिंग मॉल में आकर वीडियो गेम खेल कर आनंद प्राप्त करें । शॉपिंग मॉल के अंदर टॉकीज भी उपलब्ध होती है । जो सिनेप्लेक्स होती है। जिसमें काफी लोग फिल्म देखने के लिए जाते हैं । शॉपिंग मॉल में भूतिया डरावना खेल भी दिखाया जाता है ।
जिसको देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं । शॉपिंग मॉल के अंदर जो भी प्रोडक्ट रखा जाता है वह प्रोडक्ट उच्च क्वालिटी का होता है । शॉपिंग मॉल को सफल बनाने के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियां इन्वेस्टमेंट करती हैं और शॉपिंग मॉल के अंदर दुकानों को सजाती हैं । शॉपिंग मॉल मे खरीदी करने पर कंपनियों के द्वारा ग्राहकों को उचित ऑफर भी दिए जाते हैं । जब छुट्टी का दिन होता है तब सभी अपने परिवार के साथ शॉपिंग मॉल घूमने के लिए जाते हैं । जहां से अपने परिवार के जरूरत का सामान खरीद कर अपने घर पर लाते हैं । शॉपिंग मॉल के अंदर काफी भीड़ देखने को मिलती है ।
शॉपिंग मॉल में दुकानदार के द्वारा ग्राहक को कभी भी ठगा नहीं जाता है । शॉपिंग मॉल के अंदर टीवी , फ्रिज , कूलर , पंखे , इलेक्ट्रॉनिक के सभी सामान उपलब्ध होते हैं । शॉपिंग मॉल के अंदर महिलाओं को कपड़े खरीदने , कपड़े चेंज करके देखने की भी उचित व्यवस्था की जाती है । जिससे कि कोई महिला कपड़ा खरीदे तो उस कपड़े को पहन कर के देख ले ।
मेरे द्वारा की गई शॉपिंग मॉल की यात्रा के बारे में – मैं बचपन से ही सुंदर-सुदर स्थानों पर घूमना , अच्छा भोजन करना , अच्छे कपड़े पहनना पसंद करता हूं । मैं हफ्ते में एक दिन फिल्म देखना भी पसंद करता हूं । मैं अक्सर हमारे घर के पास में स्थित शॉपिंग मॉल मे घूमने के लिए जाता हूं । जहां पर जाने से मेरी सभी ख्वाहिशें पूरी हो जाती हैं क्योंकि शॉपिंग मॉल के अंदर व्यक्ति के जरूरत के हिसाब से सभी सामान उपलब्ध होता है । शॉपिंग मॉल के अंदर हर तरह का जरूरतमंद सामान उपलब्ध है ।
जब भी समय मिलता है मैं शॉपिंग मॉल में फिल्म देखने के लिए अवश्य जाता हूं । मुझे जब भी समय मिलता है मैं शॉपिंग मॉल की यात्रा करने के लिए जाता हूं । शॉपिंग मॉल की सुंदरता से मैं अपने जीवन में आनंद प्राप्त करता हूं । शॉपिंग मॉल को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं उसकी सुंदरता को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं और अपने जीवन में आनंद प्राप्त करते हैं । शॉपिंग मॉल को पूरी तरह से कांच ही कांच से बनाया गया है । जब मैं पहली बार शॉपिंग मॉल घूमने के लिए आया था तब मुझे बड़ा आनंद आया था ।
मैंने अपना बचपन गांव में ही बिताया है । जब मैं आगे की पढ़ाई करने के उद्देश्य से शहर आया तब मुझे बहुत ही आनंद आया था । शहर की सुंदरता , चहल-पहल को देखकर मुझे बहुत ही अच्छा लगा था । मैं एक बार रविवार की छुट्टी में अपने मित्र के साथ पहली बार शॉपिंग मॉल घूमने के लिए गया था । जब मैं शॉपिंग मॉल के बाहर पहुंचा तब शॉपिंग मॉल के बाहर की सुंदरता को देखकर आश्चर्यचकित हो गया कि जिसने भी यह शॉपिंग मॉल बनवाया है उसने बहुत पैसा खर्च किया होगा । शॉपिंग मॉल के बाहर कार पार्किंग , बाइक पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होती है ।
शॉपिंग मॉल के अंदर जाने से पहले सभी व्यक्ति को अपनी चेकिंग करवाना पड़ती है जिससे कि कोई भी व्यक्ति शॉपिंग मॉल के अंदर माचिस बीड़ी तंबाकू ना ले जा सके क्योंकि शॉपिंग मॉल को बहुत ही सुंदर तरह से बनाया गया है ।शॉपिंग मॉल की सुंदरता की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है । शॉपिंग मॉल में जो भी व्यक्ति खरीदी करने के लिए जाता है घूमने के लिए जाता है वह अपने जीवन में आनंद प्राप्त अवश्य करता है । शॉपिंग मॉल के अंदर लगी लिफ्ट सुविधा दर्शनीय है ।
जब मैंने पहली बार शॉपिंग मॉल के अंदर अपना पहला कदम रखा तब अंदर की सुंदरता को देखकर मुझे आनंद प्राप्त हुआ था । मैं अपने दोस्त के साथ लिफ्ट के माध्यम से फोर्थ फ्लोर पर घूमने के लिए गया था । जहां पर एक बड़ी सी कैंटीन थी । जिस कैंटीन में हर तरह की डिश मौजूद थी । जहां पर काफी भीड़ लगी हुई थी । उस कैंटीन में ग्राहकों के बैठने की भी उचित व्यवस्था की गई थी । इसके बाद हमने उस कैंटीन में खाना खाया और खाना खाने के बाद लिफ्ट के माध्यम से थर्ड फ्लोर पर आए जहां पर महिला , पुरुष , बच्चों के कपड़ों की दुकानें लगी हुई थी ।
मैंने अपने मित्र के साथ मिलकर वहां से कुछ कपड़े भी खरीदे थे । कपड़े की क्वालिटी बहुत अच्छी थी । मैरे मित्र ने तकरीबन 4 से 5 जोड़ी कपड़े वहां से खरीदे थे । मैंने भी शॉपिंग मॉल से 2 जोड़ी कपड़े खरीद कर घर पर लाया था । इसके बाद हम सेकंड फ्लोर पर लिफ्ट के माध्यम से पहुंचे जहां पर घर के राशन का सभी सामान उपलब्ध था । राशन के हर सामान की दुकान अलग-अलग जगह लगी हुई थी । जहां पर सभी ग्राहकों को एक ट्रॉली दी जाती है जिस ट्रॉली मे ग्राहक सामान रखकर एकत्रित करता है ।
हमने भी राशन की सभी दुकानों से खाने पीने का सामान खरीदा था । इसके बाद हम फर्स्ट फ्लोर पर आए और वहां पर मैं अपने मित्र के साथ सिनेप्लेक्स टॉकीज मे फिल्म देखने के लिए गया था । शॉपिंग मॉल की सबसे बड़ी बात यह है कि शॉपिंग मॉल के अंदर हॉलीवुड , बॉलीवुड की फिल्में एक साथ लगती हैं । एक मॉल में तकरीबन तीन से चार पर्दे पर अलग-अलग फिल्में दिखाई जाती हैं । जिस ग्राहक को जो फिल्म देखना है वह उस फिल्म को देख सकता है । इस तरह से मैंने शॉपिंग मॉल से खरीदी की थी ।
शॉपिंग मॉल की सुंदरता के बारे में – शॉपिंग मॉल की सुंदरता की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है । शॉपिंग मॉल की सुंदरता को बढ़ाने के लिए चारों तरफ एक से एक पुतलों को सजाया जाता है और शॉपिंग मॉल के बाहर की सुंदरता को बढ़ाने के लिए पार्क बनाए जाते हैं ।शॉपिंग मॉल की सुंदरता को बढ़ाने के लिए वहां पर प्रतिदिन साफ-सफाई की व्यवस्था की जाती है । शॉपिंग मॉल के अंदर जो भी व्यक्ति अपने परिवार के साथ शॉपिंग करने के लिए , डिनर करने के लिए जाता है वह शॉपिंग मॉल की सुंदरता को देखकर अपने जीवन में आनंद प्राप्त करता है ।
भोपाल के डीबी मॉल की यात्रा के बारे में – मैं प्रतिवर्ष अपने परिवार के साथ में भोपाल घूमने अवश्य जाता हूं ।मुझे भोपाल में स्थित डीबी मॉल बहुत ही पसंद है । डीबी मॉल की सुंदरता मुझे बहुत अच्छी लगती है । इसलिए मैं डीबी मॉल मे घूमने के लिए जाता हूं और डीबी मॉल से कपड़े , जूते , साड़ियां और भी कई सामान खरीद के लाता हूं । डीबी मॉल मे जब मैं अपने परिवार के साथ में जाता हूं तब डीबी मॉल मे स्थित भूतिया महल में अवश्य घूमने के लिए जाता हूं । जिस भूतिया महल मे जाकर मुझे खुशी प्राप्त होती है ।
मैं जब भोपाल में रहता था तब प्रतिदिन डीबी मॉल में घूमने के लिए जाता था । डीबी मॉल के अंदर प्रवेश करने के बाद ऐसा लगता है जैसे कि मानो जन्नत में आ गए हो । डीबी मॉल को कांच लगाकर सजाया गया है । डीबी मॉल की सुविधा बहुत ही अच्छी है । डीबी मॉल में लिफ्ट के माध्यम से सभी फ्लोर पर घूमने के लिए जाया जा सकता है । डीबी मॉल के अंदर एसी लगा हुआ है । सर्दियों के समय डीबी मॉल के अंदर काफी अच्छा लगता है । बड़ी-बड़ी कंपनियों के द्वारा बनाए गए गर्म कपड़े भी डीबी मॉल के अंदर मिलते हैं । डीबी मॉल को देखने के लिए कई फिल्म स्टार भी आते हैं ।
एक बार जब मैं अपने परिवार के साथ डीबी मॉल के अंदर घूमने के लिए गया था तब वहां पर एक फिल्म इंडस्ट्री की गायक कलाकार सुनिधि चौहान आई हुई थी । जिनके द्वारा डीबी मॉल और भोपाल में कार्यक्रम हुआ था । मैंने डीबी मॉल में सुनिधि चौहान का कार्यक्रम देखा था । इस तरह से डीबी मॉल में प्रतिदिन लाखों की संख्या में लोग आते हैं और डीवी मॉल से सामान खरीदते हैं ।
इंदौर में स्थित मॉल की यात्रा के बारे में – मैं जब भी इंदौर घूमने के लिए जाता हूं इंदौर में स्थित पाकीजा मॉल को घूमने के लिए अवश्य जाता हूं । इंदौर में स्थित पाकीजा मॉल में खाने-पीने की , पहनने के कपड़े , सुंदरता बारे प्रोडक्ट मिलते हैं । इंदौर में स्थित पाकीजा मॉल मे ग्राहकों को ऑफर के हिसाब से छूट दी जाती है । पाकीजा मॉल इंदौर का सबसे सुंदर मॉल है । इंदौर में स्थित पाकीजा मॉल में काफी लोग घूमने के लिए जाते हैं । मैं जब भी पाकीजा मॉल में घूमने के लिए जाता हूं तब मुझे बड़ा अच्छा लगता है ।
घूमने के लिए हजारों की संख्या में लोग इंदौर के पाकीजा मॉल में घूमने के लिए आते हैं और अपने जीवन में आनंद प्राप्त करते हैं ।
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बचपन में कहानियों में हम सुनते थे कि सांता क्लॉज़ बच्चों को उनकी इच्छा के उपहार देने घर-घर जाते थे। किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि ऐसा वास्तविक जीवन में भी हो सकता है। लेकिन आधुनिक विज्ञान ने आज की दुनिया में इसे संभव बना दिया है।आइये,जानते हैं कैसे? यह डिजिटल शॉपिंग, ऑनलाइन शॉपिंग, ई-कॉमर्स, ऑनलाइन खरीददारी, इंटरनेट शॉपिंग जैसे विभिन्न नामों से जाना जाता है। यह वास्तव में हमारी साधारण खरीददारी की तरह ही है, सिवाय इसके कि यहां खरीददार, दुकानदार के पास नहीं जाता है। बल्कि, एक वेबसाइट के माध्यम से पूरा स्टोर उसके लैपटॉप या मोबाइल फोन में भेजा जाता है।
ऑनलाइन शॉपिंग कब शुरू हुई (History of Online Shopping)
पहला सुरक्षित ऑनलाइन लेन-देन वर्ष 1994 में किया गया था। इसके तुरंत बाद 1995 में अमेज़ॅन और ई-बे ने अपनी खरीदारी साइटों को स्थापित कर दिया । अमेज़न.कॉम, ई-बे, फ्लिप्कार्ट, पेटीएम् , स्नैपडील, मिन्त्रा.कॉम, जैबोंग.कॉम, बिग्बास्केट.कॉम, अर्बन क्लैप, येभी.कॉम प्रसिद्ध ऑनलाइन वेब साईट के नाम हैं। स्मार्ट फोन और सस्ते इंटरनेट पैकेज की उपलब्धता के कारण ऑनलाइन शॉपिंग ने सभी के जीवन में एक महत्वपूर्ण जगह बना ली है।
इन्टरनेट पर क्या खरीद सकते हैं?
इंटरनेट पर लोगऑनलाइन शॉपिंग के माध्यम से रसोई के सामान से लेकर सोने तक बड़ी संख्या में लगभग सब कुछ खरीदते हैं। भौतिक वस्तुएं खरीदने के अलावा हम ऑनलाइन सेवाएं भी खरीद सकते हैं। उदाहरण के लिए, सौन्दर्य प्रसाधिका की सेवा,घर की बिजली और पानी के नल से सम्बंधित शिकायतों का घर बैठे निदान, , घरेलू नौकरानियों की सेवाओं को भी विभिन्न वेब साइटों के माध्यम से ऑनलाइन व्यवस्थित किया जा सकता है। यह इतना आसान है कि बच्चे भी ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं।
ऑनलाइन शॉपिंग कैसे करें ? (How to buy online in Hindi)
फोने के माध्यम से इन्टरनेट पर वस्तुएं मंगवाने के लिए बस एक बुनियादी ज्ञान की आवश्यकता होती है इस तरह से थोडा सा समय और ज्ञान खर्च कर आप घर बैठे अपनी मन-पसंद चीज़ पा सकते हैं।
पहले लोग पैसा खोने के डर से इस माध्यम से सामान नहीं लेते थे। लेकिन’ कैश ऑन डिलीवरी’ यानि कि ‘वस्तु मिल जाने के बाद पैसा देना’ के विकल्प ने इस डर को छूमंतर कर दिया है। अधिकांश खरीददारी स्थलों पर EMI (समान मासिक किस्तों) का विकल्प अर्थात, छोटी किश्तों में भुगतान करना, भी उपलब्ध है। जो लोग एक बार में उत्पाद की पूरी कीमत का भुगतान नहीं कर सकते, वे भी ऑनलाइन ईएमआई योजना के माध्यम से उत्पाद खरीद सकते हैं।
मोबाइल एप्स के द्वारा खरीददारी
आजकल सभी ऑनलाइन विक्रेताओं ने इसे और भी आसान बनाने के लिए अपने मोबाइल ऐप जारी कर दिए हैं।यह बच्चों के खेल जितना आसन है। सबसे पहले ऐप खोलें, उन वस्तुओं का चयन करें जिन्हें आप खरीदना चाहते हैं और चेकआउट करने के लिए आगे बढ़ें । वहां डिलीवरी के दिन और तारीख का उल्लेख किया जाएगा। सबसे दिलचस्प हिस्सा यह है कि हमारे भौतिक खरीदारी की तरह परिवर्तन और वापसी के विकल्प भी यहां उपलब्ध हैं।हर बीतते दिन के साथ अधिक से अधिक खरीदार ऑनलाइन खरीददारी की ओर आकर्षित हो रहे हैं क्योंकि इसमें बहुत अधिक फायदे हैं ।
ऑनलाइन शॉपिंग के फ़ायदे निबंध (Advantages of online shopping in Hindi)
- जिस वस्तु को हम खरीदना चाहते हैं, उससे मिलती जुलती वस्तुओं की विशेषताओं और कीमत के बीच तुलना करके श्रेष्ठ उत्पाद को चुना जा सकता है ।
- यह समय बचाता है और हम अपना समय अधिक उत्पादक कामों में लगा सकते हैं।
- यह ईंधन बचाता है और प्रदूषण और यातायात जाम को भी कम करता है।
- हमें अपने साप्ताहिक अवकाश की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती क्योंकि ऑनलाइन दुकानें 24 घंटे खुली रहती हैं।
- किसी उत्पाद की गुणवत्ता के बारे में कोई संदेह होने पर हम उसकी समीक्षाओं को पढ़ सकते हैं ।
- ऑनलाइन स्टोर पर सामान अपेक्षाकृत सस्ते होते हैं क्योंकि उनका रखरखाव खर्च लगभग नगण्य होता है।
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अब तक आप जान ही गए होंगे कि ऑनलाइन शॉपिंग के कई फायदे हैं । लेकिन, कोई इस बात से अनजान नहीं कि, ‘हर सिक्के के दो पहलू होते हैं’ । इसलिए जहाँ इन्टरनेट पर सामन खरीदने के ढेरों फायदे हैं वहीँ ऑनलाइन शौपिंग के कुछ नुकसान भी हैं|
ऑनलाइन शॉपिंग के नुकसान निबंध (Disadvantages of online shopping)
- कई बार ग्राहकों को टूटे- फूटे और खराब उत्पाद भेज दिए जाते हैं ।
- कम कीमत वाली चीज़ों के मामले में अक्सर भेजने का शुल्क उनकी कीमत से भी ज्यादा होता है ।
- बहुत बार सामान इतनी देरी से पहुँचता है कि उसकी आवश्यकता ही ख़त्म हो चुकी होती है ।
- अगर सावधानी से काम न किया जाए तो पैसे के लेन देन में धोखाधड़ी की अधिक सम्भावना होती है ।
- चयन करते समय मदद करने के लिए कोई व्यक्ति नहीं होने से परेशानी होती है ।
- ऑनलाइन खरीदारी छोटे और स्थानीय दुकानदारों को आगे नहीं आने देती। बड़े व्यापारिक घराने बिक्री का ज़्यादातर हिस्सा ले जाते हैं ।
ऑनलाइन शॉपिंग करते समय सावधानियां
हालाँकि, कुछ एहतियाती कदमों का पालन करके इन नुकसानों से बचा जा सकता है।
- हमेशा विश्वसनीय वेबसाइटों से खरीदें
- विभिन्न साइटों की समीक्षाओं और उपयोगकर्ताओं की टिप्पणियों को पढ़ें
- उत्पाद से सम्बंधित नीतियों को अच्छी तरह से पढ़ें
इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि इन्टरनेट पर खरीदने के लाभ ज़्यादा और हानि कम हैं। इसलिए ‘हैप्पी ऑनलाइन शॉपिंग’।
क्या ऑनलाइन शॉपिंग पर निबंध पढ़कर आपको कुछ मदद मिली ? कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं | ऑनलाइन शॉपिंग निबंध से सम्बंधित कठिन शब्दों के अर्थ नीचे बताये गए हैं – इनका लाभ उठायें | इसके अलावा आप इस निबंध को अंग्रेजी में भी पढ़ सकते हैं|
शब्द | अर्थ |
पौराणिक | पुराने समय का |
सौन्दर्य प्रसाधिका | सौन्दर्य निखारने वाली, Beautician |
बुनियादी | मुख्य, मौलिक, ख़ास |
गुणवत्ता | विशिष्टता |
प्रतीक्षा | इंतज़ार करना |
नगण्य | बहुत कम या न के बराबर |
ऑनलाइन शिक्षा निबंध; अर्थ, फायदे, नुकसान मानव के लालच और स्वार्थ का प्रकृति पर प्रभाव निबंध ई-कचरा पर निबंध | Essay on E-Waste in Hindi किसान बिल (Agriculture Bill) के फायदे और नुकसान- निबंध नयी शिक्षा नीति निबंध (कमियाँ)| New Education Policy 2020
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बाजार पर निबंध / Essay on Market in Hindi
बाजार पर निबंध / Essay on Market in Hindi!
बाजार हमारा निकटवर्ती सार्वजनिक स्थान है । यह हमारे पड़ोस में स्थित व्यापार का एक प्रमुख केन्द्र होता है । यहाँ व्यापारियों और ग्राहकों का जमावड़ा होता है । यहाँ से लोग अपने दैनिक जीवन की उपयोगी वस्तुएँ खरीदते हैं । बाजार लोगों की आवश्यकता की पूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।
बाजार शहरों, कस्बों और गाँवों में भी होते हैं । शहरों में स्थायी बाजार होते हैं । यहाँ साप्ताहिक बाजार भी लगते हैं । कस्बों और गाँवों के बाजार प्राय: अस्थायी होते
हैं । यहाँ के बाजार सप्ताह में एक या दो दिन लगा करते हैं । यहाँ अपराह्न लगने वाले बाजार सायंकाल तक समाप्त हो जाते हैं । शहरों के स्थायी बाजार सुबह से शाम तक सप्ताह के छह दिनों तक खुले होते हैं । ये बाजार सजे- धजे तथा सभी प्रकार की आवश्यक वस्तुओं से सज्जित होते हैं । यदि महानगरों के बाजार देखें तो यहाँ और भी रौनक रहती है । इनकी सजावट देखते ही बनती है ।
बाजार में सब कुछ बिकता है । सब्जियाँ, कपड़े, अनाज, फल, रसोई की अन्य चीजें, घरेलू आवश्यकता की वस्तुएँ, स्टेशनरी की चीजें, गहने आदि यहाँ उपलब्ध होते हैं । यहाँ घड़ियाँ, टेलीविजन सेट, रेडियो, फर्नीचर, कृषि यंत्र, सजावटी वस्तुएँ, खिलौने, मोबाइल फोन, बिजली के सामान, मिठाइयाँ, नमकीन तथा खाने-पीने की सभी चीजें मौजूद होती हैं । बड़े बाजारों में साइकिल, स्कूटर, मोटर साइकिल, कार आदि वाहन भी बिकते हैं । जिसे जो चाहिए, खरीद ले । एक पसंद न हो तो दूसरी खरीद ले । कपड़ों, जूतों की दस दुकानें हैं, मिठाइयों की भी अनेक दुकानें हैं । कतारों में फलों और सब्जियों की दुकानें हैं ।
ADVERTISEMENTS:
पर गाँवों, कस्बों तथा शहरों के साप्ताहिक अस्थायी बाजारों में सब कुछ नहीं मिलेगा । यहाँ सब्जियाँ, फल, कपड़े, घरेलू उपकरण तथा खाने-पीने की चीजें ही मिलेंगीं । यहाँ वे चीजें ही मिलेंगीं जिनकी आवश्यकता गृहणियों को हर रोज होती है । व्यापारी यहाँ आए, दुकानें सजाईं और आवाजें लगाकर अपनी वस्तुएँ बेचने लगे । ग्राहक आए, बाजार का चक्कर लगाया और दैनिक आवश्यकता की वस्तुएँ खरीदने लगे । मोल-तोल भी यहाँ खूब होता है । लोग जानते हैं कि दुकानदार बढा-चढ़ाकर कीमतें लगा रहे हैं । टमाटर 12 रु. किलो है तो 10 रु. किलो मिल सकता है । गोभी 20 रु. किलो है तो मोल-तोल के पश्चात् 16 रु. किलो मिल सकता है । अत: गृहणियों अच्छी तरह जाँच-परखकर ही खरीदारी करती हैं ।
अब चलें शहर के बाजार में जहाँ हर चीज उपलब्ध है । कुछ दुकानदार थोक में वस्तुएँ बेचते हैं । थोक बाजार में एक ही प्रकार की वस्तु अधिक मात्रा में लेने पर सस्ती पड़ती है । छोटे व्यापारी तथा खुदरा व्यापारी थोक में वस्तुएँ खरीद लेते हैं और मुनाफा सहित खुदरा बेच देते हैं । आपस में इनका सामंजस्य होता है । वस्तुओं की कीमतें घटती-बढ़ती रहती हैं । यहाँ माँग और पूर्ति का नियम काम करता है । माँग में वृद्धि हुई तो कीमतें बढ़ गईं और माँग में कमी आई तो कीमतें घट गईं । सजग व्यापारी कीमतों में उतार-चढ़ाव पर प्रतिदिन नजर रखते हैं ।
महानगरों में बड़े-बड़े बाजार होते हैं । यहाँ की चमक-दमक देखते ही बनती हैं । इन बड़े और भव्य बाजारों को सुपर बाजार कहा जाता है । यहाँ आवश्यकता की सभी
चीजें एक ही स्थान पर अर्थात् एक ही परिसर में मिल जाती हैं । अब तो मॉल बन गए हैं । बड़े-बड़े मॉल्स शहरों की पहचान बनते जा रहे हैं । इक्कीसवीं सदी में शॉपिंग माँल्स बाजारवाद को बढ़ावा देने में बहुत मदद कर रहे हैं । बड़ी-बड़ी कंपनियाँ भी अब सब्जियाँ, फल तथा परचून की वस्तुएँ बेच रही हैं ।
बाजार का महत्त्व सब जानते हैं । बाजार देश की अर्थव्यवस्था के आधार होते हैं । यहाँ क्रेताओं और विक्रेताओं का सम्मिलन होता है । यहाँ लाखों, करोड़ों के वारे-न्यारे होते हैं । यहाँ समाज के हर श्रेणी के लोग आते हैं । हर कोई अपनी जेब देखकर खरीदारी करता है । बाजारों के अलग- अलग नाम और कोटियाँ हैं । बाजारों की अपनी पहचान है । बाजार हमारी आवश्यकता की पूर्ति में बहुत मददगार होते हैं ।
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ऑनलाइन खरीदारी पर निबंध
Essay On Online Shopping In Hindi: नमस्कार दोस्तों, जैसा कि आप देख ही रहे हैं आज के समय मे ऑनलाइन शॉपिंग बहुत ज्यादा जरूरी हो गयी है। लोग अपना निजी समय बचाने के लिए अकसर चाहें वो खाने से संबंधित हो या कपड़े से अधिकतर ऑनलाइन ही आर्डर करते हैं।
यहाँ पर ऑनलाइन खरीदारी पर निबंध शेयर कर रहे हैं यह निबन्ध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।
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ऑनलाइन खरीदारी पर निबंध | Essay on Online Shopping in Hindi
ऑनलाइन खरीदारी पर निबंध (250 शब्दों में).
ऑनलाइन शॉपिंग आज के समय हम सभी के लिए बहुत ही अच्छा विकल्प रहता है, पहले अक्सर बाजारों में जाकर लोग अपना कीमती समय बर्बाद करते थे और उन्हें अत्यधिक कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ता था, पर ऑनलाइन शॉपिंग में ऐसा नही होता है। ग्राहक समय और पैसा दोनों बचाता है, विक्रेता अपनी अपनी वेबसाइट्स पर उत्पाद के विवरण लगातार अपडेट करते रहते हैं।
कोरोना वायरस के दौरान लोगों ने अधिक मात्रा में ऑनलाइन आर्डर करना स्टार्ट कर दिया है। आप ऑनलाइन शॉपिंग के माध्यम से कपड़े का सामान हो या खाने-पीने का सामान आप उसे भी आर्डर कर सकते हैं। इसके अलावा आप लगभग हर चीज आज के समय आर्डर कर सकते हैं। बस आपको इस बात का ध्यान रखना है कि आप जिस जगह पर रह रहे हो, वहां पर इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध हो और इसके साथ ही साथ वहां पर ऑनलाइन वस्तुएं मिलती हो।
आज के समय मे ऑनलाइन ख़रीददारी जरूरत से अधिक हो गयी है। आज लोगों के पास इतना ज्यादा समय नहीं होता है कि वे सारा दिन शॉपिंग आदि में निकाल दे। इसी कारण अधिक लोग ऑनलाइन शॉपिंग करना ही पसन्द करते हैं। इसके साथ ही साथ कुछ चीजें ऐसी भी है, जिनसे हमें बचकर रहना चाहिए।
हम ऑनलाइन समान खरीदते वक्त गलती यह कर देते हैं कि जिस चीज को हम खरीद रहें हैं वो किस वेबसाईट से आर्डर कर रहे मतलब वो वेबसाइट कैसी है उसमें कितने लोग विजिट करते हैं, उसका रिव्यु कैसा है, हमें ऑनलाइन शॉपिंग करते समय यह जानकारी पहले से प्राप्त कर लेनी चाहिए।
ऑनलाइन खरीदारी पर निबंध (850 शब्दों में)
शॉपिंग शब्द सुनते ही मानो जैसे ठंडक सी मिलती है, लोग शॉपिंग करने से पीछे नहीं हटते है। लड़कियां और महिलाओं के अंदर शॉपिंग का अलग ही क्रेज है और अब इंटरनेट एक ऐसा रास्ता हो गया है, जहां सारी चीजें आसान होती जा रही है। घर बैठे आपको वो सब मिल सकता है, जिसकी कल्पना पहले के समय मे कोई भी नहीं कर सकता था।
आज के समय में ऑनलाइन खरीदारी
आज के समय मे ऑनलाइन शॉपिंग बहुत ही कारगर साबित हुई है, क्योंकि जो इसमें सबसे प्लस पॉइंट यह रहता है कि आपका कीमती समय बच सकता है और आप वही चीज बहुत ही आसानी से घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं। आज के समय में शॉपिंग का सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म ऑनलाइन ही है।
हम एक ही स्थान पर विभिन्न प्रकार के उत्पादों को पाने में सक्षम हैं, जो लोग शहर से काफी दूर रहते हैं अब उन्हें भी ऑनलाइन शॉपिंग का लाभ मिल रहा है। गांव-गांव में बड़े से बड़ा ब्रांड पहुच रहा है। ऑनलाइन शॉपिंग के ज़रिए हम नई-नई वस्तुओं की पहचान कर सकते हैं और वस्तुओं का लाभ ले सकते हैं।
आपको इसमें कुछ ज्यादा करना भी नहीं होता है, बहुत ही आसानी से आप ऑनलाइन शॉपिंग कर घर बैठे वस्तुओं को प्राप्त कर सकते हैं। सबसे पहले आप को उस वेबसाइट पर जाना है, जिससे आप वस्तु को लेना चाहते हैं जैसे (Amazon, Flipkart, Myntra, Snapdeal, Homeshop 18, Ajio) आदि। आप इनमें जाकर वस्तु पर क्लिक करें और ऑनलाइन पेमेंट अपने बैंक अकाउंट से कटवाए, उसके बाद आपके पास वह वस्तु कुछ दिन में आ जायेगी।
ऑनलाइन शॉपिंग के लाभ
ऑनलाइन ख़रीददारी पर हमें बहुत से लाभ भी मिलते हैं और ग्राहकों को बहुत से ऑफर भी मिलते हैं, जिसका फायदा लोग बहुत उठाते हैं। आइए जानते हैं कि ऑनलाइन शॉपिंग में क्या-क्या फायदे है।
ऑनलाइन शॉपिंग करने का एक यह भी फायदा होता है कि आप किसी भी मॉल में जाते हैं तो वहां पर आप कोई भी कपड़े को चुनते हैं तो उसको ढूंढने में और उसके साइज को लेकर के आपका काफी समय भी जाता है और आप संतुष्ट भी नहीं होते हैं। पर यहां पर ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, आप ऑनलाइन सेलेक्ट कर उसे मंगवा सकते हैं और अगर आपको वह पसंद ना आए तो आप उसे बहुत ही आसानी से वापस भी कर सकते हैं।
- ऑनलाइन शॉपिंग करते समय हमें एक बजट लिमिट तय कर सकते हैं और इस बजट के अनुसार हम खरीदारी कर सकते हैं।
- ऑनलाइन शॉपिंग का एक यह भी फायदा होता है कि हमें ऑफर्स देखने को भी मिलते हैं, जिनमें हमें भारी मात्रा में छूट देखने को मिलती है। खासकर त्योहारों में इन ऑफर्स की ज्यादा सेल आती है तो आप उसे कम कीमत में खरीद सकते है।
- हम जब घर से किसी भी वस्तु को लेने के लिए निकलते हैं तो हमें बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जैसे ट्रैफिक, धूप और भी अन्य चीजें। पर ऑनलाइन शॉपिंग में ऐसा कुछ भी नहीं है। आपको घर बैठे आप की वस्तु मिल जाएगी।
ऑनलाइन शॉपिंग के नुकसान
जैसा कि ऑनलाइन शॉपिंग करने से अगर लाभ भी है तो कुछ हानियां भी हैं, जिनका हमें खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। अगर आप पहले से ही सतर्क है तो आपके साथ ऐसा नहीं होगा तो चलिए कुछ हानियों पर नजर डालते हैं:
- अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो आप उस वेबसाइट के बारे में पहले जानकारी जुटा ले अगर वेबसाइट के बारे में आपको पता नहीं है तो आप प्रोडक्ट को न ले। क्योंकि क्वालिटी के विषय मे आप भी नहीं जानते आप ठगे जा सकते हैं, भरोसे वाली ही वेबसाइट से प्रोडक्ट ले।
- हमें अभी के समय में देखने को मिलता है कि कुछ ग्राहक संतुष्ट नहीं होते हैं, उन्हें जैसा प्रोडक्ट चाहिए होता है वह उस ऑनलाइन वेबसाइट पर नहीं होता है, जिससे उनका समय और पैसा दोनों खराब होता है।
- कुछ वेबसाइट की पॉलिसी ऐसी भी हैं आपने कोई वस्तु किसी वेबसाइट से मंगाई और उसके बाद वह आपको समझ ना आई फिर आप उसे रिटर्न करते हैं तो उसमें भी कुछ चार्ज लगता है।
- ऑनलाइन शॉपिंग आज दुनिया भर में बहुत प्रचलित है पर आज के समय भी कुछ लोग इससे वंचित नहीं हो पाए हैं जैसे दूर गांव के लोग और बहुत से पुराने ख्यालों वाले लोग, क्योंकि वह गैजेट का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं।
- हम अक्सर देखते हैं जैसे हमें कोई चीज अर्जेंट चाहिए। लेकिन ऑनलाइन वह चीज हमें तुरंत नहीं मिल सकती है, इसलिए हमें उसे पास की किसी शॉप में जाकर लेना चाहिए।
आज के समय लोग जहां इतने व्यस्त हो गए हैं, जिन्हें खाने तक का समय नहीं मिलता वे शॉपिंग के लिए तो सोचेंगे भी नहीं, इसलिये यह एक बेहतरीन उपाय है कि वे ऑनलाइन शॉपिंग की ओर रुख कर अपना कीमती समय बचाये। सरल भाषा में यदि कहें तो समाज के लिए ऑनलाइन शॉपिंग बहुत ही ज्यादा जरूरत बन गयी है। समय की बचत तो होती ही है, इसके साथ ही साथ मार्केट की माथापच्ची भी बच जाती है।
ऑनलाइन शॉपिंग में हमें तमाम उभरते विचारों के साथ एक नई दिशा प्रदान की है। इसी के साथ लोगों की सोच में भी विकास हुआ है और अधिक से अधिक मात्रा पर लोग ऑनलाइन शॉपिंग पर अपना विश्वास जता रहे हैं। लोगों को भी यह राय दे रहे हैं कि वह भी ऑनलाइन शॉपिंग के साथ जाएं।
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इसमे बुद्धि तत्व की अपेक्षा भाव पक्ष का महत्व अधिक होता है। क्योंकि इसका सम्बन्ध भावना अर्थात हमारे ह्रदय से होता है। इसमे तीन प्रकार कि शैलियों का उपयोग किया जाता है।धारा शैली, तरंग शैली, विशेष शैली।
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फैशन पर निबंध Essay on Fashion in Hindi
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इसलिए अपने क्षेत्र में होने वाले तकनीकी बदलाव को भी अच्छी तरह जाने और समझे। फैशन की इस दुनिया में आज जो छाया हुआ है जरूरी नहीं वह कल भी टिका रहे क्योंकि फैशन के इस बाजार में धीरे-धीरे बदलाव नहीं आता। वह तो अचानक आता है और एकाएक गायब हो जाता है।
फैशन में हो सकता है कि आज कॉटन का पैन्ट है, कुछ ही समय में लेदर पैन्ट की माँग शुरू हो जाए। इसलिए हर समय अपने आप को प्रकृति के बदलते रूप को देखते हुए हमेशा अपडेट रखने की कोशिश होनी चाहिए।
कड़ी मेहनत और लगन
आप भी सभी की तरह दिखेंगे क्योंकि आपने तो दूसरे का देख कर अपना फैशन बदला है। एक अच्छा कलाकार तो वही है, जो पहले से बनाये नियम को छोड़कर आगे बढ़कर कुछ नया करने की कोशिश करें।
जोखिम लेने से पीछे ना रहे
कभी हिम्मत नहीं हारना चाहिए क्योंकि पहली बार में मुश्किल लग सकता है। कभी-कभी अपनी सीमा से आगे बढ़कर कुछ काम करना चाहिए, अपने आत्मविश्वास को भी मजबूत रखना चाहिए।
नई चीजों की खोज
मजबूत आत्मविश्वास.
सभी कलाकारों को अपने काम तथा बदलते स्वरूप को लेकर अपने हिम्मत और आत्मविश्वास को हमेशा मजबूत रखना चाहिए। एक युवा डिजाइनर को हमेशा अपने अंदर के कला को उभार कर दुनिया के सामने दिखाने का साहस रखना चाहिए, जो किसी स्कूल में नहीं सिखाया जा सकता है। आत्मविश्वास जैसी चीज अपने अंदर खुद बनानी पड़ती है।
काम में रुचि
अपनी शासन या काम की गुणवत्ता को पूरे दिल से तैयार करें, काम के साथ बिल्कुल भी समझौता नहीं करना चाहिए। एक कलाकार को अपने काम को पूरी इमानदारी के साथ करना चाहिए। फैशन जैसी चीज को स्कूल से पढ़ाई कर लेने का यह मतलब नहीं है कि आप सब कुछ सीख गए क्योंकि फैशन की दुनिया में कोई भी चीज स्थिर नहीं है यहां तो हर दिन कुछ नया देखने को मिलता है ।
सही सामग्री वस्तु का चुनाव
समय के साथ फैशन में बदलाव.
फैशन बहुत ही अल्पकालिक और गतिशील होता है। वर्ष के दौरान मौसम परिवर्तन होने पर फैशन भी बदलते रहते हैं। इसलिए अगर फैशन की इस दुनिया में बने रहना है तो पूरी सजगता के साथ दुनिया के दस्तूर को समझना होगा।
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The Australian Professor Who Turned Breaking on Its Head
Rachael Gunn, known as B-girl Raygun, displayed some … unique moves as she competed in a field with breakers half her age. The judges and the internet were underwhelmed.
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By Dodai Stewart and Talya Minsberg
Reporting from Paris
Breaking made its debut as an Olympic sport Friday, and among the competitors was Dr. Rachael Gunn, also known as B-girl Raygun, a 36-year-old professor from Sydney, Australia, who stood out in just about every way.
By day, her research interests include “dance, gender politics, and the dynamics between theoretical and practical methodologies.” But on the world’s stage in Paris, wearing green track pants and a green polo shirt instead of the street-style outfits of her much younger fellow breakers, she competed against the 21-year-old Logan Edra of the United States, known as Logistx.
During the round robin, as Raygun and Logistx faced off, Raygun laid on her side, reached for her toes, spun around, and threw in a kangaroo hop — a nod to her homeland. She performed a move that looked something like swimming and another that could best be described as duckwalking. The high-speed back and head spins that other breakers would demonstrate were mostly absent.
The crowd cheered Raygun politely. The judges weren’t as kind. All nine voted for Logistx in both rounds of the competition; Logistx won, 18-0.
Online, Raygun’s performance quickly became a sensation, not necessarily in a flattering way.
“The more I watch the videos of Raygun, the Aussie breaker, the more I get annoyed,” one viewer posted on X, formerly known as Twitter. “There’s 27.7 million Australians in the world and that’s who they send to the Olympics for this inaugural event??? C’mon now!”
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दुकानदार पर निबंध | Essay On Shopkeeper In Hindi
Essay On Shopkeeper In Hindi: नमस्कार दोस्तों आज हम दुकानदार पर निबंध लेकर आए हैं. यह वह व्यवसायी होता है जिससे हमारा पाला बहुत बार पड़ता हैं. सभी लोगों से भिन्न इनके स्वभाव होते हैं.
दुकानदार निबंध, भाषण, स्पीच, अनुच्छेद ,लेख, आर्टिकल में हम जानेगे कि दुकान दार का अर्थ कार्य, स्वभाव, जीवन शैली आदि को समझेगे.
Essay On Shopkeeper In Hindi
300 शब्द : दुकानदार
किसी भी प्रकार की चीज को दुकान के माध्यम से बेचने वाले व्यक्ति को ही दुकानदार कहा जाता है। दुकानदार विभिन्न प्रकार की दुकान करता है। कुछ दुकानदार किराने की दुकान करते हैं तो कुछ दुकानदार हार्डवेयर की दुकान करते हैं तो कुछ दुकानदार खाने पीने की वस्तुओं को बेचने की दुकान करते हैं।
दुकानदार के द्वारा दुकान चालू करने का एक निश्चित समय तय किया जाता है और वह उसी निश्चित समय पर दुकान चालू करता है और निश्चित समय पर दुकान बंद कर देता है। हालांकि कभी-कभी अधिक ग्राहकों की भीड़ होने की वजह से दुकानदार को दुकान जल्दी चालू करनी पड़ती है और देर रात होने के बाद बंद करनी पड़ती है।
कुछ दुकानदार स्वभाव के बहुत ही अच्छे होते हैं और वह अपनी दुकान पर आने वाले ग्राहक से अच्छा व्यवहार करते हैं और ग्राहक से प्यार से बात करते हैं, क्योंकि ऐसे दुकानदारों को पता है कि अगर वह ग्राहकों को संतुष्ट करेंगे तो ही उनके दुकान पर अधिक ग्राहक आएंगे और उनकी अधिक बिक्री होगी।
वही कुछ दुकानदार ऐसे होते हैं जो स्वभाव से बहुत ही अड़ियल होते हैं। ऐसे दुकानदार की दुकान पर एक बार ग्राहक जाने के पश्चात दोबारा जाना उचित नहीं समझता है और ऐसे दुकानदारों की दुकान पर कम भीड़ होती है।
जो अनुभवी दुकानदार होते हैं उन्हें यह पता होता है कि अच्छा व्यवहार और उचित सामान दे करके वह अपनी दुकान के साथ ग्राहकों को बांध सकते हैं जिससे ग्राहक भी उनकी दुकान पर लगातार आते रहते हैं और दुकानदार के सामान की अधिक बिक्री होती रहती है।
हर दुकानदार अपनी अपनी पसंद के हिसाब से अपनी दुकान का नाम रखता है। कोई किसी धार्मिक देवी देवता के नाम पर दुकान का नाम रखता है तो कोई दुकानदार अपने ही नाम पर अपनी दुकान का नाम रखता है।
हर दुकानदार का एक ही लक्ष्य होता है कि उसकी दुकान पर अधिक से अधिक ग्राहक आए ताकि उसके सामान की बिक्री अधिक से अधिक हो और वह ज्यादा आय अर्जित करें।
दुकानदार पर निबंध 600 शब्द
हमारे देश के प्रत्येक गाँव, शहर की गली नुक्कड पर छोटी बड़ी किराणे की दूकान मिल जाती हैं. सामान्यतः सभी प्रोविजन स्टोर का लुक एक सा ही होता है.
बाहरी लोकर डिब्बों में भरी चोकलेट, नमकीन और आस पास टंगे छोटे बड़े पैकेट ऊपर की ओर झूल रही गुटके, शेम्पू, नमकीन, आंवला की पुड़ियाँ, एक तुला और इसके पास खड़ा एक इन्सान जो अक्सर हिसाब के चक्कर में कहीं खोया हुआ प्रतीत होता है इसे दुकानदार कहा जाता हैं.
आँखों पर लगा चश्मा, चेहरे पर थकान के भाव और विचारों की उधेड़बुन में लगा दुकानदार हमारे समाज का महत्वपूर्ण सदस्य होता हैं, सर्दी, गर्मी बरसात कैसा भी मौसम हो वह अपनी सेवा के लिए सदैव तत्पर रहता हैं.
अक्सर सभी दुकानदारों का स्वभाव एक जैसा ही होता है, बेशर्त वह दूकान का मालिक हो. कम सुनने व देखना जबकि अधिक बोलना, मुहफट होना, जीवन के हरेक काम में हिसाब किताब लगाना, नकली मुस्कान सजाना, अच्छे शब्दों में किसी की इज्जत उतारने के गुण दुकानदार से सीखे जा सकते हैं.
किसी महाशय ने दुकानदार पर तंज करते हुए कहा कि जब सौ चालाक लोग मरते है तो एक दुकानदार का जन्म होता हैं, असल में बहुत से लोग इससे इत्तेफाक भी रखेगे. क्योंकि यह व्यवसाय इस तरह का है जिसमें घुसा एक शरीफ दिलदार इन्सान भी कुछ समय बाद चालाक लोमड़ी बन जाता हैं.
ऐसे स्वभाव का निर्माण हो भी क्यों न जब 10 रूपये की एक वस्तु के पीछे उसे 50 पैसे का फायदा मिले, महीनों तक उसे सभालकर रखना, अपनी दुकान का किराया भरना आदि जो वहन करता हैं.
सैकड़ो तरह की खाने पीने की चीजों के बीच भरी दुपहरी में घर के टिफिन का इन्तजार करने वाला दुकानदार ही होता हैं उसे अपने मन व जीभ के चटोरी होने से बचाना पड़ता है अन्यथा उसकी पूरी रातों के सपनों का हिसाब किताब चंद दिनों में ही चट हो जाता हैं.
ऐसा नहीं है कि बहुत से लोग दुकानदारों को पसंद नहीं करते हैं, जबकि यह बात दुकानदार पर भी लागू होती हैं वे विशेष रूप से दो तरह के लोगों को देखना तक पसंद नहीं करते हैं.
पहला है उधार सामान ले जाने वाला. दुकानदारी और उधारी दोनों विपरीत चीजे हैं. यदि दोनों का मिलन कुछ समय तक होता है तो निश्चय ही एक को अपनी बोरी बिस्तर समेटने पड़ते हैं, इस तुलना में बहुत सम्भव है दूकान अधिक दिनों तक नहीं टिक पाती हैं.
इसलिए दुकानदारों द्वारा उधार सामान मांगने वाले ग्राहकों से चिढना स्वाभाविक हैं. इसलिए ये अपनी दुकानों पर बड़े अक्षरों में लिखवाते है आज रोकड़ कल उधार, उधार प्रेम की कैंची हैं वगैरह वगैरह.
दूसरे तरह के वे लोग जो खाने के बेहद शौकीन होते है मतलब चटोरी. जब भी कही जाते है चाहे सब्जी के ठेले पर, कुछ लेना हो या न हो, बस चीजे चखने का मानों उसके पास टेंडर है और अपने स्वाद का नमूना उन्हें आगे लेबोरेटरी तक रेफर करना हो,
जब ये लोग किसी दुकान में प्रविष्ट होते है तो मानों लोमड़ी अंगूरों के खेत में आई हो. ले चट दे चट. दुकानदार चाहकर भी उन्हें न टोक सकता है न बाहर निकाल सकता हैं.
दुनियां में अलग अलग मिजाज के लोग होते है बस वैसे दुकानदार भी होते हैं. कुछ बेहद मिलनसार, हंसकर बात करने वाले, किसी राहगीर को राह, बस या घर का ठिकाने बताने वाले, बच्चों को चाकलेट देने वाले स्वभाव के भी होते हैं.
बहरहाल जो भी हो दुकानदार हमारी अर्थव्यवस्था और बाजार की महत्वपूर्ण कड़ी हैं जिसकें न होने की कल्पना भी बेकार हैं. स्थायी दूकान रखने वाले लोगों से मोहल्ले वालों का मित्रवत एवं स्नेही व्यवहार भी होता हैं. एक दूसरे के सुख दुःख में काम आते हैं.
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15 अगस्त पर निबंध हिंदी में: Essay on Independence Day in Hindi
15 अगस्त पर निबंध: यह 78वां स्वतंत्रता दिवस है और हम भारतीय स्वतंत्रता के 79वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। इस राष्ट्रीय त्योहार को मनाने के लिए आइए कुछ निबंध पढ़ें जिनका उपयोग छात्र अपने भाषण और अन्य प्रेरक उद्धरण बनाने के लिए कर सकते हैं।.
Independence Day Essay in Hindi: 15 अगस्त 2024 हमारा 78वां स्वतंत्रता दिवस है। यह एक राष्ट्रीय त्योहार है जो भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का जश्न मनाता है। छात्रों और बच्चों को इस बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए कि हमारे लोगों ने भारत को वर्षों की गुलामी से मुक्त कराने के लिए क्या प्रयास किए हैं। सबसे अच्छा तरीका यह है कि उन्हें कहानियाँ सुनाएँ और भारतीय स्वतंत्रता दिवस और हमारे राष्ट्रीय ध्वज के बारे में उन्होंने जो सीखा है उस पर एक निबंध लिखने के लिए कहें। भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर निबंध लिखने के लिए नीचे दिए गए उदाहरणों का उपयोग करें।
स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 10 लाइन
- भारतीय स्वतंत्रता दिवस हर वर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है।
- 15 अगस्त 1947 को भारत ने ब्रिटिश शासन से आज़ादी प्राप्त की थी।
- यह दिन स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने का दिन है।
- देशभर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और देशभक्ति के गीत गाए जाते हैं।
- लाल किले से प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करते हैं।
- इस दिन स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी संस्थानों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- स्वतंत्रता दिवस हमारे देश की एकता और अखंडता का प्रतीक है।
- यह दिन हमें हमारे कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की याद दिलाता है।
- हम स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
- स्वतंत्रता दिवस हमें देश की प्रगति और विकास के लिए संकल्प लेने की प्रेरणा देता है।
स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 100 शब्द में
15 अगस्त, भारत का स्वतंत्रता दिवस है। इस दिन, 1947 में, भारत अंग्रेजी शासन से मुक्त हुआ था। आज हम स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं जिन्होंने देश के लिए अपनी जानें दीं। हमें अपने देश से प्यार करना चाहिए और इसकी सेवा करनी चाहिए। हम सभी को मिलकर भारत को एक महान राष्ट्र बनाना है।
भारतीय स्वतंत्रता की लड़ाई के बारे में हम सभी जानते हैं जो सैकड़ों वर्षों तक लड़ी गई और इसमें कई बलिदान हुए। लेकिन कुछ भी व्यर्थ नहीं जाता; 15 अगस्त 1947 को भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली। यह भगत सिंह, राजगुरु, चंद्र शेखर आज़ाद और कई अन्य लोगों द्वारा लड़ी गई लड़ाइयों का परिणाम था। भारतीय स्वतंत्रता में अहिंसा और सत्याग्रह ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दिन, हमें उन सभी को याद करना चाहिए जिन्होंने हमारे लिए लड़ाई लड़ी और इसे साकार किया ताकि हम सभी खुलकर सांस ले सकें और अपने मौलिक अधिकार प्राप्त कर सकें। एक-दूसरे के प्रति विनम्र रहें और हमारे बड़ों द्वारा किए गए प्रयासों का सम्मान करें। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ!
स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 200 शब्दों में
उपरोक्त 100 शब्दों के निबंध में जोड़ें….
भारत का स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन, 1947 में, भारत ने 200 सालों के अंग्रेजी शासन से अपनी आजादी हासिल की थी।
स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 250 शब्द में
उपरोक्त 200 शब्दों के निबंध में जोड़ें….
15 अगस्त, भारत के लिए एक बहुत ही खास दिन है। इस दिन हम अपनी आजादी का जश्न मनाते हैं। भारत की आजादी के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने बहुत संघर्ष किया था। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ कई आंदोलन किए थे।
स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द में
उपरोक्त 250 शब्दों के निबंध में जोड़ें….
भारत का स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। यह हमें याद दिलाता है कि हमारी आजादी कितनी कीमती है। हमें अपने देश से प्यार करना चाहिए और इसकी रक्षा करनी चाहिए। हमें अपने देश को एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र बनाना है।
आज के युवाओं को देश के विकास में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। हमें शिक्षित बनना चाहिए और अपने देश की सेवा करनी चाहिए। हमें देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए।
आजादी के बाद, भारत ने कई क्षेत्रों में बहुत प्रगति की है। लेकिन अभी भी कई चुनौतियां हमारे सामने हैं। हमें इन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। हमें एकजुट होकर काम करना होगा और अपने देश को एक महान राष्ट्र बनाना होगा।
आप इन निबंधों को अपनी आवश्यकता के अनुसार परिवर्तित कर सकते हैं।
- आप अपने निबंध में स्वतंत्रता सेनानियों के नामों का उल्लेख कर सकते हैं।
- आप स्वतंत्रता संग्राम के कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का वर्णन कर सकते हैं।
- आप भारत की आजादी के बाद की उपलब्धियों के बारे में लिख सकते हैं।
- आप भारत के सामने मौजूद चुनौतियों के बारे में लिख सकते हैं।
- आप देश के भविष्य के लिए अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं।
स्वतंत्रता सेनानियों के नारे
- सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाजू-ए-क़ातिल में है। - राम प्रसाद बिस्मिल
- दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आज़ाद ही रहेंगे, आज़ाद ही रहेंगे। - चंद्रशेखर आजाद
- तुम मुझे ख़ून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। - सुभाष चंद्र बोस
- आज़ादी हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और हम इसे लेकर रहेंगे। - महात्मा गांधी
- देश की सेवा ही धर्म है। - चंद्रशेखर आजाद
- दिल्ली चलो। - सुभाष चंद्र बोस
- हिन्दुस्तान आजाद होगा। - सुभाष चंद्र बोस
- अंग्रेजों भारत छोड़ो। - महात्मा गांधी
- इंकलाब जिंदाबाद: (क्रांति जिंदाबाद) - भगत सिंह
- "स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा।" -महात्मा गांधी
- "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। -सुभाष चंद्र बोस
- "सत्यमेव जयते" (सच्चाई की ही जीत होती है) - महात्मा गांधी
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- स्वतंत्रता दिवस पर क्या किया जाता है? + स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, राष्ट्रगान गाया जाता है, परेड निकाली जाती है और देशभक्ति गीत गाए जाते हैं।
- भारत को आजादी कब मिली थी? + भारत को अंग्रेज़ों की गुलामी से 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिली थी।
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मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)
रुचि वह वस्तु है जिसे एक व्यक्ति अपने खाली समय में करना पसंद करता है। एक व्यक्ति के पूर्ण विकास के लिए उसके अंदर रुचि का होना काफी आवश्यक है। आमतौर पर स्कूलों या कलेजों तथा निबंध लेखन प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों के लिए मेरी हॉबी (रुचि) पर निबंध या पैराग्राफ लेखन का कार्य दिया जाता है।
मेरी रुचि पर बड़े तथा छोटे निबंध (Long and Short Essay on My Hobby in Hindi, Meri Ruchi par Nibandh Hindi mein)
मेरा पसंदीदा शौक पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).
मेरा पसंदीदा शौक खाली समय में रुचिपूर्ण और ज्ञानवर्धक किताबों को पढ़ना है। जब कभी भी मैं स्कूल से घर जाता हूँ, तो अपना गृहकार्य पूरा करने के बाद इस तरहकी किताबों को पढ़ना पसंद करता हूँ। मैं 12 वर्ष का हूँ और कक्षा 7 में पढ़ता हूँ। किताबों को पढ़ना बहुत अच्छी आदत है, जो मुझे पूर्ण बनाती है। मुझे यह शौक प्राकृतिक रुप से मिला है।
किताबों को पढ़ना
किताबों को पढ़ना एक व्यक्ति को खुश और व्यस्त रखता है। यह आनंद, ज्ञान, प्रोत्साहन और सूचना का अच्छा स्रोत है। यह हमें अनुशासन, न्यायप्रिय,विश्वसनीय, समय का पाबंद और इससे भी अधिक महत्वपूर्ण एक सफल व्यक्ति बनाता है। किताबों को पढ़ने के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अकेला और परेशान नहीं रह सकता। मेरा मानना है कि, यह आदत संसार में सोने से भी ज्यादा कीमती है। यह हमें विभिन्न क्षेत्रों में काम करने के लिए उच्च स्तर का ज्ञान, आदर्श विचार, अच्छी सोच, आदि प्रदान करता है।
मेरी रुचि का महत्त्व
जो किताबें पढ़ने के शौकीन होते हैं, उनके लिए अच्छी और रुचि पूर्ण किताबें अच्छे मित्र की तरह होती है। जिसके पास यह आदत नहीं है, चाहे उसके कितनी भी अधिक सांसारिक वस्तुएं और धन क्यों न हो, फिर भी वह ज्ञान की सच्ची दौलत के अभाव में गरीब होता है। किताब पढ़ने की आदत या शौक को, किसी के भी द्वारा युवा अवस्था में भी प्रयास करने के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है।
प्रत्येक व्यक्ति कुछ न कुछ शौक रखता है। शौक हमें आनंद देते हैं। शौक रखने से हमें ऊब नहीं होती। विशाल विश्व में प्रत्येक व्यक्ति की अपनी ही मनोवृत्ति और प्रवृत्ति होती है, उसकी रुचि और कामना भी अलग-अलग प्रकार की होती है। इसी सन्दर्भ के कारण किसी व्यक्ति को मीठा प्रिय लगता है और किसी को खट्टा ज्यादा रुचिकर प्रतीत होता है।
निबंध 2 (400 शब्द) – मेरा शौक: टेलीविजन (दुनिया भर की ताजा खबरें)
शौक एक खाली समय में की जाने वाली गतिविधि है। यह एक उद्देश्यपूर्ण तरीके से खाली समय का उपयोग करने में हमारी सहायता करता है। शौक, आनन्द, मनोरंजन और ज्ञान-प्राप्ति के सबसे अच्छे साधन हैं। इसके द्वारा हम समय का सदुपयोग भी कर पाते है। खाली और फुर्सत के समय के लिए ये सर्वोत्तम हैं।
मेरा शौक – टेलीविजन (दुनिया भर की ताजा खबरें)
मेरा पसंदीदा शौक टीवी देखना है। मैं खाली समय में टीवी देखना बहुत पसंद करता हूँ। टीवी देखना मेरा शौक है, लेकिन मेरा यह शौक मेरी पढ़ाई में कोई बाधा उत्पन्न नहीं करता। सबसे पहले, मैं अपना गृहकार्य और याद करने का कार्य पूरा करता हूँ और उसके बाद टीवी देखता हूँ। मुझे लगता है कि, मेरा यह शौक बहुत अच्छा है, क्योंकि टीवी देखने से मुझे विभिन्न क्षेत्रों के बारे में जानकारी मिलती है। मुझे आमतौर पर, समाचार और डिस्कवरी चैनल के साथ ही एनिमल प्लैनेट चैनल पर कार्यक्रम देखना पसंद है। मुझे कुछ अच्छे कार्टून देखना भी पसंद है, जिनसे मुझे कला और कार्टून बनाने के क्रियात्मक विचार मिलते हैं। मेरे माता-पिता मेरी इस आदत की प्रशंसा करते हैं और उन्हें उस समय बहुत खुशी होती है, जब वे मुझसे सभी ताजा खबरों को सुनते हैं।
अभी मैं 8 साल का हूँ और कक्षा 3 में पढ़ता हूँ हालांकि, मेरे इस शौक का विकास मेरे बचपन में ही हो गया था। सही ढंग से टीवी देखना, हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हमें दुनिया भर में होने वाली सभी घटनाओं के बारे में ताजी जानकारियों के विषय में बताता है। दुनिया भर में घटित होने वाली घटनाओं के बारे में जानकारी रखना वर्तमान समय के आधुनिक समाज में बढ़ती हुई, प्रतियोगिता के कारण बहुत अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
कुछ लोगों का मानना है कि, टीवी देखना केवल समय की बरबादी करना है लेकिन, वे इस वास्तविकता से बिल्कुल अनभिज्ञ है कि, यदि टीवी को सही ढंग से देखा जाए, तो यह एक व्यक्ति को सफलता के रास्ते की ओर ले जात है। इसे देखने के बहुत से लाभ हैं, क्योंकि यह हमारे ज्ञान में सुधार के साथ ही हमारी जीवन-शैली से संबंधित बहुत सी सूचनाएं देता है। टीवी पर ऐसे कई कार्यक्रम प्रसारित किए जाते हैं जो वास्तव में, दुनिया भर की घटनाओं के बारे में हमारी जागरूकता बढ़ाते हैं। टीवी पर बहुत से विषयों पर आधारित कार्यक्रम भी प्रसारित किए जाते हैं जैसे- इतिहास, गणित, अर्थशास्त्र, विज्ञान, भूगोल, संस्कृति आदि के बारे में लोगों को अधिक जागरूक करने के लिए प्रसारित किए जाते हैं।
हमारी रुचि वह वस्तु है जो की हमें भविष्य में आगे बढ़ने की राह दिखाती है। हम अपनी रुचि को ध्यान में रखते हुए यह समझ सकते है की हमें किस क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए। और फिर हम उसी क्षेत्र में अपना कॅरिअर बनाते है। इसलिए हर मनुष्य के जीवन उसकी एक अलग रुचि होती है जजों उसके सफलता का कारण बनती है।
निबंध 3 (500 शब्द) – मेरा प्रिय शौक: बागवानी
लोगों के कई तरह के शौक होते है जैसे – चित्रकला, पतंग उड़ाना, मूर्तिकला, किताबें पढ़ना, टेलीविजन देखना, कढ़ाई, बुनाई, खाना बनाना, शूटिंग करना, किताबें पढ़ना, बागवानी, फोटोग्राफी, मछली पकड़ना,संगीत सुनना, संगीत वाद्ययंत्र बजाना, पक्षी-देखना, टिकट संग्रह, पुराने सिक्के का संग्रह इत्यादि हैं।
शौक का अर्थ
शौक किसी भी व्यक्ति में उसकी अन्य आदतों में से एक विशेष रुचि को प्रदर्शित करता है जो उसकी सारी आदतों से अलग होता है। शौक बहुत अच्छी वस्तु है, जो हर किसी में होता है। किसी भी वस्तु का शौक होना एक अच्छी आदत है जो सभी में होनी बहुत आवश्यक है, क्योंकि यह उस व्यक्ति को उसकी पसंद की चीजों को करने के लिए प्रेरित करता है। यह व्यक्ति को खुले दिमाग से किसी कार्य में व्यस्त करता है। यह हमें कभी भी अकेला नहीं छोड़ता और हमारा मानसिक बीमारियों से बचाव करता है।
जब मैं 3 साल का था
मुझे आज भी याद है कि, जब मैं केवल 3 साल का था, मुझे आमतौर पर, बगीचे में अपना खाली समय व्यतीत करना अच्छा लगता था। मैं अपने पिताजी के साथ प्रतिदिन सुबह को पार्क में जाना बहुत पसंद करता था। जब मैं छोटा बच्चा था, तब मेरे पिताजी मुझे छोटे पौधों को पानी देते हुए देखकर अकसर हसा करते थे। लेकिन अब वह मुझ पर गर्व करते हैं कि, मैंने पौधों के जीवन को बचाने के लिए कुछ किया और पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए उनके महत्व और मूल्य को समझा।
शौक हमारे प्रतिदिन के जीवन का वो हिस्सा होता है, जिसे हम हर रोज अवश्य करते हैं। यह हमारी प्रतिदिन के दबाव से बचने में मदद करता है। यह हमें बहुत अधिक आनंद और शारीरिक, मानसिक व आत्मिक शान्ति प्रदान करता है। यह एक योग और ध्यान की तरह है, कभी-कभी तो इससे भी अधिक लाभ प्रदान करता है। यह हमारे मस्तिष्क को क्रियात्मकता की ओर ले जाता है और जीवन में कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है। अच्छी आदतें नाटकीय रुप से हमारे व्यक्तित्व और चारित्रिक विशेषताओं में सुधार करने के साथ ही हमारे प्रदर्शन को बेहतर करती हैं। यह हमारी योग्यता और क्षमता को खोजने में मदद करता है और उन्हें सही दिशा में प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है। हमारे शौक हमें जीवन की दैनिक भीड़ से अलग रखकर, हमारे दिमाग को ताजा और शान्त बनाते हैं।
मेरा प्रिय शौक
मेरा पसंदीदा शौक बागवानी करना है और मुझे नए पौधों को लगाना और उन्हें हर सुबह पानी देना बहुत अच्छा लगता है। खिलते हुए फूलों और बढ़ते हुए पौधों को देखकर मुझे महान उपलब्धी महसूस होती है और जीवन की वास्तविकता का अहसास होता है। यह मुझे तंदुरुस्त, मजबूत, स्वस्थ और तरोताजा रखने में मदद करता है। प्रतिदिन पेड़ों को पानी देना और बागवानी करना, मेरे लिए सबसे अच्छा व्यायाम है, जो मेरे मस्तिष्क और शरीर को सकारात्मक की ओर मोड़ता है।
हमारे शौक हमें आनंद प्रदान करने का कार्य करते हैं। शौक रखने से हमें जीवन में ऊबाहट नहीं महसूस होती है। विशाल विश्व में प्रत्येक व्यक्ति की अपनी ही मनोवृत्ति और प्रवृत्ति होती है, उसकी रुचि और कामना भी अलग-अलग प्रकार की होती है। इसी सन्दर्भ के कारण किसी व्यक्ति को मीठा प्रिय लगता है और किसी को खट्टा ज्यादा रुचिकर प्रतीत होता है। शौक हमारे प्रतिदिन के जीवन का वो हिस्सा होता है, जिसे हम हर रोज अवश्य करते हैं। यह हमारी प्रतिदिन के दबाव से बचने में मदद करता है।
निबंध 4 (600 शब्द) – शौक का महत्व
शौक का महत्व
किसी भी वस्तु या कुछ करने का शौक अच्छी चीज है, जो एक व्यक्ति को बचपन से प्राप्त होता है। इसे किसी भी आयु में विकसित किया जा सकता है हालांकि, बचपन से ही किसी शौक का होना अपना एक अलग महत्व रखता है। हम सभी कुछ कामों को अपनी रुचि के अनुसार करते हैं जो, हमें खुशी और आनंद प्रदान करते हैं, वही शौक कहलाता है। कुछ लोगों में अपनी रुचियों, पसंद और नापसंद के अनुसार अलग-अलग शौक होते हैं।
ऐसे बहुत से शौक हैं, जो हम विकसित कर सकते हैं; जैसे- नाचना, गाना, संगीत सुनना, चित्रकारी करना, इंडोर या आउटडोर खेल खेलना, चिडियों को देखना, प्राचीन चीजों को एकत्र करना, फोटो खींचना, लिखना, अलग-अलग चीजों को खाना, पढ़ना, बागवानी करना, आदि। हमारे शौक हमारे जीवन-यापन में मदद करते हैं, जिसकी मदद से हम सफल करियर का निर्माण कर सकते हैं। शौक वह होता है, जिसका हम अपने खाली समय में पूरी तरह आनंद लेते हैं।
मेरा पसंदीदा शौक
मेरा पसंदीदा शौक खाना बनाना, संगीत सुनना और बागवानी करना है हालांकि, मैं हमेशा बागवानी करना पसंद करता हूँ। मेरे लिए बागवानी करना ध्यान करने जैसा है, जो मेरे कार्य करने की क्षमता, रुचि और योग्यता में सुधार करती है। यह मुझे उच्च स्तर की शान्ति प्रदान करती है और मेरे पूरे दिन को उपयोगी बनाती है। हर सुबह, मैं अपने बगीचे में खिलते हुए फूलों, धीरे-धीरे बढ़ते हुए पौधों को देखकर आनंद लेता हूँ। मैं अपने बगीचे में प्रतिदिन सूरज निकलने और छिपने का भी आनंद लेता हूँ।
मैं आमतौर पर, स्कूल से मिले गृहकार्य को अपने हरे-भरे बगीचे में बैठकर करना पसंद करता हूँ। मुझे अपने पिता के साथ शाम को प्रतिदिन बगीचे में बैडमिंटन खेलता हूँ और अपनी माता जी के साथ शाम को टहलने का आनंद लेता हूँ। मैं प्रतिदिन नए पौधों के विकास को देखता हूँ और पौधों को हर रोज पानी देता हूँ। मैंने अपने बगीचे में इसकी खूबसूरती और सजावट को बढ़ाने के लिए कुछ नए और सजावटी पौधों को भी लगाया है।
बागवानी का शौक
मैं 14 साल का हूँ और कक्षा 9 में पढ़ता हूँ। मैं अपने इस शौक को अपने जीवन के आखिरी क्षणों तक जारी रखना चाहता हूँ। वे मुझे व्यस्त, खुश, और दैनिक जीवन के सभी तनावों से दूर रखते हैं। मेरे माता-पिता मुझे सारे शौकों को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। जब मैं अपनी सभी समस्याओं को आसान तरीके से लेकर उन्हें बिना किसी गुस्से और तनाव के, हल करने की कोशिश करता हूँ, तो वे यह देखकर बहुत खुश होते हैं। मेरी माँ हमेशा कहती हैं कि, बागवानी करना किसी भी अन्य शौक से अलग व अच्छी रुचि है; यह हमें आशीर्वाद देती है क्योंकि पौधों को पानी देने के माध्यम से हम उन्हें जीवन देते हैं।
मैं बचपन से ही, अपने बगीचे में इसकी देखभाल के लिए प्रतिदिन, 1 घंटे का समय देता हूँ। मैंने वेल्वेट घास का प्रयोग करके तीन सुन्दर हरे घास के गलीचे बनाए हैं। मैंने बगीचे के हरेक कोने में फूलों का सुन्दर बैंड बनाया है और रंग-बिरंगे गुलाब, लिली, मोगरा, गेंदा, सूरजमुखी, और अन्य मौसमी फूलों को लगाया है। क्रिसमस के त्योहार पर, मैं अपने बगीचे के बिल्कुल बीच में एक बड़े क्रिसमस पेड़ को अपने मित्रों और परिवार के साथ मिलकर सजाने का आनंद लेता हूँ।
शौक बहुत अच्छी वस्तु है, जो हर किसी में होता है। किसी भी वस्तु का शौक होना एक अच्छी आदत है जो सभी में होनी बहुत आवश्यक है, क्योंकि यह उस व्यक्ति को उसकी पसंद की चीजों को करने के लिए प्रेरित करता है। यह व्यक्ति को खुले दिमाग से किसी कार्य में व्यस्त करता है। यह हमें कभी भी अकेला नहीं छोड़ता और हमें कई तरह की मानसिक बीमारियों से भी बचाता है। शौक किसी भी व्यक्ति में उसकी अन्य आदतों में से एक विशेष रुचि को प्रदर्शित करता है जो उसकी सारी आदतों से अलग होता है।
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- Essays in Hindi /
Essay on Teacher : छात्र ऐसे लिखें अध्यापक पर निबंध
- Updated on
- अगस्त 17, 2024
Essay on Teacher in Hindi : शिक्षक छात्रों के लिए ज्ञान और सूचना के प्राथमिक स्रोत होते हैं। वे छात्रों को विभिन्न विषयों को समझने में मदद करते हैं। शैक्षणिक ज्ञान से परे शिक्षक छात्रों को समस्या-समाधान और अन्य कई कौशल विकसित करने में मदद करते हैं। शिक्षक छात्रों में नैतिक मूल्यों, नैतिकता और चरित्र के विकास में योगदान देते हैं, जिससे उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने में मदद मिलती है। वे मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करते हैं, जिससे छात्रों को चुनौतियों का सामना करने और अपने भविष्य के बारे में उचित निर्णय लेने में मदद मिलती है। शिक्षक छात्र के जीवन का अहम अंग होते हैं जिनके महत्व को समझाने के लिए छात्रों को कई बार Essay on Teacher in Hindi लिखने को दिया जाता है। इस बारे में अधिक जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़े।
This Blog Includes:
शिक्षक पर 100 शब्दों में निबंध , शिक्षक पर 200 शब्दों में निबंध , प्रस्तावना , एक अच्छा शिक्षक, शिक्षकों का महत्व , छात्र के जीवन में शिक्षक की भूमिका क्या होती है , उपसंहार .
Essay on Teacher in Hindi पर 100 शब्दों में निबंध नीचे दिया गया है:
शिक्षक समृद्धि और ज्ञान के स्रोत होते हैं, वे छात्रों को सुखद जीवन जीने के लिए कई महत्वपूर्ण बाते सिखाते हैं। वे प्रकाश के रूप में कार्य करते हैं, छात्रों को अपने अंधकार भरे जीवन में अपना रास्ता खोजने में मदद करते हैं। शिक्षक ईश्वर के उपहार की तरह हैं, जो हमें निस्वार्थ भाव से सफलता की ओर ले जाते हैं। शिक्षक वास्तव में शिक्षा के माध्यम से हमारे राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के निर्माता कहलाने के भी हकदार हैं। वे छात्रों को नैतिक रूप से अच्छा व्यवहार करना सिखाते हैं। वे छात्रों को अकादमिक रूप से उत्कृष्ट बनाते हैं और उन्हें हमेशा सुधार करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। शिक्षक छात्रों पढ़ाई के क्षेत्र के अलावा भी ज्ञान, कौशल और सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करते हैं। वे छात्रों को स्पष्ट दृष्टि और विचारों के साथ अपने शैक्षिक लक्ष्यों को समझने में मदद करते हैं। शिक्षकों के बिना, लोग मानसिक, सामाजिक या बौद्धिक रूप से विकसित नहीं हो सकते।
Essay on Teacher in Hindi पर 200 शब्दों में निबंध नीचे दिया गया है:
शिक्षक छात्रों के लिए एक समर्पित व्यक्ति होता है। वह युवा और प्रभावशाली बच्चों के जीवन को आकार देने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी लेता है। उन्हें अपने छात्रों को सही रास्ते पर ले जाने में बहुत गर्व, संतुष्टि और सच्ची खुशी मिलती है। शिक्षक बिना किसी पक्षपात के सभी छात्रों के साथ समान व्यवहार करते हैं और संघर्षरत छात्रों को बेहतर बनाने और सही दिशा खोजने में मदद करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
एक अच्छा शिक्षक अपना पूरा जीवन अपने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में बिताता है। वे हर छात्र को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और सीखने की प्रक्रिया को आकर्षक और रचनात्मक बनाते हैं। शिक्षक सभी छात्रों को उनकी पढ़ाई के प्रति सकारात्मक रूप से मार्गदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं। वे यह सुनिश्चित करते हैं कि छात्र सही रास्ते पर रहें। उनका प्रभाव उनके छात्रों पर एक स्थायी सकारात्मक छाप छोड़ता है।
शिक्षक कभी-कभी छात्रों को उनकी उपलब्धियों के लिए पुरस्कृत करते हैं। वे कभी-कभी, उन्हें उनकी गलतियों को समझने और उनसे सीखने में मदद करने के लिए अनुशासित कर सकते हैं। शिक्षक की सहायता से ही छात्रों को सही और गलत के बीच अंतर करने में मदद मिलती है, जिससे वे जीवन में बेहतर विकल्प चुनने के लिए तैयार होते हैं। शिक्षक पहचानते हैं कि प्रत्येक छात्र के सीखने का एक अनूठा तरीका होता है, इसलिए वे अपनी शिक्षण विधियों को व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप ढालते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि सभी छात्र प्रभावी ढंग से समझ सकें और सीख सकें।
शिक्षक पर 500 शब्दों में निबंध
Essay on Teacher in Hindi पर 500 शब्दों में निबंध नीचे दिया गया है:
शिक्षक एक मजबूत राष्ट्र बनाने और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने में मदद करते हैं। शिक्षक हमें ज्ञान की शक्ति का अहसास कराते हैं। समाज में उनका बहुत सम्मान किया जाता है क्योंकि वे लोगों के जीवन को बेहतर बनाते हैं। समाज की नींव की तरह, शिक्षक लोगों को शिक्षित करते हैं और उन्हें बेहतर इंसान बनाते हैं। उनका समाज और उनके छात्रों के जीवन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। माता-पिता भी अपने बच्चों की सफलता में मदद करने के लिए शिक्षकों पर भरोसा करते हैं। एक अच्छे शिक्षक में वे गुण होते हैं जो छात्रों के जीवन को बेहतर बना सके। यह समझकर कि एक अच्छा शिक्षक क्या होता है, हम शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए काम कर सकते हैं।
एक अच्छा शिक्षक ढूँढना मुश्किल नहीं है। अच्छे शिक्षक अपने शैक्षिक लक्ष्यों के लिए अच्छी तरह से तैयार होते हैं और जितना संभव हो सके उतना उत्पादक होने के लिए अपने कार्यों की योजना बनाते हैं। उनके पास व्यापक ज्ञान होता है, जो विशेष रूप से उनके विषय क्षेत्र में अपने छात्रों को सटीक उत्तर प्रदान करने के लिए पर्याप्त होता है।
एक अच्छा शिक्षक एक मित्र की तरह भी होता है जो हमारी सभी समस्याओं में हमारी मदद करता है। वे प्रभावी शिक्षण प्रक्रियाएं बनाते हैं जो मानक विधियों से अलग होती हैं। उनसे छात्रों को विषय को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलती है। एक अच्छा शिक्षक यह सुनिश्चित करता है कि छात्र कुशलता से सीखें और अच्छे ग्रेड प्राप्त करें।
महत्वपूर्ण बात यह है कि एक अच्छा शिक्षक न केवल अकादमिक प्रदर्शन पर बल्कि अपने छात्रों के समग्र विकास पर भी ध्यान केंद्रित करता है। यह समग्र दृष्टिकोण छात्रों को वास्तव में विकसित होने में मदद करता है। अच्छे शिक्षक अपने छात्रों की समस्याओं को समझते हैं और उन्हें उचित तरीके से सहायता करते हैं। इससे छात्रों को लगता है कि उनके पास हमेशा बात करने के लिए कोई है, खासकर जब वे परिवार या दोस्तों से बात नहीं कर सकते।
शिक्षक का न केवल विद्यार्थी जीवन में बल्कि जीवन के सभी चरणों में महत्वपूर्ण स्थान होता है। वे अपने गुणों को अपने विद्यार्थियों के साथ बांटते करते हैं। वे अपने शिक्षण के तरीकों को उसी के अनुसार ढालते हैं जिस प्रकार से उनका छात्र सीखता है। शिक्षक समृद्धि और ज्ञान के स्रोत हैं जो छात्रों जीवन भर लाभ पहुँचाते हैं। वे विद्यार्थियों को अपना रास्ता चुनने में मदद करते हैं और उन्हें बड़ों का सम्मान करना और सम्मान और अपमान के बीच अंतर को समझना सिखाते हैं।
शिक्षक विद्यार्थियों को ज्ञान, कौशल और सकारात्मक व्यवहार से भर देते हैं। इससे छात्र कभी भी खुद को खोया हुआ महसूस नहीं करते हैं। वे समय का मूल्य और इसका बुद्धिमानी से उपयोग करना सिखाते हैं। अच्छे शिक्षक अपने विद्यार्थियों पर एक स्थायी छाप छोड़ते हैं। जब विद्यार्थी गलतियाँ करते हैं, तो शिक्षक उन्हें सीखने और उनकी गलतियों को समझने में मदद करते हैं। वे स्वच्छता, स्वस्थ भोजन, माता-पिता की देखभाल, दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार और कार्यों को पूरा करने का महत्व भी सिखाते हैं।
शिक्षक विद्यार्थियों के जीवन में विभिन्न भूमिकाएँ निभाते हैं: जब हम दुखी होते हैं तो वे दोस्त होते हैं, जब हम दुखी होते हैं तो माता-पिता होते हैं और हमेशा अच्छे सलाहकार होते हैं। वे विद्यार्थियों को अच्छे काम के लिए पुरस्कृत करते हैं। कभी-कभी उन्हें उनकी गलतियों को समझने में मदद करने के लिए दंडित करते हैं।
हमारे माता-पिता और शिक्षक हमारे जीवन को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करने वाले पहले व्यक्ति होते हैं। जब हम छोटे होते हैं, तो हम अपने शिक्षकों पर पूरा भरोसा करते हैं और अक्सर अपने माता-पिता से ज़्यादा उनकी बात सुनते हैं, जिससे पता चलता है कि शिक्षक कितने महत्वपूर्ण हैं।
जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं और कॉलेज जाते हैं, शिक्षक अक्सर हमारे दोस्त बन जाते हैं और कभी-कभी हमारे आदर्श भी बनते हैं। वे हमें बेहतर चीजें हासिल करने के लिए प्रेरित करते हैं और हमें निस्वार्थ होने का मूल्य सिखाते हैं। शिक्षक अक्सर बिना एहसास किए भी महत्वपूर्ण जीवन सबक देते हैं। अगर कोई छात्र स्कूल में चोटिल हो जाता है, तो शिक्षक उसे प्राथमिक उपचार के लिए तुरंत अस्पताल ले जाता है। इससे छात्र सुरक्षित महसूस करता है और दिखाता है कि शिक्षक स्कूल में संरक्षक की भी भूमिका निभाते हैं।
एक शिक्षक सिर्फ़ शिक्षक बनकर ही नहीं रहता। वे ज़रूरत के हिसाब से अलग-अलग भूमिकाएँ निभाते हैं। जब हम दुखी होते हैं तो वे हमारे दोस्त बन जाते हैं और जब हम दुखी होते हैं तो माता-पिता की तरह हमारी देखभाल करते हैं। इससे पता चलता है कि एक महान शिक्षक एक छात्र के जीवन को कितना प्रभावित और आकार दे सकता है।
शिक्षक एक समन्वयक है, क्योंकि शिक्षक की भूमिका अधिगम के ऐसे वातावरण का निर्माण करना है जहां बच्चे स्वयं अपनी वास्तविक क्षमता का एहसास कर सकें और ज्ञान का निर्माण कर सकें। एक शिक्षक वह होता है जो एक अन्वेषक, एक्शन रिसर्चर, प्लानर, मैनेजर, कंटेंट प्रोवाइडर, फैसिलिटेटर, लीडर, सह निर्माता आदि जैसे विविध रोल निभाता है।
वे ज्ञान प्रदान करते हैं, आलोचनात्मक सोच कौशल को बढ़ावा देते हैं, छात्रों और अभिभावकों को प्रेरित करते हैं, रोल मॉडल के रूप में काम करते हैं और बच्चों के समग्र विकास में भूमिका निभाते हैं। शिक्षक शांति के प्रवर्तक, सपनों को साकार करने के लिए प्रेरक और समुदायों के निर्माता भी होते हैं, जिससे समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
एक अच्छे शिक्षक के कुछ गुणों में संचार, सुनना, सहयोग, अनुकूलनशीलता, सहानुभूति और धैर्य के कौशल शामिल हैं। प्रभावी शिक्षण की अन्य विशेषताओं में एक आकर्षक कक्षा उपस्थिति, वास्तविक दुनिया में सीखने का महत्व, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान और सीखने के प्रति आजीवन प्रेम शामिल हैं।
एक सफल शिक्षक वह है जो अपने छात्रों के जीवन पर लंबे समय तक प्रभाव डालता है और छात्रों को उच्च सफलता की ओर प्रेरित करने की शक्ति रखता है। एक शिक्षक की सफलता का माप वह तरीका है जिसमें वह अपने छात्रों के मन में याद किया जाता है और पोषित होता है। एक महान शिक्षक अपने जीवन के हर पथ पर छात्रों को प्रेरित करता है।
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पुस्तकालय पर निबंध – Essay on library in Hindi
पुस्तकालय पर निबंध (Essay on library in Hindi): सभ्यता के विकास के साथ-साथ मानव ज्ञान का दायरा बढ़ता जा रहा है. शिक्षित लोगों की संख्या भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. पुस्तक मनुष्य का एक वफादार दोस्त है. यह अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करने का एक शानदार तरीका है. इसके अलावा, पत्रिकाओं और समाचार पत्रों को पढ़ने से आपको वर्तमान घटनाओं के साथ-साथ भाषा और साहित्य के विकास के बारे में जानने में आसान होती है. जिस संस्था में ये सभी चीजें एक साथ मिलती हैं उसे पुस्तकालय कहा जाता है. वास्तव में पुस्तकालय ज्ञान की मंजिल है.
भूमिका – पुस्तकालयों के विभिन्न रूप – विद्यालयों में पुस्तकालय – संरचना और प्रबंधन – पुस्तकालयों से लाभ – उपसंहार
जिस प्रकार शरीर को स्वस्थ रखने के लिए उत्तम भोजन की आवश्यकता होती है उसी प्रकार मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए अध्ययन की आवश्यकता होती है. विविध पुस्तकों के अध्ययन से ज्ञान में वृद्धि होती है. विविध प्रकार की पुस्तकें हमें पुस्तकालय से उपलब्ध होती हैं. पुस्तकालय दो शब्दों के मेल से बना है. पुस्तक + आलय अर्थात पुस्तकों का घर. जिस स्थान पर पढ़ने के उद्देश्य से विभिन्न पुस्तकों का संग्रह होता है उसको पुस्तकालय कहते हैं. पुस्तकालय ज्ञानर्जन का प्रमुख साधन है.
पुस्तकालयों के विभिन्न रूप
पुस्तकालय के विभिन्न रूप होते हैं. कई पुस्तकालय एक ही विषय के होते हैं. वहां अन्य विषयों की पुस्तकें नहीं मिलती हैं. जैसे- विज्ञान पुस्तकालय, वाणिज्य विषयक पुस्तकालय, कानून विषयक पुस्तकालय आदि. जहां पर विभिन्न विषयों की पुस्तकें होती हैं वे पुस्तकालय भी कई प्रकार के होते हैं. ऐसे पुस्तकालय मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं. एक – व्यक्तिगत पुस्तकालय, दो – विद्यालयी पुस्तकालय, तीन – सार्वजनिक पुस्तकालय. कई व्यक्तियों को पुस्तक संग्रह का शौक होता है. धीरे-धीरे उनका यह संग्रह पुस्तकालय का रूप धारण कर लेता है. यह व्यक्तिगत पुस्तकालय कहलाता है. विभिन्न विद्यालयों तथा संस्थाओं में भी पुस्तकालय होते हैं. वे विद्यालयी पुस्तकालय कहलाते हैं. विद्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों के पुस्तकालय इसके ही अंतर्गत आते हैं. सार्वजानिक पुस्तकालय जनता के लिए होते हैं जिनका संचालन सरकार या सार्वजनिक संस्थाएं करती हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में भी पुस्तकालय की सुविधा दी गयी है. आजकल चलते-फिरते पुस्तकालय भी चल गए हैं जो गाड़ियों में चलते हैं.
विद्यालयों में पुस्तकालय
प्रत्येक विद्यालय में एक पुस्तकालय अवश्य होता है. हमारे विद्यालय में भी एक पुस्तकालय है. पुस्तकालय की व्यवस्था के लिए एक पुस्तकालयाध्यक्ष होता है जो छात्रों को पुस्तकें आबंटित करता है. यह निश्चित समय के लिए दी जाती हैं और बाद में वापस करनी पड़ती हैं. माध्यमिक स्तर तक के विद्यालयों में दो प्रकार की पुस्तकें होती हैं. एक, बुक बैंक की पुस्तकें जो केवल कक्षाओं की पाठ्य पुस्तकें होती हैं. दूसरी, सामान्य पुस्तकें जो पाठ्यक्रम के अतिरिक्त सामान्य ज्ञान की वृद्धि के लिए होती हैं. सभी प्रकार की पुस्तकें छात्रों व अध्यापकों को एक निश्चित अवधि तक के लिए मिलती हैं. पुस्तकालय में पढ़ने के लिए भी पुस्तकें मिलती हैं जो तुरंत लौटनी पड़ती हैं.
संरचना और प्रबंधन
पुस्तकालयों में आमतौर पर निबंधों, कहानियों, उपन्यासों, कविता, यात्रा कहानियों और महापुरुषों की जीवनी पर बड़ी संख्या में किताबें होती हैं. इसके अलावा, कुछ पुस्तकालयों में विभिन्न समाचार पत्र और पत्रिकाएँ आने की व्यवस्थाएं होती है. उन्हें बड़ी-बड़ी अलमारी में सजा कर रखा जाता है. प्रत्येक विषय के लिए अलग अलमारी होती है. पुस्तकालय में सभी पुस्तकों की सूची एक बड़े खाते में रहता है. इसे कैटलॉग(catalogue) कहा जाता है. इसके अलावा, पाठकों को किताबें उपलब्ध कराने के लिए एक और रजिस्टर रहता है. स्कूलों में, एक एक शिक्षक इन सभी जिम्मेदारियों को निभाते है.
पुस्तकालयों से लाभ
पुस्तकालय ज्ञान का भंडार है और एक सच्चा शिक्षक है. विद्वान लोगों की ज्ञान की प्यास इन्हीं पुस्तकालयों में बैठकर बुझती है. कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जिसके पास सब प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध हों. यह संभव भी नहीं हो सकता कि एक व्यक्ति हर प्रकार की पुस्तकें खरीद सके. पुस्तकालय ही एक ऐसा भंडार है जहां से हर प्रकार की पुस्तकें मिल सकती हैं. अध्यापक, वकील, चिकित्सक, लेखक, कवि आदि पुस्तकालयों से ही अपने ज्ञान की वृद्धि करते हैं. इसके अतिरिक्त पुस्तकालय में विभिन्न प्रकार की पत्र-पत्रिकाएं भी मिल जाती हैं जिनका अध्ययन हर व्यक्ति करना चाहता है. प्रत्येक व्यक्ति को अध्ययन करने के लिए शांत वातावरण की आवश्यकता होती है. यह वातावरण हमें घरों, कार्यालयों तथा अन्य स्थलों पर नहीं मिल सकता. यह वातावरण हमें केवल पुस्तकालय ही दे सकता है.
आजकल हर जगह पुस्तकालय उपलब्ध होते हैं. हमें पुस्तकालयों में जाकर समय का सदुपयोग करना चाहिए. पुस्तकालयों की पुस्तकें सार्वजनिक संपत्ति होती हैं. इसलिए हमें उनकी रक्षा करनी चाहिए. उनके चित्रों या उनके किसी पृष्ठ को कोई क्षति नहीं पहुंचानी चाहिए क्योंकि एक पुस्तक से अनेक व्यक्तियों को लाभ मिलता है.
आपके लिए :-
- विद्यार्थी जीवन पर निबंध
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तो यह था पुस्तकालय पर निबंध (Essay on library in Hindi). उम्मीद है यह निबंध आपके लिए सहायक हुआ होगा. यह निबंध को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें. मिलते है अगले निबंध. धन्यवाद.
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