HindiKiDuniyacom

हॉकी पर निबंध (Hockey Essay in Hindi)

हॉकी

हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है हालांकि, सभी देशों के द्वारा खेला जाता है। यह तेज खेला जाने वाला खेल है जो, दो टीमों के बीच में खेला जाता है। सभी खिलाड़ियों का लक्ष्य अधिक अंक प्राप्त करने के लिए बॉल को दूसरी टीम के नेट पर मारना होता है। हमारा देश 1928 में हॉकी में विश्व विजेता रह चुका है और ओलम्पिक खेलों में 6 स्वर्ण पदक (गोल्ड मेडल) जीत चुका है। 1928 से 1956 तक का समय भारतीय हॉकी के लिए स्वर्णकाल के रुप में जाना जाता है। बुद्धिमान हॉकी के खिलाड़ियों ने देश को गौरवान्वित किया, क्योंकि उन्होंने इस बीच में ओलम्पिक खेलों में भारत ने बहुत बार हॉकी में विजय प्राप्त की थी। वे हॉकी खेलने के जादू को अच्छी तरह से जानते थे और जिसने सभी के दिलों को जीत लिया।

हॉकी पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Hockey in Hindi, Hockey par Nibandh Hindi mein)

हॉकी पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

यह भारत का राष्ट्रीय खेल है, भारत इस खेल में बहुत अच्छी जीतों से कई बार गौरवान्वित हुआ है। भारत हॉकी के क्षेत्र में लगातार कई सालों तक विश्व विजेता रह चुका है। अब यह खेल अन्य देशों, जैसे- हॉलैंड, जर्मनी, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, आदि में भी प्रसिद्ध हो गया है।

हॉकी खेलने का तरीका और लाभ

यह दो टीमों के बीच खेला जाने वाला खेल है, जिसमें दोनों टीमों में 11-11 खिलाड़ी होते हैं। इस खेल में पूरे समय खिलाड़ियों की स्थिति (गोल कीपर, दांया पीछे (राइट बैक), केन्द्रीय फॉरवर्ड (सेंट्रल फॉरवर्ड) और बांया पीछे (लेफ्ट बैक)) बहुत महत्वपूर्ण होती है। हॉकी खेलने से हमारे मसल बनते है , रक्तचाप कम होता है, वजन घटता है और हमारा मन भी तरोताजा रहता है।

हॉकी का इतिहास

भारतीय हॉकी के स्वर्णकाल के नायक ध्यान चन्द, अजीत पाल सिंह, धनराज पिल्लै, अशोक कुमार, ऊधम सिंह, बाबू निमल, बलबीर सिंह सीनियर, मोहम्मद शाहिद, गगन अजीत सिंह, लेस्ली क्लॉडियस, आदि थे। वे सभी वास्तविक नायक थे, जो भारतीय हॉकी के क्षेत्र को बड़ी सफलता की ओर ले गए थे। ध्यानचंद एक प्रतिभाशाली हॉकी खिलाड़ी थे, जिन्हें अभी भी हॉकी के जादूगर के रूप में बुलाया जाता है।

हमें हॉकी को बढ़ावा देने की आवश्यकता है और इस खेल के महत्व को समझते हुए हमें इसमें बढ़ चढ़ कर भाग लेने की जरुरत है। हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है और इसे वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय करने में हम सभी को योगदान करना चाहिए।

निबंध 2 (400 शब्द)

भारत में अन्य खेलों (जैसे – क्रिकेट, बैडमिटन, टेनिस आदि) की निरंतर बढ़ती हुई प्रसिद्धी के बाद भी हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है। इसे आधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त नहीं है, फिर भी राष्ट्रीय खेल के रुप में चुना गया है।

भारतीय हॉकी के लिए स्वर्णकाल 1928-1956 तक था, जब इसके बुद्धिमान खिलाड़ियों ने ओलम्पिक में लगातार 6 स्वर्ण पदक जीते थे। इसके बाद, हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी मेजर ध्यान चन्द की मृत्यु के बाद हॉकी का भविष्य अंधकार युक्त हो गया। उस समय बहुत से हॉकी खलने वाले गैर-भारतीय खिलाड़ी (एंग्लो-इंडियन) आस्ट्रेलिया के लिए प्रवास कर गए। फिर भी, आज भारतीय खिलाड़ियों में हॉकी के लिए रुचि में थोड़ी सी वृद्धि हुई है। धनराज पिल्लै, जो भारतीय हॉकी के एक और नायक थे, भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान भी रह चुके हैं। वर्तमान में वह भारतीय हॉकी टीम के प्रबंधक के रूप में नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने हॉकी के लिए एक अर्जुन पुरस्कार जीता था।

हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल क्यों हैं?

हॉकी को भारत का राष्ट्रीय खेल, भारत में हॉकी के स्वर्णकाल (1928 से 1956 तक) के कारण चुना गया। उस समय तक, भारतीय हॉकी खिलाड़ियों ने हॉकी में वास्तव में बहुत बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था, इसलिए उनकी लगातार जीत और उनकी अद्भुत योग्यता ही इस खेल को देश के राष्ट्रीय खेल के रुप में चुनने का कारण बनी। स्वर्णकाल के दौरान, भारत ने सक्रिय रुप से भागीदारी की और 24 ओलम्पिक खेलों को खेला। सबसे अधिक आश्चर्यचकित करने वाला तथ्य यह था कि, इसने सभी मैचों को 178 गोल बनाकर जीता था। इसने टोकियो ओलम्पिक (1964) में और मॉस्को ओलम्पिक (1980) में स्वर्ण पदकों को जीता था।

हॉकी बहुत ही अच्छा खेल है और विद्यार्थियों के द्वारा सबसे अधिक पसंद किया जाता है। हॉकी के लिए दूसरा स्वर्णकाल लाने के लिए, इसे कॉलेज और स्कूलों में विद्यार्थियों को नियमित भागीदारी के द्वारा बढ़ावा दिया जाना चाहिए। योग्य बच्चों को स्कूली स्तर से ही हॉकी को सही तरीके से खेलना सिखाना चाहिए। भारतीय हॉकी की गरिमा बनाए रखने के लिए सरकार द्वारा हॉकी खेलने वाले विद्यार्थियों के लिए धन कोष, वित्तीय सुविधाओं के साथ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करानी चाहिए।

निबंध 3 (500 शब्द)

हॉकी मैदान में खेले जाना खेल है, जिसे 11-11 खिलाड़ियों को रखने वाली दो टीमों के द्वारा खेला जाता है। इसे भारत का राष्ट्रीय खेल इसिलिए चुना गया है क्योंकि भारत हॉकी में कई सालों तक विश्व विजेता रहा था। हॉकी को आधिकारिक रुप से राष्ट्रीय खेल घोषित नहीं किया गया है हालांकि, इसे केवल भारत का राष्ट्रीय खेल माना जाता है, क्योंकि भारत ने हॉकी में बहुत से स्वर्ण पदकों को जीता है। यह पूरे संसार में बहुत से देशों के द्वारा खेला जाता है। यह बहुत ही मँहगा खेल नहीं है और किसी भी युवा के द्वारा खेला जा सकता है। यह बहुत ही रुचि और आनंद का खेल है, जिसमें बहुत ज्यादा गतिविधियाँ और अनिश्चितताएं शामिल होती हैं। यह रफ्तार का खेल है और परिस्थितियाँ बहुत शीघ्र बदलती है, जो आश्चर्य पैदा करती है।

भारत में हॉकी का महत्व

हॉकी भारत में बहुत महत्वपूर्ण खेल है क्योंकि भारत को हॉकी के क्षेत्र में कई वर्षों तक विश्व विजेता बनाया है, इसलिए इसे भारत के राष्ट्रीय खेल के रुप में चुना गया है। इस खेल का इतिहास बड़ा और महान है, क्योंकि यह बुद्धिमान खिलाड़ियों द्वारा भारत की जड़ों में गहराई तक समाया हुआ है। यह भारत के प्राचीन ज्ञात खेलों में से एक है हालांकि, इसकी जड़े अब योग्य हॉकी खिलाड़ियों और आवश्यक सुविधाओं की कमी के कारण कमजोर हो गई हैं। इस खेल के अस्तित्व को प्राचीन ओलम्पिक खेलों से पहले 1200 साल पुराना खेल माना जाता है।

पहले समय में, यह अलग तरीकों के साथ खेला जाता था हालांकि, अब इसे मैदानी हॉकी के रुप में खेला जाता है, जो 19वीं सदी में ब्रिटिश द्वीपों में विकसित हुआ था। यह अंग्रेजी विद्यालयों में खेला जाने वाला खेल था, जो भारत में ब्रिटिश सेना के द्वारा लाया गया था। इसके बाद, यह अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर फैल गया और इसने विश्व भर में प्रसिद्धी प्राप्त कर ली। इस खेल को नियंत्रित करने और अपने नियमों का मानकीकरण करने के लिए, लंदन हॉकी एसोसिएशन का गठन किया गया था। बाद में, अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (1924 में) और महिला हॉकी के अंतर्राष्ट्रीय महासंघ का गठन किया गया।

भारत में सबसे पहले हॉकी क्लब कलकत्ता (1885-86) में गठन किया गया था। भारतीय खिलाड़ियों ने अपने सफल ओलम्पिक खेल की शुरुआत 1928 के एम्सटर्डम में की थी, जहाँ उन्होंने हॉकी में स्वर्ण पदक जीता था। यह एक शानदार भारतीय हॉकी खिलाड़ी, जिनका नाम ध्यानचंद था, की वजह से हुआ। उन्होंने वास्तव में एम्सटर्डम की भीड़ के सामने सभी भारतीयों को मंत्रमुग्ध कर दिया था। भारत लगातार हॉकी के अपने स्वर्ण युग के दौरान छह ओलम्पिक स्वर्ण पदक और लगातार 24 हॉकी मैच जीता था। हॉकी के स्वर्णिम युग के उत्कृष्ट खिलाड़ियों में से कुछ ध्यानचंद, बलबीर सिंह, अजीत पाल सिंह, अशोक कुमार, ऊधम सिंह, धनराज पिल्लै, बाबू निमल, मोहम्मद शाहिद, गगन अजीत सिंह, लेस्ली क्लॉडियस, आदि थे।

निबंध 4 (600 शब्द)

हॉकी कई देशों में खेला जाने वाला एक सबसे लोकप्रिय और दिलचस्प खेल है। यह भारत का राष्ट्रीय खेल चुना गया है हालांकि, इसके लिए किसी भी प्रकार की आधिकारिक घोषण नहीं की गई है। इस खेल में दो टीमें होती हैं और दोनों टीमों में 11-11 खिलाड़ी होते हैं। एक टीम के खिलाड़ियों का लक्ष्य दूसरी टीम के खिलाफ हॉकी के प्रयोग से विरोधी टीम के नेट पर बॉल मारकर अधिक से अधिक गोल बनाना होता है।

हमारे देश ने छह ओलंपिक स्वर्ण पदक और लगातार विभिन्न मैच जीतने के बाद हॉकी के क्षेत्र में एक शानदार रिकॉर्ड बना दिया है। जब भारत ने लगातार विभिन्न हॉकी मैच जीते थे उस समय को हॉकी के स्वर्णिम दौर (1928 से 1956 के बीच के समय) के रूप में कहा जाता है। स्वर्णिम दौर के प्रसिद्ध खिलाड़ी ध्यानचन्द थे, और उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों की वजह से उन्हें हॉकी के जादूगर के रूप में जाना जाता है।

हॉकी का इतिहास और उत्पत्ति

हॉकी भारत में वर्षों पहले से खेला जाने वाला प्राचीन खेल है। यह हॉकी की छड़ी (स्टिक) और बॉल के साथ खेला जाता है। यह 1272 ईसा, पूर्व से पहले आयरलैंड में और 600 ईसा. पूर्व के दौरान प्राचीन यूनान में खेला जाता था। हॉकी के बहुत से रुप है; जैसे- मैदानी हॉकी, आइस हॉकी, स्लेज हॉकी, रोलर हॉकी, सड़क हॉकी, आदि। आजकल, मैदानी हॉकी को आमतौर पर, खेला जाता है। आइस हॉकी, मैदानी हॉकी के बिल्कुल विपरीत है, जो कनाडा और उत्तरी अमेरिका के बर्फीले मैदानों में खेली जाती है।

हॉकी खेलने के लिए आवश्यक उपकरण

हॉकी को सुरक्षित रुप से खेलने के लिए रुख उपकरणों की आवश्यकता होती है जिनके नाम, हैलमेट, नेक (गर्दन) गार्ड, कंधे के पैड, घुटनों के पैड, कोहनी के पैड, कप पॉकेट के साथ जैक्सट्रैप और सुरक्षात्मक कप (पुरुषों के गुप्तांग की रक्षा के लिए कप), हॉकी की छड़ी, और एक बॉल।

हॉकी के रुप

हॉकी के अन्य रुप (जो हॉकी या अपने पूर्ववर्तियों से उत्पन्न हुए हैं) जैसे; एअर (हवा में) हॉकी, बीच (समुद्री तट) हॉकी, बॉल हॉकी, बॉक्स हॉकी, डेक (बन्दरगाह) हॉकी, फ्लोर (जमीनी) हॉकी, फुट हॉकी, जिम हॉकी, मिनी हॉकी, रॉक हॉकी, पौंड हॉकी, पॉवर हॉकी, रौसेल हॉकी, स्टेकर हॉकी, टेबल हॉकी, अन्डर वॉटर हॉकी, यूनिसाइकल हॉकी आदि।

भारत में हॉकी का भविष्य

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि, वास्तव में हॉकी के खेल का भारत में स्वर्णकाल के बाद अच्छा समय अब बीत गया है। यह हॉकी में रुचि और हॉकी के योग्य खिलाड़ियों की कमी के साथ ही भविष्य में इस खेल को नियमित रखने के लिए युवाओं को आवश्यक सुविधाओं की कमी के कारण हुआ है। ऐसा लगता है कि, यह कभी भी खत्म नहीं होगा और हॉकी के लिए लोगों के प्यार, आदर और सम्मान के कारण हॉकी का स्वर्ण युग वापस आएगा। यद्यपि, हॉकी के स्वर्ण युग को भारत में वापस लाने के लिए भारतीय सरकार के द्वारा अधिक प्रयासों, लगन और समर्थन की आवश्यकता है। भारतीय हॉकी लीग, हॉकी टीमों को बढ़ाने (2016 तक 8 टीम और 2018 तक 10 टीम) के लिए कुछ प्रभावशाली रणनीतियों को लागू करने की योजना बना रही है। आने वाले तीन सत्रों में (2016 से 2018 तक 6 मैचों का टूर्नामेंट होगा) भारतीय हॉकी और आस्ट्रेलिया हॉकी के बीच अनुकूल समझौता हुआ है।

हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है। ऐसा केवल कहा जाता है हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं हुई है। अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि, हॉकी के स्वर्ण युग को वापस लाकर इसे आधिकारिक रुप से राष्ट्रीय खेल घोषित कराया जाए। इसके लिए बच्चों को स्कूल के समय से ही उन्हें सभी सुविधाओं को प्रदान करने के द्वारा उच्च स्तर पर बढ़ावा देने के साथ ही अध्यापकों, अभिभावकों और सरकार के द्वारा प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

Hockey Essay

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

हॉकी पर निबंध

विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित ज्ञान प्राप्त करने, अलग-अलग विषयों की जानकारी प्राप्त करने के उद्देश्य से विद्यालयों में अक्सर बच्चों को अलग-अलग विषय पर निबंध लेख दिया जाता है।

दुनिया भर में कई तरह के खेल खेले जाते हैं, जिसमें से एक हॉकी है। हॉकी कई देशों में खेले जाते हैं लेकिन इसे भारत का राष्ट्रीय खेल माना है।

Essay on Hockey in Hindi

इस लेख में हम हॉकी पर निबंध (hockey essay in hindi) लेख लेकर आए हैं। इस हॉकी के बारे में निबंध लेख के जरिए आप हॉकी खेल के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

यह भी पढ़े:   हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध

हॉकी पर निबंध (Essay on Hockey in Hindi)

हॉकी को न केवल भारत का राष्ट्रीय खेल माना जाता है बल्कि यह भारत का प्राचीन खेल भी है। भारत में क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस जैसे कई खेलों के निरंतर बढ़ती हुई प्रसिद्ध के बाद भी हॉकी  आज भी भारत का राष्ट्रीय खेल माना जाता है।

हालांकि आधिकारिक तौर पर हॉकी को भारत के राष्ट्रीय खेल के रूप में मान्यता प्राप्त नहीं है लेकिन हॉकी के क्षेत्र में भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई स्वर्ण पदक जीते हैं, जिसके कारण इसे भारत का राष्ट्रीय खेल के रूप में जाना जाता है।

1928 से लेकर 1956 तक भारत में हॉकी का स्वर्ण काल रहा थ। क्योंकि उस दौरान इस क्षेत्र के कई महान भारतीय खिलाड़ियों ने स्वर्ण पदक जीते थे। ओलंपिक में केवल हॉकी खेल में भारत ने 6 स्वर्ण पदक जीते थे।

हॉकी के प्रसिद्ध भारतीय खिलाड़ियों में मेजर ध्यानचंद जिन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाता है, धनराज पिल्लै, गगन अजीत सिंह, लेस्ली क्लॉडियस, अशोक कुमार, ऊधम सिंह, बाबू निमल, मोहम्मद शाहिद, बलबीर सिंह सीनियर आदि का नाम प्रसिद्ध है।

हॉकी खेल न केवल आधुनिक खेल है बल्कि इसका इतिहास बहुत पुराना है। यह ओलंपिक खेल के शुरुआत से 1200 साल पहले से ही खेला जाता था। हालांकि उस समय हॉकी के खेलने के तरीके अलग होते थे लेकिन अब यह मैदानी हॉकी के रूप में खेला जाता है।

हॉकी खेल ब्रिटिश द्वीपों पर विकसित हुआ था। अंग्रेजी विद्यालयों में यह खेल खेला जाता था लेकिन भारत में ब्रिटिश काल के दौरान अंग्रेजों के द्वारा यह खेल भारत में लाया गया था और देखते ही देखते यह खेल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल गया और विश्व भर में प्रसिद्ध हो गया।

भारत में 1885 से 1586 के बीच में पहला हॉकी क्लब कोलकाता में गठित किया गया था। पहली बार भारत ने 1928 के ओलंपिक खेल में हॉकी में स्वर्ण पदक हासिल किया था। ओलंपिक में पहली बार हॉकी में भारत को स्वर्ण पदक जीताने वाले उस महान खिलाड़ी का नाम मेजर ध्यानचंद था।

हॉकी खेल को आयोजित करने और उसे नियंत्रित करने के लिए लंदन हॉकी एसोसिएशन का गठन किया गया था। बाद में 1924 में अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ और महिला हॉकी अंतरराष्ट्रीय महासंघ का गठन हुआ।

हॉकी दो टीमों के बीच में खेला जाता है। प्रत्येक टीम में 11-11 खिलाड़ी होते हैं। हॉकी खेल मैदान पर खेला जाता है। हॉकी खेलने के लिए हॉकी की छड़ और एक बोल की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा सुरक्षा के लिए हेलमेट, नेक गार्ड, घुटने, कोहनी के पेड जैसे कई तरह के उपकरण की भी आवश्यकता होती है।

सभी खेलों की तरह हॉकी खेल भी हमारे शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। हॉकी से हमारे मसला बनते हैं, वजन घटता है, रक्तचाप कम होता हैं।

हॉकी को भले ही भारत का राष्ट्रीय खेल कहा जाता हो लेकिन जिस तरीके से सभी भारतवासियों में क्रिकेट के लिए पागलपन है, उतना हॉकी या किसी अन्य खेल के लिए नहीं देखा जाता है।

हॉकी खेल भी अन्य खेल की तरह ही महत्वपूर्ण है। इसलिए हॉकी खेल को भी क्रिकेट की तरह ही बढ़ावा देने की जरूरत है। हम सबको इसके महत्व को समझते हुए बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए।

हॉकी पर निबंध pdf

यहां पर हॉकी पर निबंध pdf के रूप में उपलब्ध कर रहे हैं, जिसे आप आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। इसे आप अपने प्रोजेक्ट आदि में काम ले सकते हैं।

उपरोक्त लेख में आपने हॉकी पर निबंध के जरिए हॉकी खेल से संबंधित विभिन्न जानकारी प्राप्त की।

हमें उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए जानकारी पूर्ण रहा होगा। यह लेख विद्यार्थियों के लिए बहुत ही उपयोगी है। इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अन्य लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें।

बैडमिंटन पर निबंध

शतरंज पर निबंध

क्रिकेट पर निबंध

Rahul Singh Tanwar

Related Posts

Leave a comment जवाब रद्द करें.

Hindi Yatra

हॉकी पर निबन्ध – Essay on Hockey in Hindi

Essay on Hockey in Hindi आज हम भारत के राष्ट्रीय  खेल हॉकी पर निबन्ध  लिखा है. हॉकी पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए है. इस निबंध को हमने अलग-अलग शब्द सीमा में लिखा है जिससे अनुच्छेद और निबंध लिखने वाले विद्यार्थियों को कोई भी परेशानी नहीं हो और वह हॉकी खेल के बारे में अपनी परीक्षा में सही जानकारी लिख सकेंगे.

Essay on Hockey in Hindi 150 words

हॉकी पुराने और अच्छे खेलों में से एक है. यह हमारे भारत देश का राष्ट्रीय खेल भी है. हमारे देश के साथ-साथ यह लगभग सभी देशों में खेला जाता है. हॉकी खेल खुले मैदान में खेले जाने वाला खेल है. हॉकी खेल का जन्म बहुत वर्षों पहले हुआ था लेकिन भारत में हॉकी को ब्रिटिश द्वारा लाया गया था.

Essay on Hockey in Hindi

Get some Essay on Hockey in Hindi

भारतीय लोगों को हॉकी खेल बहुत अधिक पसंद आया इसीलिए 1928 से 1956 के बीच हुए ओलंपिक में भारत ने 6 स्वर्ण पदक जीते थे. इसे भारतीय हॉकी का स्वर्णकाल युग भी कहा जाता है.

हॉकी खेल में 11-11 खिलाड़ियों की दो टीम होती है. हॉकी का एक मैच 60 मिनट का होता है जो कि 15-15 मिनट के 4 क्वार्टर में खेला जाता है. इस खेल को खेलने के लिए एक गेंद और लकड़ी की छड़ी का इस्तेमाल किया जाता है.

मैदान के दोनों तरफ गोल करने के लिए गोल बने हुए होते हैं जो भी टीम अधिक गोल करती है उस टीम को विजयी घोषित कर दिया जाता है.

Essay on Hockey in Hindi 400 words

हॉकी को लगभग पूरे विश्व में खेला जाता है इस खेल की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई थी कि 1908 में हॉकी खेल को ओलंपिक खेलों में भी शामिल कर लिया गया था. हॉकी खेल के जन्म पर हुई रिसर्च के अनुसार यह खेल 1200 ईसा, पूर्व से पहले आयरलैंड में और 600 ईसा. पूर्व के दौरान प्राचीन यूनान में खेला जाता था.

यह भी पढ़ें – Essay on Badminton in Hindi – बैडमिंटन पर निबंध

हॉकी खेल की धीरे-धीरे लोकप्रियता बढ़ती गई जिसके कारण हर देश में इस खेल को अपनाना शुरू कर दिया. इस खेल को खेलने का एक और मुख्य कारण यह है कि इस खेल को खेलने के लिए अधिक साज और सामान की आवश्यकता नहीं होती है.

भारत में खेले जाने से पहले यह खेल इंग्लैंड में खेला जाता था और जब ब्रिटिशो ने भारत पर राज किया तब उनके फौजियों द्वारा यह खेल खेला जाता था. उन लोगों को देखकर भारतीय लोग भी हॉकी खेल खेलने लगे.

भारतीय लोगों को हॉकी का खेल इतना पसंद आया कि भारत ने मेजर ध्यानचंद जैसे खिलाड़ी हॉकी खेल को दिए है. मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर भी कहा जाता है उन्होंने भारत को 1928 से 1956 के बीच हुए ओलंपिक में 6 स्वर्ण पदक जिताए थे.

हॉकी का खेल खुले मैदान में खेला जाता है लेकिन आजकल आर्टिफिशियल घास आने के कारण इसे बंद स्टेडियम के अंदर भी खेला जाने लगा है. हॉकी खेल के कई प्रकार है जैसे – मैदानी हॉकी, स्लेज हॉकी, रोलर हॉकी, आइस हॉकी इत्यादि है लेकिन प्रमुख रुप से मैदानी हॉकी ही खेली जाती है.

हॉकी खेल को खेलने के लिए 11-11 खिलाड़ियों की 2 टीम होती है. इसमें 92 मीटर लंबा और 52 से 56 मीटर चौड़ा मैदान होता है जिस को दो बराबर भागों में दोनों टीम के लिए बांट दिया जाता है. मैदान के दोनों छोर पर गोल करने के लिए गोल बनाए जाते है.

इस खेल को खेलने के लिए एक कठोर गेंद और लकड़ी की स्थिति आवश्यकता होती है जोकि छाते के हैंडल की तरह मुड़ी हुई होती है. इस खेल का एक मैच 60 मिनट का होता है जो कि 15-15 मिनट के 4 क्वार्टर में खेला जाता है.

यह भी पढ़ें –  क्रिकेट पर निबंध – Essay on Cricket in Hindi

इस खेल में 5 मिनट का ब्रेक भी दिया जाता है जिससे खिलाड़ी फिर से तरोताजा हो कर खेल सके. जो भी टीम अधिक गोल करती है उसी टीम को विजयी घोषित किया जाता है. इस खेल दो रेफरी होते है जो कि खेल का निरीक्षण करते रहते है. गोल होने पर व किसी खिलाड़ी की गलती करने पर नियम अनुसार कार्रवाई करते है.

Essay on Hockey in Hindi 1500 words

हॉकी एक लोकप्रिय खेल है जिसको विश्व भर के सभी देशों द्वारा खेला जाता है. हॉकी खेल की लोकप्रियता क्रिकेट खेल के जैसे ही दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. इस खेल को 600 ईसा. पूर्व के दौरान प्राचीन यूनान में खेला जाता था.

पुराने जमाने में इस खेल को खेलने के लिए एक साधारण गेंद होती थी और एक लकड़ी की छड़ी होती थी. जो कि वर्तमान हॉकी स्टिक की तरह मुड़ी हुई नहीं होती थी. वर्तमान हॉकी से मिलता-जुलता खेल पहले इंग्लैंड में ही खेला जाता था.

इंग्लैंड से ही हॉकी में नियमों और कायदों का विकास हुआ था. लेकिन पुराने जमाने में अगर कोई खिलाड़ी 14 मीटर दूर से गोल करता था तब उसे गोल नहीं माना जाता था. हालांकि अब नियमों में सुधार करके इस नियम को बदल दिया गया है.

हॉकी खेल की बढ़ती हुई लोकप्रियता को देखते हुए 1886 में हॉकी एसोसिएशन की स्थापना हुई. इसके बाद तो हॉकी खेल में एक नई जान आ गई थी क्योंकि इसके बाद प्रत्येक देश द्वारा इस खेल को अपनाया जाने लगा था.

यह भी पढ़ें – Mera Priya Khel Kho Kho in Hindi – खो-खो खेल पर निबंध

पहली बार वर्ष 1908 में हॉकी को ओलंपिक खेलों में शामिल कर लिया गया था उस वर्ष केवल आयरलैंड, स्कॉटलैड, इंग्लैण्ड, वैल्स, जर्मनी तथा फ्रांस द्वारा ही इस खेल को खेला गया था.

भारत का हॉकी खेल में योगदान –

भारत का हॉकी के खेल में बहुत बड़ा योगदान है. भारत में हॉकी की लोकप्रियता क्रिकेट खेल की तरह ही यहां पर हॉकी के खिलाड़ियों को सम्मान की नजरों से देखा जाता है. भारत में हॉकी की बढ़ती हुई लोकप्रियता को देखते हुए 1885-86 हॉकी क्लब की स्थापना कोलकाता में की गई थी.

भारतीय खिलाड़ियों ने हॉकी खेल में पहली बार 1928 के एम्सटर्डम में खेले गए ओलंपिक से अपना पहला कदम रखा था. उस वर्ष भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक जीता था. इसके बाद तो भारतीय टीम ने हॉकी खेल में स्वर्ण पदक की झड़ी लगा दी थी क्योंकि 1928 से 1956 के बीच खेले गए ओलंपिक में भारत ने 6 स्वर्ण पदक जीते थे.

इस युग को भारत का स्वर्ण काल युग में कहा जाता है. भारतीय हॉकी खेल के इतने अच्छे प्रदर्शन के कारण सभी देश के लोग भारतीय खिलाड़ियों को सम्मान की नजरों से देखने लगे थे. भारत को स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों में सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद थे जिन्होंने भारतीय हॉकी खेल को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया था.

1936 की भारतीय हॉकी खेल के कप्तान मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर भी कहा जाता है क्योंकि वेज इतनी तेजी से गोल करते थे इतनी तेजी से कोई गोल नहीं कर पाता था और आज तक उनका यह रिकॉर्ड कोई भी नहीं तोड़ पाया है.

हॉकी के स्वर्णिम युग के उत्कृष्ट खिलाड़ियों के नाम कुछ इस प्रकार है मेजर ध्यानचंद, धनराज पिल्लै, बाबू निमल, बलबीर सिंह, गगन अजीत सिंह, लेस्ली क्लॉडियस, अजीत पाल सिंह, अशोक कुमार, ऊधम सिंह, मोहम्मद शाहिद आदि थे.

इन्हीं खिलाड़ियों के कारण भारत को हॉकी का सम्राट कहा जाता है. इसी कारण भारत द्वारा हॉकी खेल को भारत का राष्ट्रीय खेल घोषित किया गया था.

महिला हॉकी की स्थापना –

पुराने जमाने में महिलाओं को हॉकी खेलने की मनाही होती थी क्योंकि उस समय विक्टोरियाई युग चल रहा था जिसमें महिलाओं के खेल खेलने पर प्रतिबंध था. लेकिन इस सब के बावजूद महिलाओं की हॉकी खेलने के प्रति लोकप्रियता बढ़ती जा रही थी.

और 1895 से महिला हॉकी टीम द्वारा मैत्री प्रतियोगिताओं में भाग लिया जाने लगा था. लेकिन 1970 के दशक तक महिला हॉकी टीम को अंतरराष्ट्रीय खेलों में खेलने की अनुमति नहीं दी गई थी. समय बदलने के साथ ही वर्ष 1974 में हॉकी के पहले महिला विश्वकप का आयोजन किया गया.

और इस की बढ़ती हुई लोकप्रियता को देखते हुए वर्ष 1980 में महिला हॉकी ओलंपिक में भी इस खेल को शामिल कर लिया गया. भारत में लगातार महिला हॉकी खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिल रहा है जिसके कारण पिछले कुछ दशकों में महिला हॉकी टीम द्वारा विश्व स्तर पर अच्छा प्रदर्शन रहा है.

महिला हॉकी खेल की कुछ प्रमुख खिलाड़ियों के नाम इस प्रकार है – हेलेन मैरी, सूरज लता देवी, ममता खरब, ऐनी लुम्सडेन, सुनीता पुरी, वर्षा सोनी, राजबीर कौर, प्रीतम रानी सिवाच, मधु यादव आदि है.

यह भी पढ़ें –  मेरा प्रिय खेल कबड्डी पर निबंध – Mera Priya Khel Kabaddi in Hindi

हॉकी खेल के प्रकार –

विभिन्न देशों को विभिन्न प्रकार का हॉकी का खेल खेला जाता है जैसे आइसलैंड में आइस हॉकी खेली जाती है उसी प्रकार अन्य देशों में बैंडी, मैदानी हॉकी, स्लेज हॉकी, रोलर हॉकी, आइस स्लेज हॉकी, स्ट्रीट हॉकी, सड़क हॉकी, मेज़ हॉकी, रिंक हॉकी, वायु हॉकी, शिन्नी, जल हॉकी आदि है

हॉकी खेल के नियम –

1. हॉकी 15-15 मिनट के चार क्वार्टर में खेला जाता है

2. अगर मैदान में किसी खिलाड़ी के 5 मीटर के दायरे में कोई अन्य खिलाड़ी हो तो वह खिलाड़ी अपनी हॉकी स्टिक को 18 इंच से ऊपर नहीं उठा सकता है और अगर कोई खिलाड़ी ऐसा करता है तो इसे “हाई बैक लिफ्ट” कहां जाता है. इसके बाद अंपायर सिटी बजाकर फ्री हिट का इशारा करता है.

3. अगर हॉकी खेलते वक्त गेंद किसी खिलाड़ी के पांव या जूते से टकरा जाए तो उसे “कैरीड फाउल” कहते है. इसके बाद अंपायर सिटी बजाकर फ्री हिट का इशारा करता है.

4. हॉकी खेलते वक्त गेंद को जोर से मारकर उछाल नहीं सकते हैं ऐसा करने पर “रेज्ड बॉल फाउल” माना जाता है और अंपायर द्वारा फ्री हिट दी जाती है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हॉकी बॉल को उछाल कर पास नहीं किया जा सकता.

अगर किसी खिलाड़ी को बॉल को उछाल कर अपनी टीम के खिलाड़ी को पास करना है तो उसे देखना होगा कि दूसरे खिलाड़ी के पास कोई अन्य खिलाड़ी नहीं है और साथ ही उसके पास भी कोई अन्य खिलाड़ी नहीं होना चाहिए.

5. हॉकी के मैदान में आमतौर पर गेंद को छूने की मनाही होती है लेकिन अगर हवाई शॉट मारा गया हो तो गेंद को कैच लिया जा सकता है. लेकिन इसमें भी एक नियम है जो भी खिलाड़ी गेंद को कैच लेता है उसको तुरंत गेंद को अपने स्टिक पर रखना होता है.

6. हॉकी के मैदान में अगर 2 टीम हॉकी खेल रही है तो अगर अंपायर को ऐसा लगता है कि खिलाड़ी आपस में लड़ रहे हैं या फिर कोई दुर्घटना हो सकती है तो अंपायर सिटी बजाकर डेंजरस प्ले का इशारा करता है और फ्री हिट मिल जाती है.

7. हॉकी खेल में गोल के आगे बनी वृत्ताकार लाइन के अंदर गोल होने से बचाने के लिए सिर्फ गोलची ही गोल होने से बचा सकता है अगर अन्य कोई खिलाड़ी गोल होने से बचाने का प्रयास करता है

तो यह फाउल माना जाएगा और अंपायर “पेनल्टी स्ट्रोक” दे देगा, इसका मतलब गोलमुख के सामने दूसरी टीम के खिलाड़ी सिर्फ 7 गज से शॉट लेंगे और उसे बचाने के लिए खड़ा होगा सिर्फ आपका गोलची.

8. हॉकी में खिलाड़ियों द्वारा गंभीर गलती करने पर अंपायर द्वारा तीन प्रकार के कार्ड दिखाए जाते है इनका मतलब इस प्रकार है-

पीला कार्ड – यह कार्ड खिलाड़ी से थोड़ी भूल चूक होने पर अंपायर द्वारा दिखाया जाता है जिसके बाद खिलाड़ी को खेल से 2 मिनट के लिए बाहर निकाल दिया जाता है.

हरा कार्ड – यह कार्ड खिलाड़ी को मध्यम श्रेणी की भूल होने पर दिखाया जाता है जिसके बाद खिलाड़ी को खेल से 5 मिनट के लिए बाहर निकाल दिया जाता है.

लाल कार्ड – यह कार्ड खिलाड़ी से बड़ी गलती होने पर दिखाया जाता है जिसके बाद खिलाड़ी को मैच से बाहर कर दिया जाता है.

हॉकी खेलने के उपकरण (Hockey kit) –

हॉकी खेलने के लिए वैसे तो ज्यादा उपकरणों की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन जो खिलाड़ी प्रोफेशनल रूप से हॉकी खेलते है उनके लिए हॉकी किट होनी आवश्यक है – पिंडली पैड, मोजे, स्केटस, कंधो के पैड्स, कोनी का गद्दा, गर्दन गार्ड, हॉकी दस्ताने, पूर्ण पिंजरे के साथ हेलमेट, मुँह रक्षक, हॉकी की छड़ी, सुरक्षात्मक कप (पुरुषों के गुप्तांग की रक्षा के लिए कप), बॉल.

कैसे खेली जाती है हॉकी –

हॉकी खुले मैदान में खेले जाने वाला खेल है इस खेल को खेलने के लिए प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते है और इसमें 92 मीटर लंबा और 52 से 56 मीटर चौड़ा मैदान होता है जिस को दो बराबर भागों में दोनों टीम के खिलाड़ियों के लिए मैदान को बराबर भागों में बांट दिया जाता है.

फिर अंपायर द्वारा टॉस किया जाता है कि कौन सी टीम पहले खेलेगी फिर मैदान के दोनों सिरों पर गोल मारने के लिए गोल बने होते है यह खेल कुछ हद तक फुटबॉल की तरह ही है.

इस खेल को कुल 60 मिनट तक खेला जाता है जिसमें 15-15 मिनट के 4 क्वार्टर होते है. कुछ वर्षों पहले तक इस खेल की समय अवधि 70 मिनट होती थी जिसमें 35-35 मिनट के दो पड़ाव में इस खेल को खेला जाता था.

खेल प्रारंभ होने के पश्चात खिलाड़ियों द्वारा नियमों का पालन करते हुए एक दूसरे के विपरीत गोल करने होते है जो भी टीम 60 मिनट की समय अवधि में अधिक गोल करती है उस टीम को विजयी घोषित कर दिया जाता है.

हॉकी खेलने के लाभ –

1. हॉकी खेलने से शरीर स्वस्थ और तंदुरुस्त बना रहता है.

2. इस खेल को खेलने से शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता है.

3. हॉकी खेलने से सोचने समझने की शक्ति बढ़ जाती है.

4. इस खेल को खेलने के कारण बच्चों में एकाग्रता बढ़ती है जिससे पढ़ाई करने में उन्हें कोई बाधा नहीं होती है.

5. हॉकी का खेल खेलने से हाथों व पैरों की मांसपेशियां मजबूत हो जाती है.

6. हॉकी खेलने से शरीर में अत्यधिक पसीना आता है जिसके कारण शरीर की सारी गंदगी पसीने के रूप में बाहर निकल जाती है.

7. इस खेल को खेलने से बच्चों में बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है.

8. यह खेल एक टीम के रूप में खेला जाता है जिसके कारण जो भी लोग इसे खेलते हैं उनमें भाईचारे की भावना उत्पन्न होती है.

9. यह खेल खेलना जितना सरल लगता है उतना ही खतरनाक भी है इसलिए जो भी व्यक्ति खेल को खेलते हैं उनमें साहस और आत्मविश्वास की भावना अपने आप विकसित हो जाती है.

10. जो भी खिलाड़ी या व्यक्ति हॉकी खेल खेलता है वह कभी भी मोटापे का शिकार नहीं होता है.

11. इस खेल को खेलने से शरीर हष्ट-पुष्ट हो जाता है.

12. हॉकी का खेल, खेल से कार्य क्षमता में बढ़ोतरी होती है और आलस्य नहीं होता है.

यह भी पढ़ें –

फुटबॉल पर निबंध – Essay on Football in Hindi

हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Essay on Hockey in Hindi  पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

1 thought on “हॉकी पर निबन्ध – Essay on Hockey in Hindi”

Leave a comment cancel reply.

HindiVyakran

  • नर्सरी निबंध
  • सूक्तिपरक निबंध
  • सामान्य निबंध
  • दीर्घ निबंध
  • संस्कृत निबंध
  • संस्कृत पत्र
  • संस्कृत व्याकरण
  • संस्कृत कविता
  • संस्कृत कहानियाँ
  • संस्कृत शब्दावली
  • पत्र लेखन
  • संवाद लेखन
  • जीवन परिचय
  • डायरी लेखन
  • वृत्तांत लेखन
  • सूचना लेखन
  • रिपोर्ट लेखन
  • विज्ञापन

Header$type=social_icons

  • commentsSystem

हॉकी पर छोटा निबंध। Short Essay on Hockey in Hindi

हॉकी पर छोटा निबंध। Short Essay on Hockey in Hindi : हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है। हॉकी एक लोकप्रिय खेल है जिस प्रकार यह खेल भारतवर्ष में कई वर्षों से खेला जा रहा है उससे यह प्रतीत होता है कि यह अखिल भारतीय है। वास्तविकता यह है कि भारतवर्ष में हॉकी को अंग्रेजों ने शुरू किया था। भारतीय इस खेल में दक्ष हो गए और अंतरराष्ट्रीय मैचों में विजय प्राप्त करके नाम कमाया। हॉकी का खेल दो टीमों के मध्य खुले मैदान में खेला जाता है। प्रत्येक टीम में 11 11 खिलाड़ी होते हैं। प्रत्येक टीम गोल करने का प्रयत्न करती है। हॉकी का मैदान 92 मीटर लंबा और 52 मीटर चौड़ा होता है। हॉकी के खेल में हल्के मजबूत और सही नाप के कैनवास के जूते¸झंडिया¸गोल के खंभे तथा तख्ते तथा गोल की जालियां आदि चीजें काम आती हैं। हॉकी का खिलाड़ी स्वास्थ्य तथा मजबूत होना चाहिए।

Twitter

100+ Social Counters$type=social_counter

  • fixedSidebar
  • showMoreText

/gi-clock-o/ WEEK TRENDING$type=list

  • गम् धातु के रूप संस्कृत में – Gam Dhatu Roop In Sanskrit गम् धातु के रूप संस्कृत में – Gam Dhatu Roop In Sanskrit यहां पढ़ें गम् धातु रूप के पांचो लकार संस्कृत भाषा में। गम् धातु का अर्थ होता है जा...
  • दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद - Do Mitro ke Beech Pariksha Ko Lekar Samvad Lekhan दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद लेखन : In This article, We are providing दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद , परीक्षा की तैयार...

' border=

RECENT WITH THUMBS$type=blogging$m=0$cate=0$sn=0$rm=0$c=4$va=0

  • 10 line essay
  • 10 Lines in Gujarati
  • Aapka Bunty
  • Aarti Sangrah
  • Akbar Birbal
  • anuched lekhan
  • asprishyata
  • Bahu ki Vida
  • Bengali Essays
  • Bengali Letters
  • bengali stories
  • best hindi poem
  • Bhagat ki Gat
  • Bhagwati Charan Varma
  • Bhishma Shahni
  • Bhor ka Tara
  • Boodhi Kaki
  • Chandradhar Sharma Guleri
  • charitra chitran
  • Chief ki Daawat
  • Chini Feriwala
  • chitralekha
  • Chota jadugar
  • Claim Kahani
  • Dairy Lekhan
  • Daroga Amichand
  • deshbhkati poem
  • Dharmaveer Bharti
  • Dharmveer Bharti
  • Diary Lekhan
  • Do Bailon ki Katha
  • Dushyant Kumar
  • Eidgah Kahani
  • Essay on Animals
  • festival poems
  • French Essays
  • funny hindi poem
  • funny hindi story
  • German essays
  • Gujarati Nibandh
  • gujarati patra
  • Guliki Banno
  • Gulli Danda Kahani
  • Haar ki Jeet
  • Harishankar Parsai
  • hindi grammar
  • hindi motivational story
  • hindi poem for kids
  • hindi poems
  • hindi rhyms
  • hindi short poems
  • hindi stories with moral
  • Information
  • Jagdish Chandra Mathur
  • Jahirat Lekhan
  • jainendra Kumar
  • jatak story
  • Jayshankar Prasad
  • Jeep par Sawar Illian
  • jivan parichay
  • Kashinath Singh
  • kavita in hindi
  • Kedarnath Agrawal
  • Khoyi Hui Dishayen
  • Kya Pooja Kya Archan Re Kavita
  • Madhur madhur mere deepak jal
  • Mahadevi Varma
  • Mahanagar Ki Maithili
  • Main Haar Gayi
  • Maithilisharan Gupt
  • Majboori Kahani
  • malayalam essay
  • malayalam letter
  • malayalam speech
  • malayalam words
  • Mannu Bhandari
  • Marathi Kathapurti Lekhan
  • Marathi Nibandh
  • Marathi Patra
  • Marathi Samvad
  • marathi vritant lekhan
  • Mohan Rakesh
  • Mohandas Naimishrai
  • MOTHERS DAY POEM
  • Narendra Sharma
  • Nasha Kahani
  • Neeli Jheel
  • nursery rhymes
  • odia letters
  • Panch Parmeshwar
  • panchtantra
  • Parinde Kahani
  • Paryayvachi Shabd
  • Poos ki Raat
  • Portuguese Essays
  • Punjabi Essays
  • Punjabi Letters
  • Punjabi Poems
  • Raja Nirbansiya
  • Rajendra yadav
  • Rakh Kahani
  • Ramesh Bakshi
  • Ramvriksh Benipuri
  • Rani Ma ka Chabutra
  • Russian Essays
  • Sadgati Kahani
  • samvad lekhan
  • Samvad yojna
  • Samvidhanvad
  • Sandesh Lekhan
  • sanskrit biography
  • Sanskrit Dialogue Writing
  • sanskrit essay
  • sanskrit grammar
  • sanskrit patra
  • Sanskrit Poem
  • sanskrit story
  • Sanskrit words
  • Sara Akash Upanyas
  • Savitri Number 2
  • Shankar Puntambekar
  • Sharad Joshi
  • Shatranj Ke Khiladi
  • short essay
  • spanish essays
  • Striling-Pulling
  • Subhadra Kumari Chauhan
  • Subhan Khan
  • Suchana Lekhan
  • Sudha Arora
  • Sukh Kahani
  • suktiparak nibandh
  • Suryakant Tripathi Nirala
  • Swarg aur Prithvi
  • Tasveer Kahani
  • Telugu Stories
  • UPSC Essays
  • Usne Kaha Tha
  • Vinod Rastogi
  • Vrutant lekhan
  • Wahi ki Wahi Baat
  • Yahi Sach Hai kahani
  • Yoddha Kahani
  • Zaheer Qureshi
  • कहानी लेखन
  • कहानी सारांश
  • तेनालीराम
  • मेरी माँ
  • लोककथा
  • शिकायती पत्र
  • हजारी प्रसाद द्विवेदी जी
  • हिंदी कहानी

RECENT$type=list-tab$date=0$au=0$c=5

Replies$type=list-tab$com=0$c=4$src=recent-comments, random$type=list-tab$date=0$au=0$c=5$src=random-posts, /gi-fire/ year popular$type=one.

  • अध्यापक और छात्र के बीच संवाद लेखन - Adhyapak aur Chatra ke Bich Samvad Lekhan अध्यापक और छात्र के बीच संवाद लेखन : In This article, We are providing अध्यापक और विद्यार्थी के बीच संवाद लेखन and Adhyapak aur Chatra ke ...

' border=

Join with us

Footer Logo

Footer Social$type=social_icons

  • loadMorePosts
  • Now Trending:
  • Nepal Earthquake in Hind...
  • Essay on Cancer in Hindi...
  • War and Peace Essay in H...
  • Essay on Yoga Day in Hin...

HindiinHindi

Essay on hockey in hindi हॉकी पर निबंध.

Essay on Hockey in Hindi language. हॉकी पर निबंध। Today we will write Hindi essay on Hockey. Essay on Hockey in Hindi is important because it is our national game. One of the most common asked question in Hindi essay is “Essay on Hockey in Hindi Language”. Essay on Hockey in Hindi is asked in 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12.

Essay on Hockey in Hindi

Essay on Hockey in Hindi in 300 Words

बुजुर्ग कह गए हैं कि तेज दिमाग के लिए शरीर का सेहतमंद होना बहुत जरूरी है। ठीक ही तो है, जब तक हमारा शरीर चुस्त नहीं होगा, तब तक हम कोई भी काम अच्छे ढंग से भला कैसे कर पाएँगे? सेहत अच्छी रखने का सबसे मजेदार तरीका है, खेल। पूरी दुनिया में हजारों तरह के खेल खेले जाते हैं, जिनमें से एक है, हॉकी।

हम हिंदुस्तानियों के लिए हॉकी बहुत खास है, क्योंकि यह हमारा राष्ट्रीय खेल है। इसे हॉकी स्टिक और गेंद के साथ खेला जाता है। ध्यानचंद, उधम सिंह, बलबीर सिंह, धनराज पिल्लै जैसे खिलाडियों ने इस खेल में भारत का नाम खूब रोशन किया है।

हमारे देश में हॉकी 150 साल से भी पहले से खेली जा रही है। सबसे पहले 1928 में एम्सटर्डम में हुए ओलंपिक खेलों में भारतीयों ने पूरी दुनिया के सामने यह खेल खेला। धीरे-धीरे हमारे खिलाड़ी इस खेल में इतने माहिर हो गए कि 1928 से 1956 तक उन्होंने पूरी दुनिया में इस खेल में अपना वर्चस्व बनाए रखा। इस दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने ओलंपिक खेलों में लगातार 6 बार स्वर्ण पदक जीते। तब भारत ने 24 हॉकी मैच खेले और सभी जीते।

1960 के फाइनल मैच में भारत की टीम पाकिस्तान से हार गई, लेकिन 1964 के टोक्यो ओलंपिक्स में हमारी टीम ने एक बार फिर धुआँधार वापसी की और स्वर्ण पदक जीत लिया। 1980 के मॉस्को ओलंपिक में भी यही जीत दोहराई गई। लेकिन अब यह सिलसिला टूट चुका है। हमने इस खेल पर ध्यान देना कम कर दिया था, पर अब सरकार और हॉकी संगठन कोशिश कर रहे हैं कि एक बार फिर हमारे हॉकी खिलाड़ी पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन करें।

Essay on Hockey in Hindi in 500 Words

हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है जिसे दुनिया के सभी देशों द्वारा खेला जाता है जैसे- हॉलैंड, जर्मनी, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड। यह एक तेज खेले जाने वाला खेल है, जो दो टीमों के बीच बहुत जोश से खेला जाता है। बहुत ही रुचि और आनंद का खेल है, जिसमें बहुत ज्यादा गतिविधियाँ और अनिश्चितताएं शामिल होती हैं।

भारत 1928 में हॉकी का विश्व कप जीत चुका है और इसके इलावा ओलंपिक खेलों में भी भारत 6 बार स्वर्ण पदक जीत चुका है। 1928 से लेकर 1956 तक का सफर भारतीय हॉकी के लिए बहुत ही शानदार रहा है जिसकी वजह से हॉकी के खेल में भारत ने खूब नाम कमाया है। उस वक़्त हॉकी के खिलाड़ियों (ध्यान चन्द, अजीत पाल सिंह, धनराज पिल्लै, अशोक कुमार, ऊधम सिंह, बाबू निमल, बलबीर सिंह सीनियर, मोहम्मद शाहिद, गगन अजीत सिंह, लेस्ली क्लॉडियस) ने सभी का दिल जीत लिया था और आज भी हॉकी भारत में बहुत अच्छी खेली जाती है लेकिन हॉकी को इतना सम्मान नहीं मिल रहा जितना कि इसे पहले मिलता था।

हॉकी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। यह हमारे शरीर की सहनशक्ति को सुधारने में हमारी मदद करता है। हॉकी खेलने वाले व्यक्ति हमेशा अपनी जिंदगी में प्रयास और लगन से काम नियमित रुप से करते रहते हैं जो उन्हें आगे बढ़ने मैं प्रेरित करता रहता है।

हॉकी एक मैदान में खेले जाने वाला खेल है, हलाकि ये खेल बिलकुल भी आसान नहीं है, पर इस खेल का नियमित अभ्यास करके इसे अच्छी तरह से खेला जा सकता है। प्रत्येक टीम ने 11 -11 खिलाड़ी होते हैं और इन सभी खिलाड़ियों का लक्ष्य अधिक अंक प्राप्त करना होता है जो अपनी हॉकी के द्वारा गेंद को मारते मारते गोल करने पर मिलते है। 11 – 11 खिलाड़ियों वाली दो टीमों में 5 आगे (फॉरवर्ड), दो पूरी तरह से पीछे की ओर (फुल बैक), 3 थोड़े पीछे की ओर (हॉफ फुल बैक)और एक गोल-कीपर के रुप में बँटे होते हैं।

भविष्य में इस खेल को नियमित रखने के लिए युवाओं का प्यार कभी भी काम नहीं होगा पर सुविधाओं की कमी के कारण हॉकी के खेल को भारत में बहुत नुकसान पहुंचा हे। जरूरत हे तो सरकार दवरा इस खेल को बढ़ाव देने की और सभी सुविधाओं देने की।

Other Hindi Essay

Essay on Cricket in Hindi

Essay on Football in Hindi

Essay on Sports in Hindi

Thank you for reading. Don’t forget to give us your feedback.

अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे।

Share this:

  • Click to share on Facebook (Opens in new window)
  • Click to share on Twitter (Opens in new window)
  • Click to share on LinkedIn (Opens in new window)
  • Click to share on Pinterest (Opens in new window)
  • Click to share on WhatsApp (Opens in new window)

About The Author

essay on hockey in hindi

Hindi In Hindi

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Email Address: *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

HindiinHindi

  • Cookie Policy
  • Google Adsense

ESSAY KI DUNIYA

HINDI ESSAYS & TOPICS

Essay on Hockey in Hindi – हॉकी पर निबंध

October 16, 2017 by essaykiduniya

यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में हॉकी पर निबंध मिलेगा। Here you will get Paragraph, Short and Long Essay on Hockey in Hindi Language/ Mera Priya khel Hockey for students of all Classes in 200, 300 and 400 words.

Essay on Hockey in Hindi – हॉकी पर निबंध

essay on hockey in hindi

Essay on Hockey in Hindi – हॉकी पर निबंध ( 200 words )

हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है। यह अंग्रेजों द्वारा भारत में लाया गया था लेकिन आधुनिक हॉकी की शुरूआत 1886 में हॉकी ऐशोसिएसन की स्थापना के बाद हुई थी। भारतीय खिलाड़ी हॉकी खेलने में दक्ष है और पास देने में कुशल है। हॉकी खेलने के लिए एक 92 फूट लंबा और 52-56 फूट चौड़ा मैदान चाहिए होता है। हॉकी खेलने के लिए एक स्टीक, गेंद , खुले कपड़े और जुते चाहिए होते हैं। हॉकी में दो टीमें होती है जिसमें प्रत्येक टीम में 11 सदस्य होते है। हर टीम को गोल करना होता है।

सर्वप्रथम हॉकी का अंतराष्ट्रीय मैच इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच में 1895 में खेला गया था। 1908 में हॉकी को ओलंपिक में शामिल किया गया था। 1928 में भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में भाग लिया था। 1936 में भारत की टीम के कप्तान ध्यानचंद को हॉकी का जादुगर कहा जाता है। वह गेंद को इस तरह नियंत्रित रखते थे मानो वह स्टीक से चिपकी हुई हो। भारतीय टीम ने हॉकी का मैच जीतकर अपना सिक्का जमाया है। भारतीय खिलाड़ी गेंद पर अच्छा नियंत्रण रखते हैं। यह भारतीयों के लोकप्रिय खेल में से एक है। पुरूषों की तरह महिलाएँ भी हॉकी खेलती है और उनकी भी अपनी टीम है।

Essay on Hockey in Hindi – हॉकी पर निबंध ( 300 Words ) 

हॉकी जो हमारी राष्ट्रीय खेल है वह मेरा पसंदीदा गेम है कई सालों तक हम विश्व चैंपियन थे। यह खेल बहुत आसान है। बीस खिलाड़ी इस खेल को खेलने के लिए आवश्यक है।

सभी प्रमुख खेलों में से – क्रिकेट, फुटबॉल हॉकी और टेनिस, मैं हॉकी को प्राथमिकता देता हूं। यह एक मर्दाना गेम है और सबसे दिलचस्प है। यह मुझे मजबूत और स्वस्थ बनाता है हॉकी रे पसंदीदा गेम है और शायद कोई अच्छा मैच नहीं है जिसे मैं याद करता हूं। मैं इसे पसंद नहीं बल्कि हॉकी का एक अच्छा खिलाड़ी भी हूं। मैं अपने स्कूल ग्यारह के कप्तान रहा हूँ अंतिम रविवार मैं एक दिलचस्प मैच देखने गया।

इंटर स्कूल हॉकी टूर्नामेंट के दौरान यह दो स्थानीय टीमों के बीच खेला गया था। यह एक अंतिम मैच था। दोनों टीमें खेल मैदान में 5.30 पी.एम. खिलाड़ी अपने संबंधित वर्दी में थे-सफेद और नीला

टॉस के तुरंत बाद खेल शुरू हुआ यह बहुत शुरुआत से तेज था नीले रंग की वर्दी के साथ टीम शुरू हुई। यह दूसरी टीम को दबा देना शुरू कर दिया उसके बाद के केंद्र में आगे की तरफ से गेंद आगे बढ़ी और फिर इसे सही पर साथी को दे दिया। यह साथी जो ‘डी’ में पहले से ही था, वह गेंद को मुश्किल से मारा बॉल, हालांकि, गोलपोस्ट पर उतरी टीम ने, इसलिए, एक लक्ष्य को कम करने से चूक गई।

खेल अब बहुत रोमांचक हो गया है। गेंद को दूसरी टीम ने पकड़ा था। उनका केंद्र-आगे गेंद को आगे बढ़ाया और जल्द ही ‘डी’ में था। गेंद को मारने से पहले, उसे पूर्ण-बैक द्वारा बनाया गया था।

पहले रुकने के दौरान, कोई भी टीम किसी भी गोल को स्कोर कर सकती थी आधे समय के बाद ज्वार की बारी थी। द ब्लूज़ ने अपने विरोधियों को दबाया, बहुत कठिन। लेकिन दूसरी टीम के पीठ और आधे पीठ ने खुद को इतने अच्छे से बचाव किया कि वे हर बार विफल रहे।

अब दूसरी टीम की बारी थी उनके केंद्र-आगे ने फिर से गेंद को ले लिया, ‘डी’ में पहुंचे और गेंद को गोल में भेज दिया। एक लक्ष्य बनाया गया था। ज़ोर से खेल ताली बजाने के बीच फिर से शुरू हुआ। ब्लूज़ थोड़ा परेशान लग रहा था। कोई भी नहीं छोड़ रहा था उन्होंने एक और प्रयास किया इस बार वे एक गोल बनाने में सफल हुए।

यह अंतिम क्षण का प्रयास था बहुत जल्द समय समाप्त हो गया था और मैच ड्रॉ में समाप्त हुआ। मैच वास्तव में बहुत दिलचस्प था दोनों टीमों समान रूप से मिलान किया गया। खिलाड़ियों ने अच्छा खेल दिया और सच्चे खिलाड़ी भावनाओं में मैंने मैच का जादू देखा।

Essay on Hockey in Hindi – हॉकी पर निबंध ( 400 Words )

हॉकी ने हमेशा भारतीय खेल मैदान में गौरव का स्थान ग्रहण किया है। हालांकि मैं हॉकी नहीं खेलता हूं, मैं इस गेम को देखना पसंद करता हूं। मैं आपको एक ऐसे मैच का वर्णन करना चाहता हूं पिछला रविवार, मैं भारतीय ग्यारह और शेष भारत टीमों के बीच एक मैच देखने के लिए पर्याप्त भाग्यशाली था। यह पर आयोजित किया जा रहा था। ग्वालियर में हॉकी स्टेडियम यह एक प्रतिष्ठित मैच था। भारत के प्रधान मंत्री जैसे कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मंडप में खड़ा है लोगों से भरा, बेसब्री से शुरू करने के लिए मैच की प्रतीक्षा कर रहा है। खिलाड़ियों ने मैदान में चार पी में प्रवेश किया मीटर। भारत ग्यारह हल्का नीला शर्ट और नौसेना के नीले शॉर्ट्स में कपड़े पहने हुए थे।

जबकि शेष भारत टीम नारंगी और लाल रंग में तैयार की गई थी कई प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ियों जैसे जूड फिलिप्स और परगत सिंह दोनों टीमों के लिए खेल रहे थे। इन टीमों ने पहले बहुत ही अच्छे खेल खेला था, इसलिए उनके पास बहुत उम्मीदें थीं। धमकाने के समय से दोनों टीमों ने एक आक्रामक मैच खेले। एक टीम के हमले की प्रत्येक लहर दूसरे से हमले की दूसरी लहर के साथ प्रतिकार हो गई थी दोनों टीमें अच्छी छड़ी के काम और टीम के खेल का एक संयोजन का प्रदर्शन किया।

उनके ड्रिब्ब्लिंग और गलती से गेंद खेलने के लिए वेई उच्च गुणवत्ता का था। पहले छमाही में कोई लक्ष्य नहीं बनाया जा सकता है दूसरे छमाही में खेल फिर समान रूप से लड़ा था। हालांकि, खेल के पिछले दस मिनट में, परगट सिंह ने दाहिनी ओर से एक कदम बनाया। उन्होंने शेष भारत के लक्ष्य की दिशा में गेंद को ढंक दिया। जैसे ही वह हड़ताली क्षेत्र पर पहुंच गया, उसने गेंद को एक बड़ा हिट दिया। गेंद की चोंच गोलकीपर को भ्रमित करने के लिए पर्याप्त थी, जो इसे रोकने में नाकाम रही और गेंद नेट पर सीधे चली गई। पूरे स्टेडियम एक खुशी के उत्सव में उभर आया। शेष भारत ने इस लक्ष्य को अपने स्वयं के एक के साथ विरोध करने का प्रयास किया। वे सफल नहीं थे भारतीय ग्यारह के लिए 1-0 की जीत के साथ मैच समाप्त हो गया। उन्हें प्रधान मंत्री से एक क्रिस्टल ट्रॉफी मिली।

हम उम्मीद करेंगे कि आपको यह निबंध ( Essay on Hockey in Hindi – हॉकी पर निबंध ) पसंद आएगा।

More Articles: 

Essay on Cricket in Hindi – क्रिकेट पर निबंध

Essay on Badminton in Hindi – बैडमिंटन पर निबंध

Football Essay in Hindi – फुटबॉल पर निबंध

Paragraph on School Canteen in Hindi – स्कूल की कैंटीन पर अनुच्छेद

My Hobby in Hindi – मेरी रुचि पर अनुच्छेद

हॉकी पर निबंध – Essay on hockey in Hindi

हेलो दोस्तों, मैं आज आपके लिए लेकर आया हूँ हॉकी पर निबंध (Essay on hockey in Hindi). हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है, फिर भी बच्चों को क्रिकेट और फुटबॉल के बारे में जितना ज्ञान है वह शायद हॉकी के बारे में उतना नहीं है. अगर आपको भी हॉकी के बारे में कम जानकारी है, तो आपको चिंता करने की बात नहीं है. क्योंकि जब आप आगे बढ़ेंगे और हमारा लेख हॉकी खेल पर निबंध (Hockey essay in Hindi ) को पढ़ेंगे, तो आपको हॉकी के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी.

खेलों के साथ मनुष्य का संबंध घनिष्ठ है. किसे खेलना पसंद है, तो किसे खेल देखना पसंद है. सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का मुख्य लक्ष्य होता है की विभिन्न खेलों में भाग लेकर ख्याति प्राप्त कर देश का गौरव बढ़ाना है. ये खिलाड़ी कुछ खेल घर के अंदर खेलते हैं. कुछ अन्य खेलों का आयोजन खुली आकाश के निचे में किया जाता है. फुटबॉल, क्रिकेट, हॉकी, आदि खुले मैदान में खेले जाते हैं. हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है. इसे बेहतर बनाने के लिए भारतीय हॉकी संघ कोशिश कर रहा है.

संक्षिप्त इतिहास

यह माना जाता है कि हॉकी शब्द अंग्रेजी के शब्द ‘hook’ से आया है. कुछ लोगों का मानना ​​है कि यह खेल का जन्म यूरोपीय महाद्वीप में तेरहवीं शताब्दी में हुआ था. हॉकी उत्तर और दक्षिण अमेरिका, यूरोप और एशिया में देखने को मिलता है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हॉकी खेल समिति का गठन किया गया है और खेल के लिए नियम बनाए गए हैं. 1925 में भारतीय हॉकी महासंघ की उत्पत्ति. ध्यान चंद ट्रॉफी, नेहरू ट्रॉफी, रंगस्वामी कप, आगा खान कप, सिंधिया गोल्ड कप  आदि के लिए हॉकी प्रतियोगिताओं को राष्ट्रीय स्तर पर भारत के विभिन्न हिस्सों में आयोजित किया जा रहा है.

hockey par nibandh

हॉकी एक आयताकार मैदान पर खेला जाता है. मैदान तीन सौ फीट लंबा और एक सौ अस्सी फीट चौड़ा होता है. समतल खुले मैदान की सीमा रेखा द्वारा निर्धारित की जाती है. गोल पोस्ट बारह फीट चौड़ा और सात फीट ऊंचा होता है. गोल पोस्ट के सामने वाले हिस्से को छोड़कर सभी पक्ष नेट द्वारा कवर किए जाते हैं.

खेलों का उपकरण 

एक प्रकार की टेढ़ी स्टिक इसका मुख्य उपकरण है. इस खेल में आमतौर पर सफेद गेंदों का उपयोग किया जाता है. गेंद कॉर्क से बना है और चमड़े के साथ कवर किया गया है. मैदान पर बर्फ होने पर लाल गेंदों का उपयोग किया जाता है.

हॉकी दो टीमों के बीच खेला जाता है. प्रत्येक टीम में खिलाड़ियों की संख्या ग्यारह है. प्रत्येक टीम में एक गोलकीपर, दो बैक, तीन हाफबैक और पांच फॉरवर्ड खिलाड़ी होते हैं. टीम का मुख्य सदस्य कप्तान होता है. खेल को दो रेफरी या अंपायरों द्वारा प्रबंधित किया जाता है. टाइम कीपर और दो लाइन्समैन खेल प्रबंधन में सहायता करते हैं.

खिलाड़ी विशेष पोशाक पहनते हैं. गोलकीपर का पोशाक अन्य खिलाड़ियों के पोशाक से अलग होता है. खेल शुरू करने के लिए कौन सा पक्ष किस तरफ होगा, यह टॉस द्वारा निर्धारित किया जाता है. एक टीम दूसरे टीम को गोल देने की कोशिश करती है. गेंद को स्टिक से मारा जाता है. एक गोल तब होता है जब गेंद दूसरी तरफ गोल पोस्ट के बीच और क्रॉसबार के नीचे गोल लाइन को पार करती है. एक खिलाड़ी खेल के दौरान दूसरे खिलाड़ी को ब्लॉक करना दंडनीय अपराध है. यदि एक समय में, दोनों टीमों के खिलाड़ियां गलतियाँ करते हैं, तो खिलाड़ियों को वहां से ‘बुली’ कर दिया जाता है. गोलकीपर के अलावा कोई भी खिलाड़ी शरीर के अंगों की मदद से गेंद को रोक नहीं सकते है. हॉकी मैच का पहला भाग आमतौर पर पैंतीस मिनट तक रहता है. पांच मिनट का विश्राम समय होता है. फिर दूसरे हाफ में पैंतीस मिनट का खेल होता है. यदि इस समय के दौरान खेल का निर्णय नहीं लिया जाता है तो अतिरिक्त समय खेला जाता है. खेल के दौरान खिलाड़ी अपनी स्टिक नहीं बदलते हैं. खेल प्रारंभ से अंत तक सभी नियमों का ठीक से पालन किया जाता है. खेल के नियमों का उल्लंघन करने के लिए दंड हैं. अपराध के अनुसार कभी-कभी पेनल्टी कॉर्नर और पेनल्टी स्ट्रोक मारे जाते हैं. यदि आवश्यक हो, तो किसी भी खिलाड़ी को जुर्माने के रूप में खेल से या मैदान से हटा दिया जाता है.

हॉकी में भारत की सफलता

1928 के ओलंपिक नीदरलैंड के एम्स्टर्डम में आयोजित किए गए थे. भारतीय दल का नेतृत्व जयपाल सिंह कर रहे थे. कप्तान जयपाल और उनकी टीम ने उच्च गुणवत्ता वाले खेल का प्रदर्शन करके भारत के लिए स्वर्ण पदक लाए थे. विश्व ओलंपिक खेलों का आयोजन क्रमश: 1932,1936, 1948, 1952 और 1956 में लॉस एंजिल्स, बर्लिन, लंदन, हेलसिंकी और मेलबर्न में हुआ था. इन सभी जगहों पर भारतीय टीम को उच्च गुणवत्ता के खेल का प्रदर्शन करके हॉकी चैंपियन होने का सम्मान प्राप्त किया था. भारत ने 1964 और 1980 में स्वर्ण पदक भी जीते हैं. 1980 के मास्को ओलंपिक के बाद, भारत अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है. एक समय था जब भारतीय हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद सभी का ध्यान आकर्षित कर सकते थे. दर्शकों उन्हें ‘हॉकी जादूगर’ कहते थे. उनकी हॉकी स्टिक को मैजिक स्टिक कहा जाता था.

भारत के लिए हॉकी खेलने वाले खिलाड़ियों में रूप सिंह, गुरमीत सिंह, पृथ्वीराज सिंह, अजितपाल सिंह, दिग्विजय सिंह, मोहम्मद जाफर, दिलीप तिर्की, मोहम्मद हुसैन, मोहम्मद यूसुफ, एरिक पेनिगर, संदीप सिंह और अन्य शामिल हैं.

महिला हॉकी विश्व कप

2010 में अर्जेंटीना ने हॉकी का महिला विश्व कप जीता था. फाइनल में नीदरलैंड को 3-1 से हराया था. अर्जेंटीना ने 2002 के बाद दूसरी बार 2010 में हॉकी विश्व कप जीता. 2010 में, भारत टूर्नामेंट में नौवें स्थान पर रहा.

भारत की महिला हॉकी टीम

जिन खिलाड़ियों को भारतीय महिला हॉकी टीम में खेलने का मौका मिला है, उनमें विनीता टोप्पो, सुभद्रा प्रधान, जयदीप कौर, असुंता लकड़ा, किरण द्वीप कौर, मुक्ता प्रभा बारला, दीपिका ठाकुर, रितु रानी, ​​सुरिंदर कौर, सबा अंजुम, रानी रामपाल, सलीमा टेटे और नेहा गोयल शामिल हैं.

भारत की महिला हॉकी टीम अक्टूबर 2010 में नई दिल्ली में 19 वें राष्ट्रमंडल खेल ( commonwealth games ) में पांचवें स्थान पर रही थी.

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेलकूद की आवश्यकता होती है. हॉकी खेलने से स्वास्थ्य में सुधार होता है और अनुशासन बढ़ता है. मन में आत्मविश्वास आता है. अच्छे खिलाड़ियों को नौकरी के अवसर मिलते हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन होने से देशों के बीच अच्छे संबंध स्थापित होते हैं. खेलों से दुनिया में शांति कायम करने में मदद मिलने की उम्मीद है. हॉकी में जीत भारतीय राष्ट्रवाद और स्वाभिमान का प्रतीक है. भारत को ओलंपिक खेलों में खुद को स्थापित करने की जरूरत है.

हॉकी पर निबंध 10 लाइन

  • हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है.
  • हॉकी अन्य देशों में भी लोकप्रिय है.
  • भारत हॉकी में विश्व विजेता रह चुका है.
  • इस खेल में दो टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेलती हैं.
  • प्रत्येक खिलाड़ी के हाथ में हॉकी स्टिक होती है.
  • भारत ने हॉकी में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते हैं.
  • हॉकी के कई रूप हैं.
  • जिसमें आइस हॉकी, रोलर हॉकी, फील्ड हॉकी आदि हैं.
  • मुझे अपने दोस्तों के साथ हॉकी खेलने का भी शौक है.
  • भारत की महिला हॉकी टीम भी अपनी प्रतिष्ठा स्थापित कर रही है.  

आपके लिए :-

  • खेलकूद का महत्व पर निबंध
  • फुटबॉल पर निबंध
  • क्रिकेट पर निबंध
  • ओलंपिक खेलों पर निबंध

यह था हमारा लेख हॉकी पर निबंध (Essay on hockey in Hindi). उम्मीद है यह निबंध आपको पसंद आया होगा. हॉकी के ऊपर आपके पास और कुछ जानकारी है तो हमें जरूर बताएं. अगर ये निबंध पसंद आया है, तो यह निबंध को शेयर करना न भूलें. मिलते हैं अगले लेख में. धन्यवाद. 

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

हॉकी पर निबंध | Essay on Hockey | Hindi

essay on hockey in hindi

राष्ट्रीय खेल: हॉकी पर निबंध! Here is an essay on ‘National Game- Hockey’ in Hindi language.

भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी विश्व के लोकप्रिय खेलों में से एक है । इसकी शुरूआत कब हुई ? यह तो निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता, किन्तु ऐतिहासिक साक्ष्यों से सैकड़ों वर्ष पहले भी इस प्रकार का खेल होने के प्रमाण मिलते है । आधुनिक हॉकी खेलों का जन्मदाता इंग्लैण्ड को माना जाता है ।

भारत में भी आधुनिक हॉकी की शुरूआत का श्रेय अंग्रेजों को ही जाता है । हॉकी के अन्तर्राष्ट्रीय मैचों की शुरूआत 19वीं शताब्दी में हुई थी । इसके बाद बीसवीं शताब्दी में वर्ष 1924 में अन्तर्राष्ट्रीय हॉकी संघ की स्थापना पेरिस में हुई ।

विश्व के सबसे बड़े अन्तर्राष्ट्रीय खेल आयोजन ‘ओलम्पिक’ के साथ-साथ ‘राष्ट्रमण्डल खेल’ एवं ‘एशियाई खेलों’ में भी हॉकी को शामिल किया जाता है । वर्ष 1971 में पुरुषों के हॉकी विश्वकप की एवं वर्ष 1971 में महिलाओं के हॉकी विश्वकप की शुरूआत हुई ।

ADVERTISEMENTS:

न्यूनतम निर्धारित नियत समय में परिणाम देने में सक्षम होना इस खेल की प्रमुख विशेषता है । हॉकी मैदान में खेला जाने वाला खेल है । बर्फीले क्षेत्रों में बर्फ के मैदान पर खेली जानी वाली आइस हॉकी भारत में लोकप्रियता अर्जित नहीं कर सकी है ।

दो दलों के बीच खेले जाने वाले खेल हॉकी में दोनों दलों के 11-11 खिलाड़ी भाग लेते हैं । आजकल हॉकी के मैदान में कृत्रिम घास का प्रयोग भी किया जाने लगा है । इस खेल में दोनों टीमें स्टिक की सहायता से रबड़ या कठोर प्लास्टिक की गेंद को विरोधी टीम के नेट या गोल में डालने का प्रयास करती हैं ।

यदि विरोधी टीम के नेट में गेंद चली जाती है, तो उसे एक गोल कहा जाता है । जो टीम विपक्षी टीम के विरुद्ध अधिक गोल बनाती है, उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है ।

मैच में विभिन्न प्रकार के निर्णय एवं खेल पर नियन्त्रण के लिए रेफरी को तैनात किया जाता है । मैच बराबर रहने की दशा में परिणाम निकालने के लिए विशेष व्यवस्था भी होती है ।

राष्ट्रीय खेल हॉकी की बात आते ही तत्काल मेजर ध्यानचन्द का स्मरण हो आता है, जिन्होंने अपने करिश्माई प्रदर्शन से पूरी दुनिया को अचम्भित कर खेलों के इतिहास में अपना नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित करवा लिया । हॉकी के मैदान पर जब वह खेलने उतरते थे, तो विरोधी टीम को हारने में देर नहीं लगती थी ।

उनके बारे में यह कहा जाता है कि वे किसी भी कोण से गोल कर सकते थे । यही कारण है कि सेण्टर फॉरवर्ड के रूप में उनकी तेजी और जबरदस्त फुर्ती को देखते हुए उनके जीवनकाल में ही उन्हें ‘हॉकी का जादूगर’ कहा जाने लगा था । उन्होंने इस खेल को नवीन ऊँचाइयाँ दीं ।

मेजर ध्यानचन्द का जन्म 29 अगस्त, 1905 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर में हुआ था । वे बचपन में अपने मित्रों के साथ पेड़ की डाली की स्टिक और कपड़ों की गेंद बनाकर हॉकी खेला करते थे । 23 वर्ष की उम्र में ध्यानचन्द वर्ष 1928 के एम्सटर्डम ओलम्पिक में पहली बार भाग ले रही भारतीय हॉकी टीम के सदस्य चुने गए थे ।

उनके प्रदर्शन के दम पर भारतीय हॉकी टीम ने तीन बार वर्ष 1928 के एम्सटर्डम ओलम्पिक, वर्ष 1932 के लॉस एंजिल्स ओलम्पिक एवं वर्ष 1936 के बर्लिन ओलम्पिक में स्वर्ण पदक प्राप्त कर राष्ट्र को गौरवान्वित किया था । यह भारतीय हॉकी को उनका अविस्मरणीय योगदान है ।

ध्यानचन्द की उपलब्धियों को देखते हुए ही उन्हें विभिन्न पुरस्कारों एवं सम्मानों से सम्मानित किया गया । वर्ष 1956 में 51 वर्ष की आयु में जब वे भारतीय सेना के मेजर पद से सेवानिवृत्त हुए, तो उसी वर्ष भारत सरकार ने उन्हें ‘पद्म भूषण’ से अलंकृत किया ।

उनके जन्मदिन 29 अगस्त को ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की गई । मेजर ध्यानचन्द के अतिरिक्त धनराज पिल्लै, दिलीप टिर्की, अजीतपाल सिंह, असलम शेर खान, परगट सिंह इत्यादि भारत के अन्य प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी रहे हैं ।

देश में राष्ट्रीय खेल हॉकी का विकास करने के लिए वर्ष 1925 में ग्वालियर में अखिल भारतीय हॉकी संघ की स्थापना की गई थी । यदि ओलम्पिक खेलो में भारतीय टीमों के प्रदर्शन की बात की जाए, तो वर्ष 2014 तक देश को कुल 24 पदक प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 11 पदक अकेले भारतीय हॉकी टीम ने ही हासिल किए हैं ।

हॉकी में प्राप्त 11 पदकों में से 8 स्वर्ण, 1 रजत एवं 2 काँस्य पदक शामिल हैं । वर्ष 1928 से लेकर वर्ष 1956 तक लगातार छ: बार भारत ने ओलम्पिक खेलों में हॉकी का स्वर्ण पदक जीतने में सफलता पाई ।

इसके अतिरिक्त, भारत ने वर्ष 1964 एवं 1980 में भी स्वर्ण पदक प्राप्त किया । हॉकी के विश्वकप में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन ओलम्पिक जैसा नहीं रहा है ।

वर्ष 1971 में हुए पहले हॉकी विश्वकप में भारत तीसरे स्थान पर, जबकि वर्ष 1973 में हुए दूसरे विश्वकप में दूसरे स्थान पर रहा । वर्ष 1975 में हुए तीसरे हॉकी विश्वकप में भारतीय खिलाड़ियों ने शीर्ष स्थान प्राप्त कर इतिहास रच दिया ।

किन्तु हॉकी विश्वकप में एक स्वर्ण पदक, एक रजत और एक काँस्य पदक पाने के पश्चात् अब तक भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन सन्तोषजनक नहीं रहा है । एशियन गेम्स में हमारी टीम ने वर्ष 2014 तक कुल 14 पदक जीते हैं, जिनमें नौ रजत व दो काँस्य सहित वर्ष 1966, 1998 एवं 2014 में जाते गए स्वर्ण पदक शामिल हैं ।

राष्ट्रमण्डल खेलों में भारतीय हॉकी खिलाड़ियों ने वर्ष 2002 में विजेता एवं वर्ष 2006 में उपविजेता बनने का गौरव प्राप्त किया है । वर्ष 2010 एवं 2014 में हुए राष्ट्रमण्डल खेलों में हमारा देश पाँचवें स्थान पर रहा ।

वर्तमान समय में भारतीय हॉकी टीम में कप्तान सरदार सिंह सहित पी आर श्रीजेश, विक्रम कान्त, विकास पिल्लै, जसजीत सिंह, ललित कुमार, हरजोत सिंह, रमनदीप सिंह, गुरजिन्दर सिंह, रूपिन्दर पाल सिंह आदि प्रमुख खिलाड़ी हैं ।

यदि अन्तराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय हॉकी खिलाड़ियों के प्रदर्शन का अब तक का विश्लेषण किया जाए, तो हम पाएंगे कि लगातार कई वर्षों तक ओलम्पिक खेलों में शीर्ष पर रहने वाली भारतीय टीम सत्तर के दशक के बाद पिछड़ती चली गई; यहाँ तक कि वर्ष 2008 के बीजिंग ओलम्पिक में यह क्वालीफाई भी नहीं कर सकी ।

विशेषज्ञों के अनुसार, 70 के दशक के मध्य से हॉकी के मैदानों में एस्ट्रोटर्फ अर्थात् कृत्रिम घास का प्रयोग किया जाने लगा है, जबकि भारत में ऐसे मैदानों का अभाव है और इसी कारण भारतीय हाँकी टीम का प्रदर्शन पिछड़ता जा रहा है ।

किन्तु अब भारत में भी ऐसे हॉकी मैदानों के निर्माण पर जोर दिया जा रहा है । इधर वर्ष 2010 एवं 2012 में हुए राष्ट्रमण्डल खेलों में भारतीय हाँकी टीम का प्रदर्शन अपेक्षाकृत अच्छा रहा है ।

वर्ष 2014 में हुए एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर भारतीय हाँकी टीम ने पुन: अपनी खोई हुई गरिमा वापस पा ली है, साथ-ही-साथ वर्ष 2016 में ब्राजील के रियो-डि-जेनेरियो में होने बाले ओलम्पिक खेलों में शामिल होने वाले देशों की सूची में अपना स्थान भी पक्का कर लिया है ।

इधर विगत तीन-चार दशकों से भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रदर्शन भी अच्छा होने लगा है । इसने राष्ट्रमण्डल खेल, 2002 और एशियन गेम्स, 1982 में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का मान बढ़ाया है । इसके अलावा एशियन गेम्स, 1998 और राष्ट्रमण्डल खेल, 2006 में यह टीम उपविजेता घोषित हुई ।

इतना ही नहीं वर्ष 1986 एवं 2006 में हुए एशियन गेम्स में काँस्य पदक हासिल करने के पश्चात् इसने वर्ष 2014 का एशियन गेम्स हॉकी कर पदक भी अपनी झोली में डाला ।

इस प्रकार भारतीय पुरुष हॉकी टीम के साथ-साथ भारतीय महिला हॉकी टीम ने भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशेष पहचान कायम करने में सफलता पाई है । आशा है आने बाले वर्षों में ये दोनों टीमें नए-नए कीर्तिमान गढ़कर भारत को गौरवान्वित करने में पूर्ण सहयोग देंगी ।

Related Articles:

  • ओलम्पिक खेल पर निबंध | Essay on Olympics | Hindi
  • ध्यानचन्द की जीवनी । Biography of Dhyan Chand in Hindi
  • दिलीप टिर्की की जीवनी । Biography of Dilip Tirkey in Hindi
  • धनराज पिल्ले की जीवनी । Biography of Dhanraj Pillay in Hindi

दा इंडियन वायर

हॉकी पर निबंध

essay on hockey in hindi

By विकास सिंह

essay on hockey in hindi

हॉकी अन्य टीमों से जीतने या हराने के लिए नियमों और विनियमों का पालन करते हुए दो टीमों (प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी) के बीच हुक वाली छड़ियों का उपयोग करके खेला जाने वाला एक आउटडोर गेम है।

हॉकी पर निबंध, short essay on hockey in hindi (100 शब्द)

हॉकी भारत का एक राष्ट्रीय खेल है जो पूरे देश में खेला जाता है। यह एक तेज खेल है जो दो टीमों के बीच एक दूसरे के खिलाफ खेला जाता है। प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। सभी खिलाड़ी अधिक स्कोर पाने के लिए अन्य टीम के नेट में गेंद को हिट करने का लक्ष्य रखते हैं। हमारा देश 1928 में हॉकी का विश्व चैंपियन रहा है और उसने ओलंपिक खेलों में 6 स्वर्ण पदक जीते थे।

1928 से 1956 के बीच की अवधि को भारतीय हॉकी के स्वर्ण युग के रूप में जाना जाता है। शानदार भारतीय हॉकी खिलाड़ियों ने देश के लिए कई बार हॉकी के लिए ओलंपिक खेल जीते हैं और इस वजह से देश को उनपर गर्व है। वे हॉकी खेलने के जादू को अच्छी तरह से जानते थे और सभी का दिल जीतते थे।

हॉकी पर निबंध, essay on hockey in hindi (150 शब्द)

हॉकी एक सबसे लोकप्रिय खेल है और भारत के राष्ट्रीय खेल के रूप में जाना जाता है। इसे नियमित रूप से खेलने से हमें कई तरह से फायदा होता है। यह अच्छे स्वास्थ्य की पेशकश करके शरीर की सहनशक्ति में सुधार करने में मदद करता है। इसे खेलने और अभ्यास करने वाले व्यक्ति को जारी रखने के लिए अधिक प्रयास और समर्पण की आवश्यकता होती है। यह एक बाहरी खेल है जिसे आमतौर पर भारतीय युवाओं द्वारा पसंद किया जाता है। यह इतना आसान नहीं है लेकिन इस खेल का नियमित अभ्यास चैंपियन बनने में बहुत मदद कर सकता है।

प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं (पांच फ़ॉर्वर्ड के रूप में विभाजित, दो पूर्ण पीठ, तीन आधा बैक और एक गोल कीपर)। यह 5 से 10 मिनट के अंतराल के साथ 35 मिनट के दो हिस्सों में खेला जाता है। यह बहुत ज्यादा रुचि का खेल है और आनंद आसानी से दर्शकों को हॉकी मैच देखने के लिए प्रेरित करता है। यह खिलाड़ी को विभिन्न स्वास्थ्य और वित्तीय लाभ प्रदान करता है। इस खेल में रुचि रखने वाला व्यक्ति आसानी से अपना अच्छा करियर बना सकता है।

मेरे प्रिय खेल हॉकी पर निबंध, essay on hockey in hindi (200 शब्द)

प्रस्तावना:.

हॉकी भारत में अन्य खेलों और खेलों (जैसे क्रिकेट, बैडमिंटन, आदि) की बढ़ती लोकप्रियता के बावजूद भारत का एक राष्ट्रीय खेल है। यह आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय खेल के रूप में चुना गया मान्यता प्राप्त नहीं है। भारत में हॉकी का सुनहरा दौर 1928 से 1956 तक था जब इसके शानदार खिलाड़ियों ने इसके लिए लगातार छह ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते थे।

बाद में हॉकी स्टार और ध्यानचंद नाम के हीरो की मौत के बाद हॉकी का भविष्य अंधकार में आ गया। उस समय कई हॉकी खेलने वाले एंग्लो इंडियन ऑस्ट्रेलिया चले गए थे। हालाँकि, हाल ही में इसे हॉकी के प्रति भारतीय खिलाड़ियों के हित में थोड़ी वृद्धि हुई है। धनराज पिल्ले भारतीय क्षेत्र हॉकी के एक और नायक थे जो भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान रह चुके हैं। वर्तमान में उन्हें भारतीय हॉकी टीम के प्रबंधक के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्होंने हॉकी के लिए अर्जुन पुरस्कार जीता था।

क्यों हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है

भारत में हॉकी के स्वर्णिम काल (1928 से 1956 तक) के कारण हॉकी को राष्ट्रीय खेल के रूप में चुना गया है। उस समय, भारतीय हॉकी खिलाड़ी वास्तव में उत्कृष्ट काम कर रहे थे, इसलिए उनकी नियमित जीत और उत्कृष्ट प्रतिभा इस खेल को देश के राष्ट्रीय खेल के रूप में चुनने का कारण थी। उस सुनहरे समय के दौरान, भारत ने सक्रिय रूप से भाग लिया और 24 ओलंपिक मैच खेले। और सबसे आश्चर्य की बात यह थी कि इसने 178 गोल दागकर सभी मैच जीते और केवल 7 गोल लिए। इसने टोक्यो ओलंपिक (1964) और मास्को ओलंपिक (1980) में स्वर्ण पदक जीते थे।

निष्कर्ष:

हॉकी एक अच्छा खेल है और ज्यादातर छात्रों द्वारा पसंद किया जाता है। हॉकी के लिए एक और सुनहरा दौर लाने के लिए, इसे स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों के बीच सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए बढ़ावा देना चाहिए। प्रतिभाशाली बच्चों को स्कूल स्तर से ही सही हॉकी खेलने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। भारतीय गौरव को संरक्षित करने के लिए सरकार द्वारा छात्रों के लिए आवश्यक धन और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करनी चाहिए।

हॉकी पर निबंध, essay on hockey in hindi (250 शब्द)

हॉकी एक अच्छा खेल है जिसे आमतौर पर देश के युवाओं द्वारा पसंद और खेला जाता है। यह दुनिया भर के अन्य देशों में भी खेला जाता है। हालाँकि, यह भारत का राष्ट्रीय खेल है, क्योंकि भारत ने इस खेल को कई बार अद्भुत जीत के साथ महिमामंडित किया है। भारतीय कई वर्षों तक हॉकी के क्षेत्र में विश्व चैंपियन रहा है।

अब यह खेल अन्य देशों जैसे हॉलैंड, जर्मनी, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, आदि में भी लोकप्रिय हो गया है। यह एक तेज़ खेल है, जिसमें खिलाड़ियों को हर समय दौड़ना पड़ता है जब भी खेल अपनी गति लेता है। यह प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ियों के साथ दो टीमों का खेल है। खेल खत्म होने तक खिलाड़ियों को हर समय सतर्क रहना पड़ता है। इस खेल में खिलाड़ियों के सभी पद (जैसे गोल कीपर, राइट बैक, सेंटर फॉरवर्ड और लेफ्ट बैक) बहुत महत्वपूर्ण हो जाते हैं।

स्वर्ण युग हॉकी के भारतीय नायकों में से कुछ थे ध्यान चंद, अजीत पाल सिंह, धनराज पिल्ले, अशोक कुमार, उधम सिंह, बाबू निम्मल, बलबीर सिंह सीनियर, मोहम्मद शाहिद, गगन अजीत सिंह, लेस्बियन क्लॉडियस, आदि। वे असली हीरो थे। जिन्होंने हॉकी के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता की ओर भारत का नेतृत्व किया। ध्यानचंद एक शानदार हॉकी खिलाड़ी थे जिन्हें आज भी हॉकी का जादूगर कहा जाता है।

1928 में हॉकी में भारत पहली बार विश्व चैंपियन बना और एम्स्टर्डम ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता। उस वर्ष के बाद, भारत ने हॉकी में अपनी विश्व चैंपियनशिप को बनाए रखा जब तक कि वह रोम ओलंपिक में जीत हासिल नहीं कर पाया। बाद में, मॉन्ट्रियल ओलंपिक में इसे सातवां स्थान मिला, मास्को ओलंपिक (1980) में स्वर्ण पदक हासिल किया; हालांकि, 1984 में फिर से एक स्वर्ण पदक जीत गया।

हॉकी पर निबंध, hockey essay in hindi (300 शब्द)

hockey

हॉकी एक बाहरी खेल है जिसे दो टीमों द्वारा खेला जाता है जिसमें प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। इसे भारत के राष्ट्रीय खेल के रूप में चुना गया है क्योंकि भारत कई वर्षों तक हॉकी में विश्व चैंपियन रहा है। इसे आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय खेल के रूप में घोषित नहीं किया गया है, केवल राष्ट्रीय खेल के रूप में माना जाता है क्योंकि भारत ने हॉकी में कई स्वर्ण पदक जीते थे।

यह दुनिया भर के कई देशों में खेला जाता है। यह एक महंगा खेल नहीं है और किसी भी युवा द्वारा खेला जा सकता है। यह बहुत रुचि और आनंद का खेल है जिसमें बहुत सारी कार्रवाई और रहस्य शामिल हैं। यह बहुत तेज खेल है और इस खेल में बहुत बार स्थिति बदल जाती है जो आश्चर्यचकित करती है।

भारत में हॉकी का महत्व:

हॉकी भारत में बहुत महत्व का खेल है क्योंकि इसे राष्ट्रीय खेल के रूप में चुना जाता है क्योंकि इसने कई बार भारत को हॉकी में विश्व चैंपियन बनाया था। इस खेल का एक बड़ा और उज्ज्वल इतिहास है क्योंकि यह शानदार हॉकी खिलाड़ियों द्वारा भारत में गहरी जड़ें जमाया गया था। यह भारत के सबसे पुराने ज्ञात खेलों में से एक है, लेकिन प्रतिभाशाली हॉकी खिलाड़ियों और आवश्यक सुविधाओं की कमी के कारण अब जड़ कमजोर हो गई है। यह खेल ओलंपिया के प्राचीन खेलों से पहले लगभग 1200 साल पुराना माना जाता है।

पहले यह विभिन्न रूपों में खेला जाता था, हालांकि वर्तमान में इसे फील्ड हॉकी के रूप में खेला जाता है जिसे 19 वीं शताब्दी में ब्रिटिश द्वीप समूह में विकसित किया गया था। यह एक अंग्रेजी स्कूल का खेल था जो ब्रिटिश सेना रेजिमेंटों द्वारा भारत लाया गया था। बाद में, यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल गया और इसे दुनिया भर में लोकप्रियता मिली। इस खेल को नियंत्रित करने और इसके नियमों को मानकीकृत करने के लिए, लंदन हॉकी एसोसिएशन का गठन किया गया था। बाद में, अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (1924 में) और अंतर्राष्ट्रीय महिला महासंघ का गठन किया गया।

भारत में पहला हॉकी क्लब कलकत्ता (1885-86) में बनाया गया था। भारतीय हॉकी खिलाड़ियों ने 1928 में एम्स्टर्डम खेलों में अपना सफल ओलंपिक डेब्यू किया था जहाँ उन्होंने ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था। यह ध्यानचंद नामक एक शानदार भारतीय हॉकी के दिग्गज के कारण हुआ। उन्होंने वास्तव में एम्स्टर्डम की भीड़ के सामने सभी भारतीयों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भारत ने हॉकी के स्वर्ण युग के दौरान लगातार छह ओलंपिक स्वर्ण पदक और 24 लगातार हॉकी मैच जीते। हॉकी के स्वर्ण युग के कुछ उत्कृष्ट खिलाड़ी थे ध्यानचंद, बलबीर सिंह सीनियर, अजीत पाल सिंह, अशोक कुमार, उधम सिंह, धनराज पिल्ले, बाबू निमल, मोहम्मद शाहिद, गगन अजीत सिंह, लेस्ली क्लॉडियस, आदि।

हॉकी पर निबंध, long essay on hockey in hindi (400 शब्द)

हॉकी कई देशों में खेला जाने वाला सबसे लोकप्रिय और दिलचस्प खेल है। इसे भारत के राष्ट्रीय खेल के रूप में चुना गया है, हालांकि इसे कभी भी आधिकारिक घोषणा नहीं मिली। इस खेल में प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ियों के साथ दो टीमें हैं। इस खेल में एक टीम के खिलाड़ियों का लक्ष्य हॉकी स्टिक का उपयोग करके प्रतिद्वंद्वी के गोल पोस्ट में एक गेंद डालकर अन्य टीम के खिलाफ अधिकतम गोल करना होता है।

हमारे देश ने छह ओलंपिक स्वर्ण पदक और लगातार विभिन्न मैच जीतने के बाद हॉकी के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट रिकॉर्ड बनाया है। जिस अवधि में भारत ने लगातार विभिन्न हॉकी मैच जीते, उसे स्वर्णिम काल (1928 से 1956) कहा जाता है। ध्यानचंद सुनहरे समय के प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी थे और अपनी उत्कृष्ट उपलब्धि के कारण हॉकी के जादूगर के रूप में जाने जाते थे।

हॉकी का इतिहास और उत्पत्ति

हॉकी भारत में वर्षों से खेला जाने वाला एक प्राचीन खेल है। यह हॉकी स्टिक और बॉल के साथ खेला जाता है। यह 1272 ईसा पूर्व आयरलैंड में और 600 ईसा पूर्व प्राचीन ग्रीस में खेला गया था। हॉकी के विभिन्न रूप हैं; उनमें से कुछ को फील्ड हॉकी, आइस हॉकी, स्लेज हॉकी, रोलर हॉकी, स्ट्रीट हॉकी, आदि के नाम से जाना जाता है। अब एक दिन, फील्ड हॉकी खेली जाती है। आइस हॉकी को कनाडा और उत्तरी संयुक्त राज्य अमेरिका की बर्फीली परिस्थितियों में खेले जाने वाले फील्ड हॉकी के व्युत्पन्न के रूप में विकसित किया गया था।

हॉकी खेलने के लिए आवश्यक उपकरण:

हॉकी के खेल को सुरक्षित तरीके से खेलने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपकरणों की आवश्यकता होती है, जिन्हें हेलमेट, नेक गार्ड, शोल्डर पैड, एल्बो पैड, कप पॉकेट के साथ जॉकस्ट्रैप और पुरुष जननांगों को सहारा देने या उनकी रक्षा के लिए), हॉकी स्टिक, और एक पक या बॉल कहा जाता है।

हॉकी के प्रारूप:

हॉकी के अन्य रूप (हॉकी या उसके पूर्ववर्तियों से प्राप्त) एयर हॉकी, बीच हॉकी, बॉल हॉकी, बॉक्स हॉकी, डेक हॉकी, फ्लोर हॉकी, फुट हॉकी, जिम हॉकी, मिनी हॉकी, नॉक हॉकी, तालाब हॉकी, पावर हॉकी जैसे हैं। , रॉसॉल हॉकी, स्केटर हॉकी, टेबल हॉकी, अंडरवाटर हॉकी, यूनीसाइकिल हॉकी और कई अन्य।

भारत में हॉकी का भविष्य:

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि, भारत में हॉकी के सुनहरे दौर का अच्छा समय भारत में हॉकी के सुनहरे युग के बाद खत्म हो गया। यह रुचि और प्रतिभाशाली हॉकी खिलाड़ियों की कमी के साथ-साथ युवाओं को भविष्य में खेल जारी रखने के लिए आवश्यक सुविधाओं की कमी के कारण था। ऐसा लगता है कि यह कभी खत्म नहीं होगा और हॉकी का सुनहरा युग इस राष्ट्रीय खेल में भारतीय युवाओं के प्यार, सम्मान और समर्पण के कारण वापस आ जाएगा।

हालाँकि, भारत में हॉकी के स्वर्ण काल ​​को वापस लाने के लिए भारत सरकार द्वारा इसे बहुत प्रयास, समर्पण और समर्थन की आवश्यकता है। हॉकी इंडिया लीग हॉकी टीमों (2016 तक 8 टीमों और 2018 तक 10 टीमों) का विस्तार करने के लिए कुछ प्रभावी रणनीतियों को लागू करने की योजना बना रही है। आगामी तीन सत्रों के लिए हॉकी में भाग लेने के लिए हॉकी इंडिया और हॉकी ऑस्ट्रेलिया के बीच एक अनुकूल समझौता हुआ है।

हॉकी भारत का एक राष्ट्रीय खेल है। यह केवल कहा गया है, हालांकि आधिकारिक तौर पर घोषित नहीं किया गया है। अब, यह हमारी जिम्मेदारी है कि इसे फिर से अपना सुनहरा दौर लाकर आधिकारिक रूप से घोषित राष्ट्रीय खेल बना दिया जाए। शिक्षकों, अभिभावकों और सरकार के अंत से उन्हें सभी सुविधाएं प्रदान करके स्कूल के समय से छात्रों के बीच इसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

[ratemypost]

इस लेख से सम्बंधित अपने सवाल और सुझाव आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

Related Post

Paper leak: लाचार व्यवस्था, हताश युवा… पर्चा लीक का ‘अमृत काल’, केंद्र ने पीएचडी और पोस्ट-डॉक्टोरल फ़ेलोशिप के लिए वन-स्टॉप पोर्टल किया लॉन्च, एडसिल विद्यांजलि छात्रवृत्ति कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, 70 छात्रों को मिलेगी 5 करोड़ की छात्रवृत्ति, leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल – 1 की पार्किंग में गिरी छत , 1 की मौत और 8 घायल

पुतिन का उत्तर कोरिया दौरा: आख़िर क्या है इसके भू-राजनैतिक मायने, train accident: एक और रेल हादसा… पश्चिम बंगाल में मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस की टक्कर, ls election 2024 results: “जनता ही जनार्दन है”.

  • निबंध ( Hindi Essay)

essay on hockey in hindi

Essay on Hockey in Hindi | हॉकी पर निबंध हिंदी में

Essay on Hockey in Hindi

Essay on Hockey in Hindi: हॉकी की खेल काफी लंबे समय से चलते आ रही एक लोकप्रिय खेल है। इस खेल की शुरुआत 1272 ईसा पूर्व से पहले आयरलैंड में हुई थी। इसके अलावा हॉकी के संदर्भ में ऐसा माना जाता है कि हॉकी का प्रारंभ 4000 वर्ष पूर्व मिस्र में भी हुआ था। हॉकी के खेल को 600 ईसा पूर्व प्राचीन यूनान में भी खेला जाता था। यह खेल दो टीमों में खेली जाती है जिसमें लकड़ी या किसी कठोर धातु से बनी एक छड़ी होती है जिसकी सहायता से एक रबर या कठोर प्लास्टिक के गेंद को अपने विरोधी टीम के गोले में डालनी होती है। यह खेल चारदीवारी में खेली जाती है जिसमें एक दल में 6 खिलाड़ी होते हैं और बाकी छह खिलाड़ी सिर्फ परिवर्तन के लिए वहां रहते हैं।

Table of Contents

हॉकी के खेल में भारत का प्रदर्शन (India’s performance in hockey game)

हॉकी के खेल में अन्य देशों के साथ साथ भारत भी पीछे नहीं रहा है। भारत के कई खिलाड़ियों ने हॉकी के खेल में अपना अच्छा प्रदर्शन दिया है। 1928 ईस्वी में भारत हॉकी के खेल (Essay on Hockey in Hindi) में विजेता भी रह चुका है। ओलंपिक खेलों में तो भारत ने 6 स्वर्ण पदक अर्थात गोल्ड मेडल भी जीता है। भारत के अलावा जर्मनी, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों में भी हॉकी काफी प्रसिद्ध और लोकप्रिय खेल बन गया । लेकिन वहीं दूसरी ओर इसके अतिरिक्त कई देशों में हॉकी का आरंभ हुआ लेकिन इसके बावजूद इसे एक सही स्थान नहीं मिल सका।

हॉकी के खेल की बढ़ती लोकप्रियता (Growing popularity of hockey game)

हॉकी के खेल (Essay on Hockey in Hindi) की धीरे धीरे लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि वह इंग्लैंड के स्कूल और क्लब में भी खेले जाने लगे। भारत, पाकिस्तान, अफ्रीका देशों के के साथ ऑस्ट्रेलिया और दूसरे देशों में भी इस खेल का महत्व बढ़ने लगा। अब हॉकी एक ऐसे खेल के रूप में उभरा है जिसका लोगों में विश्वास काफी बढ़ गया है। 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में अंग्रेजी विद्यालयों और विश्वविद्यालयों में भी हॉकी का खेल शुरू किया गया जिसका विवरण 18 सो 61 ईस्वी की एक विवरण पुस्तिका में मिलता है।

भारत में हॉकी का इतिहास और हॉकी अकादमी (History of Hockey and Hockey Academy in India)

हॉकी एक ऐसा खेल है जो सभी देशों में खेला जाता है। यह भारत के एक राष्ट्रीय खेल के रूप में भी जाना जाता है।  माना जाता है कि 1928 से 1956 तक का समय भारत के लिए हॉकी के क्षेत्र में एक स्वर्णिम समय था। प्रारंभिक समय में सैनिक छावनी वाले सभी नगरों विशेषकर जालंधर, लखनऊ, झांसी, लाहौर, जबलपुर आदि में भारतीय हॉकी के गढ़ बनाए गए थे। 

भारत में स्थापित हॉकी अकादमी (Hockey Academy established in India)

धीरे-धीरे भारत में हॉकी का महत्व कम होते गया लेकिन इसे फिर से जीवित करने के लिए कई प्रकार के प्रयास किए गए। आज भारत में तीन ऐसे हॉकी अकादमी हैं जो हॉकी के क्षेत्र में कार्यरत हैं। इन हॉकी अकादमी में नई दिल्ली में एयर इंडिया अकादमी, रांची में विशेष क्षेत्र खेल अकादमी और राउरकेला में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड अकादमी शामिल है। इन अकादमियों में परीक्षार्थी शिक्षा तो ग्रहण करते ही हैं, इसके अलावा उन परीक्षार्थियों को औपचारिक शिक्षा भी दी जाती है। अब इन अकादमियों में मासिक वृत्ति भी दी जाने लगी है। प्रत्येक अकादमियों में कई ऐसे योग्य खिलाड़ी हैं, जो भारत को हॉकी के क्षेत्र में एक बार फिर से नहीं पहचान दिला सकते हैं। क्रिकेट को लेकर लोगों में दिलचस्पी तो है ही साथ ही हॉकी के लिए भी आज के नव युवा अपना समय निकाल रहे हैं और बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।

हॉकी के क्षेत्र में नायक कहे जाने वाले दमदार खिलाड़ी (Strong players called heroes in hockey)

भारतीय हॉकी के क्षेत्र में कई सालों तक विश्व विजेता रहे है। हॉकी भारत के अलावा दूसरे देशों में भी काफी प्रसिद्ध है। यह खेल खेलते समय खिलाड़ियों को हर समय रफ्तार से दौड़ना पड़ता है और गेंद को छीनना होता है। दोनों टीमों में 11-11 खिलाड़ी होते हैं। जब तक यह खेल समाप्त नहीं होता है, तब तक खिलाड़ियों को चौकन्ना रहना होता है और खेल को खेलते रहना होता है। स्वर्ण काल के नायक अजीतपाल सिंह, धनराज पिल्ले, अशोक कुमार, मोहम्मद शाहिद, लेस्ली क्लॉडियस आदि थे। हॉकी के क्षेत्र में नायक कहे जाने वाले इन लोगों ने भारतीय हॉकी क्षेत्र को काफी ऊंचाइयों तक ले जाने का प्रयास किया।

हॉकी के खेल में महिलाओं की भूमिका (Role of women in hockey game)

विक्टोरियाई युग में महिलाओं पर खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के मामले में काफी प्रतिबंध लगाए गए लेकिन इसके बावजूद भी हॉकी के खेल में महिलाएं बहुत आगे बढ़ी। 1895 ईस्वी से ही महिलाओं ने कई मैत्री प्रतीक प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया। हॉकी (Essay on Hockey in Hindi) का पहला विश्व कप आयोजित 1974 ईस्वी में हुआ।1908 ईस्वी में पहली बार लंदन ओलंपिक में हॉकी के खेल को शामिल किया गया था। इस दौरान ग्रेट ब्रिटेन ने पहला ओलंपिक खेल जीता था। 

हॉकी का खेल धीरे-धीरे विद्यालय, महाविद्यालय और क्लबों में पुरुषों के साथ साथ महिलाओं द्वारा भी खेली जाने लगी और इतना ही नहीं इस खेल ने काफी महिलाओं को लोकप्रियता प्राप्त करने में काफी मदद की। हमारे देश के बहुत से बुद्धिमान खिलाड़ियों ने अनेक बार ओलंपिक खेल जीतकर हमारे देश को गौरवान्वित किया है। प्रारंभिक समय में हो कि हमारे देश की शान थी लेकिन आज के समय में धीरे-धीरे इसकी मान्यता और इसका महत्व भी कम होता जा रहा है।

हॉकी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता का आरंभ (Hockey international competition begins)

हॉकी के क्षेत्र में गंभीर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की शुरुआत 1970 ईस्वी के दशक तक नहीं हुई थी लेकिन धीरे-धीरे लगातार इसका विकास होता चला गया। 1927 ईस्वी में एक अंतरराष्ट्रीय नियामक संस्था का निर्माण हुआ था जिसका नाम इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ वुमन हॉकी (Essay on Hockey in Hindi) एसोसिएशन था। इस खेल की शुरुआत 1921 में ही अमेरिका में कांसटेंस एम ए एप्पेलबी के द्वारा हुई। इसके बाद कई प्रतियोगिताओं को हॉकी के खेल से जोड़ा गया।

हॉकी खेल में हॉकी का मैदान (Hockey field)

हॉकी का खेल मैदान में खेला जाता है जिसमें मैदान का आकार चौकोर होता है। यह मैदान आकार में 91.4 मीटर लंबा एवं 55 मीटर चौड़ा होता है। इस पूरे मैदान के केंद्र में एक रेखा खींची जाती है, जिसे केंद्रीय रेखा कहते हैं और इसके अलावा 22.8 मीटर की दो और रेखाएं वहां खींची होती है। वहां गोले की चौड़ाई 3.66 मीटर होती है जबकि उसकी ऊंचाई 2.13 मीटर तक रखी जाती है। इसमें 11 खिलाड़ियों के दो दल मौजूद होते हैं। हॉकी के खेल में छड़ी की जो लंबाई होती है वह खिलाड़ी के लंबाई पर निर्भर करती है।

हॉकी खिलाड़ियों के लिए पोशाक (Dress for hockey players)

हॉकी खेलने वाले खिलाड़ियों में मुख्य रूप से क्लीट, स्कर्ट, नीकर के साथ ही जर्सी भी शामिल होती है। यह पोशाक खिलाड़ियों की मुख्य पोशाक है, जो प्रत्येक हॉकी खिलाड़ी पहनते हैं। हॉकी के खेल में प्रमुख उपकरण के रूप में हॉकी स्टिक, हॉकी बॉल, आई गार्ड, शीन गार्ड, माउथगार्ड को भी सम्मिलित किया गया है।

हॉकी के विभिन्न प्रकार ( Types of hockey)

हॉकी कई प्रकार की होती है जिसमें मैदानी हॉकी काफी प्रसिद्ध है और जनसामान्य में भी खेली भी जाती है। मैदानी हॉकी को फील्ड हॉकी के नाम से भी जाना जाता है। यह प्राथमिक रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा एवं पूर्वी यूरोप के साथ अन्य देशों में भी काफी लोकप्रिय हुआ।

हॉकी का खेल और उसके नियम (Rules of Hockey in Hindi)

अगर आपने हॉकी का खेल देखा हो तो आपको पता चलेगा की दो टीमों के मध्य खेला जाता है। इस खेल को स्त्री और पुरूष दोनों खेल सकते हैं। हर टीम में 11-11 खिलाड़ी रखें जाते हैं। उन 11 खिलाड़ियों में से 1 को कप्तान चुना जाता है जो सबसे अच्छा नेतृत्व करता है।

इस खेल को कुल 70 मिनट की अवधि में खेला जाता है जिसमें 35-35 मिनट के 2 राउंड खेले जाते हैं।

इन दोनों राउंड के बीच में 5 मिनट का समय दिया जाता जिसमें खिलाड़ी रेस्ट करते हैं।

इस खेल को हॉकी स्टिक से खेला जाता है जो सभी 10 खिलाड़ियों के पास होती है। इस हॉकी स्टिक से बोल को मारकर विरोधी टीम की गोल में पहुंचाना होता है।

हर एक टीम में एक गोल कीपर रखा जाता है जो गोल पोस्ट पर खड़ा रह कर गोल को रोकने की कोशिश करता है।

गोल से संबंधित जरूरी जानकारी –

  • गोल- जयपुर खिलाड़ी हॉकी की गेंद को गोल पोस्ट के भीतर पहुंचा देता है, तो फिर इसे गोल माना जाता है। इस तरह से गोल करने पर गोल दागने वाली टीम को पॉइन्ट मिलते हैं।
  • फ्री हिट- यदि मैदान पर फाउल यह फिर दूसरी टीम से कोई प्रकार की गलती होती है तो फ्री हिट ली जाती है। लेकिन टीम में यह भी है कि जब तक गेंद को कोई दूसरा  खिलाड़ी हिट नहीं करता है। तब तक आक्रामक खिलाड़ी गेंद को हिट नहीं कर सकता है। इसमें यह भी जरूरी है कि जिस टीम से गेंद लाइन के बाहर चली जाती है तो विरोधी विरोधी टीम का खिलाडी ही गेंद को हिट करता है।
  • लॉन्ग कॉर्नर- जब किसी खिलाड़ी के द्वारा 25 गज की रेखा के भीतर गेंद फेंक देता है, तो आक्रमक खिलाड़ी को कॉर्नर मिलता है। कार्नर में गेंद को साइड रेखा तथा गोल को मिलाने वाले कार्नर पर रखकर हिट किया जाता है।
  • पेनल्टी कॉर्नर- जब किसी खिलाड़ी के द्वारा 25 वर्ष के अंदर जानबूझकर नियम में उल्लंघन होता है तो विपक्षी दल को पेनल्टी कॉर्नर दिया जाता है। इसके अनुसार कोई खिलाड़ी गोल्ड रेखा के सामने से 7 गज की दूरी से स्ट्रोक  मार सकता है। जिसे केवल गोल कीपर ही रोक सकता है।

हॉकी खेल के दौरान पालन किए जाने वाले कुछ प्रमुख नियम

  • हॉकी के खेल में यदि गेंद को हाथ से रोका जाए तो इसे रोकना साउंड माना जाता है।
  • यदि हॉकी का गेंद गोलकीपर या किसी खिलाड़ी के कपड़े पर जाकर अटक जाता है तो वहीं से बुल्ली कराकर खेल को फिर से शुरू कराया जा सकता है।
  • गोल रक्षक के लिए यह नियम है कि वह दस्ताने या नीक्कर का प्रयोग कर सकता है।
  • हॉकी के खेल में यदि कोई खिलाड़ी लगातार इसके नियम का उल्लंघन करता है तो उसे कुछ समय के लिए अथवा पूरे खेल से निष्कासित कर दिया जाता है।
  • इस खेल में यह नियम रखा गया है कि हॉकी स्टिक के सहायता के बिना हॉकी (Essay on Hockey in Hindi) के गेंद को लुढ़काया, फेका या उछाला नहीं जा सकता है।

RELATED ARTICLES MORE FROM AUTHOR

 width=

Essay on rules of Cleanliness and Legal Matter in Hindi

Essay on need of cleanliness in hindi, भारत में स्वच्छता पर निबंध – भूमिका, महत्व, और उपाय, essay on e-commerce in india in hindi, essay on impact and scope of gst bill in india in hindi, essay on racial discrimination in india in hindi.

essay on hockey in hindi

Essay on Birds in Hindi

Lose up to 10 kg weight by using these 12 tips in hindi |..., essay on yoga in hindi | importance and benefits of yoga | योग पर..., life story of rajiv gandhi in hindi | राजीव गांधी की सम्पूर्ण जीवनी.

essayonhindi

100- 200 Words Hindi Essays 2024, Notes, Articles, Debates, Paragraphs Speech Short Nibandh

  • राज्य
  • महान व्यक्तित्व
  • इतिहास
  • आंदोलन

हॉकी पर निबंध | Essay on Hockey in Hindi

हॉकी पर निबंध essay on hockey in hindi, मेरा प्रिय खेल हॉकी , हॉकी के नियम .

  • एक मैच के दौरान एक टीम अधिकतम तीन खिलाड़ियो को बदल सकती है। 
  • एक बार बदला गया खिलाड़ी दुबारा उस मैच मे नहीं खेल सकता है। 
  • गोलकीपर अपने क्षेत्र मे बोल को किक मार सकता है। या अपने शरीर से रोक सकता है। 
  • बोल को शरीर को हिस्से से रोकने के लिए खिलाड़ी को अपने पैरो को हवा मे रखना पड़ता है। यदि ऐसा नहीं होता है। और खिलाड़ी बोल को छु लेता है। तो उस खिलाड़ी की टीम को नुकसान होता है। 
  • हॉकी को डंडे की सहायता से खेला जाता है। और इस डंडे को हॉकी कहते है। 
  • बोल को हॉकी की सहायता से फेंका जा सकता है। 
  • यदि कोई खिलाड़ी जानबूझकर बोल को गोल पोस्ट के बाहर कर दे तो इस पर विपक्षी टीम को पेनल्टी कॉर्नर मिलता है। 
  • पेनाल्टी स्ट्रोक आक्रमण की टीम का कोई भी खिलाड़ी मार सकता है। जिसे विरोधी टीम का सिर्फ गोलकीपर ही रोक सकता है। यदि ये बोल कंधे से ऊँची हो ओ इसे गोलकीपर स्टिक की सहायता से रोक सकता है। 
  • यदि पेनाल्टी स्ट्रोक की बोल अर्धवृत के बाहर चली जाए। तो पेनाल्टी स्ट्रोक समाप्त हो जाता है। 
  • यदि गोलकीपर द्वारा किसी भी प्रकार से नियमो का उलंघन कर बोल को रोक दिया जाए ओ भी वह गोल माना जाएगा। 
  • हॉकी खेल मे खिलाड़ियो द्वारा नियमो का उलंघन करने पर उन्हे को तीन प्रकार के कार्ड दिए जाए है।
  • हरा कार्ड देने पर खिलाड़ी को चेतावनी दी जाती है। पीला कार्ड देने पर खिलाड़ी को 5 मिनट के लिए मैच से बाहर कर दिया जाता है। तथा लाल कार्ड देने पर खिलाड़ी को उस पूरे मैच से बाहर कर दिया जाता है।

हॉकी की प्रमुख प्रतियोगिताएँ

  • ओलम्पिक हॉकी 
  • विश्व कप 
  • एशिया कप 
  • बेटन कप
  • लेडी रतन टाटा कप 
  • एमसीसी कप गुरुनानक कप 
  • सिंधिया गोल्ड कप 
  • ध्यानचंद ट्रॉफी 
  • सीनियर नेहरू हॉकी ट्रॉफी 
  • एशियाए हॉकी
  • इन्दिरा गोल्ड कप 
  • रंगास्वामी कप

जीवन में खेलों का महत्व निबंध मेरा प्रिय खेल क्रिकेट पर निबंध शिक्षा में खेलकूद का महत्व पर निबंध

Hindihaat

Encyclopedia of Hindi Articles

  • Business ideas
  • general knowledge
  • entertainment
  • Hindi Grammar
  • Download Books

Recent Posts

  • देवनारायण जयंती Bhagwan Devnarayan Story in Hindi
  • हिंदी भाषा पर निबंध एवं संवैधानिक उपबंध – Essay on Hindi Bhasa
  • सत्य का महत्व और सुविचार-Quotes on Truth
  • वरुथिनी एकादशी पूजा विधि – Varuthani ekadashi Pooja Vidhi
  • शीतलाष्टमी पूजा विधि – Sheetlasthami Pooja Vidhi
  • अनंत चतुर्दशी कथा और पूजा विधि – Anant Chaturdashi Katha pooja vidhi
  • गणेश जी के 101 नाम- 101 names of Lord Ganesha
  • गणेश चतुर्थी पूजा विधि – All about Ganesh Chaturthi in Hindi
  • खेजड़ली बलिदान दिवस-Amrita Devi Bishnoi story in hindi
  • How to go on Ramdevra Yatra in Hindi – रामदेवरा की पद यात्रा 
  • business ideas
  • Calendar 2019 January
  • Calendar 2919
  • Cattle fair
  • download ebook
  • film review
  • historical places
  • Important Days
  • interesting facts
  • korona virus
  • learn online
  • life style and fashion
  • Lunar Eclipse
  • Motivational Stories
  • religious places
  • sarkari yojna
  • tourist places
  • Uncategorized
  • Toggle the search field

Hockey : Essay in Hindi - हॉकी के खेल पर निबन्ध

Hockey : Essay in Hindi – हॉकी के खेल पर निबन्ध

Table of Contents

हॉकी के खेल पर निबन्ध

History of hockey in hindi, हॉकी का इतिहास, golden period of indian  hockey, भारतीय हॉकी का स्वर्ण काल, major dhyanchand: magician  of hockey, ध्यानचंद हॉकी का जादूगर.

essay on hockey in hindi

How to play Hockey in Hindi

हॉकी खेलने के नियम, size of hockey field, हॉकी के मैदान का आकार.

यह भी  पढ़ेंः

केशव राव बलिराम हेडगेवार की जीवनी

चंदा कोचर की जीवनी

सुनील छेत्री की जीवनी

संजय दत्त की जीवनी

Follow

Leave a Reply Cancel reply

Related posts.

Bird Flu Information in hindi-बर्ड फ्लू

Bird Flu Information in hindi-बर्ड फ्लू

बैटल ऑफ सारागढ़ी battle of saragarhi images

True Story of Saragarhi battle history-बैटल ऑफ सारागढ़ी

अंतरिक्ष पर्यटन- space tourism article in hindi

space tourism in hindi – अंतरिक्ष पर्यटन

Hindu Months Name Mahatv In Hindi-हिन्दू कैलेंडर

Hindu Months Name Mahatv In Hindi-हिन्दू कैलेंडर

essay on hockey in hindi

Essay on Hockey in Hindi- हॉकी पर निबंध

In this article, we are providing an Essay on Hockey in Hindi. हॉकी पर निबंध- Essay on my favourite game Hockey in Hindi,  About Hockey in Hindi, Mera Priya Khel Hockey.

Essay on Hockey in Hindi- हॉकी पर निबंध

खेल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। भारत का राष्टरीय खेल हॉकी है। इस खेल में भारतीयों ने अपनी मेहनत और लगन से सिक्का जमाया है। हॉकी के खेल हरी मैदान में खेला जाता है। इसमें 11 खिलाड़ीयों की दो टीमें होती है। यह खेल हॉकी स्टीक और गेंद के साथ खेला जाता है। इसे खेलने वाले खिलाड़ीयों में मजबूती होनी चाहिए। इस खेल में दोनों टीमों को एक दुसरे के खिलाफ गोल करने होते हैं जो टीम ज्यादा गोल करती है वो जीत जाती है। हॉकी के सबसे पहले कप्तान ध्यानचंद को हॉकी का जादुगर भी कहा जाता है। वह अपनी हॉकी स्टीक से गेंद को इस तरह से नियंतरन में रखते थे मानों गेंद स्टीक से चिपक ही गई हो। उनके जैसा कप्तान अब तक कोई दूसरा नहीं हुआ है।भारतीय खिलाड़ी इस खेल में बहुत ही कौशल है। हॉकी को बहुत से देशों ने भी अपनाया है। हॉकी को मिल जुलकर ही खेला जा सकता। इससे लोगो में सहनशक्ति, मजबूती और दोस्ती की भावना उत्पन्न होती है। हॉकी के लिए खुले कपड़े,हल्के जुते पहने जाते है ।

हॉकी का इतिहास – वैसे तो हॉकी भारत का राष्टरीय खेल लेकिन इसका जन्म इंग्लैंड में हुआ था। 1921 में हॉकी की तरह का ही लेकिन बिल्कुल हॉकी जैसा नहीं एक खेल ईरान में भी खेला जाता था। ईरान से वह खेल युरानियों ने सीखा और वहा से रोम गई। जब यह खेल इंग्लैंड पहुँचा तो पता चला की वहाँ पर तो बिल्कुल हॉकी जैसा खेल 1886 से ही खेला जाता था। 1895 में इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच पहला अंतराष्टरीय हॉकी मैच हुआ था। हॉकी की असल शुरूआत अंतराष्टरीय हॉकी महासंघ की स्थापना के बाद हुई। 1908 में हॉकी को ओल्मपिक में शामिल किया गया । 1928 में भारत ने पहली बार हॉकी में भाग लिया और स्वर्ण पदक हासिल कर हॉकी के खेल को अपना बना लिया। कई सालों तक भारत लगातार स्वर्ण पदक जीतता रहा। हॉकी में 1928-1956 तक भारत ने 6 स्वर्ण पदक ,1 सिल्वर और 1 बरोंज पदक जीता। भारत के खिलाड़ीयों को हॉकी में निपुण माना जाता है।

आज के दौर में हॉकी – धीरे धीरे लोग अब हॉकी से दुर जाते जा रहे है। उनकी पसंद समय के साथ बदलती जा रही है । लोगों के दिलों में हॉकी का स्थान क्रिकेट ने ले लिया है। हालांकि हॉकी में अब महिलाओं ने भी भाग लेना शुरू किया है। बहुत से बच्चे देश का नाम रोशन करने के लिए और हॉकी की टीम में शामिल होने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। हॉकी देश का मान सम्मान है। हमारे देश की पहचान है। वैसे तो हर खेल का अपना ही महत्तव है।

हॉकी एक ऐसा खेल है जिसमें एकागरता का होना बहुत ही आवश्यक है। शुरू से ही भारतीय खिलाड़ी गेंद को नियंतरऩ में रखने और पास देने में बहुत कौशल है। खिलाड़ीयों में सहने ,दौड़ने और तीन घंटे लगातार मैदान में खड़े होने की शक्ति होनी चाहिए। अंत: हम सबको मिलकर अपने राष्ट्रीय खेल हॉकी को बढ़ावा देना चाहिए।

#Hockey information in hindi # Hockey Essay

ध्यान दें – प्रिय दर्शकों Essay on Hockey in Hindi आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।

क्रिकेट पर निबंध- Essay on Cricket in Hindi

Essay on Shiksha Mein Khel Ka Mahatva in Hindi

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Hindi Mania

Hindi Learning Tips for Beginners: Master the Language with Ease

Learning a new language can be a thrilling yet challenging experience. Hindi, with its rich cultural heritage and widespread use, is a rewarding language to learn. Whether you’re planning to travel to India, communicate with Hindi-speaking friends, or simply explore a new linguistic realm, these tips will set you on the right path. This guide … Read more

The Art of Writing with AI: How to Create Human-Like Content

The advent of Artificial Intelligence (AI) has revolutionized the way we approach content creation. With the rise of AI-powered writing tools, it’s now possible to produce high-quality content quickly and efficiently. However, one of the biggest challenges of using AI writers is making the content look like it was written by a human. In this … Read more

Hindisiksa sexy bf video: A Comprehensive Guide to India’s Premier Video Publishing Platform

In the ever-evolving landscape of digital content, Hindisiksa sexy bf video has emerged as a prominent player in the Indian market. As an online video publishing website, Hindisiksa sexy bf video has carved out a unique space for itself, catering to a diverse audience with a wide range of content. One of the platform’s most … Read more

What is the best food in Sonipat? (Sonipat ka sabse acha khana kon sa hai)

essay on hockey in hindi

Sonipat ka sabse acha khana kon sa hai : हरियाणा के दिल में बसा सोनीपत एक ऐसा शहर है जो इतिहास, संस्कृति और जीवंत पाक परंपराओं में डूबा हुआ है। स्ट्रीट फूड स्टॉल से लेकर बढ़िया डाइनिंग रेस्तरां तक, सोनीपत स्वादिष्ट व्यंजनों की एक विविध श्रृंखला प्रदान करता है जो हर तालू को पूरा करते हैं। आइए सोनीपत के पाक परिदृश्य में उतरें और इस शहर में मिलने वाले सबसे अच्छे भोजन की खोज करें।

Sonipat ke sabse ache khane ki Dish kon si hai (What is the best food in Sonipat)

Paranthas at sukhdev dhaba murthal (sonipat).

सोनीपत के खाद्य परिदृश्य की कोई भी खोज मुरथल में प्रतिष्ठित ढाबों का उल्लेख किए बिना पूरी नहीं होती है। अपने मुँह में पानी लाने वाले पराठों के लिए जाने जाने वाले, ये सड़क के किनारे के भोजनालय विभिन्न प्रकार के भरे हुए पराठे परोसते हैं जिन्हें शुद्ध देसी घी में पूरी तरह से पकाया जाता है। चाहे आप आलू, पनीर, या मिश्रित शाकाहारी पराठे पसंद करें, मुरथल की यात्रा हर भोजन उत्साही के लिए जरूरी है।

Chole Bhature at Bhagat Ji (Sonipat)

एक हार्दिक और परिपूर्ण भोजन के लिए, सोनीपत में भगत जी के पास जाएँ, जहाँ आप शहर के सबसे अच्छे छोले भटूरे का स्वाद ले सकते हैं। मसालेदार और तीखे छोले के साथ जोड़े गए रूखे भटुरा एक स्वादिष्ट संयोजन बनाते हैं जो आपको और अधिक के लिए लालायित कर देगा। यह प्रतिष्ठित व्यंजन स्थानीय लोगों और आगंतुकों के बीच समान रूप से पसंदीदा है।

Samosas at Gulshan Sweets (Sonipat)

जब स्ट्रीट फूड की बात आती है, तो सोनीपत निराश नहीं करता है। गुलशन स्वीट्स में अपना रास्ता बनाएँ और उनके कुरकुरा और स्वादिष्ट समोसे का आनंद लें। चाहे आप उन्हें मसालेदार चटनी या तीखी इमली की चटनी के साथ पसंद करें, अच्छाई के ये सुनहरे पार्सल निश्चित रूप से एक त्वरित और स्वादिष्ट नाश्ते के लिए आपकी लालसा को संतुष्ट करेंगे।

Paneer Tikka at Spice Route (Sonipat)

यदि आप कुछ और बेहतर करने के मूड में हैं, तो सोनीपत के एक लोकप्रिय रेस्तरां स्पाइस रूट पर जाएं, जो अपने स्वादिष्ट उत्तर भारतीय व्यंजनों के लिए जाना जाता है। उनका रसीला पनीर टिक्का, सुगंधित मसालों के मिश्रण में मैरीनेट किया जाता है और पूरी तरह से ग्रिल किया जाता है, एक सच्चा भोजन आनंद है जो आपके स्वाद की कलियों को आकर्षित करेगा।

Lassi at Bikaner Sweet Shop (Sonipat)

सोनीपत में कोई भी भोजन बिना तरोताजा करने वाले लस्सी के गिलास के पूरा नहीं होता है। बीकानेर मिठाई की दुकान पर जाएँ और उनकी मलाईदार और झागदार लस्सी का आनंद लें, जो ताजे दही से बनाई जाती है और इलायची या गुलाब के अर्क से सुगंधित होती है। यह पारंपरिक पंजाबी पेय सोनीपत के माध्यम से आपकी पाक यात्रा को समाप्त करने का सही तरीका है।

Rajma Chawal at Prem Dhaba (Sonipat)

एक आरामदायक और घरेलू भोजन के लिए, प्रेम ढाबा जाएं और उनके स्वादिष्ट राजमा चावल का स्वाद लें। सुगंधित बासमती चावल के साथ मलाईदार किडनी बीन करी, एक क्लासिक संयोजन है जिसे स्थानीय लोगों और पर्यटकों द्वारा समान रूप से पसंद किया जाता है। एक अतिरिक्त सुखद स्पर्श के लिए ऊपर घी का एक टुकड़ा डालें।

Jalebis at Om Sweets (Sonipat)

सोनीपत की अपनी पाक कला की खोज को ओम स्वीट्स की गर्म और कुरकुरा जलेबी की थाली के साथ एक मीठे नोट पर समाप्त करें। मीठा के ये गहरे तले हुए, सिरप से लथपथ सर्पिल सोनीपत में एक लोकप्रिय मिठाई विकल्प हैं और एक कप मसाला चाय के साथ गर्म पाइपिंग का सबसे अच्छा आनंद लिया जाता है।

अंत में, सोनीपत एक पाक स्वर्ग है जो आपके स्वाद की कलियों को लुभाने के लिए मुँह में पानी लाने वाले व्यंजनों की एक विविध श्रृंखला प्रदान करता है। चाहे आप स्ट्रीट फूड के शौकीन हों या बढ़िया भोजन के शौकीन, इस शहर में सभी के लिए कुछ न कुछ है।

  • Hindi Learning Tips for Beginners: Master the Language with Ease 6 June 2024
  • The Art of Writing with AI: How to Create Human-Like Content 29 May 2024
  • Hindisiksa sexy bf video: A Comprehensive Guide to India’s Premier Video Publishing Platform 16 May 2024

essay on hockey in hindi

  • Top 10 tourist places in Sonipat (Sonipat me ghumne ke liye 10 sabse achi Jagah) 12 March 2024

Top 10 tourist places in Sonipat (Sonipat me ghumne ke liye 10 sabse achi Jagah)

Sonipat me ghumne ke liye 10 sabse achi Jagah: हरियाणा के मध्य में स्थित, सोनीपत एक ऐसा शहर है जो एक समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का दावा करता है। प्राचीन स्मारकों से लेकर जीवंत बाजारों तक, सोनीपत पर्यटकों को देखने के लिए विभिन्न प्रकार के आकर्षण प्रदान करता है। इस लेख में, हम सोनीपत … Read more

The Downsides of Living in Sonipat (Sonipat me rahne ke nuksaan)

Sonipat me rahne ke nuksaan: उत्तरी भारतीय राज्य हरियाणा का एक जीवंत शहर सोनीपत अपने ऐतिहासिक महत्व, शैक्षणिक संस्थानों और बढ़ते औद्योगिक क्षेत्र के लिए जाना जाता है। हालाँकि, किसी भी अन्य शहर की तरह, सोनीपत में भी चुनौतियों का अपना हिस्सा है जिसे निवासियों को प्रतिदिन पार करना पड़ता है। इस लेख में, हम … Read more

9 Benefits of Living in Sonipat: अंतहीन अवसरों वाला एक आकर्षक शहर

9 Benefits of Living in Sonipat: सोनीपत, भारतीय राज्य हरियाणा में स्थित एक शहर, शहरी सुविधाओं और ग्रामीण आकर्षण के अपने अनूठे मिश्रण के लिए निवासियों और पर्यटकों के बीच समान रूप से लोकप्रियता प्राप्त कर रहा है। अपने समृद्ध इतिहास से लेकर अपनी आधुनिक सुविधाओं तक, सोनीपत जीवन की एक उच्च गुणवत्ता प्रदान करता … Read more

Sonipat Haryana ki Sabse ache Cities me se ek kyon hai?

Sonipat Haryana ki Sabse ache Cities me se ek kyon hai: हरियाणा राज्य में स्थित एक सुंदर शहर सोनीपत को अक्सर अच्छे कारणों से “शिक्षा का शहर” कहा जाता है। अपने समृद्ध इतिहास, जीवंत संस्कृति और प्रभावशाली बुनियादी ढांचे के साथ, सोनीपत हरियाणा के सर्वश्रेष्ठ शहरों में से एक है। इस लेख में, हम उन … Read more

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

मेरा प्रिय हॉकी खेल पर निबंध Essay On Hockey In Hindi

नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है आज का निबंध मेरा प्रिय हॉकी खेल पर निबंध Essay On Hockey In Hindi पर दिया गया हैं.

सरल भाषा में स्टूडेंट्स के लिए राष्ट्रीय खेल हॉकी मेरा फेवरेट खेल पर निबंध दिया गया हैं उम्मीद करते है आपकों यह निबंध पसंद आएगा.

in this Essay On Hockey Match in English And Hindi article, we are sharing with you a short hockey live match broadcast and report. we all know hockey is India’s national game. it’s played all over the world.

major Dhyan Chand is called a Hockey magician in India. this Hockey Match essay can improve your information and knowledge about the hockey game and its rules.

Short Essay On Hockey Match in English

when and where the hockey match was played – this year in the month of January a hockey match was played on our college playground. between the star club and our college team.

teams-  both of the teams were very strong. they entered the field in their uniforms. two referees were present there. when the referee gave a long whistle the match began.

the brief description of the game-  at the first the game was rather dull but as time passed, the game becomes more and more interesting. once Narendra, the player of the star club got the ball.

he tries to put the ball into the goal. but our goalkeeper Laxman saved the goal. after some time our caption Suresh got the ball. he moved wind-like and reached the inner circle.

then he hit hard and put the ball into the goal. it was a clear goal. everyone cheered the caption. the onlookers clapped and shouted, bravo! well done.

result-  after the interval the game was brisk. the star club did its best to equalize the goal. but the players failed in their attempts, our college team could not score another goal too.

when the time was over the game stopped. our college won the match by one goal to nil. I enjoyed the match very much.

Short Essay On Hockey Match in Hindi Language

हॉकी मैच कब और कहाँ खेला गया था – इस साल जनवरी के महीने में हमारे कॉलेज के खेल के मैदान पर एक हॉकी मैच खेला गया था। स्टार क्लब और हमारी कॉलेज टीम के बीच।

टीम – दोनों टीमें बहुत मजबूत थीं। वे अपनी वर्दी में मैदान में प्रवेश किया। वहां दो रेफरी मौजूद थे। जब रेफरी ने एक लंबी सीटी दी तो मैच शुरू हुआ।

खेल का संक्षिप्त विवरण – खेल शुरू होने के साथ ही कुछ वक्त तक दोनों टीम में कुछ सुस्ती नजर आई. मगर समय बीतने के साथ ही, गेम अधिक से अधिक दिलचस्प हो जाता है। एक बार नरेंद्र, स्टार क्लब के खिलाड़ी ने गेंद को मिला।

वह गेंद को लक्ष्य में डालने की कोशिश करता है। लेकिन हमारे गोलकीपर लक्ष्मण ने गोल बचाया। कुछ समय बाद हमारे कप्तान सुरेश को गेंद मिली। वह हवा की तरह चले गए और भीतरी सर्कल में पहुंचे।

फिर उसने कड़ी मेहनत की और गेंद को गोल में डाल दिया। यह एक क्लीन गोल था। हर कोई कप्तान उत्साहित करता है। दर्शकों ने तालिय बजाई और बहुत बढ़िया, शाबास! शाबास की आवाजे गुजने लगी.

परिणाम – अंतराल के बाद खेल तेज था। स्टार क्लब ने लक्ष्य को बराबर करने के लिए अपनी पूरी कोशिश की। लेकिन खिलाड़ी अपने प्रयासों में असफल रहे, हमारी कॉलेज टीम भी एक और गोल नहीं कर सका।

जब समय खत्म हो गया था खेल बंद कर दिया। हमारे कॉलेज ने मैच को एक गोल से जीता। मैंने मैच का बहुत मज़ा लिया।

हॉकी पर निबंध Short Essay On Hockey Game In Hindi

हमारे देश में हॉकी का खेल काफी लोकप्रिय है. भारत में इस खेल के अनेक महान खिलाड़ी हुए है. जो विश्व में सर्वश्रेष्ट खिलाड़ी माने जाते है. हॉकी का खेल कब और किस देश में प्रारम्भ हुआ, इस संबंध में काफी विवाद है.

यह खेल हमारे देश में सनः 1905 में आरम्भ हुआ. ओलपिंक में भारत की हॉकी टीम ने सनः 1928 में सर्वप्रथम गई थी, और जीतकर आई थी. तब से भारतीय हॉकी टीम सभी अंतराष्ट्रीय मैचों और ओलम्पिक समारोहों में लगातार भाग लेती आ रही है.

खेल खेलने का ढंग (How to play game)

हॉकी शक्ति और स्फूर्ति का खेल है. इसमें दोनों टीमों के ग्यारह ग्यारह खिलाड़ी खेलते है. फुटबाल के खेल की तरह ही इसमें गोलकीपर, फोरवर्ड, बैक, हाफ बैक आदि खिलाड़ी होते है.

यह खेल 35-35 मिनट की अवधि का होता है. तथा हॉकी में 10 मिनट का मध्यांतर रहता है. इसके लिए निश्चित आकार के खेल मैदान की आवश्यकता रहती है. 

प्रत्येक खिलाड़ी के हाथ में स्टिक रहती है, जिससे वह गेंद को खेलता है. हॉकी के खेल के कई नियम तथा उपनियम होते है.

हॉकी का खेल कैसे खेला जाता है (How is the game of hockey played)

हॉकी मेरा प्रिय खेल है. एक बार हमारे विद्यालय में हॉकी टीम का आदर्श विद्या मन्दिर की टीम के साथ प्रदर्शन मैच हुआ. उस मैच में दोनों विद्यालय के छात्र दर्शक बने और उनका काफी मनोरंजन हुआ.

उस मैच में मैंने हाफ बैक बनकर काफी अच्छा प्रदर्शन भी किया. विपक्षी टीम के खिलाड़ी आयु में कुछ हमसे बड़े थे, इस कारण वे हमारी टीम को परेशान करते रहे.

किन्तु हाफ बैक की जगह में मैंने फुर्ती दिखाकर स्टिक का कलापूर्ण उपयोग किया, जिसके चलते विपक्षी टीम हम पर कोई गोल नही कर सकी. खेल के अंतिम क्षणों में मैंने फॉरवर्ड खिलाड़ी को एक ऐसा पास दिया कि जिससे वह विपक्षी टीम के पेनल्टी में पहुचकर एक गोल करने में सफल रहा.

इस प्रकार गोल होते ही हमारे सभी खिलाड़ी ख़ुशी से उछल पड़े. मैदान के चारों और दर्शको ने तालियाँ बजाई और हमारा उत्साह बढ़ाया.

खेल का समय शीघ्र ही समाप्त हो गया तथा हम एक गोल से विजयी रहे. खेल समाप्ति के बाद गुरुजनों ने हमे बधाई दी और हम हर्षोल्लास के साथ अपने विद्यालय में लौट आए.

इस तरह हॉकी का खेल टीम भावना का परिचायक है. इसमे प्रत्येक खिलाड़ी का पूरा सहयोग रहता है. तभी टीम को विजय मिलती है.

स्वास्थ्य लाभ की द्रष्टि से इस खेल का विशेष महत्व है. इससे शरीर के स्नायु तन्त्र में स्वच्छ रक्त का संचार होता है और विशेष स्फूर्ति आती है. इससे अच्छा मनोरंजन भी हो सकता है.

Essay On Hockey In Hindi Language For Students

भारत के नेशनल गेम हॉकी की गणना दुनियां के लोकप्रिय खेलों में की जाती हैं. उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर यह तो नहीं कहा जा सकता कि हॉकी खेल की शुरुआत कब और कहाँ से हुई.

मगर आधुनिक हॉकी के प्रारूप का जन्मदाता ब्रिटेन को ही माना जाता हैं. तथा इन्हें ही भारत में इस खेल को लाने तथा लोकप्रिय बनाने का श्रेय जाता हैं.

पहली बार हॉकी एक अंतर्राष्ट्रीय खेल के रूप में 19 वीं शताब्दी में सामने आया. वर्ष 1924 में अंतर्राष्ट्रीय हॉकी संघ की स्थापना हुई तथा इसका आयोजन विश्व भर में किया जाने लगा.

आने वाले कुछ सालों में इस खेल को ओलपिंक से लेकर राष्ट्र्मंडल, एशियाई खेलों में तथा सभी बड़े टूर्नामेंट में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हो गया.

वर्ष 1974 को हॉकी के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया, क्योंकि इसी वर्ष पुरुष और महिला दोनों वर्ग के लिए विश्वकप की शुरुआत की गई थी. एक सीमित समय में अच्छा मनोरंजक द्रश्य उपस्थित कर पाने में सफल रहे इस खेल ने दुनिया भर में अपनी छाप छोड़ी.

एक विशिष्ट माप के मैदान में हॉकी का खेल खेला जाता हैं. भारत में इस खेल का यही स्वरूप सर्वाधिक लोकप्रिय रहा है. कुछ बर्फीले देशों में आइस हॉकी अधिक चलन में हैं. इस खेल में दो दल होते है तथा प्रत्येक दल में 11-11 सदस्य होते हैं.

घास से भरे मैदान में इस खेल को खेला जाता हैं. विज्ञान की प्रगति ने हॉकी के खेल मैदान में कृत्रिम घास की तकनीक भी दे दी है जिसके चलते इसकों मनचाहे स्थान पर खेलना भी संभव हो पाया हैं.

यह खेल फुटबाल से कुछ मिलता जुलता ही है जिसमें एक रबड़ अथवा कठोर प्लास्टिक की बॉल को स्टिक की मदद से विपक्षी खेमे के गोल में दागने का प्रयत्न रहता हैं. दूसरी टीम गोल बचाव का प्रयत्न करती हैं.

यदि कोई टीम इस बॉल को विपक्षी खेमे के गोल में डाल देने में सफल हो जाता हैं तो उसे एक गोल कहा जाता हैं, खेल की समाप्ति पर जो टीम खेल के समाप्ति समय तक सर्वाधिक गोल करती है उसे विजयी घोषित कर दिया जाता हैं.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हॉकी पर निबंध हिंदी | Hockey Essay in Hindi

हॉकी एक बहुत लोकप्रिय और रोमांचकारी खेल है। यह हमारा राष्ट्रीय खेल भी है। हॉकी में शक्ति, स्फूर्ति और कौशल की आवश्यकता होती है। यह दो दलों के बीच खेला जाता है। प्रत्येक टीम में 1111 खिलाड़ी होते हैं। यह खेल 70 मिनट तक खेला जाता है। 35 मिनट के बाद में 10 मिनट का अवकाश और विश्राम रहता है। विश्राम के बाद पाले बदल दिये जाते हैं। हॉकी के खेल का मैदान 100 गज लम्बा और 60 गज चौड़ा होता है। दोनों छोरों पर दो गोल होते हैं। प्रत्येक गोल की लम्बाई 12 फिट तथा ऊंचाई 6 फिट होती है।

हॉकी स्टिक और बॉल से.खेली जाती है। स्टिक का एक छोर गोलाई में मुड़ा हुआ होता है। इससे बॉल को मारकर गोल में ले जाने का प्रयत्न किया जाता है। हॉकी का खेल राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय, स्थानीय आदि सभी स्तरों पर खेला जाता है। यह ऑलम्पिक्स में भी खेला जाता है। इसमें जो गति, स्फूर्ति, उत्तेजना और रोमांच होता है, वह दर्शनीय है।

हॉकी पुरुष तथा महिलायें दोनों खेलते हैं। हॉकी के साथ 80 से अधिक देश जुड़े हुये हैं। अन्य देशों में भी यह खेल फैलता जा रहा है। दिनप्रतिदिन इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। भारत का इस खेल के साथ गहरा और अटूट संबंध रहा है। भारत के प्रसिद्ध खिलाड़ी ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर कहा जाता है। उन जैसा महान हॉकी खिलाड़ी दूसरा आज तक पैदा नहीं हुआ। भारत ने कई अन्य महान हॉकी खिलाड़ी पैदा किये हैं। पिछले कुछ वर्षों में आस्ट्रेलिया, जर्मनी, हॉलैण्ड, इंग्लैंड आदि देशों ने भी हॉकी में बड़ा नाम कमाया है। पाकिस्तान का भी हॉकी में बड़ा नाम है। फुटबाल और क्रिकेट की तरह हॉकी भी बड़ा लोकप्रिय खेल है।

  • भारत में किसानों की स्थिति पर निबंध
  • हमारा राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध
  • विद्या पर निबंध
  • धन का सदुपयोग निबंध
  • परीक्षा के बाद मैं क्या करूँगा निबंध
  • बाढ़ का दृश्य पर निबंध
  • हिमालय पर्वत पर निबंध
  • गाय पर निबंध
  • दूरदर्शन की उपयोगिता पर निबंध

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध (National Game Hockey Essay In Hindi)

बहुत से देशो की तरह भारत में भी हॉकी खेल ज़्यादातर लोग खेलते है। स्कूल, कॉलेज और कई शिक्षा संस्थानों में हॉकी खेल को खेला जाता है। हॉकी एक अंतराष्ट्रीय खेल है। हॉकी खेल की शुरुआत ब्रिटिश लोगो ने की थी।

गोल की विशेषता

जो टीम सफलतापूर्वक अधिक गोल स्कोर करती है, वह मैच जीत जाती है। इसके अलावा स्टिक के आयाम और गेंद के वजन के नियमो का उल्लेख किताबों में पहले से ही निर्धारित  है।

भारत में हॉकी खेल

Related Posts

इंद्रधनुष पर निबंध (rainbow essay in hindi), ओणम त्यौहार पर निबंध (onam festival essay in hindi), ध्वनि प्रदूषण पर निबंध (noise pollution essay in hindi).

Hindimeदुनिया

चलो भीड़ से अलग

Home → Essay

हॉकी पर निबंध मेरा प्रिय खेल & hockey par nibandh in hindi, essay on hockey n hindi मेरा प्रिय खेल हॉकी पर निबंध.

Table of Contents

हॉकी एक ऐसा खेल है जिसमें दो टीमें लकड़ी या कठोर धातु या फाईबर से बनी विशेष लाठी (स्टिक) की सहायता से रबर या कठोर प्लास्टिक की गेंद को अपनी विरोधी टीम के नेट या गोल में डालने की कोशिश करती हैं।

हॉकी क्या है? हॉकी पर निबंध व हॉकी के बारे में

हॉकी का प्रारम्भ वर्ष 2010 से 4,000 वर्ष पूर्व मिस्र में हुआ था। इसके बाद बहुत से देशों में इसका आगमन हुआ पर उचित स्थान न मिल सका। भारत में इसका आरम्भ 150 वर्षों से पहले हुआ था। 11 खिलाड़ियों के दो विरोधी दलों के बीच मैदान में खेले जाने वाले इस खेल में प्रत्येक खिलाड़ी मारक बिंदु पर मुड़ी हुई एक छड़ी (स्टिक) का इस्तेमाल एक छोटी व कठोर गेंद को विरोधी दल के गोल में मारने के लिए करता है। बर्फ़ में खेले जाने वाले इसी तरह के एक खेल आईस हॉकी से भिन्नता दर्शाने के लिए इसे मैदानी हॉकी कहते हैं। चारदीवारी में खेली जाने वाली हॉकी, जिसमें एक दल में छह खिलाड़ी होते हैं और छह खिलाड़ी परिवर्तन के लिए रखे जाते हैं।

हॉकी गेम इन हिंदी – Mera Priya Khel Hockey in Hindi

हॉकी के विस्तार का श्रेय, विशेषकर भारत और सुदूर पूर्व में, ब्रिटेन की सेना को है। अनेक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आह्वान के फलस्वरूप 1971 में विश्व कप की शुरुआत हुई। हॉकी की अन्य मुख्य अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं हैं- ओलम्पिक, एशियन कप, एशियाई खेल, यूरोपियन कप और पैन-अमेरिकी खेल। दुनिया में हॉकी निम्न प्रकार से खेली जाती है।

हॉकी का इतिहास

हॉकी खेल का उद्गम सदा से ही विवाद का विषय रहा है। एक मत के अनुसार ईसा से दो हजार वर्ष पूर्व हॉकी का खेल फारस में खेला जाता था। यह खेल आधुनिक हॉकी से भिन्न था। कुछ समय बाद यह खेल कुछ परिवर्तित होकर यूनान (वर्तमान ग्रीस) पहुंचा जहां यह इतना प्रचलित हुआ कि यह यूनान की ओलंपिक प्रतियोगिता में खेला जाने लगा। धीरे-धीरे रोमवासियों में भी इस खेल के प्रति रुझान बढ़ा और रोम भी यूनान के ओलंपिक में इसे खेलने लगा। हॉकी की शुरुआत आरंभिक सभ्यताओं के युग से मानी जाती है। हॉकी खेलने के अरबी, यहूदी, फ़ारसी और रोमन तरीक़े रहे और दक्षिण अमेरिका के एज़टेक इंडियनों द्वारा छड़ी से खेले जाने वाले एक खेल के प्रमाण भी मिलते हैं। आरंभिक खेलों हर्लिंग और शिंटी जैसे खेलों के रूप में भी हॉकी को पहचाना गया है। मध्य काल में छड़ी से खेला जाने वाला एक फ़्रांसीसी खेल हॉकी प्रचलित था और अंग्रेज़ी शब्द की उत्पत्ति शायद इसी से हुई है।

19वीं शताब्दी के प्रारंभिक वर्षों में भारत में इस खेल के विस्तार का श्रेय मुख्य रूप से ब्रिटिश सेना को जाता है और एक स्वाभाविक परिणाम के रूप में यह खेल छावनी नगरों व उसके आसपास तथा युद्धप्रिय समझे जाने वाले लोगों और सैनिकों के बीच फला-फूला हैं।

सैनिक छावनियों वाले सभी नगर, जैसे लाहौर, जालंधर, लखनऊ, झांसी, जबलपुर भारतीय हॉकी के गढ़ थे। मगर इस खेल को विभाजन-पूर्व भारत की कृषि प्रधान भूमि के मेहनती और बलिष्ठ पंजाबियों ने स्वाभाविक रूप से सीखा।

अंग्रेज़ी विद्यालयों में हॉकी खेलना 19वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में शुरू हुआ और दक्षिण-पूर्वी लंदन के ब्लैकहीथ में पुरुषों के पहले हॉकी क्लब का विवरण 1861 की एक विवरण-पुस्तिका में मिलता है। पुरुषों की मैदानी हॉकी को 1908 और 1920 में ओलम्पिक खेलों में खेला गया और 1928 से इसे स्थायी तौर पर ओलम्पिक में शामिल कर लिया गया।

आधुनिक युग में पहली बार ओलंपिक में हॉकी २९ अक्टूबर, १९०८ में लंदन में खेली गई। इसमें छह टीमें थीं। १९२४ में ओलपिंक में अंतर्राष्ट्रीय कारणों से यह खेल शामिल नहीं हो सका। ओलंपिक से हॉकी के बाहर हो जाने के बाद जनवरी, १८८४ में अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन) की स्थापना हुई। हॉकी का खेल एशिया में भारत में सबसे पहले खेला गया। पहले दो एशियाई खेलों में भारत को खेलने का अवसर नहीं मिल सका, किन्तु तीसरे एशियाई खेलों में भारत को पहली बार ये अवसर हाथ लगा। हॉकी में भारत का प्रदर्शन काफ़ी अच्छा रहा है। भारत ने हॉकी में अब तक ओलंपिक में आठ स्वर्ण, एक और दो कांस्य पदक जीते हैं। स्वतंत्र भारत ने इसे अपना राष्ट्रीय खेल भी घोषित किया है। इसके बाद भारत ने हॉकी में अगला स्वर्ण पदक १९६४ और अंतिम स्वर्ण पदक १९८० में जीता। १९२८ में एम्सटर्डम में हुए ओलंपिक में भारत ने नीदरलैंड को ३-० से हराकर पहला स्वर्ण पदक जीता था। १९३६ के खेलों में जर्मनी को ८-१ से मात देकर विश्व में अपनी खेल क्षमता सिद्ध की। १९२८, १९३२ और १९३६ के तीनों मुकाबलों में भारतीय टीम का नेतृत्व हॉकी के जादूगर नाम से प्रसिद्ध मेजर ध्यानचंद ने किया। १९३२ के ओलपिंक में हुए ३७ मैचों में भारत द्वारा किए गए ३३० गोल में ध्यानचंद ने अकेले १३३ गोल किए थे।

दुनिया में अन्य खेल भी हॉकी से जन्मे हैं।

बाँडी फर्शबॉल रिंक हॉकी शिन्नी वायु हॉकी जल हॉकी मेज़ हॉकी सड़क हॉकी झाड़ू बॉल (ब्रूम बाल)

हॉकी का मैदान

यह खेल चौकोर मैदान पर 11 खिलाड़ियों वाले दो दलों के बीच खेला जात है। यह मैदान 91.4 मीटर लंबा और 55 मीटर चौड़ा होता है, इसके केंद्र में एक केंद्रीय रेखा व 22.8 मीटर की दो अन्य रेखाएँ खिंची होती हैं। गोल की चौड़ाई 3.66 मीटर व ऊँचाई 2.13 मीटर होती है।

बॉडी की मसल्स कैसे बनायें Body ki Muscles Kaise Banaye

इस ब्लॉग के निर्माता हिमांशु सक्सैना हैं जो बुलन्दशहर जिले के निवासी हैं | इन्हें अपनी मातृ भाषा हिन्दी से काफी प्रेम है इसलिये इन्हे हिन्दी में लिखने का शोक भी है | लोगो के दिमाग में आज भी यही बात जुबान पर रहती है कि जो कुछ भी है वो इंग्लिश से है, इस बात को गलत साबित करने के उद्देश्य से ही इन्होने इस ब्लॉग का निर्माण किया है |

अगर आप भी हमारे इस ब्लॉग पर अपना पोस्ट लिखना चाहते है तो आप इस लिंक => https://hindimedunia.com/guest-post/ पर जाकर अपनी सामग्री हमे भेज सकते है | हम लोग आपका नाम के साथ आपका लिखा हुआ ब्लॉग भी पोस्ट करेंगे |

We are accepting paid Sponsorship & paid Guest posts.

Contact Us लिंक => https://hindimedunia.com/contact-us/ पर क्लिक करके हमसे direct contact कर सकते है |

अगर आपको Hindimedunia की पोस्ट अच्छी लगे तो अपने दोस्तों को भी जरूर शेयर करें |

Healthy Food in Hindi Essay : संतुलित आहार किसे कहते हैं? अर्थ & चार्ट

Hindi diwas day essay & speech in hindi : हिंदी दिवस पर निबंध & भाषण, महत्व, recommended posts for you, sparrow in hindi essay: चिड़िया पर निबंध 500 words, भारतीय संस्कृति पर निबंध : indian culture essay in hindi, essay on noise pollution in hindi ध्वनि प्रदूषण पर निबंध, ध्वनि प्रदूषण क्या है कारण & रोकने के उपाय, comments (0), leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Sudhbudh

भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध | Hockey Essay in Hindi

Essay on Hockey in Hindi

राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध | HOCKEY ESSAY IN HINDI 

Essay on Hockey in Hindi

आज हम राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध (Essay On National Game Hockey In Hindi) लिखेंगे। राष्ट्रीय खेल हॉकी पर लिखा यह निबंध (bharat ka rashtriya khel hockey par nibandh) बच्चों (kids) और class 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद हो सकता है. इसे speech, Paragraph और Nibandh के रूप में भी प्रस्तुत कर सकते हैं. 

राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध (National Game Hockey Essay In Hindi)

Table of Contents

हॉकी का इतिहास और उत्पत्ति 

ऐसा माना जाता है कि हॉकी का खेल अपने आरंभिक रूप में हलिंग और शिंटी नामों से खेला जाता था। मध्यकाल में छड़ी द्वारा खेला जाने वाला फ्रांसीसी खेल ‘हॉकी’ प्रचलित था, जो आज पूरे विश्व में खेला जाता है। आधुनिक जगत में 1971 में हॉकी विश्वकप प्रतियोगिता का आरंभ हुआ। आज हॉकी की अनेक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएँ होती हैं; जैसे-यूरोपियन कप, विश्व कप, एशियाई कप आदि।

हॉकी का विस्तार 

भारत में हॉकी के विस्तार का श्रेय मुख्य रूप से ब्रिटिश सेना को जाता है। 19वीं शताब्दी में अंग्रेजी विद्यालयों में हॉकी खेलने की शुरुआत हुई। 1908 में हॉकी को पहली बार ओलंपिक में शामिल किया गया। 1980 में महिला हॉकी टीम ओलंपिक में शामिल की गई। धीरे-धीरे यह खेल महिलाओं का लोकप्रिय खेल बन गया। इसे विद्यालयों, महाविदयालयों, क्लवों आदि में खेला जाने लगा।

हॉकी के ज़रूरी नियम 

हॉकी की टीम में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। पाँच खिलाड़ी फॉरवर्ड, तीन हाफ़बैक, दो फुलबैक और एक गोलकीपर होता है। हॉकी खेलने का मैदान चौकोर होता है। इसके केंद्र में एक केंद्रीय रेखा और दो अन्य रेखाएँ खींची जाती हैं। हॉकी का खेल एक छड़ी (स्टिक) तथा गेंद के द्वारा खेला जाता है। एक खेल में 35 मिनट के दो भाग होते हैं, जिनमें 5 से 10 मिनट का अंतराल होता है। खेल केवल किसी खिलाड़ी को चोट लगने की स्थिति में हो रोका जाता है। गोलकीपर मोटे और हलके पैड पहनता है। उसे शरीर या पैर की मदद से गेंद रोकने की इजाजत होती है। अन्य खिलाड़ी गेंद को केवल स्टिक से ही रोकते हैं।

हॉकी में खिलाड़ियों दवारा कई तरह की गलतियाँ भी की जाती हैं, जिन्हें फाउल कहते हैं। अधिकांशतः फाउल के दंड के रूप में विरोधी दल को एक फ्री हिट दी जाती है। खेल के प्रत्येक भाग के लिए एक निर्णायक रेफ़री होता है।

हॉकी का भारत में इतिहास 

भारत में यह खेल सर्वप्रथम कोलकाता में खेला गया था। भारतीय टीम का गठन सबसे पहले वहीं हआ था। 26 मई को भारतीय हॉकी टीम पहली बार ओलंपिक खेलों में शामिल हुई और विजयी हुई थी। भारत के पास ओलंपिक स्वर्ण पदकों के उत्कृष्ट रिकॉर्ड हैं। हॉकी के प्रसिद्ध खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को ‘हॉकी का जादूगर’ कहा जाता था। 1928 से 1956 तक भारत में हॉकी का स्वर्णिम काल था। इस दौरान भारत ने हॉकी में 6 ओलंपिक पदक जीते थे।आज भी हॉकी का खेल भारत में खूब खेला जाता है।

उम्मीद है आपको ये Hindi Essay on ” National Game Hockey “, “हॉकी का हिंदी में लेख”, “Hockey ka Lekh aur Essay” Hindi Essay for Class 5, 6, 7, 8, 9 and 10 अच्छा लगा होगा. 

Share this:

' src=

Sudhbudh.com

Related posts.

National Technology Day

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 11 मई : परिचय, महत्व और भूमिका

Labour Day Speech Essay In Hindi

Labour Day Speech Essay In Hindi | मजदूर दिवस पर भाषण निबंध

Earth Day Speech in Hindi

Earth Day Speech in Hindi : विश्व पृथ्वी दिवस पर आसान भाषण

Hum Ko Man Ki Shakti Dena

School Prayer: हमको मन की शक्ति देना / Humko Man ki Shakti Dena

Daya Kar Daan Vidya Ka

School Prayer: दया कर दान विद्या का / Daya Kar Dan Vidya Ka

water day speech

World Water Day Speech: विश्व जल दिवस पर भाषण

This post has one comment.

  • Pingback: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 11 मई : परिचय, महत्व और भूमिका

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

  • Terms and Conditions

essay on hockey in hindi

People have wished team india

essay on hockey in hindi

Thank you! You have wished India.We are giving away an iPhone.

essay on hockey in hindi

We will announce winners soon.

Use WISHINDIA200 for Rs.200 off HT Premium Subscription Redeem Now

Menu

  • Latest News

Crickit

  • Entertainment
  • Real Estate
  • Wish Team India Luck
  • T20 World Cup 2024
  • Crickit Predictor
  • World Cup Schedule 2024
  • World Cup Most Wickets
  • World Cup Points Table
  • Budget 2024
  • The Interview
  • Web Stories
  • Virat Kohli
  • Mumbai News
  • Bengaluru News
  • Daily Digest
  • Election Schedule 2024

HT

An underrated icon for thindi

Sometimes, i find that the word underrated is quite overused.

Sometimes, I find that the word underrated is quite overused. However, in this particular case, it is a reasonable description of the place we are talking about this week. Gandhi Bazaar. Basavanagudi. Flower market, fruit stalls. The Thindi scene is epitomized by arguably the most iconic place in Bengaluru – Vidyarthi Bhavan. A place established before our country got independence. And it is a fantastic place.

An underrated icon for thindi

However, it turns out that it is not even the oldest place in the neighborhood. That distinction belongs to Mahalakshmi Tiffin Room. Also called MLTR, which many people have jokingly equated to the band Michael Learns To Rock. It is located in the extended DVG road off the Gandhi bazaar circle. It is a little hard to locate as it is away from the heart of Gandhi bazaar, but once you see it, you witness a quick visage of that era. The name board is worn out. The pale yellow oval catches your attention, where ETSD 1926 is embedded. In red font, which doesn’t offer a good contrast against a faded blue background. None of this matters.

A characteristic of many iconic places in Bangalore is that sometimes, they just don’t care about publicizing themselves. There is no shortage of customers, and those who know it, stay loyal to it. Once you enter MLTR, you see checkered floor, wooden tables and benches for sitting, the tables have marble tops and the benches are orange. The food is simple. Vintage Udupi stype thindi. Their signatures are sagu masal dosE, masal dosE, bread toast and sagu with in house ketchup (I am personally not a fan of that ketchup though). The food is fantastic. No frills, no theatrics, no dousing of fats. Just simple, good, flavours. The idli is a typical akki ravE idli that soaks in the sambar and chutney beautifully. The kesari bath is an essay on extracting flavours with minimal fats. The prices are quite reasonable in spite of seating and service. It is not a darshini, per se, but it is one of the oldest places in Namma ooru and it often gets lost when one peruses current media for places to eat in Bengaluru. But I don’t thinkthe owners really care. They have a cult following regardless.

Get World Cup ready with Crickit ! From live scores to match stats, catch all the action here. Explore now!

Get Current Updates on India News , Budget 2024 , Weather Today along with Latest News and Top Headlines from India and around the world.

Join Hindustan Times

Create free account and unlock exciting features like.

essay on hockey in hindi

  • Terms of use
  • Privacy policy
  • Weather Today
  • HT Newsletters
  • Subscription
  • Print Ad Rates
  • Code of Ethics

healthshots

  • Live Cricket Score
  • India Squad
  • T20 World Cup Schedule
  • Cricket Teams
  • Cricket Players
  • ICC Rankings
  • Cricket Schedule
  • Points Table
  • T20 World Cup Australia Squad
  • Pakistan Squad
  • T20 World Cup England Squad
  • India T20 World Cup Squad Live
  • T20 World Cup Most Wickets
  • T20 World Cup New Zealand Squad
  • Other Cities
  • Income Tax Calculator
  • Petrol Prices
  • Diesel Prices
  • Silver Rate
  • Relationships
  • Art and Culture
  • Taylor Swift: A Primer
  • Telugu Cinema
  • Tamil Cinema
  • Board Exams
  • Exam Results
  • Competitive Exams
  • BBA Colleges
  • Engineering Colleges
  • Medical Colleges
  • BCA Colleges
  • Medical Exams
  • Engineering Exams
  • Horoscope 2024
  • Festive Calendar 2024
  • Compatibility Calculator
  • The Economist Articles
  • Lok Sabha States
  • Lok Sabha Parties
  • Lok Sabha Candidates
  • Explainer Video
  • On The Record
  • Vikram Chandra Daily Wrap
  • EPL 2023-24
  • ISL 2023-24
  • Asian Games 2023
  • Public Health
  • Economic Policy
  • International Affairs
  • Climate Change
  • Gender Equality
  • future tech
  • Daily Sudoku
  • Daily Crossword
  • Daily Word Jumble
  • HT Friday Finance
  • Explore Hindustan Times
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
  • Subscription - Terms of Use

Login

हॉकी पर निबन्ध | Essay on Hockey in Hindi

essay on hockey in hindi

हॉकी पर निबन्ध | Essay on Hockey in Hindi!

हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है । हॉकी एक लोकप्रिय खेल है, जिस प्रकार यह खेल भारतवर्ष में कई वर्षों से खेला जा रहा है उससे यह प्रतीत होता है कि यह खेल भारतीय है । वास्तविकता यह है, कि भारतवर्ष में हॉकी को अंग्रेजों ने शुरू किया था । भारतीय इस खेल में दक्ष हो गए और अन्तर्राष्ट्रीय मैचों में विजय प्राप्त करके नाम कमाया ।

बहुत पहले ईरान के लोग बल्लों से एक खेल खेला करते थे । यह खेल हॉकी से मिलता था । किन्तु वह खेल हॉकी की तरह बढ़िया नहीं था । ईरानियों से यह खेल यूनानियों ने सीखा और उसे रोम तक पहुंचाया। वर्ष 1921 में एथेन्स में हुई खोज के आधार पर इस बात की पुष्टि हुई, कि यूरोप – यह खेल पूर्व से ही पहुंचा । किन्तु आधुनिक हॉकी से मिलता-जुलता खेल पहली बार इंग्लैण्ड में ही खेला गया उस समय यदि 14 मीटर से ज्यादा की दूरी से गोल किया जाता तो उसे गोल नहीं माना जाता था ।

किन्तु तब तक गोल वृत्त नहीं बनाया जाता था । जिस प्रकार की हाँकी अब खेली जा रही है हॉकी का जन्म 1886 में तब हुआ जब हाँकी एसोसियेशन की स्थापना हुई । इसके बाद इंग्लैण्ड और आयरलैंड के मध्य वर्ष 1895 में पहला अन्तर्राष्ट्रीय मैच खेला गया ।

ADVERTISEMENTS:

हॉकी का खेल दो टीमों के मध्य खुले मैदान में खेला जाता है । प्रत्येक टीम में ग्यारह-ग्यारह खिलाड़ी होते हैं । प्रत्येक टीम गोल करने का प्रयत्न करती है । हॉकी का मैदान 92 मीटर लम्बा और 52 से 56 मीटर चौड़ा होता है । हॉकी के खेल में गेंद, हाँकी, चुस्त ड्रैस, हल्के मजबूत और सही नाप के केनवास के जूते, झंडियां, गोल के खंभे तथा तख्ते तथा गोल की जालियां आदि चीजें काम आती हैं । हॉकी का खिलाड़ी स्वस्थ तथा मजबूत होना चाहिए ।

उसमें इतनी शक्ति होनी चाहिए कि वह दो-तीन घंटे सक्रियता तथा एकाग्रता से खेल सके और तेजी से दौड़ सके । हॉकी के खिलाड़ी में फुर्तीलापन, तत्काल निर्णय लेने की शक्ति तथा सहिष्णुता होनी चाहिए । हाँकी के खेल में सहयोग तथा सद्‌भावना जरूरी है, अकेला खिलाड़ी कुछ नहीं कर सकता । कुछ खिलाड़ी ड्रिबलिंग से दूसरे दर्शकों को मुग्ध कर देते हैं किन्त, यह अच्छा खेल नहीं है । वर्ष 1908 में हॉकी को ओलम्पिक खेलों में शामिल कर लिया गया ।

उस वर्ष जो अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता हुई उसमें केवल इंग्लैण्ड, स्कॉटलैड, वैल्स, आयरलैंड, जर्मनी तथा फ्रांस ने भाग लिया । पहले हॉकी के खेल में भरपूर मनोरंजन प्रदान करने की ओर ध्यान दिया जाता था । अब यह खेल विजय-पराजय को ध्यान में रखकर खेला जाता है ।

भारत ने ओलम्पिक हॉकी में सन् 1928 में पहली बार भाग लिया । भारत में अंतिम स्पर्धा में हालैंड को 3० गोल से पराजित करके हॉकी जगत में अपने नाम का सिक्का जमा दिया । चार वर्ष बाद लॉस एंजिल्स में भारत ने फिर से स्वर्ण पदक प्राप्त किया ।

भारतीय खिलाड़ी ड्रिबलिंग में कुशल थे । 1936 की भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मेजर ध्यानचंद को जिन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाता था और उन जैसा हॉकी का जादूगर विश्व में अभी तक नहीं हुआ है । देश में अभी हाल ही में उनका 100वां जन्मदिवस मनाया गया । भारतीय खिलाड़ियों का गेंद पर सदैव नियंत्रण रहता था और वे पास देने में भी कुशल थे । प्रत्येक खिलाड़ी प्रतिरक्षा तथा आक्रमण करना जानता था । भारतीय खिलाड़ियों में टीम की भावना थी । वे राष्ट्र के लिए खेलते थे ।

Related Articles:

  • एक हॉकी मैच पर अनुच्छेद | Paragraph on A Hockey Match in Hindi
  • हॉकी मैच | Hockey Match in Hindi
  • लोकप्रिय खेल पर निबन्ध | Essay on Popular Games in Hindi
  • क्रिकेट पर निबन्ध | Essay for Kids on Cricket in Hindi

IMAGES

  1. 10 lines essay on hockey in hindi

    essay on hockey in hindi

  2. हॉकी पर निबंध

    essay on hockey in hindi

  3. भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध

    essay on hockey in hindi

  4. hockey par nibandh/10 lines on hockey in hindi/essay on hockey in hindi/essay on national sports

    essay on hockey in hindi

  5. हॉकी के बारे में 10 लाइन

    essay on hockey in hindi

  6. हॉकी पर निबंध। राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध। essay on hockey in hindi। hockey par nibandh hindi mein

    essay on hockey in hindi

VIDEO

  1. Sidney Crosby Pittsburgh Penguins

  2. 10 Lines On Hockey In English| 10 Lines Essay On Hockey

  3. Quotations for essay a hockey match #youtubeshorts

  4. A Hockey Match || Essay On Hockey Match || National Sports #studentsuccess

  5. 10 lines on hockey in english

  6. Hockey Essay Writing in English || Essay on Hockey in English || Hockey in English

COMMENTS

  1. हॉकी पर निबंध

    हॉकी पर निबंध (Hockey Essay in Hindi) By अर्चना सिंह / January 13, 2017. हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है हालांकि, सभी देशों के द्वारा खेला जाता है। यह तेज खेला जाने ...

  2. हॉकी

    इतिहास. हॉकी खेल Archived 2023-06-06 at the वेबैक मशीन का उद्गम सदा से ही विवाद का विषय रहा है। एक मत के अनुसार ईसा से दो हजार वर्ष पूर्व हॉकी का खेल फारस में खेला जाता था ...

  3. हॉकी पर निबंध

    यहां हम हॉकी पर निबंध (Essay on Hockey in Hindi) लेख लेकर आए हैं। इस लेख के जरिए आप हॉकी खेल के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

  4. हॉकी पर निबन्ध

    Get some Essay on Hockey in Hindi. भारतीय लोगों को हॉकी खेल बहुत अधिक पसंद आया इसीलिए 1928 से 1956 के बीच हुए ओलंपिक में भारत ने 6 स्वर्ण पदक जीते थे.

  5. हॉकी पर छोटा निबंध। Short Essay on Hockey in Hindi

    SHARE: Admin. हॉकी पर छोटा निबंध। Short Essay on Hockey in Hindi : हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है। हॉकी एक लोकप्रिय खेल है जिस प्रकार यह खेल भारतवर्ष में कई ...

  6. हॉकी पर निबंध : Short and Long Essay on Hockey in Hindi

    हॉकी पर निबंध : Essay on Hockey in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें 'हॉकी पर निबंध' से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है। यदि आप हॉकी पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है?

  7. Long Essay on Hockey in Hindi Language 500 Words हॉकी पर निबंध

    Essay on Hockey in Hindi in 500 Words. हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है जिसे दुनिया के सभी देशों द्वारा खेला जाता है जैसे- हॉलैंड, जर्मनी, पाकिस्तान ...

  8. Essay on Hockey in Hindi

    Essay on Hockey in Hindi - हॉकी पर निबंध: Short Essay on My Favourite Game Hockey in Hindi Language for Students of all Classes in 200, 300, 400 Words

  9. हॉकी पर निबंध

    हॉकी पर निबंध (Essay on hockey in Hindi). हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है, फिर भी बच्चों को क्रिकेट और फुटबॉल के बारे में जितना ज्ञान है वह शायद हॉकी के बारे में उतना नहीं है.

  10. हॉकी पर निबंध

    राष्ट्रीय खेल: हॉकी पर निबंध! Here is an essay on 'National Game- Hockey' in Hindi language. भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी विश्व के लोकप्रिय खेलों में से एक है । इसकी शुरूआत कब हुई ? यह तो ...

  11. Essay on hockey in hindi, article, paragraph: हॉकी पर निबंध

    हॉकी पर निबंध, hockey essay in hindi (300 शब्द) हॉकी एक बाहरी खेल है जिसे दो टीमों द्वारा खेला जाता है जिसमें प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं ...

  12. Essay on Hockey in Hindi

    Saurabh. -. Essay on Hockey in Hindi: हॉकी की खेल काफी लंबे समय से चलते आ रही एक लोकप्रिय खेल है। इस खेल की शुरुआत 1272 ईसा पूर्व से पहले आयरलैंड में हुई थी ...

  13. हॉकी पर निबंध

    हॉकी पर निबंध Essay on Hockey in Hindi पर हिंदी निबंध, भाषण, अनुच्छेद आदि लेकर आए हैं। भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी पर जिसे हमारे देश सहित पूरे संसार मे ...

  14. Hockey : Essay in Hindi

    देवनारायण जयंती Bhagwan Devnarayan Story in Hindi; हिंदी भाषा पर निबंध एवं संवैधानिक उपबंध - Essay on Hindi Bhasa; सत्य का महत्व और सुविचार-Quotes on Truth

  15. Essay on Hockey in Hindi- हॉकी पर निबंध

    Essay on Shiksha Mein Khel Ka Mahatva in Hindi. हॉकी पर निबंध- Essay on Hockey in Hindi. खेल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। भारत का राष्टरीय खेल हॉकी है। इस खेल में भारतीयों ...

  16. Hockey essay in Hindi (हॉकी पर निबंध)

    हॉकी hockey essay in hindi (हॉकी पर निबंध), जिसे "पृथ्वी का सबसे तेज़ खेल" कहा जाता है, एक रोमांचक खेल है जो दशकों से पूरी दुनिया में प्रशंसकों को मोहित करता रहा है।

  17. मेरा प्रिय हॉकी खेल पर निबंध

    in this Essay On Hockey Match in English And Hindi article, we are sharing with you a short hockey live match broadcast and report. we all know hockey is India's national game. it's played all over the world. major Dhyan Chand is called a Hockey magician in India. this Hockey Match essay can improve your information and knowledge about the ...

  18. हॉकी पर निबंध हिंदी

    हॉकी पर निबंध हिंदी | Hockey Essay in Hindi. हॉकी एक बहुत लोकप्रिय और रोमांचकारी खेल है। यह हमारा राष्ट्रीय खेल भी है। हॉकी में शक्ति, स्फूर्ति और कौशल की आवश्यकता ...

  19. राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध (National Game Hockey Essay In Hindi)

    राष्ट्रीय खेल हॉकी पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On National Game Hockey In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी ...

  20. हॉकी पर निबंध मेरा प्रिय खेल & Hockey Par Nibandh in Hindi

    Essay on Hockey n Hindi मेरा प्रिय खेल हॉकी पर निबंध. हॉकी क्या है? हॉकी पर निबंध व हॉकी के बारे में. हॉकी गेम इन हिंदी - Mera Priya Khel Hockey in Hindi. हॉकी का इतिहास ...

  21. भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध

    राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध (National Game Hockey Essay In Hindi) हॉकी का इतिहास और उत्पत्ति. हॉकी का विस्तार. हॉकी के ज़रूरी नियम. हॉकी का भारत में इतिहास ...

  22. हॉकी पर निबंध

    हॉकी पर निबंध | Hockey Essay in Hindi | हॉकी निबंध | Essay on Hockey in Hindi | Hindi Essay#हॉकी_पर_निबंध #Hockey_Essay_in_Hindi |# ...

  23. An underrated icon for thindi

    The Thindi scene is epitomized by arguably the most iconic place in Bengaluru - Vidyarthi Bhavan. A place established before our country got independence. And it is a fantastic place. An ...

  24. NEET Paper Leak Case: CBI Arrests Principal, Vice Principal Of

    The Central Bureau of Investigation made two more arrests in the NEET UG paper leak case, nabbing the principal and vice principal of Oasis school in Jharkhand's Hazaribagh, officials said.

  25. हॉकी पर निबन्ध

    हॉकी पर निबन्ध | Essay on Hockey in Hindi! हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है । हॉकी एक लोकप्रिय खेल है, जिस प्रकार यह खेल भारतवर्ष में कई वर्षों से खेला जा रहा है उससे यह ...

  26. Same-sex behavior among animals is being underreported, study finds

    CNN —. Same-sex sexual behavior has been observed in more than 1,500 animal species, but a new study has found that it is massively underreported by researchers. Observations of this same-sex ...