apj abdul kalam biography in hindi movie

45,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

apj abdul kalam biography in hindi movie

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

apj abdul kalam biography in hindi movie

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

apj abdul kalam biography in hindi movie

  • Jivan Parichay (जीवन परिचय) /

APJ Abdul Kalam Biography in Hindi: मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का संपूर्ण जीवन परिचय  

' src=

  • Updated on  
  • अक्टूबर 13, 2023

ए पी जे अब्दुल कलाम

APJ Abdul Kalam Biography in Hindi: भारत रत्न से सम्मानित और ‘भारत का मिसाइल मैन’ कहे जाने वाले मशहूर वैज्ञानिक डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम (A.P.J. Abdul Kalam) अपने बेहतरीन कार्यों के लिए आज भी जाने जाते हैं। डॉ कलाम वर्ष 2002 में भारत के 11वें राष्ट्रपति भी बने। डॉ कलाम ने भारत को प्रगतिशील बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम का जन्म तमिलनाडु के रामेश्वरम के धनुषकोडी गांव में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था। 

क्या आप जानते हैं  डॉक्टर कलाम ने ISRO में भारत के पहले स्वदेशी सैटेलाइट लांच व्हीकल (SLV-III) के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एपीजे अब्दुल कलाम अपने कार्यों और अपनी प्रेरणादायक बातों के लिए आज भी याद किए जाते है। वहीं उनके जन्म दिवस को हर वर्ष ‘ विश्व छात्र दिवस ’ के रूप में मनाया जाता हैं। आइए जानते हैं ए पी जे अब्दुल कलाम का संपूर्ण जीवन परिचय। 

नामअवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम)
उपनाम मिसाइल मैन
व्यवसायइंजीनियर, वैज्ञानिक, लेखक, प्रोफेसर, राजनीतिज्ञ
जन्म तिथि 15-अक्टूबर 1931
जन्म स्थानधनुषकोडी गांव, रामेश्वरम, तमिलनाडु 
पिता का नाम जैनुल्लाब्दीन
माता का नाम असीम्मा
डॉ. कलाम का निधन27 जुलाई 2015, शिलांग, मेघालय
राष्ट्रपति11 वें (25 जुलाई 2002 – 25 जुलाई 2007)
सम्मान पद्म भूषण, पद्म विभूषण, भारत रत्न आदि 
आत्मकथा विंग्स ऑफ फायर: एन ऑटोबायोग्राफी

This Blog Includes:

डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम का प्रारंभिक जीवन, इसरो में निभाई अहम भूमिका , क्यों कहा जाता है डॉ कलाम को मिसाइल मैन , द्वितीय पोखरण परमाणु परीक्षण में दिया अहम योगदान , डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की मिसाइलों के नाम और उनकी विशेषताएं , डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम का राजनैतिक सफर , डॉ कलाम का निधन , डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम की उपलब्धियां , डॉ. कलाम द्वारा लिखी गई प्रमुख पुस्तकें, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पर लिखी गई जीवनी , डॉ. कलाम के 10 अनमोल विचार , सम्बंधित ब्लॉग.

APJ Abdul Kalam Biography in Hindi: डॉ कलाम का जन्म तमिलनाडु के रामेश्वरम के धनुषकोडी गांव में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था। उनका पूरा नाम ‘अवुल पकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम’ था। लेकिन उन्हें डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम और मिसाइल मैन के रूप में जाना जाता है। उनके पिता का नाम ‘ जैनुलाब्दीन’ था, जो एक नाविक थे और उनकी माता का नाम ‘ असीम्मा ‘ था, जो एक गृहणी थी। डॉ कलाम के पांच भाई बहन थे। 

डॉ कलाम का शुरूआती जीवन संघर्षों से भरा रहा था। उन्होंने अपनी आरंभिक शिक्षा जारी रखने के लिए अख़बार वितरित करने का कार्य भी किया था। उन्हें बचपन से ही सिखने की बहुत इच्छा थी। रामनाथपुरम, तमिलनाडु से मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करने के बाद डॉ कलाम वर्ष 1955 में वे मद्रास चले गए वहाँ उन्होंने ‘ मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी’ , चेन्नई में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। क्या आप जानते हैं डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम एक लड़ाकू पायलट बनना चाहते थे लेकिन उन्हें ‘भारतीय वायु सेना’ (IAF) की प्रवेश परीक्षा में नौवां स्थान मिला था। जबकि IAF ने केवल 8वीं रैंक तक ही रिजल्ट की घोषणा की थी इसलिए वह पायलट नहीं बन सके। 

यह भी पढ़ें – डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम का शिक्षा में योगदान

डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में एक वैज्ञानिक के रूप में शामिल हुए, जहां उन्होंने ‘ हावरक्राफ्ट परियोजना’ पर काम किया। डॉ कलाम ने कुछ समय तक प्रसिद्ध वैज्ञानिक ‘ विक्रम साराभाई’ के साथ भी काम किया था। इसके बाद वह वर्ष 1962 में ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन’ ( ISRO) में आ गए, यहाँ उन्होंने प्रोजेक्ट डायरेक्टर रहते हुए सफलतापूर्वक कई उपग्रह प्रक्षेपण परियोजनाओं में अपनी अहम भूमिका निभाई थी।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (A.P.J. Abdul Kalam) ने ISRO में प्रोजेक्ट डायरेक्टर के तौर पर भारत के पहले स्वदेशी सैटेलाइट लांच व्हीकल SLV-III के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस प्रथम सैटेलाइट व्हीकल से भारत ने वर्ष 1980 में रोहिणी सैटेलाइट सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेजा था। इस मिसाइल को बनाने में डॉ कलाम में अपना अहम योगदान दिया था, जिस वजह से उन्हें ‘ मिसाइल मैन’ की उपाधि से नवाजा गया। इसके बाद डॉ कलाम ने देश के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं में कार्य किया और देश के लिए कई मिसाइलें बनाई। 

यह भी पढ़ें – जानिए सत्य, अहिंसा के पुजारी ‘महात्मा गांधी’ का संपूर्ण जीवन परिचय 

इसके बाद डॉ. कलाम ने वर्ष 1992 से 1999 तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) में सेक्रेटरी के रूप में कार्य किया। वह प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार भी थे। वर्ष 1998 में दूसरे परमाणु परीक्षण में डॉ. कलाम ने महत्वपूर्ण तकनीकी और राजनीतिक भूमिका निभाई थी। इस सफल परमाणु परिक्षण के बाद ही तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत को एक पूर्ण विकसित परमाणु देश घोषित किया और भारत विश्व में एक महाशक्ति के रूप में उभरा।  

APJ Abdul Kalam Biography in Hindi में अब हम उनकी कुछ प्रमुख मिसाइलों और उनकी विशेषताओं के बारे में बता रहे है। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं:-

पृथ्वी सतह से सतह तक, कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल
रेंज-150–300 किमी
परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम 
अग्नि री-एंट्री टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेटर ,शॉर्ट रेंज बैलेस्टिक मिसाइल
रेंज- 700–900 किमी
त्रिशूलशॉर्ट रेंज 
सतह से हवा में वार करने वाली मिसाइल 
रेंज- 12 किमी
नाग एन्टी टैंक मिसाइल
दागो और भूल जाओ प्रणाली पर आधारित
सभी प्रकार के मौसम में काम करने में सक्षम 
आकाश मीडियम रेंज सतह से हवा में वार करने में सक्षम 
रेंज – 18 किमी
ब्रह्मोस  लड़ाकू विमानों, पनडुब्बियों, युद्धपोत के साथ-साथ जमीन पर मौजूद सिस्‍टम समेत कई अलग-अलग प्लेटफॉर्म की मदद से लॉन्च किया जा सकता है।
स्पीड – 2,9000 किमी प्रति घंटा
ध्वनि की गति से भी तेज़ 
रेंज – 300 किलोमीटर से 800 किलोमीटर के बीच। 

डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम 18 जुलाई 2002 को भारत के 11वें राष्ट्रपति बने। क्या आप जानते हैं कि डॉ कलाम भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ भारत रत्न’ प्राप्त करने वाले भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे। बता दें कि डॉ कलाम से पहले वर्ष 1954 में “ डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ” और वर्ष 1963 में “ डॉ. जाकिर हुसैन ” को यह सम्मान प्रदान किया गया था। डॉ कलाम वर्ष 2002 से 2007 तक भारत के राष्ट्रपति पद पर आसीन रहे और इसके बाद उन्होंने फिर से राष्ट्रपति चुनाव ना लड़ने का फैसला किया। राष्ट्रपति के पद से मुक्त होने के बाद डॉ कलाम ने देश के विभिन्न कॉलेज-संस्थानों में अध्यापन कार्य किया और कई पुस्तकें लिखी 

यह भी पढ़ें – ‘फादर ऑफ ग्रीन रिवॉल्यूशन’ कहे जाने वाले एम.एस. स्वामीनाथन के बारे में कितना जानते हैं आप? 

डॉ. कलाम ने विज्ञान और अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपना अतुलनीय योगदान दिया है, जिसकी वजह से उन्हें वर्ष 1997 में भारत के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘भारत रत्न’ से भी सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने जीवन के बहुत से वर्ष रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के लिए काम करते हुए बिताए थे। 

देश का सर्वोच्‍च पद पर रहने के बाद भी डॉ. कलाम हमेशा अपना जीवन सादगी के साथ जीते रहे  उनका स्‍वभाव बेहद सहज, सरल और विनम्र था। वे हमेशा खुद को एक वैज्ञानिक और शिक्षक की तरह ही देखा करते थे। लेकिन 27 जुलाई 2015 को भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) शिलांग में व्याख्यान देते समय हृदय गति रुकने से अचानक उनका निधन हो गया। 

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (A.P.J. Abdul Kalam) ने अपने जीवन में बहुत सी विपरीत परिस्थितियों का सामना किया था। लेकिन जीवन में उन्होंने कभी भी कठिन परिस्थितियों के आगे हार नहीं मानी। यही वजह रही है कि उनका जीवन आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत रहा हैं। डॉ. कलाम को उनके कार्यों के लिए बहुत से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। जिन्हें नीचे दिए गए टेबल में बताया जा रहा हैं:-

2014डॉक्टर ऑफ़ साइंस 
2012डॉक्टर ऑफ़ लॉज़ (मानद उपाधि)
2011आई.ई.ई.ई. मानद सदस्यता
2010डॉक्टर ऑफ इंजीनियरिंग 
2009मानद डॉक्टरेट
2009हूवर मेडल
2009वॉन कार्मन विंग्स अन्तर्राष्ट्रीय अवार्ड
2008डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग (मानद उपाधि)
2008डॉक्टर ऑफ साइन्स (मानद उपाधि)
2007डॉक्टर ऑफ साइन्स एण्ड टेक्नोलॉजी की मानद उपाधि
2007किंग चार्ल्स II मेडल
2007डॉक्टर ऑफ साइन्स की मानद उपाधि
2000रामानुजन पुरस्कार
1998वीर सावरकर पुरस्कार
1997इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार
1997भारत रत्न
1994विशिष्ट शोधार्थी
1990पद्म विभूषण
1981पद्म भूषण

यहाँ डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (A.P.J. Abdul Kalam) का जीवन परिचय के साथ ही उनके द्वारा लिखित कुछ पुस्तकों के बारे में बताया जा रहा है। जिन्हें आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं:-

इंडिया 2020: ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम वर्ष 1998
विंग्स ऑफ फायर: एन ऑटोबायोग्राफी वर्ष 1999
इगनाइटेड माइंड्स: अनलीजिंग द पॉवर विदिन इंडियावर्ष 2002
द ल्यूमिनस स्पार्क्स: ए बायोग्राफी इन वर्स एंड कलर्सवर्ष 2004
मिशन ऑफ इंडिया: ए विजन ऑफ इंडियन यूथवर्ष 2005
द लाइफ ट्री, पोयम्सवर्ष 2005
इनडोमिटेबल स्पिरिटवर्ष 2006
हम होंगे कामयाबवर्ष 2006
अदम्य साहसवर्ष 2006
इन्स्पायरिंग थॉट्स: कोटेशन सीरिजवर्ष 2007
यू आर बॉर्न टू ब्लॉसम (सहलेखन – अरुण तिवारी)वर्ष 2008
द फैमिली एंड द नेशन (सहलेखन – महाप्रज्ञ)वर्ष 2008
स्प्रिट ऑफ इंडियावर्ष 2010
फोर्ज योर फ्यूचर: केन्डिड, फोर्थराइट, इन्स्पायरिंगवर्ष 2014
बियॉन्ड 2020: ए विजन फॉर टुमोरोज इंडियावर्ष 2014
गवर्नेंस फॉर ग्रोथ इन इंडियावर्ष 2014
ट्रांसडेंस: माई स्प्रीचुअल एक्स्पीरिएंस विद प्रमुख स्वामीजी (सहलेखन – अरुण तिवारी)वर्ष 2015
लर्निंग हाउ टू फ्लाईवर्ष 2016
एनलाइटेंड माइंड्स वर्ष 2017
फेलियर इस द बेस्ट टीचरवर्ष 2018

यह भी पढ़ें – लाल बहादुर शास्त्री की जीवनी

APJ Abdul Kalam Biography in Hindi में अब हम डॉ. कलाम के जीवन पर लिखी गई कुछ प्रमुख जीवनी के बारे में बता रहे है। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं:-

इटरनल क्वेस्ट: जीवन और टाइम्स ऑफ डॉ कलाम एस चंद्र
द कलाम प्रभाव: राष्ट्रपति के साथ के मेरे वर्षपी.एम. नायर
डॉ. ए. पी.जे अब्दुल कलाम: भारत के विजनरीके. भूषण और जी कैट्याल
महात्मा अब्दुल कलाम के साथ मेरे दिनफ्रेट ए.के. जॉर्ज

यहाँ डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन परिचय (APJ Abdul Kalam Biography in Hindi) के साथ ही उनके कुछ अनमोल विचारों के बारे में भी बताया जा रहा है। जिन्हें आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं:-

  • शिक्षण एक बहुत ही महान पेशा है जो किसी व्यक्ति के चरित्र, क्षमता, और भविष्य को आकार देता हैं। अगर लोग मुझे एक अच्छे शिक्षक के रूप में याद रखते हैं, तो मेरे लिए ये सबसे बड़ा सम्मान होगा। 
  • महान शिक्षक ज्ञान, जूनून और करुणा से निर्मित होते हैं।
  • अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो पहले सूरज की तरह जलो।
  • सपने वो नहीं है जो आप नींद में देखे, सपने वो है जो आपको नींद ही नहीं आने दे।
  • महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।
  • मैं इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।
  • अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।
  • शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत की जरूरत होती है, चाहे वो माउंट एवरेस्ट का शिखर हो या आपके पेशे का।
  • किसी भी मिशन की सफलता के लिए, रचनात्मक नेतृत्व आवश्यक हैं।
  • जब तक भारत दुनिया के सामने खड़ा नहीं होता, कोई हमारी इज्जत नहीं करेगा। इस दुनिया में, डर की कोई जगह नहीं है। केवल ताकत ही ताकत का सम्मान करती हैं।
  • APJ Abdul Kalam Full Name in Hindi: जानिए क्या है ए पी जे अब्दुल कलाम का पूरा नाम?
  • Books of APJ Abdul Kalam: ये हैं प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम की किताबें
  • जानिए क्या था एपीजे अब्दुल कलाम के माता-पिता का नाम? – Leverage Edu
  • पढ़िए एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में 10 लाइन, जो कि आपको प्रेरित करेंगी – Leverage Edu
  • क्या आप जानते हैं कि अब्दुल कलाम की मृत्यु कब हुई? – Leverage Edu
  • डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम का शिक्षा में योगदान | Leverage Edu
  • Dr. A.P.J. Abdul Kalam: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में 20 लाइन
  • अब्दुल कलाम के शिक्षा पर विचार | Leverage Edu
  • क्या आप जानते हैं कि एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म कब हुआ था?
  • जानिए एपीजे अब्दुल कलाम को भारत रत्न कब मिला? – Leverage Edu
  • जानिए डॉक्टर अब्दुल कलाम को मिसाइल मैन क्यों कहा जाता है? – Leverage Edu

आशा है आपको डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam Biography in Hindi) पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य महान व्यक्तियों के जीवन परिचय को पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें। 

' src=

Leverage Edu स्टडी अब्रॉड प्लेटफार्म में बतौर एसोसिएट कंटेंट राइटर के तौर पर कार्यरत हैं। नीरज को स्टडी अब्रॉड प्लेटफाॅर्म और स्टोरी राइटिंग में 2 वर्ष से अधिक का अनुभव है। वह पूर्व में upGrad Campus, Neend App और ThisDay App में कंटेंट डेवलपर और कंटेंट राइटर रह चुके हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविधालय से बौद्ध अध्ययन और चौधरी चरण सिंह विश्वविधालय से हिंदी में मास्टर डिग्री कंप्लीट की है।

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

Thought of the day Mahan sapne dekhne walo ke mahan sapne jrur pure hote hai

शगुफ्ता जी, आपका धन्यवाद। ऐसे ही हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

45,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

apj abdul kalam biography in hindi movie

Resend OTP in

apj abdul kalam biography in hindi movie

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

apj abdul kalam biography in hindi movie

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

hindileaf.com-logo

एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय | APJ Abdul Kalam biography in hindi

  • Post author: HariOm
  • Post published: March 15, 2021
  • Post category: Hindi Biographies

इस लेख में आप पूरी दुनिया में सभी छात्रों के लिए दुनिया के सबसे बड़े प्रेरणा-श्रोत (Inspiration) और मिसाइल-मैन के नाम से मशहूर जो गरीबी से निकलकर के भारत वासियों के असल हीरो बनने वाले एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय | APJ Abdul Kalam biography in hindi के बारे में जानने वाले हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कलाम साहब बहुत ही सिंपल (ज़मीन से जुड़े हुए) व्यक्ति थे जोकि इंसानियत के प्रति ईमानदार और साथ ही जीवन-भर एक दरियादिल (Humble) इंसान रहे। इसी कारण कलाम साहब की आज भी हर कोई इज्जत और उन्हें प्यार करता है।

कलाम साहब ने कहा था कि मेरी कहानी मेरे साथ ही ख़तम हो जायेगी क्योंकि दुनिया को भी मालूम है कि मेरे पास कोई पूँजी नहीं है और न ही मैंने जमा की है। मेरे पास कुछ भी नहीं है; न कोई बेटी न बेटा और न ही परिवार है। मैं दूसरों के लिए मिशाल नहीं बनना चाहता लेकिन शायद कुछ पढने वालों को प्रेरणा मिले। जिससे कि वह पढें और उनको चयन मिले। 

एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय | APJ Abdul Kalam biography in hindi 

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
डॉ. अवुल पकीर जैनुलब्दीन अब्दुल कलाम
मिसाइल मैन ऑफ़ इंडिया
15 अक्टूबर, 1931
धनुषकोणी गाँव, रामेश्वरम, मद्रास प्रेसीडेंसी (ब्रिटिश इंडिया), अब – तमिलनाडु, भारत
जैनुल्लाब्दीन
आशिंमा
भारतीय
इश्लाम
(स्वार्ड्स हाई स्कूल, रामनाथपुरम), (सेंट जोसेफ कॉलेज, तिरुचिरापल्ली), (MIT – मद्रास इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी)
अंतरिक्ष वैज्ञानिक, प्रोफ़ेसर, लेखक और भारत के 11वें राष्ट्रपति
(1981), (1990) और (1997) आदि
27 जुलाई, 2015, शिल्लोंग, मेघालय (भारत)

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का शुरुआती जीवन – Early life of APJ Abdul Kalam in hindi

डॉ अवुल पकीर जैनुलब्दीन अब्दुल कलाम (Dr. Avul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam) के शुरूआती जीवन की बात करें तो इनका जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को धनुषकोणी गाँव, रामेश्वरम, मद्रास प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश इंडिया (जोकि अब भारत का तमिलनाडु राज्य है) के एक मध्यम-वर्गीय (गरीब) तमिल परिवार में हुआ था।

कलाम (APJ Abdul Kalam) के पिता जैनुलब्दीन (Jainulabdeen) जोकि यात्रिओं को खुद की बनाई हुई नाव में रामेश्वरम से धनुशकोणी का दौरा करवाते थे। मतलब वह नाव में लोगों को लाने-लेजाने का काम करते थे। कलाम की अम्मी (माँ) का नाम आशिंमा (Ashiamma) ज़ोकी एक गृहणी थीं। इसके अलावा कलाम के 3 बड़े भाई और एक बड़ी बहन थी।    

कलाम बचपन में अपने पिता के साथ हर रोज नबाज पढने जाते थे। बता दें कि कलाम को पिता के द्वारा दयानदारी और आत्मानुशासन (Self discipline) और माँ से अच्छाई पर यकीन करना और रहमदिली विरासत में मिली थी। इसी कारण कलाम साहब जीवन-भर एक बहुत ही अच्छे इंसान रहे थे। 

कलाम के बचपन में सबसे अच्छे दोस्त उनके बहनोई अहमद जल्लालुद्दीन जोकि कलाम से 15 साल बड़े थे। इनके अलावा कलाम के चचेरे भाई समसुद्दीन से उनका बहुत ही याराना सम्बन्ध थे। 

कलाम के इसी चचेरे भाई समसुद्दीन के पास रामेश्वरम में अख़बारों का ठेका था जोकि वह रामेश्वरम रेलवे-स्टेशन से सभी अख़बार अकेले ही लाता था। लेकिन 1939 में द्वतीय विश्व-युद्ध के कारण रेलगाड़ीयों का स्टेशनों पर रुकना बंद हो गया था। इसी कारण अख़बारों का गट्ठा रामेश्वरम और धनुषकोणी के बीच से गुजरने वाली सड़क पर चलती रेलगाड़ी से फैंक दिया जाता था। जिस कारण से समसुद्दीन को मजबूरन एक मददगार रखना पड़ा जोकि अख़बारों कि गट्ठे सड़क से इकट्टे कर सके। वह मौका कलाम को मिला और समसुद्दीन कलाम की पहली आमंदनी की बजह बना था। 

एपीजे अब्दुल कलाम की शिक्षा – Education of APJ Abdul Kalam in hindi

कलाम (APJ Abdul Kalam) की शिक्षा की बात करें तो इन्होने शुरूआती पढाई रामेश्वरम से दूर जिला मुख्यालय रामनाथपुरम शहर के स्वार्ड्स हाई स्कूल (Schwartz high school) से की थी। कलाम स्कूल के शुरूआती दिनों से ही पढाई के प्रति बहुत अधिक लग्न-शील थे। इसके अलावा कलाम को बचपन से ही परिदों की तरह आकाश में उड़ने और जीवन में कुछ बड़ा करने का जूनून था। इसी कारण उन्होंने बचपन में ही फैसला कर लिया था कि मैं अपनी तालीम को आगे भी जारी रखूँगा। 

इसके बाद 1950 में कलाम ने इंटरमीडिएट पढने के लिए सेंट जोसेफ़ कॉलेज, तिरुचिरापल्ली (St. Joseph, Tiruchirapalli) में दाखिला ले लिया। इसके बाद कलाम ने B.Sc में ग्रेजुएशन भी इसी कॉलेज से पूरा किया। 

कलाम को ग्रेजुएशन करने के बाद लगा कि मुझे अपने सपने पूरे करने के लिए इंजीनियरिंग करनी चाहिए थी।  

इसके बाद कलाम ने मद्रास इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (MIT) में उम्मीददवारी के लिए नामांकन किया और किसी भी तरह कलाम का नाम MIT की उम्मीदवारों की सूची में तो आ गया, लेकिन उसमे दाख़िला बहुत मंहगा था। MIT में दाखिले के लिए कम से कम 1000 रूपये की ज़रूरत थी जोकि इतने पैसे एक साथ कलाम के पिता के पास जुटाना बहुत मुश्किल था।  

कलाम की पढाई के प्रति महनत को देख उनकी बहन ज़ोहरा ने ‘सोने के कंगन और ज़जीर’ को बेचकर कलाम के दाखिले का इंतजाम किया। कलाम को खुद पर परिवार की उम्मीद और यकीन को देखकर उन्होंने ठान लिया कि मुझे अच्छे परिणामों के साथ जीवन को एक नई दिशा देनी ही है।

इसके बाद डॉ कलाम ने ‘मद्रास इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी’ (MIT) से ‘एयरोनॉटिकल साइंस’ में सफ़लतापूर्वक डिप्लोमा (इंजीनियरिंग) की पढाई पूरी की।

बता दें कि कलाम के व्यवहार और पढाई के प्रति बहुत अधिक महनत को देख इंजीनियरिंग करते समय सभी शिक्षक बहुत ही सपोर्टिव थे।

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का कैरियर और उपलब्धियाँ – Achievements of APJ Abdul Kalam

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का वैज्ञानिक कैरियर – dr. apj abdul kalam scientific career in hindi.

डॉ. अवुल पकीर जैनुलब्दीन अब्दुल कलाम ने सफ़लतापूर्वक इंजीनियरिंग करने के बाद वह बैंगलोर के हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) में बतौर ट्रेनी के रूप में भर्ती हो गये। इसके बाद कलाम HAL से बतौर इंजिनियर ट्रेनिंग पूरी करके बाहर निकले तो उनके पास नौकरी के दो मौके थे जोकि दोनों उनके बचपन के ख्वाब पूरे कर सकते थे।

जिसके पहला नौकरी करने का मौका एयरफ़ोर्स तो दूसरा मिनिस्ट्री ऑफ़ डिफेंस में डायरेक्टरेट ऑफ़ टेक्निकल डेवलपमेंट एंड प्रोडक्शन का था। कलाम ने दोनों नौकरी के लिए अर्जी भेज दी। इसके कुछ दिन बाद ही कलाम को दोनों जगह से इंटरव्यू के लिए बुलावा आ गया। जिसमे एयरफोर्स के लिए देहरादून से बुलाया गया और डिफेन्स के लिए दिल्ली बुलाया गया था।  

कलाम ने पहले दिल्ली जाकर डिफेंस मिनिस्ट्री का इंटरव्यू दिया। जिसमे वह एक सप्ताह दिल्ली रुके और इंटरव्यू बहुत अच्छा हुआ था।

इसके बाद कलाम (APJ Abdul Kalam) ‘एयरफ़ोर्स सिलेक्शन बोर्ड ’ में इंटरव्यू के लिए देहरादून निकल गए। देहरादून में एयरफोर्स की 8 रिक्ति (Vacancy) के लिए 25 उम्मीदवारों में कलाम का 9वां स्थान आया। जिसके बाद मानों कलाम का मायूसी से दिल ही बैठ गया क्योंकि उनका एयरफोर्स में नौकरी करना दिली ख्वाहिश थी।

इसके बाद कलाम एक मायूसी लेकर देहरादून से दिल्ली वापिस लौटे और डिफेंस में इंटरव्यू का नतीजा लिया तो जबाव उन्हें नियुक्ति-पत्र थमा दिया और अगले ही दिन कलाम ने सीनियर साइंटिफिक अस्सिस्टेंट का पद संभाला।

इसके बाद कलाम ने इस पद पर लगातार तीन वर्ष तक काम किया। इसी बीच बैंगलोर में ADE मतलब ‘एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टाब्लिश्मेंट’ का नया महकमा खुला और कलाम को वहां नियुक्त कर दिया गया। जहाँ उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर एक होवर एयरक्राफ्ट (Hover Aircraft) पर काम किया था। यहाँ काम करने के बाद कलाम को INCOSPAR (The Indian Committee for Space Research) में बतौर ‘राकेट इंजिनियर’ चुन लिया गया।

इसके बाद वर्ष 1962 में INCOSPAR (इंडियन नेशनल कमेटी फॉर स्पेस रिसर्च) ने थुम्बा (Thumba), थिरुवानान्थापुरम, केरला में एक ‘इक्वेटोरियल राकेट लौन्चिंग स्टेशन’ (Equatorial Rocket Launching Station) स्थापित किया गया। इसे स्थापित के तुरंत बाद कलाम को 6 माह के लिए NASA यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका में राकेट लौन्चिंग की ट्रेनिंग के लिए भेज दिया गया। 

कलाम के अमेरिका से वापिस भारत लौटते ही डॉ. विक्रम साराभाई (Dr. Vikram Sarabhai) का ISLV (Indian Setelite Launch Vehicle) काख्वाव को पूरा करने के लिए इंडिया ने अपना पहला साउंडिग राकेट 21 नवम्बर, 1963 को लौंच कर दिया। जिसका नाम नाइके अपाचे रखा गया था। 

बता दें कि ISLV मतलब ‘इंडियन सेटेलाइट लौंच व्हीकल’ का बनाने का श्रेय प्रोफ़ेसर विक्रम साराभाई को दिया जाता है। जिन्होंने इसे बनाने का सारा कार्य-भार डॉ कलाम के जिम्मे कर दिया था। जिसमे कलाम खरे उतरे थे और कलाम सभी मिसाइल पैनल की मीटिंग्स के बाद डॉ. विक्रम साराभाई को मीटिंग की पूरी रिपोर्ट सौंपते थे।

कलाम को सबसे बड़ा सदमा 30 दिसम्बर, 1971 को लगा क्योंकि इस दिन प्रोफ़ेसर विक्रम साराभाई का दिल का दौड़ा पड़ने से इंतकाल हो गया। डॉ कलाम साहब प्रोफ़ेसर साराभाई को भारतीय विज्ञान का राष्ट्र-पिता मानते थे।

Vikram-Sarabhai-in-hindi

डॉ. विक्रम साराभाई के देहांत के बाद कुछ समय तक प्रोफेसर एम.जी.के. मेनन ने अंतरिक्ष अनुसंधान (Space Research) का काम संभाला लेकिन जल्द ही प्रोफ़ेसर सतीश धवन को ISRO (इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन) की जिम्मेदारी दे दी गई थी।

प्रोफ़ेसर विक्रम साराभाई की म्रत्यु के बाद इनके सम्मान में थुम्बा के इक्वेटोरियल राकेट लौन्चिंग स्टेशन (Thumba Equatorial Rocket Launching Station) का नाम बदलकर VSSC (विक्रम साराभाई स्पेस सेण्टर) कर दिया गया। बता दें कि विक्रम साराभाई ‘भारतीय स्पेस प्रोग्राम’ के पिता के रूप में जाने जाते हैं।

इसके बाद डॉ कलाम और पूरी टीम SLV-3 (Satellite Launch Vehicle) की तैयारियों में जुट गई। जब कलाम को बहुत ज्यादा ध्यान की जरूरत थी; इसी बीच कलाम के परिवार में एक के बाद एक लगातार तीन मौते हो गईं। जिनमे पहली उनके बहनोई , दूसरी उनके पिता और तीसरा उनका माँ का देहांत हो गया था। 

इन सभी चीजों को दर-किनार कर कलाम और उनके साथी वैज्ञानिकों ने अपने काम के प्रति पूरी ईमानदारी रखी और 1979 में SLV-3 का काम पूरा कर लिया गया।

इसके बाद SLV-3 की उडान का दिन 10 अगस्त, 1979 रख दिया गया और इसी दिन सुबह 7 बजकर 58 मिनट्स पर श्रीहरिकोटा (Sriharikota) से SLV ने उड़ान भरी। 317 सेकंड्स आसमान में रहने के बाद श्रीहरिकोटा से 560 किलोमीटर दूर मिसाइल का मालवा समुंद्र में जाकर गिरा और SLV-3 की उडान की कोशिश नाकामयाब रही जोकि कलाम और उनके सहयोगियों के लिए बहुत बड़ा सदमा था। इस असफ़लता की पूरी ज़िम्मेदारी डॉ. कलाम ने अपने कंधों पर ली थी।

इस असफ़लता के बाद भारतीय मीडिया ने SLV-1 और SLV-2 की उड़ानों की याद दिलाते हुए; SLV-3 की नाकामयाबी की बहुत अधिक आलोचनाएँ की थीं।

इस सफलता के बाद कलाम और उनकी सभी सहयोगियों ने उसी ‘सेटेलाइट लौंच व्हीकल’ पर दोबारा से अधिक तेजी से काम शुरू कर दिया। जिसके पश्चात 18 जुलाई, 1980 को सुबह 8 बजकर 3 मिनट्स पर SLV-3 की उडान का समय निर्धारित किया गया।

इस बार SLV-3 की उडान सफ़ल रही और रोहिणी सेटेलाइट को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया गया। यह सफ़लता डॉ. कलाम और भारतवासियों के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी थी क्योंकि भारत देश भी उन चंद (कुछ) देशों में शामिल हो गया था। जिनके पास सेटेलाइट लौंच करने काबिलियत (क्षमता) थी। बता दें कि इस लौंच व्हीकल में की गई सारी कोशिशे पूरी तरह से स्वदेशी (घरेलू) थीं।  

बता दें कि उस समय मिसाइल प्रोग्राम्स को विकसित करने के लिए बहुत अधिक तकनीकें मौजूद नहीं थीं।

मशहूर किस्सा –

कलाम साहब (APJ Abdul Kalam) अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘दी विंग्स ऑफ़ फायर’ में बताते हैं कि SLV-3 की सफ़लता के बाद मुझे ‘प्रोफ़ेसर सतीश धवन’ साहब के द्वारा प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के पास बुलाने के लिए सन्देश मिला। जिसके बाद मैंने उनसे कहा कि मेरे पास प्रधानमंत्री जी से मुलाक़ात करने वाला लिवाज (कपडे) तो है ही नहीं। जिसके बाद मुझसे सतीश धवन साहब ने कहा कि आप इसकी बिलकुल भी चिंता मत करो क्योंकि आपने पहले से ही कामयाबी का चौला पहन रखा है।

इसके बाद 1981 का गणतंत्र दिवस डॉ. कलाम के लिए सबसे बड़ी ख़ुशी लेकर आया क्योंकि इस मौके पर कलाम को पद्म-भूषण से नवाजा गया था।

इसके बाद डॉ कलाम को 1 जून, 1982 को DRDL मतलब ‘डिफेन्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट लेबोरेट्री’ में बतौर उच्चतम पद नियुक्त कर दिया गया। इसके बाद भारत में पूर्ण-मिसाइल बनाने का प्रोग्राम शुरू कर दिया गया ज़ोकी बाद में भारत की वैश्विक ताक़त का सबूत बना।

इसके बाद भारत ने कई मिसाइल पर काम करना शुरू कर दिया; जिसमे भारत ने सबसे पहले सतह-से-सतह प्रथ्वी मिसाइल को 25 फरबरी 1988 को सुबह 11 बजकर 23 मिनट्स को लौंच कर प्रथ्वी मिसाइल की सफ़लता का जश्न मनाया। यह एक एतिहासिक मौका था क्योंकि प्रथ्वी मिसाइल सरफेस-से-सरफेस मिसाइल ही नहीं थी वल्कि भारत के भविष्य की सभी मिसाइलों का बुनियादी ढांचा भी थी।

इस मिसाइल प्रोग्राम ने भारत के पडोसी देशों को देहला दिया और पश्चिमी देशों को पहले तो आश्चर्य हुआ और फिर गुस्से का इजहार कर भारत पर कई प्रकार की पावंदी लगा दी।  मतलब उन्होंने कहा कि भारत अपने मिसाइल प्रोग्राम्स के लिए काम आने वाला सामान किसी भी बाहरी देश से नहीं ख़रीद सकता है। लेकिन भारतीय-सरकार इन प्रोग्राम्स के आगे दीवार बनकर आगे खड़ी रही और इन प्रोग्राम्स पर काम जारी रहा।

इस मिसाइल की सफ़लता के बाद ही अग्नि-मिसाइल पर काम शुरू कर दिया गया था। जिसमे 500 से ज्यादा साहिंस्थान शामिल थे। अग्नि-मिसाइल की उड़ान 20 अप्रैल, 1989 को तय की गई और हिफ़ाजत के लिए आसपास के सभी गाँव ख़ाली करवा दिए गए थे।

इसके बाद भारतीय अख़बार और मीडिया ने इस प्रोग्राम को इतना बड़ा मुद्दा बना दिया कि 20 अप्रैल, 1989 आते-आते तमाम देशों की नजर भारत के इस मिसाइल प्रोग्राम पर थी। जिस कारण पश्चिमी देशों का दबाब भारत पर इस मिसाइल प्रोग्राम को रद्द करने के लिए होने लगा लेकिन भारतीय-सरकार ने किसी भी तरह इस मिसाइल प्रोग्राम को पीछे नहीं हटने दिया।

20 अप्रैल, 1989 को इस मिसाइल का परिक्षण शुरू हुआ लेकिन कुछ अंदरूनी खामियों के चलते इस मिसाइल प्रोग्राम की उड़ान को कुछ दिन के लिए रोक दिया गया। इसके बाद लगातार 10 दिन मिसाइल की अंदरूनी दुरुस्ती पर काम किया गया। अग्नि-मिसाइल को उड़ान के लिए एक बार फिर से तैयार किया गया, लेकिन एक बार फिर से पता चला कि मिसाइल का एक पुर्जा काम नहीं कर रहा है। और उड़ान को फिर से रोक दिया गया। 

इसके बाद तो मानो अख़बारों और मीडिया ने कार्टून्स आदि बनाकर आलोचना कर अपनी दिली तमन्ना पूरी कर ली।  

अग्नि की इस असफ़लता के बाद पुनः मरम्मत का काम चलता रहा और आखिरकार 22 मई, 1989 सुबह 7 बजकर 10 मिनट्स को अग्नि-मिसाइल की उडान का दिन तय कर दिया गया।

कलाम साहब अपनी ऑटोबायोग्राफी में बताते हैं कि –

“अग्नि-मिसाइल की उडान के एक दिन पहले मैं, डॉ. अरुणाचलम, चनल के.एन. सिंह और दिफ्फेंस मिनिस्टर के.सी. पंत रात्री की चहल कदमी कर रहे थे। इस दौरान मिनिस्टर के.सी. पंत ने कलाम से पुछा कि यदि आप अग्नि की उडान में सफ़ल होते है तो आप किस तरह से जश्न का इजहार करोगे। इसके बाद कलाम ने जबाव दिया कि हम सभी मिलकर एक लाख पेड लगाकर अग्नि की उडान के लिए धरती माँ का आशीर्वाद लेंगे।”

जिसके बाद अगले दिन सुबह 7 बजकर 10 मिनट्स पर अग्नि-मिसाइल का प्रक्षेपण का कदम-कदम सही रहा और अग्नि की उडान ने कलाम और सभी सहयोगियों की वर्षों की महनत और कोशिशों की थकान को हमेशा के लिए मिटा दिया।

बता दें कि इस मिसाइल प्रोग्राम को रोकने के लिए भारत ने हर तरह के दबाब बर्दाश्त किये थे लेकीन भारत ने करके दिखा दिया जो उन्हें करना था।

इस उडान के बाद 1990 को गणतंत्र-दिवस पर भारत-देश ने मिसाइल प्रोग्राम की कामयाबी का जश्न मनाया और डॉ. कलाम को पदम् विभूषण से नवाजा गया था।

डॉ. कलाम साहब ने बहुत सारी असफलताएं देखीं और वह कहते थे कि –

“कोई सक्श कितना भी छोटा क्यों न हो, उसे हौसला नहीं छोड़ना चाहिए । ”

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का राष्ट्रपति कैसे बने? – Dr. APJ Abdul Kalam Presidency Career in hindi

डॉ कलाम (APJ Abdul Kalam) के राष्ट्रपति बनने की बात करें तो 10 जून, 2002 को डॉ. कलाम को अन्ना विश्वविधालय के कुलपति डॉ. कलानिधि का सन्देश मिला कि प्रधानमंत्री—कार्यालय उनसे संपर्क स्थापित करने की कोशिश करने लग रहा है। इसी कारण आप जल्द ही कुलपति के दफ्तर (Office) चले आयें ताकि प्रधानमंत्री से आपकी बात-चीत हो सके।

जैसे ही डॉ. कलाम प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़े तो कार्यालय कि ओर से टेलीफोन लाइन पर अटल बिहारी बाजपेयी थे। बिहारी ने कलाम से कहा कि कलाम साहब देश को आपकी राष्ट्रपति के रूप में जरूरत है।  

इसके बाद कलाम ने बाजपेयी को धन्यबाद दिया और कहा कि इस पेशकश के लिए मुझे कम से कम एक घंटे का समय चाहिए। जिसमे बाजपेयी जी ने कहा कि आप समय जरूर ले लीजिये लेकिन मुझे आपसे केवल हाँ में जबाव चाहिए न में नहीं।

उसी शाम NDA के सयोंजक जोर्ज फर्नांडिस, संसदीय कार्य मंत्री प्रमोद महाजन, आंद्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उत्तर-प्रदेश की मुख्यमत्री मायावती ने सयुंक्त संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर डॉ. कलाम की उम्मेदवारी का एलान कर दिया।

इसके बाद डॉ. कलाम को 25 जुलाई, 2002 को भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में चुन लिए गये जोकि कलाम साहब का बहुत ही सादा-जीवन वाला कार्यकाल रहा था। कलाम ने अपने राष्ट्रपति पद का कार्यकाल 25 जुलाई, 2007 को पूरा किया।

राष्ट्रपति पद को छोड़ने के बाद डॉ. कलाम भारत ने कई संस्थानों के एक मानद साथी के तौर पर विजिटिंग प्रोफ़ेसर रहे। इसके अलावा कलाम ‘भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौधोगिकी संस्थानतिरुवनंतपुरम’ (Indian Institute Of Space Science and Technology Thiruvananthapuram) में चांसलर और अन्ना विश्व विश्वविद्यालय में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में बतौर प्रोफेसर और भारत कई दूसरे शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों सहायक रहे और पढाया।

इसे भी जाने: महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का पूरा जीवन परिचय?

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की किताबें – Dr. APJ Abdul Kalam books in hindi

डॉ. कलाम (Dr. APJ Abdul Kalam) ने अपने जीवन-काल में एक लेखक के तौर पर भी छाप छोड़ी है। जिसमे उन्होंने साहित्यिक रूप से अपने विचारों को समाहित तो किया है; साथ में अपनी जीवनी को सह-लेखक के साथ कागज के पन्नो पर उतारा है। इसके अलावा इन्होने ‘ इंडिया 2020 – ए विजन फॉर दी न्यू मिलेनियम’, ‘ माय जर्नी’ , ‘ इग्राटिड माइंडस – अनलीशिंग दी पॉवर विदिन इंडिया’ और ‘ विंग्स ऑफ़ फायर – एन ऑटोबायोग्राफी ऑफ़ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम’ आदि किताबें खाश हैं।

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को मिले पुरुस्कार एवं सम्मान – Dr. APJ Abdul Kalam Awards in hindi

डॉ कलाम (Dr. APJ Abdul Kalam) को मिले पुरुस्कार और सम्मान की बात करें तो इन्हें अपने जीवन-काल में अनैकों सम्मान और उपाधि हासिल हुई। कलाम को भारत समेत दुनिया-भर से लगभग 40 विश्वविद्यालयों से मानद डोक्टरेट की उपाधियाँ हाशिल हुई। भारत के अनैक सम्मान के साथ कलाम को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया था। इसके अलावा कलाम को दुनियाभर से सम्मान मिले। 

चलिए कलाम साहब को मिले कुछ सम्मानों और मानद-पदों पर नीचे दी हुए लेख में नजर डालते हैं। –

  • 1981 – पद्म भूषण – भारत सरकार
  • 1990 – पद्म विभूषण – भारत सरकार
  • 1994 – विशिष्ट शोधार्थी – इंस्टिट्यूट ऑफ़ डायरेक्टर्स (भारत)
  • 1997 – भारत रत्न – भारत सरकार
  • 1997 – इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय एकता पुरुस्कार – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1998 – वीर सावरकर पुरुस्कार – भारत सरकार
  • 2000 – रामानुजन पुरुष्कार – अल्वार्स शौध संस्थान, चेन्नई
  • 2007 – डॉक्टर ऑफ़ साइंस मानद उपाधि – वूल्वरहैंप्टन विश्वविधालय, यूनाईटेड किंगडम
  • 2007 – किंग चार्ल्स द्वतीय मैडल – रॉयल सोसायटी, यूनाइटेड किंगडम
  • 2008 – डॉक्टर ऑफ़ साइंस – ए.एम.यू. अलीगढ
  • 2008 – डॉक्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग – नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, सिंगापुर
  • 2009 – इंटरनेशनल वोन केर्मन विंग्स अवार्ड – कैलिफ़ोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
  • 2009 – हूवर मैडल – ए.एस.एम.ई. फाउंडेशन, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका
  • 2009 – ऑनरी डॉक्टरेट – ओकलैंड विश्वविद्यालय
  • 2010 – डॉक्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग – यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉटरलू
  • 201 1 – आई.ई.ई.ई. ऑनरी मेम्बरशिप – आई.ई.ई.ई.
  • 2012 – डॉक्टर ऑफ़ लॉ – साइमन फ्रेसर विश्वविद्यालय
  • 2013 – वोन ब्राउन अवार्ड – नेशनल स्पेस सोसायटी
  • 2014 – डॉक्टर ऑफ़ साइंस –  एडिनबर्घ विश्वविधालय, यूनाइटेड किंगडम
  • 2014 – ऑनरेरी प्रोफ़ेसर – बीजिंग विश्वविद्यालय, चीन

एपीजे अब्दुल कलाम की म्रत्यु – Death of APJ Abdul Kalam in hindi

भारत को उपर ले जाने में बहुत अधिक योगदान करने वाले ‘डॉ. अवुल पकीर जैनुलब्दीन अब्दुल कलाम’ साहब जब शिलोंग यूनिवर्सिटी में भाषण दे रहे थे। उसी दौरान कलाम को दिल का दौड़ा पड़ा और वह ज़मीन पर गिर पड़े। इसके बाद उन्हें आनन-फ़ानन में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन डॉक्टर्स ने 2 घंटे बाद ही कलाम साहब को मृत घोषित कर दिया और कलाम साहब ने 83 वर्ष , 9 महीनों और 12 दिनकी आयु में 27 जुलाई, 2015 को दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। 

कलाम जी (APJ Abdul Kalam) के अंतिम संस्कार की बात करें तो इनकी म्रत्यु के तुरंत बाद इनके पार्थिव-शरीर को भारतीय वायु सेना के हेलीकाप्टर द्वारा शिलोंग से गुवाहाटी लाया गया। इसके बाद अगले दिन 28 जुलाई मंगलवार-दोपहर कलाम के पार्थिव शरीर को वायुसेना के विमान द्वारा दर्शन के लिए दिल्ली लाया गया और पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ इनके पार्थिव-शरीर को विमान से नीचे उतारा गया था। 

जिसके बाद भारतीय-तिरंगे में लपेटकर कलाम साहब के पार्थिव-शरीर को पूरे सम्मान के साथ उनके आवास 10 राजा-जी मार्ग पर लाया गया। इसके बाद सभी नेता, राजनेताओं और गणमान्य लोगों ने भाव-पूर्ण उन्हें श्रधांजलि अर्पित की।

इसके बाद कलाम साहब के पार्थिव शरीर को वायुसेना के द्वारा तिरंगे में लपेटे उनके पेत्रक-स्थान रामेश्वरम लाया गया। इनके पार्थिव-शरीर को खुले मैदान में प्रदर्शित किया गया जिससे कि आम जनता भी उनको आखिरी बार श्रद्धांजलि दे सके। इसी के साथ 30 जुलाई, 2015 को भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक को पूर्ण सम्मान के साथ ‘के.पी. करुम्बु मैदान’ में दफना दिया गया। जिसमे प्रधानमंत्री मोदी के साथ कई राज्यों के मुख्य-मंत्रियों ने हिस्सा लिया था।

भारत-सरकार ने कलाम साहब के निधन के मौके पर उनके सम्मान में सात दिन के राजकीय शौक की घोषणा कर दी।

कलाम साहब (APJ Abdul Kalam) को अपने जीवन में बहुत सारा सम्मान और इज्जत मिली है। कहते हैं न कि ‘GREAT SOULS NEVER DIE’ इसीलिए कलाम साहब हमेशा हमारे दिलो में जिंदा रहेंगे क्योंकि कलाम के विचार आज भी लाखों लोगों को प्रेरित (Inspire) करते हैं।

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सर के बारे में कुछ रोचक तथ्य – Interesting facts about Apj Abdul Kalam in hindi

  • डॉ कलाम साहब बचपन में रामेश्वरम के मशहूर शिव मंदिर जोकि उनके घर से केवल दस मिनट की दूरी पर था। वह उस मंदिर के इर्द-गिर्द उतनी ही श्रद्दा से परिक्रमा करते थे जैसे कि बाहर से आये हुए श्रद्दालु करते थे।
  • कलाम साहब एक धार्मिक मुसलमान थे और वह हर सुबह फज्र की नबाज पढते थे। इसके अलावा वह अक्सर गीता और कुरान भी पढते थे।
  • डॉ. कलाम सर केवल शुद्ध शाकाहारी भोजन ग्रहण करते थे और शराब जैसे नशीले पदार्थों से कभी भी हाथ नहीं लगाते थे।  
  • डॉ कलाम शुरू से एक वैज्ञानिक नहीं बनना चाहते थे वल्कि वह तो एयरफोर्स में नौकरी कर आसमान में लड़ाकू विमान (Fighter Plan) उड़ाकर उड़ना चाहते थे।
  • 1 मार्च, 1998 को राष्ट्रपति-भवन में भारत-रत्न पुरुष्कार वितरण समारोह में कलाम अपने वेश-भूसा (कपड़ों) को लेकर भी बहुत नर्वस थे क्योंकि कलाम को इस तरह के औपचारिक मौकों से चिड रहती थी। कलाम इस तरह के कपडे पहनते थे; जिनमे वह सहज महसूस कर सकें। शूट पहनना उन्हें कभी भी रास नहीं आता था जहाँ तक कि वह चमड़े के जूतों के बजह हमेशा स्पोर्ट्स-शूज पहनना ही पसंद करते थे।  
  • एक बार अटल बिहारी बाजपेयी ने कलाम से मजाक-वार्ता में कहा था कि आप भी मेरी तरह कुंवारे है; जिसमे कलाम ने मजाकिया अंदाज में जबाव दिया था कि प्रधानमंत्री महोदय जी मैं न सिर्फ़ कुंवारा हूँ वल्कि ब्रह्मचारी भी हूँ।
  • डॉ. कलाम जी ने अपने जीवन-काल में लगभग दो दर्जन से भी ज्यादा अवार्ड्स और सम्मान ग्रहण किये थे।
  • कलाम साहब बहुत व्यस्त राष्ट्रपति होने के बाबजूद अपने लिए कुछ समय निकाल लेते थे। जिमसे उन्हें रूध्रवीना बजाना और टहलने बहुत पसंद किया करते थे।   
  • डॉ. कलाम आज भी पूरी दुनिया में छात्रों के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा (Motivation) के श्रोत है।
  • कलाम साहब भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में चुने गए थे।
  • डॉ. कलाम ने हमेशा से ही बच्चों और छात्रों को पढने और कामयाब बनने के लिए प्रेरित किया है।
  • डॉ. कलाम साहब ने बहुत ही साधारण-जीवन यापन किया था।

एपीजे अब्दुल कलाम के अनमोल विचार – APJ Abdul Kalam quotes in hindi

“सपने तभी सच होते जब हम सपने देखते हैं।”
“कठिन परिश्रम करने के बाद ही सफलताओं का आनंद लिया जा सकता है।”
“किसी को हराना तो बहुत आसान है लेकिन जीतना बहुत कठिन है।”
“सपने वह नही हैं जो आप सोते समय देखते हैं, सपने तो वह हैं जो आपको सोने ही न दें।”
“यदि आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले आपको सूरज की तरह जलना होगा।”
“मैं ख़ूबसूरत नहीं हूँ, लेकिन मैं किसी भी ऐसे व्यक्ति की ओर हाथ बढा सकता हूँ, जिसे वास्तव में मदद की जरूरत है, क्योंकि ख़ूबसूरती चेहरे पर नहीं वल्कि दिल में होती है।”
“विजेता वह नहीं होते जो कभी असफ़ल नहीं होते, विजेता तो वह होते हैं जो कभी हार नहीं मानते।”  
“सपने, सपने, सपने! सपने विचारों में परिवर्तित होते हैं और विचार परिणामों में परिवर्तित होते हैं।”  
“यदि आप अपने कर्तव्य को सलाम करते हो, तो आपको किसी को भी सलाम करने की जरूरत नहीं है, लेकिन यदि आप अपने कर्तव्य को भूल जाते हो, तो आपको हर किसी को सलाम करने की जरूरत पड़ती है।”
“छोटा लक्ष्य देखन अपराध है, इसलिए जीवन में बहुत बड़ा उद्देश्य होना चाहिए।”

दोस्तों हम आशा करते हैं कि आपने एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय | APJ Abdul Kalam biography in hindi को यहाँ तक पढकर यह जाना होगा कि कलाम भारतीयों के दिल में क्यों बसते हैं?

हिंदीलीफ़.कॉम ( hindileaf.com ) की ओर से डॉ कलाम साहब (APJ Abdul Kalam) के बारे में उल्लेख कर एक छोटा सा सम्मान (Tribute) है। क्योंकि दुनिया भी जानती है कि कलाम साहब भारत के असल हीरो और एक आदर्श हैं जोकि एक बेहतरीन वैज्ञानिक और दरियादिल इंसान थे।

हमने डॉ अवुल पकीर जैनुलब्दीन अब्दुल कलाम साहब के बारे में लिखने की कोशिश कर कलाम साहब को दिल से सलाम करते हैं। इसके अलावा हम आपको यूट्यूब पर मौजूद डॉ. कलाम साहब की ऑटोबायोग्राफी को सुनने की सलाह देते हैं; जिसे गुलज़ार साहब ने बोला है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हमने इस लेख के लिए प्रेरणा (Inspiration) इस ऑटोबायोग्राफी से भी ली है।

FAQs –

उत्तर – एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को धनुषकोणी गाँव, रामेश्वरम, मद्रास प्रेसीडेंसी (ब्रिटिश-इंडिया) में हुआ था जोकि अब भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित है।

उत्तर – एपीजे अब्दुल कलाम सर ने अपनी 10वीं स्वार्ड्स हाईस्कूल, रामनाथपुरम से , इंटरमीडिएट और ग्रेजुएशन सेंट जोसेफ कॉलेज, तिरुचिरापल्ली से और एयरोनॉटिकल साइंस डिप्लोमा MIT यानिकि मद्रास इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से किया था।

निष्कर्ष: Conclusion

इस लेख में इतना ही जिसके माध्यम से हमने एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय | APJ Abdul Kalam biography in hindi के जीवन से जुड़े पहलुओं को विस्तार से समझाया है। इसके अलावा APJ Abdul Kalam history in hindi, APJ Abdul Kalam story in hindi, APJ Abdul Kalam personal life in hindi और Interesting facts about Apj Abdul Kalam in hindi, Apj Abdul Kalam quotes in hindi को बताया है।

यदि इस आर्टिकल ( एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय | APJ Abdul Kalam biography in hindi) से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। इसके अलावा इस आर्टिकल को आप Facebook, Whatsapp और Telegram आदि सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।

Please Share This Share this content

  • Opens in a new window

You Might Also Like

Read more about the article दलाई लामा का जीवन परिचय | Dalai lama biography in hindi

दलाई लामा का जीवन परिचय | Dalai lama biography in hindi

Read more about the article सुकरात का जीवन परिचय | Socrates quotes in hindi

सुकरात का जीवन परिचय | Socrates quotes in hindi

Read more about the article बोरिस जॉनसन का जीवन परिचय | Boris Johnson biography in hindi

बोरिस जॉनसन का जीवन परिचय | Boris Johnson biography in hindi

Leave a reply cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

apj abdul kalam biography in hindi movie

  • Cast & crew
  • Dr. A. P. J. Abdul Kalam

Dr. A. P. J. Abdul Kalam (2025)

The inspirational journey of the Legend, Missile Man and 11th People's President of India. The inspirational journey of the Legend, Missile Man and 11th People's President of India. The inspirational journey of the Legend, Missile Man and 11th People's President of India.

  • Prince Jagadeesh Daneti
  • Mohammad Ali

Dr. A. P. J. Abdul Kalam (2025)

  • All cast & crew
  • Production, box office & more at IMDbPro

More like this

The Remus Gang

  • When will Dr. A. P. J. Abdul Kalam be released? Powered by Alexa
  • October 15, 2025 (United States)
  • United States
  • Pink Jaguars Entertainment Official website
  • Pink Jaguars Entertainment
  • See more company credits at IMDbPro
  • $10,000,000 (estimated)

Technical specs

Related news, contribute to this page.

Dr. A. P. J. Abdul Kalam (2025)

  • See more gaps
  • Learn more about contributing

More to explore

Recently viewed.

apj abdul kalam biography in hindi movie

Biographymap.com

APJ Adul Kalam Biography in Hindi : मिसाइल मैन डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम का संपूर्ण जीवन परिचय

Apj adul kalamमिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का संपूर्ण जीवन परिचय.

एपीजे अब्दुल कलाम का इतिहास व जीवन परिचय, जन्म कब हुआ, पूरा नाम, विज्ञान में योगदान, शिक्षा में योगदान, अनमोल वचन, निबंध हिंदी, विचार (APJ Abdul Kalam Biography and History in Hindi)   (Full Name, Quotes, Ka Poora Naam, Books, Death Date, Essay)

Table of Contents

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम,(APJ Abdul Kalam ) जिन्हें “जनता के राष्ट्रपति” और “भारत के मिसाइल मैन” के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रतिष्ठित भारतीय वैज्ञानिक और राजनेता थे जिन्होंने देश के इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ी। 15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में जन्मे, वह साधारण शुरुआत से उठकर भारत की सबसे प्रिय शख्सियतों में से एक बन गए। डॉ. कलाम के शानदार करियर में भारत के अंतरिक्ष और मिसाइल कार्यक्रमों, विशेष रूप से सफल पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षणों में महत्वपूर्ण योगदान शामिल था। 2002 में, उन्होंने 11वें राष्ट्रपति के रूप में भारत में सर्वोच्च संवैधानिक पद ग्रहण किया, जहाँ उनकी सादगी, विनम्रता और प्रेरणादायक भाषणों ने उन्हें देश का प्रिय बना दिया। अपनी राजनीतिक भूमिका से परे, डॉ. कलाम एक विपुल लेखक और एक प्रेरणादायक वक्ता थे, जिनकी “विंग्स ऑफ फायर” और “इग्नाइटेड माइंड्स” जैसी किताबें अनगिनत व्यक्तियों, विशेष रूप से युवाओं को अपने सपनों को आगे बढ़ाने और देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करती हैं। उनकी विरासत विज्ञान, शिक्षा और समाज की भलाई के प्रति अटूट समर्पण की है और उनका प्रभाव पीढ़ियों को प्रेरित करता रहता है। डॉ. कलाम का 27 जुलाई 2015 को एक व्याख्यान देते समय निधन हो गया, लेकिन उनकी विरासत उनके शब्दों, कार्यों और उनके द्वारा अपनाए गए सिद्धांतों के माध्यम से जीवित है।

APJ Adul Kalam

APJ abdul kalam short biography in hindi

नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम)
उपनाम मिसाइल मैन
व्यवसाय इंजीनियर, वैज्ञानिक, लेखक, प्रोफेसर, राजनीतिज्ञ
जन्म तिथि 15-अक्टूबर 1931
जन्म स्थान धनुषकोडी गांव, रामेश्वरम, तमिलनाडु
पिता का नाम जैनुल्लाब्दीन
माता का नाम असीम्मा
डॉ. कलाम का निधन 27 जुलाई 2015, शिलांग, मेघालय
राष्ट्रपति 11 वें (25 जुलाई 2002 – 25 जुलाई 2007)
सम्मान पद्म भूषण, पद्म विभूषण, भारत रत्न आदि
आत्मकथा विंग्स ऑफ फायर: एन ऑटोबायोग्राफी

डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम का प्रारंभिक जीवन

APJ Abdul Kalam Biography in Hindi: डॉ कलाम का जन्म तमिलनाडु के रामेश्वरम के धनुषकोडी गांव में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था। उनका पूरा नाम  ‘अवुल पकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल   कलाम’  था। लेकिन उन्हें डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम और मिसाइल मैन के रूप में जाना जाता है। उनके पिता का नाम ‘ जैनुलाब्दीन’  था, जो एक नाविक थे और उनकी माता का नाम ‘ असीम्मा ‘ था, जो एक गृहणी थी। डॉ कलाम के पांच भाई बहन थे।

बालक कलाम को भी अपनी शिक्षा के लिए बहुत संघर्ष करना पढ़ा था. वे घर घर अख़बार बाटते और उन पैसों से अपने स्कूल की फीस भरते थे. अब्दुल कलामजी ने अपने पिता से अनुशासन, ईमानदारी एवं उदार स्वभाव में रहना सिखा था. इनकी माता जी ईश्वर में असीम श्रद्धा रखने वाली थी. कलाम जी के 3 बड़े भाई व् 1 बड़ी बहन थी. वे उन सभी के बहुत करीब रिश्ता रखते थे. क्या आप जानते हैं डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम एक लड़ाकू पायलट बनना चाहते थे लेकिन उन्हें ‘भारतीय वायु सेना’ (IAF) की प्रवेश परीक्षा में नौवां स्थान मिला था। जबकि IAF ने केवल 8वीं रैंक तक ही रिजल्ट की घोषणा की थी इसलिए वह पायलट नहीं बन सके।

अब्दुल   कलाम जी के करियर की शुरुवात (APJ Abdul Kalam Career)

1958 में कलाम जी D.T.D. and P. में तकनिकी केंद्र में वरिष्ट वैज्ञानिक के रूप कार्य करने लगे. यहाँ रहते हुए ही इन्होंने prototype hover craft के लिए तैयार वैज्ञानिक टीम का नेतृत्व किया. करियर की शुरुवात में ही अब्दुल कलामजी ने इंडियन आर्मी के लिए एक स्माल हेलीकाप्टर डिजाईन किया. 1962 में अब्दुल कलामजी रक्षा अनुसन्धान को छोड़ भारत के अन्तरिक्ष अनुसन्धान में कार्य करने लगे. 1962 से 82 के बीच वे इस अनुसन्धान से जुड़े कई पदों पर कार्यरत रहे. 1969 में कलाम जी ISRO में भारत के पहले SLV-3 (Rohini) के समय प्रोजेक्ट हेड बने.

APJ Adul Kalam जी का स्वाभाव (APJ Abdul Kalam Nature)

APJ Adul Kalam को बच्चों से बहुत अधिक स्नेह है. वे हमेशा अपने देश के युवाओं को अच्छी सीख देते रहे है, उनका कहना है युवा चाहे तो पूरा देश बदल सकता है. देश के सभी लोग उन्हें ‘मिसाइल मैन’ के नाम ने संबोधित करते है. डॉ एपीजे कलाम को भारतीय प्रक्षेपास्त्र में पितामह के रूप जाना जाता है. कलाम जी भारत के पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं, जो अविवाहित होने के साथ-साथ वैज्ञानिक पृष्ठभूमि से राजनीति में आए है.

अब्दुल कलाम जी का राष्ट्रपति बनना (APJ Abdul Kalam President Life)

APJ Adul Kalam Biography in Hindi

982 में वे फिर से रक्षा अनुसन्धान एवं विकास संगठन के director बन गए. इनके नेतृत्व में Integrated guided missile development program को सफलतापूर्वक शुरू किया गया. अग्नि, प्रथ्वी व् आकाश के प्रक्षेपण में कलाम जी ने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. सन 1992 मेंAPJ Adul Kalamजी रक्षा मंत्री के विज्ञान सलाहकार तथा सुरक्षा शोध और विकास विभाग के सचिव बन गए. वे इस पद में 1999 तक कार्यरत रहे. भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिकों की लिस्ट में इनका नाम शामिल है. सन 1997 में APJ अब्दुल कलामजी को विज्ञान एवं भारतीय रक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए भारत के सबसे बड़े सम्मान “भारत रत्न” से सम्मानित किया गया.

सन 2002 में APJ Adul Kalamजी को भारतीय जनता पार्टी समर्थित एन॰डी॰ए॰ घटक दलों ने राष्ट्रपति के चुनाव के समय अपना उम्मीदवार बनाया था, जिसका सबने समर्थन किया और 18 जुलाई 2002 को APJ Adul Kalam जी ने राष्ट्रपति पद की शपत ली. कलाम जी कभी भी राजनिति से नहीं जुड़े रहे, फिर भी वे भारत के सर्वोच्य राष्ट्रपति पद पर विराजमान रहे. जीवन में सुख सुविधा की कमी के बावजूद वे किस तरह राष्ट्रपति के पद तक पहुँचे, ये बात हम सभी के लिये प्रेरणास्पद है. आज के बहुत से युवा एपीजे अब्दुल कलामजी को अपना आदर्श मानते है. छोटे से गाँव में जन्म ले कर इनती ऊचाई तक पहुचना कोई आसान बात नहीं. कैसे अपनी लगन, कङी मेहनत और कार्यप्रणाली के बल पर असफलताओं को झेलते हुए, वे आगे बढते गये इस बात से हमे जरुर कुछ सीखना चाहिए.

अब्दुल कलम जी का राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद का सफर (After President of India)

राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद APJ Adul Kalam जी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी तिरुवनंतपुरम के चांसलर बन गए. साथ ही अन्ना यूनिवर्सिटी के एरोस्पेस इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर बन गए. इसके अलावा उन्हें देश के बहुत से कॉलेजों में विसिटिंग प्रोफेसर के रूप में बुलाया जाता रहा.

यह भी पढ़ें – महात्मा गांधी जी की प्रेरणादायक जीवनी

अब्दुल   कलाम का विज्ञान में योगदान (Abdul Kalam Science)

अब्दुल कलाम जी के नेतृत्व में 1980 में रोहिणी  को सफलतापूर्वक पृथ्वी के निकट स्थापित कर दिया गया. इनके इस महत्वपूर्ण योगदान के लिए 1981 में भारत सरकार द्वारा इनको भारत के राष्ट्रीय पुरस्कारों में से एक पदम् भूषण से सम्मानित किया गया. APJ Adul Kalam जी हमेशा अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता को देते थे. उनका कहना था उनकी माता ने ही उन्हें अच्छे-बुरे को समझने की शिक्षा दी. वे कहते थे “पढाई के प्रति मेरे रुझान को देखते हुए मेरी माँ ने मेरे लिये छोटा सा लैम्प खरीदा था, जिससे मैं रात को 11 बजे तक पढ सकता था. माँ ने अगर साथ न दिया होता, तो मैं यहां तक न पहुचता।”

APJ Adul Kalam की मिसाइलों के नाम और उनकी विशेषताएं 

मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का संपूर्ण जीवन परिचय में अब हम उनकी कुछ प्रमुख मिसाइलों और उनकी विशेषताओं के बारे में बता रहे है। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं:-

पृथ्वी सतह से सतह तक, कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल
रेंज-150–300 किमी
परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम
अग्नि री-एंट्री टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेटर ,शॉर्ट रेंज बैलेस्टिक मिसाइल
रेंज- 700–900 किमी
त्रिशूल शॉर्ट रेंज
सतह से हवा में वार करने वाली मिसाइल
रेंज- 12 किमी
नाग एन्टी टैंक मिसाइल
दागो और भूल जाओ प्रणाली पर आधारित
सभी प्रकार के मौसम में काम करने में सक्षम
आकाश मीडियम रेंज सतह से हवा में वार करने में सक्षम
रेंज – 18 किमी
ब्रह्मोस लड़ाकू विमानों, पनडुब्बियों, युद्धपोत के साथ-साथ जमीन पर मौजूद सिस्‍टम समेत कई अलग-अलग प्लेटफॉर्म की मदद से लॉन्च किया जा सकता है।
स्पीड – 2,9000 किमी प्रति घंटा
ध्वनि की गति से भी तेज़
रेंज – 300 किलोमीटर से 800 किलोमीटर के बीच।

APJ Adul Kalam: इसरो में निभाई अहम भूमिका 

APJ Adul Kalam अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में एक वैज्ञानिक के रूप में शामिल हुए, जहां उन्होंने ‘ हावरक्राफ्ट परियोजना’  पर काम किया। डॉ कलाम ने कुछ समय तक प्रसिद्ध वैज्ञानिक ‘ विक्रम साराभाई’  के साथ भी काम किया था। इसके बाद वह वर्ष 1962 में  ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन’ ( ISRO) में आ गए, यहाँ उन्होंने प्रोजेक्ट डायरेक्टर रहते हुए सफलतापूर्वक कई उपग्रह प्रक्षेपण परियोजनाओं में अपनी अहम भूमिका निभाई थी।

क्यों कहा जाता है डॉ कलाम को मिसाइल मैन 

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (A.P.J. Abdul Kalam) ने ISRO में प्रोजेक्ट डायरेक्टर के तौर पर भारत के पहले स्वदेशी सैटेलाइट लांच व्हीकल SLV-III के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस प्रथम सैटेलाइट व्हीकल से भारत ने वर्ष 1980 में रोहिणी सैटेलाइट सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेजा था। इस मिसाइल को बनाने में डॉ कलाम में अपना अहम योगदान दिया था, जिस वजह से उन्हें ‘ मिसाइल मैन’  की उपाधि से नवाजा गया। इसके बाद डॉ कलाम ने देश के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं में कार्य किया और देश के लिए कई मिसाइलें बनाई।

द्वितीय पोखरण परमाणु परीक्षण में दिया अहम योगदान 

इसके बाद डॉ. कलाम ने वर्ष 1992 से 1999 तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) में सेक्रेटरी के रूप में कार्य किया। वह प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार भी थे। वर्ष 1998 में दूसरे परमाणु परीक्षण में डॉ. कलाम ने महत्वपूर्ण तकनीकी और राजनीतिक भूमिका निभाई थी। इस सफल परमाणु परिक्षण के बाद ही तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत को एक पूर्ण विकसित परमाणु देश घोषित किया और भारत विश्व में एक महाशक्ति के रूप में उभरा।

APJ Abdul Kalam की बुक्स (APJ Abdul Kalam Books)

अब्दुल कलम साहब की ये कुछ बुक्स, जिनकी रचना उन्होंने की थी:

  • इंडिया 2020 – ए विशन फॉर दी न्यू मिलेनियम
  • विंग्स ऑफ़ फायर – ऑटोबायोग्राफी
  • इग्नाइटेड माइंड
  • ए मेनिफेस्टो फॉर चेंज
  • मिशन इंडिया
  • इन्सपारिंग थोट
  • एडवांटेज इंडिया
  • यू आर बोर्न टू ब्लॉसम
  • दी लुमीनस स्पार्क

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पर लिखी गई जीवनी 

APJ Abdul Kalam Biography in Hindi में अब हम डॉ. कलाम के जीवन पर लिखी गई कुछ प्रमुख जीवनी के बारे में बता रहे है। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं:-

इटरनल क्वेस्ट: जीवन और टाइम्स ऑफ डॉ कलाम एस चंद्र
द कलाम प्रभाव: राष्ट्रपति के साथ के मेरे वर्ष पी.एम. नायर
डॉ. ए. पी.जे अब्दुल कलाम: भारत के विजनरी के. भूषण और जी कैट्याल
महात्मा अब्दुल कलाम के साथ मेरे दिन फ्रेट ए.के. जॉर्ज

अब्दुल   कलाम   के   सबसे   प्रसिद्ध   उद्धरण   एक   |A.P.J. Abdul Kalam most famous quotes presented .

यहाँ APJ Adul Kalam के जीवन परिचय (APJ Abdul Kalam Biography in Hindi) के साथ ही उनके कुछ अनमोल विचारों के बारे में भी बताया जा रहा है। जिन्हें आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं:-

  • शिक्षण एक बहुत ही महान पेशा है जो किसी व्यक्ति के चरित्र, क्षमता, और भविष्य को आकार देता हैं। अगर लोग मुझे एक अच्छे शिक्षक के रूप में याद रखते हैं, तो मेरे लिए ये सबसे बड़ा सम्मान होगा।
  • महान शिक्षक ज्ञान, जूनून और करुणा से निर्मित होते हैं।
  • अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो पहले सूरज की तरह जलो।
  • सपने वो नहीं है जो आप नींद में देखे, सपने वो है जो आपको नींद ही नहीं आने दे।
  • महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।
  • मैं इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।
  • अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।
  • शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत की जरूरत होती है, चाहे वो माउंट एवरेस्ट का शिखर हो या आपके पेशे का।
  • किसी भी मिशन की सफलता के लिए, रचनात्मक नेतृत्व आवश्यक हैं।
  • जब तक भारत दुनिया के सामने खड़ा नहीं होता, कोई हमारी इज्जत नहीं करेगा। इस दुनिया में, डर की कोई जगह नहीं है। केवल ताकत ही ताकत का सम्मान करती हैं।

प्रेरक   विचार | Motivatinal Thoughts

  • अपने   आप   पर   यकीन   रखो : आत्मविश्वास आपके लक्ष्यों को प्राप्त करने की कुंजी है। अपनी क्षमताओं पर विश्वास करें, और दूसरे भी करेंगे।
  • विफलता   को   गले   लगाओ :  असफलता अंत नहीं है; यह सफलता की ओर एक सीढ़ी है। अपनी गलतियों से सीखें और आगे बढ़ते रहें।
  • स्पष्ट   लक्ष्य   निर्धारित   करें :  अपने लक्ष्यों को स्पष्टता के साथ परिभाषित करें। उद्देश्य की स्पष्ट समझ होने से आपको प्रेरित और केंद्रित रहने में मदद मिलती है।
  • कार्यवाही   करना :  कार्रवाई के बिना सपने सिर्फ कल्पनाएँ हैं। अपने लक्ष्यों की ओर लगातार और उद्देश्यपूर्ण कदम उठाएँ।
  • लगातार   बने   रहें :  सफलता के लिए अक्सर दृढ़ता की आवश्यकता होती है। बाधाओं का सामना होने पर भी चलते रहें।
  • लचीला   बनें :  जीवन उतार-चढ़ाव से भरा है। लचीलापन असफलताओं से उबरने की क्षमता है।
  • अपने   आप   को   सकारात्मकता   से   घेरें :  आप जिस संगति में रहते हैं और जिस जानकारी का आप उपभोग करते हैं, वह आपकी मानसिकता पर बहुत प्रभाव डाल सकती है। अपने आप को सकारात्मकता और प्रेरणा से घेरें।
  • लगातार   सीखना :   कभी  सीखना मत छोड़ो। जितना अधिक आप जानेंगे, आप चुनौतियों पर विजय पाने के लिए उतने ही अधिक सुसज्जित होंगे।
  • वर्तमान   पर   ध्यान   दें :  हालाँकि भविष्य के लिए योजना बनाना महत्वपूर्ण है, लेकिन वर्तमान में जीना न भूलें। आज के कार्य कल के परिणामों को आकार देते हैं।
  • छोटी   जीत   का   जश्न   मनाएं :  अपनी उपलब्धियों को पहचानें और उनका जश्न मनाएं, चाहे वह कितनी भी छोटी क्यों न हों। यह आपको प्रेरित रखता है और प्रगति को सुदृढ़ करता है।
  • दूसरों   की   मदद   करें :   दयालुता  और दूसरों की मदद करने के कार्य अत्यंत संतुष्टिदायक और प्रेरक हो सकते हैं।
  • सफलता   की   कल्पना   करें :  अपने लक्ष्यों और सफलता की कल्पना करने से उन्हें अधिक प्राप्य महसूस हो सकता है और आप प्रेरित रह सकते हैं।
  • आभारी   रहें :  आपके पास जो कुछ भी है उसके प्रति कृतज्ञता से अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण और प्रेरणा में वृद्धि हो सकती है।
  • जोखिम   लें :  अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकलने और परिकलित जोखिम लेने से व्यक्तिगत विकास और नए अवसर मिल सकते हैं।
  • सकारात्मक   बने   रहें :  एक सकारात्मक दृष्टिकोण चुनौतियों पर काबू पाने और सफलता प्राप्त करने में एक शक्तिशाली शक्ति हो सकता है।

डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम की उपलब्धियां 

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (A.P.J. Abdul Kalam) ने अपने जीवन में बहुत सी विपरीत परिस्थितियों का सामना किया था। लेकिन जीवन में उन्होंने कभी भी कठिन परिस्थितियों के आगे हार नहीं मानी। यही वजह रही है कि उनका जीवन आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत रहा हैं। डॉ. कलाम को उनके कार्यों के लिए बहुत से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। जिन्हें नीचे दिए गए टेबल में बताया जा रहा हैं:-

2014 डॉक्टर ऑफ़ साइंस
2012 डॉक्टर ऑफ़ लॉज़ (मानद उपाधि)
2011 आई.ई.ई.ई. मानद सदस्यता
2010 डॉक्टर ऑफ इंजीनियरिंग
2009 मानद डॉक्टरेट
2009 हूवर मेडल
2009 वॉन कार्मन विंग्स अन्तर्राष्ट्रीय अवार्ड
2008 डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग (मानद उपाधि)
2008 डॉक्टर ऑफ साइन्स (मानद उपाधि)
2007 डॉक्टर ऑफ साइन्स एण्ड टेक्नोलॉजी की मानद उपाधि
2007 किंग चार्ल्स II मेडल
2007 डॉक्टर ऑफ साइन्स की मानद उपाधि
2000 रामानुजन पुरस्कार
1998 वीर सावरकर पुरस्कार
1997 इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार
1997 भारत रत्न
1994 विशिष्ट शोधार्थी
1990 पद्म विभूषण
1981 पद्म भूषण

एपीजे अब्दुल कलाम की म्रत्यु (A.P.J. Abdul Kalam Death Date)

डॉ. कलाम ने विज्ञान और अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपना अतुलनीय योगदान दिया है, जिसकी वजह से उन्हें वर्ष 1997 में भारत के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘भारत रत्न’ से भी सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने जीवन के बहुत से वर्ष रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के लिए काम करते हुए बिताए थे।

देश का सर्वोच्‍च पद पर रहने के बाद भी डॉ. कलाम हमेशा अपना जीवन सादगी के साथ जीते रहे  उनका स्‍वभाव बेहद सहज, सरल और विनम्र था। वे हमेशा खुद को एक वैज्ञानिक और शिक्षक की तरह ही देखा करते थे। लेकिन 27 जुलाई 2015 को भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) शिलांग में व्याख्यान देते समय हृदय गति रुकने से अचानक उनका निधन हो गया।

  • निधन :  डॉ . ए.पी.जे. 27 जुलाई 2015 को अब्दुल कलाम का निधन हो गया।
  • स्थान :  भारतीय  प्रबंधन संस्थान शिलांग में व्याख्यान देते समय उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ।
  • अंतिम   क्षण :  डॉ . कलाम व्याख्यान के दौरान गिर पड़े और उन्हें तुरंत बेथनी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
  • सार्वजनिक   शोक :  उनकी मृत्यु पर भारत और दुनिया भर के लोगों ने शोक और संवेदना व्यक्त की।
  • विरासत   जारी  है: हालाँकि वह अब हमारे साथ नहीं हैं, डॉ. कलाम की विरासत उनके लेखन, भाषणों और भारत के वैज्ञानिक और शैक्षिक परिदृश्य पर उनके प्रभाव के माध्यम से जीवित है।
  • राष्ट्रीय   शोक :  भारत  में सात दिन का राजकीय शोक मनाया गया और उनके अंतिम संस्कार में विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोग शामिल हुए।
  • अटल बिहारी वाजपेयी  के साथ कार्यकाल में इन्होने देश के लिए बहुत योगदान दिया. यह अपने सरल एवम साधारण व्यव्हार के लिए प्रसिद्ध रहे. मुस्लिम होने के कारण इन्हें दुसरे मुल्क ने अपने मुल्क में बुलाया, लेकिन देश के प्रति प्रेम के कारण उन्होंने कभी देश को नहीं त्यागा.इन्हें देश के एक सफल राष्ट्रपति के तौर पर देखा गया था, इन्होने देश के युवा को समय- समय पर मार्गदर्शन दिया. APJ Adul Kalam उन्होंने अपने उद्घोष एवम अपनी किताबों के जरिये युवा को मार्गदर्शन दिया .

आशा है आपको डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam Biography in Hindi) पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य महान व्यक्तियों के  जीवन परिचय को पढ़ने के लिए biographymap के साथ बने रहें।

Q-एपीजे अब्दुल कलामकिस लिए प्रसिद्ध थे?  

Ans- भारतीय वैज्ञानिक और राजनीतिज्ञ के लिए काफी प्रसिद्ध थे।

Q-  एपीजे अब्दुल कलामकब बने राष्ट्रपति?

Ans- एपीजे अब्दुल कलाम 18 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक बने रहे राष्ट्रपति।

Q- एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम क्या है?

Ans- डॉक्टर अवुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम था।

Q- किस नाम से पुकारे जाते थे एपीजे अब्दुल कलाम?  

Ans- मिसाइल मैन के नाम से पुकारे जाते थे।

Q- एपीजे अब्दुल कलाम की मृत्यृ कब हुई?

Ans- एपीजे अब्दुल कलाम की मृत्यृ 27 जुलाई 2015 में हुई।

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

दा इंडियन वायर

एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय

apj abdul kalam biography in hindi movie

By विकास सिंह

abdul kalam biography in hindi

नाम: अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम)

निक नेम: मिसाइल मैन

राष्ट्रीयता: भारतीय

व्यवसाय: इंजीनियर, वैज्ञानिक, लेखक, प्रोफेसर, राजनीतिज्ञ

जन्म: 15-अक्टूबर -1931

जन्म स्थान: धनुषकोडि, रामेश्वरम, तमिलनाडु, भारत

निधन: 27 जुलाई 2015

निधन के समय आयु: 83 वर्ष

मृत्यु का स्थान: शिलांग, मेघालय, भारत

प्रसिद्ध का कारण: डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम 2002 से 2007 तक राष्ट्रपति रहे

इससे पहले: कोचरिल रमन नारायणन (1997-2002 से राष्ट्रपति)

उत्तराधिकारी: प्रतिभा पाटिल (2007-2012 से राष्ट्रपति)

अवुल पकिर जैनुलदेबेन अब्दुल कलाम को डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम (A P J Abdul Kalam) के नाम से भी जाना जाता है। उनका जन्म धनुषकोडी, रामेश्वरम, तमिलनाडु में हुआ था और उन्होंने भौतिकी और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग का अध्ययन किया था।

वह भारत के 11 वें राष्ट्रपति थे और 2002 में लक्ष्मी सहगल के खिलाफ जीत हासिल की। भारत के राष्ट्रपति बनने से पहले उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में एक एयरोस्पेस इंजीनियर के रूप में काम किया।

देश के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए उन्हें भारत के मिसाइल मैन के रूप में जाना जाता था। इसके अलावा, 1998 में, उन्होंने भारत के पोखरण -2 परमाणु परीक्षणों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

क्या आप जानते हैं कि A.P.J अब्दुल कलाम ने अपना करियर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान में एक वैज्ञानिक के रूप में शुरू किया था? उन्होंने ISRO में भारत के पहले सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SLV-III) के परियोजना निदेशक के रूप में भी काम किया था।

“अगर मेरी परिभाषा पर्याप्त रूप से मजबूत है तो असफलता मुझे कभी नहीं पछाड़ेगी”।

1990 के दशक में उन्होंने 2002 में भारत के राष्ट्रपति बनने से पहले प्रधान मंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में कार्य किया था। अब, इस लेख के माध्यम से डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम के बारे में विस्तार से अध्ययन करते हैं।

अब्दुल कलाम: प्रारंभिक जीवन

apj abdul kalam biography in hindi movie

डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को रामेश्वरम में एक तमिल मुस्लिम परिवार में हुआ था, तब यह ब्रिटिश भारत के मद्रास प्रेसीडेंसी में और अब तमिलनाडु में आता है। उनके पिता का नाम जैनुलबदीन था, जो एक नाव के मालिक थे और एक स्थानीय मस्जिद के इमाम थे। उनकी माँ का नाम आशियम्मा था, जो एक गृहिणी थीं।

अब्दुल कलाम पाँच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे, सबसे बड़ी एक बहन थी, जिसका नाम आसिम ज़ोहरा था और तीन बड़े भाई, अर्थात् मोहम्मद मुथु मीरा लेबाई मराय्यार, मुस्तफा कलाम और कासिम मोहम्मद थे। वह अपने परिवार के बहुत करीब थे और बहुत मदद करते थे हालांकि वे अपने जीवन भर कुंवारे रहे।

उनके पूर्वज कई संपत्तियों और भूमि के बड़े ट्रैक्ट के साथ धनी व्यापारी और ज़मींदार थे। वे मुख्य भूमि और द्वीप के बीच और श्रीलंका से किराने का सामान व्यापार करते हैं और मुख्य भूमि से पाम्बिया द्वीप के तीर्थयात्रियों को भी पार करते हैं। तो, उनके परिवार को “मारा कलाम इयक्किवर” (लकड़ी की नाव चलाने वाले) और बाद में “मारकियर” के रूप में जाना जाता था।

शिक्षा आपको उड़ान भरने के लिए पंख देती है। उपलब्धि हमारे अवचेतन मन में जीतने की आग प्रज्वलित करती है।

लेकिन 1920 के दशक तक, उनके परिवार ने अपने भाग्य को खो दिया था; उनके व्यवसाय विफल हो गए और जब तक अब्दुल कलाम का जन्म हुआ तब तक वे गरीबी से जूझ रहे थे। परिवार की मदद करने के लिए, कलाम ने कम उम्र में अखबार बेचना शुरू कर दिया।

अपने स्कूल के दिनों में, कलाम के पास औसत ग्रेड थे लेकिन उन्हें एक उज्ज्वल और मेहनती छात्र के रूप में वर्णित किया गया था, जिसमें सीखने की तीव्र इच्छा थी। गणित उनकी मुख्य रुचि थी।

बिना कर्म के ज्ञान बेकार और अप्रासंगिक है। कार्रवाई के साथ ज्ञान प्रतिकूलता को समृद्धि में परिवर्तित करता है।

उन्होंने श्वार्ट्ज हायर सेकेंडरी स्कूल, रामनाथपुरम से मैट्रिक की पढ़ाई पूरी की थी और बाद में वे सेंट जोसेफ कॉलेज चले गए जहाँ वे भौतिकी स्नातक बन गए। 1955 में, वे मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग का अध्ययन करने के लिए मद्रास गए।

अपने स्नातक के तीसरे वर्ष के दौरान, उन्हें कुछ अन्य छात्रों के साथ मिलकर एक निम्न-स्तर के हमले के विमान को डिजाइन करने के लिए एक परियोजना सौंपी गई थी। उनके शिक्षक ने उन्हें परियोजना को पूरा करने के लिए एक तंग समय सीमा दी थी, यह बहुत मुश्किल था। कलाम ने अपार दबाव में कड़ी मेहनत की और अंत में निर्धारित समय सीमा के भीतर अपना प्रोजेक्ट पूरा किया। शिक्षक कलाम के समर्पण से प्रभावित थे।

परिणामस्वरूप कलाम एक फाइटर पायलट बनना चाहते थे लेकिन उन्हें क्वालीफायर सूची में 9 वां स्थान मिला और भारतीय वायुसेना में केवल आठ स्थान ही उपलब्ध थे।

अब्दुल कलाम की शिक्षा और उपलब्धियां:

apj abdul kalam biography in hindi movie

ए.पी.जे अब्दुल कलाम ने 1957 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से अपना स्नातक पूरा किया था और 1958 में एक वैज्ञानिक के रूप में वे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान में शामिल हुए थे।

1960 के दशक की शुरुआत में, उन्होंने प्रसिद्ध अंतरिक्ष वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के अधीन इंडियन नेशनल कमेटी फॉर स्पेस रिसर्च के साथ काम किया।

उन्होंने DRDO में एक छोटा होवरक्राफ्ट डिजाइन करके अपने करियर की शुरुआत की थी। हैम्पटन, वर्जीनिया में नासा के लैंग्ली रिसर्च सेंटर का दौरा करने के बाद; 1963-64 में ग्रीनबेल्ट, मैरीलैंड और वॉलॉप्स फ्लाइट सुविधा में गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर, उन्होंने 1965 में DRDO में स्वतंत्र रूप से एक विस्तार योग्य रॉकेट परियोजना पर काम करना शुरू कर दिया था।

वह डीआरडीओ में अपने काम से बहुत संतुष्ट नहीं थे और जब उन्हें 1969 में इसरो को स्थानांतरण आदेश मिले तो वे खुश हो गए। वहां उन्होंने SLV-III के परियोजना निदेशक के रूप में कार्य किया, जिसने जुलाई 1980 में रोहिणी उपग्रह को निकट-पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक तैनात किया। यह भारत का पहला स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित उपग्रह प्रक्षेपण यान है।

कलाम ने 1969 में सरकार की स्वीकृति प्राप्त की और अधिक इंजीनियरों को शामिल करने के लिए कार्यक्रम का विस्तार किया। 1970 के दशक में, उन्होंने भारत में अपने भारतीय रिमोट सेंसिंग (IRS) उपग्रह को सूर्कयक्षा में लॉन्च करने की अनुमति देने के उद्देश्य से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) को विकसित करने का प्रयास किया था, PSLV परियोजना सफल रही और 20 सितंबर 1993 को, यह पहली बार लॉन्च किया गया था।

सपना वह नहीं है जो आप सोते समय देखते हैं यह कुछ ऐसा है जो आपको सोने नहीं देता है।

राजा रामन्ना ने अब्दुल कलाम को टीबीआरएल के प्रतिनिधि के रूप में देश के पहले परमाणु परीक्षण स्माइलिंग बुद्धा के साक्षी के रूप में आमंत्रित किया, भले ही उन्होंने इसके विकास में भाग नहीं लिया था।

apj abdul kalam biography in hindi movie

1970 के दशक में, अब्दुल कलाम ने प्रोजेक्ट डेविल और प्रोजेक्ट वैलियंट नामक दो परियोजनाओं का निर्देशन किया। क्या आप प्रोजेक्ट डेविल के बारे में जानते हैं? यह एक कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल बनाने के उद्देश्य से एक प्रारंभिक तरल-ईंधन मिसाइल परियोजना थी।

यह परियोजना सफल नहीं थी और 1980 के दशक में इसे बंद कर दिया गया था और बाद में इसने पृथ्वी मिसाइल का विकास किया। दूसरी ओर प्रोजेक्ट वैलेन्ट ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के विकास के उद्देश्य से किया। यह भी सफल नहीं था।

डीआरडीओ द्वारा प्रबंधित एक भारतीय रक्षा मंत्रालय ने अन्य सरकारी संगठनों के साथ मिलकर 1980 के दशक की शुरुआत में एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP) का शुभारंभ किया। अब्दुल कलाम को इस परियोजना का नेतृत्व करने के लिए कहा गया और 1983 में वह आईजीएमडीपी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में डीआरडीओ में लौट आए।

कार्यक्रम में चार परियोजनाओं के विकास के लिए नेतृत्व किया गया, जिसका नाम है शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-सतह मिसाइल (पृथ्वी), शॉर्ट रेंज लो-लेवल सरफेस-टू-एयर मिसाइल (त्रिशूल), मीडियम रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (आकाश) और थर्ड -विस्फोट रोधी मिसाइल (नाग)।

दुनिया आज चार रैपिड कनेक्टिविटी के माध्यम से अभिन्न रूप से जुड़ी हुई है। वे पर्यावरण, लोग, अर्थव्यवस्था और विचार हैं।

अब्दुल कलाम के नेतृत्व में, IGMDP की परियोजना 1988 में पहली पृथ्वी मिसाइल और फिर 1989 में अग्नि मिसाइल जैसी मिसाइलों का उत्पादन करके सफल साबित हुई। इसके कारण उन्हें “भारत के मिसाइल मैन” के रूप में जाना जाता था।

1992 में, उन्हें रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था। कैबिनेट मंत्री के पद के साथ, 1999 में, उन्हें भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया।

अब्दुल कलाम ने मई 1998 में पांच परमाणु बम परीक्षण विस्फोटों की एक श्रृंखला पोखरण -2 का संचालन करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई। इन परीक्षणों की सफलता के साथ उन्हें राष्ट्रीय नायक का दर्जा मिला और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत को पूर्ण घोषित किया ।

इतना ही नहीं, ए.पी.जे. 1998 में अब्दुल कलाम ने भारत को वर्ष 2020 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए टेक्नोलॉजी विजन 2020 नामक एक देशव्यापी योजना का प्रस्ताव रखा और परमाणु सशक्तिकरण, विभिन्न तकनीकी नवाचारों, कृषि उत्पादकता में सुधार आदि का सुझाव दिया।

2002 में, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सत्ता में था और डॉ. ए.पी.जे. भारत के राष्ट्रपति पद पर अब्दुल कलाम। एक लोकप्रिय राष्ट्रीय व्यक्ति होने के नाते, उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव आसानी से जीत लिया। क्या आप जानते हैं कि 1998 में हृदय रोग विशेषज्ञ सोमा राजू के साथ अब्दुल कलाम ने “कलाम-राजू स्टेंट” नाम से एक कम लागत वाली कोरोनरी स्टेंट विकसित की थी। इसके अलावा 2012 में, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल के लिए एक बीहड़ टैबलेट कंप्यूटर को डिज़ाइन किया गया था जिसे “कलाम-राजू टैबलेट” नाम दिया गया था।

राष्ट्रपति के पद पर एपीजे अब्दुल कलाम:

apj abdul kalam biography in hindi movie

  • 10 जून 2002 को एनडीए सरकार ने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की नेता का सुझाव दिया, साथ में कांग्रेस ने अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम लिया।
  • डॉ. अब्दुल कलाम ने 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। वह राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करने वाले पहले वैज्ञानिक और पहले स्नातक थे।
  • क्या आप जानते हैं कि राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें लगभग 922,884 वोट मिले थे और उन्होंने लक्ष्मी सहगल को हराया था।
  • के आर नारायणन के बाद वे भारत के 11 वें राष्ट्रपति बने। उन्होंने प्रतिष्ठित भारत रत्न प्राप्त किया और 1954 में डॉ. सर्वपाली राधाकृष्णन के बाद सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाले तीसरे राष्ट्रपति बने, 1963 में डॉ जाकिर हुसैन को भी यह मिला था।
  • डॉ. अब्दुल कलाम को जनवादी राष्ट्रपति के रूप में भी जाना जाता था।
  •  डॉ कलाम के अनुसार, राष्ट्रपति के रूप में उनके द्वारा लिया गया सबसे कठिन निर्णय ऑफिस ऑफ प्रॉफिट के बिल पर हस्ताक्षर करने का था।
  • अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान, वह भारत को एक विकसित राष्ट्र में बदलने के अपने दृष्टिकोण के लिए प्रतिबद्ध रहे।
  • हालांकि, 21 में से 20 दया याचिकाओं के भाग्य का फैसला करने में उनकी अक्षमता के लिए उनकी आलोचना की गई, जिसमें कश्मीरी आतंकवादी अफजल गुरु भी शामिल थे, जिन्हें दिसंबर 2001 में संसद हमलों के लिए दोषी ठहराया गया था।
  • उन्होंने 2007 में फिर से राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया और 25 जुलाई 2007 को राष्ट्रपति के रूप में पद छोड़ दिया।

ए पी जे अब्दुल कलाम: राष्ट्रपति के बाद का जीवन

apj abdul kalam biography in hindi movie

कार्यालय छोड़ने के बाद, डॉ. अब्दुल कलाम ने शैक्षणिक क्षेत्र को चुना और भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलांग, भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद, भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर, भारतीय विज्ञान संस्थान के मानद साथी के रूप में विजिटिंग प्रोफेसर बने।

उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान तिरुवनंतपुरम के चांसलर, अन्ना विश्वविद्यालय में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के प्रोफेसर और भारत भर में कई अन्य शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों में सहायक के रूप में भी कार्य किया।

सूचना प्रौद्योगिकी को उनके द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद में भी पढ़ाया गया और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और अन्ना विश्वविद्यालय में प्रौद्योगिकी पढ़ाई। 2011 में, उन्होंने कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर अपने रुख को लेकर नागरिक समूहों द्वारा आलोचना की थी क्योंकि उन्होंने परमाणु ऊर्जा संयंत्र की स्थापना का समर्थन किया था और स्थानीय लोगों के साथ बात नहीं करने का आरोप लगाया था।

व्हाट कैन आई मूवमेंट ’एक कार्यक्रम है जिसे भारत के युवाओं के लिए डॉ. अब्दुल कलाम ने भ्रष्टाचार को हराने के एक केंद्रीय विषय के साथ शुरू किया था।

मौत:

apj abdul kalam biography in hindi movie

27 जुलाई 2015 को, डॉ. अब्दुल कलाम IIM शिलॉन्ग में एक व्याख्यान दे रहे थे, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी स्थिति गंभीर हो गई, इसलिए, उन्हें बेथानी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां बाद में कार्डियक अरेस्ट से उनकी मृत्यु हो गई।

30 जुलाई, 2015 को पूर्व राष्ट्रपति को राजकीय सम्मान के साथ रामेश्वरम के पेई करुम्बु मैदान में आराम करने के लिए रखा गया था। क्या आप जानते हैं कि कलाम के अंतिम अनुष्ठान में लगभग 350,000 लोग शामिल हुए, जिनमें भारत के प्रधानमंत्री, तमिलनाडु के राज्यपाल और कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री शामिल थे?

ए पी जे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय स्मारक:

दिवंगत राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम की याद में भारत के तमिलनाडु के रामेश्वरम के द्वीप शहर में पेई करम्बु में उनके नाम पर एक स्मारक बनाया गया था। 27 जुलाई, 2017 को इसका उद्घाटन भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।

क्या आप जानते हैं कि इस स्मारक का निर्माण किसने कराया था? इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा बनाया गया था। स्मारक में रॉकेट और मिसाइलों की विभिन्न प्रतिकृति रखी गई है जो डॉ. अब्दुल कलाम के काम को दर्शाता है। साथ ही, उनके जीवन के बारे में कुछ एक्रिलिक चित्रों को भी सैकड़ों चित्रों के साथ प्रदर्शित किया गया है जो डॉ. कलाम के जीवन को दर्शाते हैं।

स्मारक के प्रवेश द्वार पर डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को उन्हें वीणा एक वाद्य यंत्र बजाते हुए दिखाया गया था। इसके साथ दो और प्रतिमाएँ बैठी और खड़ी मुद्रा में हैं।

ए पी जे अब्दुल कलाम: पुरस्कार और उपलब्धियां

  • 1981 में, डॉ. कलाम को भारत सरकार से पद्म भूषण प्राप्त हुआ।
  • 1990 में, डॉ. कलाम को भारत सरकार से पद्म विभूषण प्राप्त हुआ।
  • 1994 और 1995 में, इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स इंडिया और नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज द्वारा प्रतिष्ठित फेलो और मानद फैलो का पुरुस्कार मिला।
  • 1997 में, उन्होंने भारत सरकार से भारत रत्न और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से राष्ट्रीय एकता के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार प्राप्त किया था।
  • 1998 में, भारत सरकार की ओर से वीर सावरकर पुरस्कार।
  • 2000 में, अलवरस रिसर्च सेंटर, चेन्नई से रामानुजन पुरस्कार।
  • 2007 में, उन्हें रॉयल सोसाइटी, U.K द्वारा किंग चार्ल्स II मेडल से सम्मानित किया गया और ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी ऑफ वॉल्वरहैम्प्टन से डॉक्टरेट ऑफ साइंस किया।
  • 2008 में, उन्होंने एएसएमई फाउंडेशन, यूएसए द्वारा दिए गए हूवर मेडल जीते और नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, सिंगापुर द्वारा डॉक्टर ऑफ इंजीनियरिंग प्राप्त किया।
  • 2009 में, द कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, U.S.A ने कलाम को इंटरनेशनल वॉन कर्मन विंग्स अवार्ड, एएसएमई फाउंडेशन, अमेरिका के हूवर मेडल और ओकलैंड यूनिवर्सिटी द्वारा मानद डॉक्टरेट प्रदान किया।
  • 2010 में, वाटरलू विश्वविद्यालय द्वारा इंजीनियरिंग के डॉक्टर। 2011 में, IEEE ने कलाम को IEEE मानद सदस्यता से सम्मानित किया।
  • 2012 में, साइमन फ्रेजर विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टर ऑफ लॉज़। 2013 में, नेशनल स्पेस सोसाइटी द्वारा वॉन ब्रौन पुरस्कार।
  • 2014 में, एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, ब्रिटेन द्वारा डॉक्टर ऑफ साइंस। डॉ. कलाम 40 विश्वविद्यालयों के मानद डॉक्टरेट के प्राप्तकर्ता थे। साथ ही, डॉ. कलाम के 79 वें जन्मदिन को संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व छात्र दिवस के रूप में मान्यता दी गई थी। उन्हें 2003 और 2006 में MTV यूथ आइकन ऑफ़ द ईयर के लिए भी नामांकित किया गया था।
  • उनकी मृत्यु के बाद, उन्हें 15 अक्टूबर को तमिलनाडु राज्य सरकार की तरह कई श्रद्धांजलि मिलीं, जो उनके जन्मदिन पर राज्य भर में “युवा पुनर्जागरण दिवस” ​​के रूप में मनाने की घोषणा की गई हैं। इसके अलावा राज्य सरकार ने डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम पुरस्कार की स्थापना की, जिसमें 8 ग्राम स्वर्ण पदक, एक प्रमाण पत्र और 500,000 रूपए थे।
  • 2015 से एक स्वतंत्रता दिवस पर, राज्य के निवासियों को वैज्ञानिक विकास, मानविकी या छात्रों के कल्याण को बढ़ावा देने में उपलब्धियों के साथ प्रतिवर्ष पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
  • साथ ही, डॉ. कलाम के जन्म की सालगिरह पर CBSE ने CBSE पाठ्यक्रम या अभिव्यक्ति श्रृंखला में उनके नाम पर कुछ विषय निर्धारित किए।
  • यही नहीं, 15 अक्टूबर, 2015 को कलाम के जन्म की 84 वीं वर्षगांठ पर, भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में DRDO भवन में कलाम की स्मृति में डाक टिकट जारी किया।

ए पी जे अब्दुल कलाम: विरासत

जैसा कि हम जानते हैं कि डॉ अब्दुल कलाम अपने परिवार में सबसे छोटे बच्चे थे और अपने माता-पिता और भाइयों और बहनों के करीबी थे। उन्होंने कभी शादी नहीं की और अपने रिश्तेदारों की पूरी जिंदगी सेवा की। इसमें कोई शक नहीं कि वह सरल जीवन शैली वाले एक बहुत ही सरल व्यक्ति थे। उनके पास वीना और पुस्तकों के संग्रह सहित कुछ संपत्ति थी। वह एक दयालु दिल का आदमी था, शाकाहारी और सादा भोजन करता था।

डॉ अब्दुल कलाम के करीबी एसएम खान के अनुसार एक किताब द पीपुल्स प्रेसिडेंट अब्दुल कलाम कहते हैं, “वह एक सच्चे मुसलमान का जीवन जीते थे लेकिन अन्य सभी धर्मों के लिए उच्च सम्मान रखते थे और उनका मानना ​​था कि मानवतावाद मानव का सबसे बड़ा गुण है।

वह रोजाना नमाज अदा करते हैं लेकिन भागवत गीता भी पढ़ते हैं। वीणा बजाने का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। उनके लिए धर्म एक व्यक्तिगत मामला था और इस बात पर जोर दिया करते थे कि किसी को इसे धूमधाम और दिखावे का मामला नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने इसका इस्तेमाल किया।”

27 जुलाई 2015 को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट शिलांग में एक व्याख्यान देते हुए, वह गिर गया और बेथानी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें कार्डियक अरेस्ट से मृत होने की पुष्टि हुई और 30 जुलाई 2015 को रामेश्वरम के पीयू करुम्बु द्वीप में अंतिम संस्कार किया गया।

ए पी जे अब्दुल कलाम: शैक्षिक और वैज्ञानिक संस्थान

क्या आप जानते हैं कि विभिन्न शैक्षिक, वैज्ञानिक संस्थानों और कुछ स्थानों का नाम डॉ। अब्दुल कलाम के सम्मान में रखा गया है। वे इस प्रकार हैं:

  • कलाम के अंतिम संस्कार के दिन, बिहार राज्य सरकार द्वारा किशनगंज, बिहार में एक कृषि कॉलेज का नाम बदलकर “डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज” रखा गया।
  • उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय (UPTU) का नाम बदलकर “A.P.J. अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय” कर दिया गया।
  • ए.पी.जे. अब्दुल कलाम मेमोरियल त्रावणकोर इंस्टीट्यूट ऑफ डाइजेस्टिव डिजीज, कोल्लम शहर, केरल में एक नया शोध संस्थान है, जो त्रावणकोर मेडिकल कॉलेज अस्पताल से जुड़ा हुआ है।
  • सितंबर 2014 में, भारत और अमेरिका ने फुलब्राइट-कलाम क्लाइमेट फेलोशिप लॉन्च की है। फेलोशिप का संचालन फुलब्राइट कार्यक्रम के तहत बिनेशनल यूएस-इंडिया एजुकेशनल फाउंडेशन (USIEF) द्वारा किया जाएगा।
  • केरल टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, जिसका मुख्यालय तिरुवनंतपुरम में है, जहां कलाम वर्षों तक रहे, उनका नाम बदलकर उनकी मृत्यु के बाद अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय रख दिया गया।

ए पी जे अब्दुल कलाम किताबें

  • इंडिया 2020: ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम (यज्ञस्वामी सुंदरा राजन के साथ सह-लेखक, (1998))
  • विंग्स ऑफ फायर: एन ऑटोबायोग्राफी (1999)
  • इग्नाइटेड माइंड: अनलीशिंग द पॉवर ऑफ़ इंडिया (2002)
  • द लुमिनस स्पार्क्स (2004)
  • मिशन इंडिया (2005)
  • इंस्पायरिंग थॉट्स (2007)
  • यू बोर्न टू ब्लॉसम: टेक माई जर्नी बियॉन्ड (अरुण तिवारी के साथ सह-लेखक, 2011)
  • परिकल्पना और सशक्त राष्ट्र
  • लक्ष्य 3 बिलियन ए.पी.जे. कलाम और श्रीजन पाल सिंह (दिसंबर 2011)
  • टर्निंग पॉइंट्स: ए जर्नी थ्रू चैलेंजेज (2012)
  • माई जर्नी: ट्रांसफॉर्मिंग ड्रीम्स इन एक्शन (2013)
  • मेनिफेस्टो फॉर चेंज: ए सीक्वल टू इंडिया 2020 (वी। पोनराज के साथ सह-लेखक, 2014)
  • शासनकाल: ए.पी.जे द्वारा एक उज्जवल भविष्य के लिए वैज्ञानिक रास्ते (2015)
  • ट्रान्सेंडेंस: माई स्पिरिचुअल एक्सपीरियंस विद प्रमख स्वामीजी (अरुण तिवारी के साथ सह-लेखक, 2015)
  • एडवांटेज इंडिया: चैलेंज टू अपॉर्चुनिटी टू ए.पी.जे. अब्दुल कलाम और श्रीजन पाल सिंह (2015)
  • गवर्नेंस ऑफ़ ग्रोथ इन इंडिया (2014)

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की आत्मकथाएं

  • इटरनल क्वेस्ट: लाइफ एंड टाइम्स ऑफ डॉ. कलाम (2002)
  • राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वारा (2002)
  • ए.पी.जे अब्दुल कलाम: द विजनरी ऑफ़ इंडिया (2002)
  • द कलाम इफेक्ट: माई इयर्स विद प्रेसिडेंट (2008)

ए पी जे अब्दुल कलाम: प्रसिद्ध विचार

– “सपने देखें। सपने विचारों में बदल जाते हैं और विचार कार्रवाई में परिणत होते हैं।”

– “यदि आप असफल होते हैं, तो कभी हार न मानें क्योंकि असफल का अर्थ है” सीखने में पहला प्रयास “।

– “अगर आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं। पहले सूरज की तरह जलो। ”

– “हम सभी के पास समान प्रतिभा नहीं है। लेकिन, हम सभी के पास अपनी प्रतिभा विकसित करने का समान अवसर है।”

– “सभी पक्षी बारिश के दौरान आश्रय पाते हैं। लेकिन बाज़ बादलों के ऊपर उड़कर बारिश से बच जाता है।”

– “उत्कृष्टता एक निरंतर प्रक्रिया है और दुर्घटना नहीं है।”

– “क्या हमें एहसास नहीं है कि आत्म सम्मान आत्म निर्भरता के साथ आता है?”

– “भारत के लिए मेरा 2020 का विजन इसे एक विकसित राष्ट्र में बदलना है। वह सार नहीं हो सकता; यह एक जीवन रेखा है। ”…… आदि।

https://www.youtube.com/watch?v=dVOmq9bcMfM

[ratemypost]

इस लेख से सम्बंधित अपने सवाल और सुझाव आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

Related Post

पूर्व न्यायाधीशों ने प्रभावी लोकतंत्र के लिए लोकसभा 2024 की चुनावी बहस के लिए पीएम मोदी और राहुल गांधी को आमंत्रित किया, bengaluru water crisis: क्या बेंगलुरु भी केप टाउन के तरह “day zero” के रास्ते पर है, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग का ‘दिव्य कला मेला’ पटना में शुरू, 3 thoughts on “एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय”.

bahut he acha biography hai… keep it up…

bahut acha lga bro

Great post really like it a lot.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

LS Election 2024 Results: “जनता ही जनार्दन है!”

प्रहलाद जोशी के निमंत्रण पर मल्लिकार्जुन खड़गे शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए: रिपोर्ट, गर्मी का प्रकोप: सूखता कंठ, छांव की तलाश, मजदूरों की मजबूरी…. भविष्य में इस संकट के और गहराने के आसार, election in india: आचार संहिता (mcc) में ‘m’ से महज “model” नहीं, बल्कि “moral” भी बनाने की जरुरत.

ए.पी.जे अब्दुल कलाम की जीवनी – Dr APJ Abdul Kalam Biography Hindi

आज इस आर्टिकल में हम आपको   ए.पी.जे अब्दुल कलाम की जीवनी – Dr APJ Abdul Kalam Biography Hindi के बारे में बताएगे।

ए.पी.जे अब्दुल कलाम की जीवनी – Dr APJ Abdul Kalam Biography Hindi

मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से प्रसिद्ध एपीजे अब्दुल कलाम (English – Dr APJ Abdul Kalam) का भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

और उनके योगदान के लिए आज भी पूरा भारत उन्हें शत शत नमन करता है।

संक्षिप्त विवरण

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
 
1931
धनुषकोड़ी गांव (रामेश्वरम, तमिलनाडु)
 जैनुलाब्दीन
अशियाम्मा
भारतीय
मुस्लिम
 कलाम

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को धनुषकोड़ी गांव (रामेश्वरम, तमिलनाडु) में हुआ था।

अब्दुल कलाम के पिता का नाम जैनुलाब्दीन था और माता का नाम अशियाम्मा था।

एपीजे अब्दुल कलाम के 3 भाई और 5 बहन थी।

अब्दुल कलाम का पूरा नाम

ए.पी.जे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अब्दुल फकीर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है।

शिक्षा – ए.पी.जे अब्दुल कलाम की जीवनी

ए.पी.जे अब्दुल कलाम ने अपनी शिक्षा 5 वर्ष की आयु में रामेश्वरम के पंचायत प्राथमिक विश्वविद्यालय में शुरू की थी।

अपनी पढ़ाई को जारी रखने के लिए उन्होंने अखबार बांटने का कार्य भी किया था।

एपीजे अब्दुल कलाम ने 1950 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से अंतरिक्ष विज्ञान में ग्रेजुएशन कंपलीट की।

ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद में हावरक्राफ्ट परियोजना पर काम करने के लिए उन्होंने भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान में प्रवेश लिया।

भारत में योगदान – ए.पी.जे अब्दुल कलाम की जीवनी

1962 में उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में प्रवेश किया और वहां पर उन्होंने उपग्रह प्रक्षेपण परियोजना को सफलतापूर्वक संपन्न किया।

इस परियोजना के अनुसार उन्होंने भारत में पहले स्वदेशी उपकरण प्रेक्षण ज्ञान एस.एल.वी 3 के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसको उन्होंने 1982 में रोहिणी उपग्रह को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया था।

इनके अलावा उन्होंने कुछ मिसाइलों के डिजाइन भी तैयार किए जिसमें से उन्होंने अग्नि और पृथ्वी प्रक्षेपास्त्र को स्वदेशी तरीके से भी बनाया था। 1998 में उन्होंने पोखरण में अपना दूसरा सफल परमाणु परीक्षण भी किया।

18 जुलाई 2002 को कलाम को भारत के राष्ट्रपति के पद पर आसीन किया गया और 25 जुलाई 2002 में संसद भवन के अशोक कक्ष में उनको राष्ट्रपति की शपथ भी दिलाई गई।

कलाम द्वारा लिखी गई किताबें

1.India 2020: A Vision for the New Millennium1998
2.Wings of Fire: An Autobiography1999
3.Ignited Minds: Unleashing the Power within India2002
4.The Luminous Sparks: A Biography in Verse and Colours2004
5.Guiding Souls: Dialogues on the Purpose of Life2005
6.Mission of India: A Vision of Indian Youth2005
7.Inspiring Thoughts: Quotation Series2007
8.You Are Born to Blossom: Take My Journey Beyond2011
9.The Scientific India: A Twenty First Century Guide to the World around Us2011
10.Failure to Success: Legendry Lives2011
11.Target 3 Billion2011
12.You are Unique: Scale New Heights by Thoughts and Actions2012
13.Turning Points: A Journey through Challenges2012
14.Indomitable Spirit2013
15.Spirit of India2013
16.Thoughts for Change: We Can Do It2013
17.My Journey: Transforming Dreams into Actions2013
18.Governance for Growth in India2014
19.Manifesto for Change2014
20.Forge Your Future: Candid, Forthright, Inspiring2014
21.Beyond 2020: A Vision for Tomorrow’s India2014
22.The Guiding Light: A Selection of Quotations from My Favourite Books2015
23.Reignited: Scientific Pathways to a Brighter Future2015
24.The Family and the Nation2015
25.Transcendence My Spiritual Experiences2015

एपीजे अब्दुल कलाम को मिले सम्मान और पुरस्कार

(मानद उपाधि)
आइ॰ई॰ई॰ई॰ मानद सदस्यता
मानद डॉक्टरेट
वॉन कार्मन विंग्स अन्तर्राष्ट्रीय अवार्ड
(मानद उपाधि)
(मानद उपाधि)
की मानद उपाधि
की मानद उपाधि
पुरस्कार
वीर सावरकर पुरस्कार
राष्ट्रीय एकता पुरस्कार
भारत रत्न
विशिष्ट शोधार्थी
पद्म विभूषण
पद्म भूषण

निधन – ए.पी.जे अब्दुल कलाम की जीवनी

एपीजे अब्दुल कलाम का 27 जुलाई 2015 की शाम को निधन हो गया। उनका निधन दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुआ।

इसे भी पढ़े – श्रीनिवास रामानुजन की जीवनी – Srinivasa Ramanujan Biography Hindi

Jivani Hindi

Related articles, एल्विश यादव की जीवनी – elvish yadav biography in hindi, नायब सिंह सैनी की जीवनी – nayab singh saini biography hindi, शरद जोशी की जीवनी – sharad joshi biography hindi – copy, करीना कपूर की जीवनी – karina kapoor biography hindi – copy, गायत्री पंडित की जीवनी, राजेंद्र प्रसाद की जीवनी – rajendra prasad biography hindi.

  • Pingback: Urine Test क्या है और यह कितने रुपए का होता है? - Hindi Alerts

I am neelam sharma i want to do something for my self and my society Or my contery.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Sign me up for the newsletter!

Hindi meto

अब सभी जानकारी हिंदी में

Dr. APJ अब्दुल कलाम का इतिहास व जीवन परिचय

Dr. APJ abdul kalam Biography in Hindi - Hindimeto.com

Table of Contents

Dr. APJ अब्दुल कलाम का इतिहास व जीवन परिचय ( APJ Abdul kalam biography and history in hindi )

पूरा नामडॉक्टर अवुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम
जन्म15 अक्टूबर, 1931
जन्म स्थानधनुषकोडी गांव, रामेश्वरम, तमिलनाडु
माता-पिताअसिंमा , जैनुलाब्दीन
म्रत्यु27 जुलाई 2015
राष्ट्रपति बने2002-07
शौककिताबें पढना, लिखना, वीणा वादन
होम पेज

अवुल पकिर ज़ैनुल आबिदीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके पिता ज़ैनुल आबिदीन एक नाविक थे और उनकी माँ, आशियाम्मा, एक गृहिणी थीं। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी इसलिए उन्हें कम उम्र से ही काम करना पड़ा। अपने पिता की आर्थिक मदद के लिए बालक कलाम स्कूल के बाद अखबार बांटते थे। अपने स्कूल के दिनों में कलाम पढ़ाई में सामान्य थे लेकिन कुछ नया सीखने के लिए हमेशा तैयार और तैयार रहते थे।

पिछले लेख में, हमने महत्वपूर्ण विषय   Coindcx Kya Hai 2021 Coindcx अकाउंट कैसे बनाएं?  और  Meesho App क्या है और इस से पैसे कैसे कमाए? सम्पूर्ण जानकारी !  के बारे में अच्छे से और सम्पूर्ण जानकारी प्रदान कर चुके हैं।

उनमें सीखने की भूख थी और वे घंटों अपनी पढ़ाई पर ध्यान देते रहे। उन्होंने रामनाथपुरम श्वार्ट्ज मैट्रिकुलेशन स्कूल में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और फिर सेंट जोसेफ कॉलेज, तिरुचिरापल्ली में दाखिला लिया, जहाँ से उन्होंने 1954 में भौतिकी में स्नातक किया। उसके बाद, वर्ष 1955 में, वे मद्रास चले गए जहाँ से उन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। साल 1960 में कलाम ने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।

राष्ट्रपति कलाम ने खुद लिखा धन्यवाद कार्ड! एक बार की बात है एक शख्स ने डॉ APJ अब्दुल कलाम का स्केच बनाकर उनके पास भेजा। उन्हें यह जानकर बहुत आश्चर्य हुआ कि डॉ कलाम ने स्वयं उन्हें अपने हाथों से एक संदेश और अपने हस्ताक्षर के साथ एक धन्यवाद कार्ड भेजा है।

यह भी पढ़ें-

Instagram से पैसे कैसे कमाए ? सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में !

WazirX क्या है और P2P Crypto Exchange कैसे काम करता है?

What is Meesho and How To Earn Money From Meesho App?

1969 में, उन्हें इसरो भेजा गया जहाँ उन्होंने परियोजना निदेशक के रूप में काम किया। उन्होंने पहले उपग्रह प्रक्षेपण यान (SLV III) और ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) के निर्माण में अपना योगदान दिया, जिसका प्रक्षेपण बाद में सफल रहा।

Dr. APJ अब्दुल कलाम का इतिहास व जीवन परिचय

1980 में, भारत सरकार ने अब्दुल कलाम जी दिशा के साथ एक आधुनिक मिसाइल कार्यक्रम शुरू करने का विचार किया, इसलिए उन्होंने इसे वापस डीआरडीओ में भेज दिया। उसके बाद, कलाम जी के मुख्य कार्यकारी के रूप में एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP) शुरू किया गया था। अब्दुल कलाम जी के निर्देश पर ही अग्नि मिसाइल, पृथ्वी जैसी मिसाइल बनाने में सफलता मिली।

डॉ कलाम किसी व्यक्ति या राष्ट्र के लिए एक सक्षम भविष्य के निर्माण में शिक्षा की भूमिका को जानते थे। उन्होंने हमेशा देश को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने की बात कही। उनके पास भविष्य का स्पष्ट खाका था, जिसे उन्होंने अपनी पुस्तक ‘इंडिया 2020: ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम’ में प्रस्तुत किया। भारत 2020 पुस्तक में उन्होंने लिखा है कि भारत को वर्ष 2020 तक एक विकसित देश और ज्ञान महाशक्ति बनना है। उन्होंने कहा कि मीडिया को देश की प्रगति में एक गंभीर भूमिका निभाने की जरूरत है। नेगेटिव खबरें किसी को कुछ नहीं दे सकतीं, लेकिन सकारात्मक और विकास संबंधी खबरें उम्मीदें जगाती हैं। डॉ कलाम को एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक, प्रशासक, शिक्षाविद और लेखक के रूप में हमेशा याद किया जाएगा और देश की कई पीढ़ियां, वर्तमान और भविष्य, उनके प्रेरक व्यक्तित्व और महान कार्यों से प्रेरणा लेती रहेंगी।

पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइलमैन APJ अब्दुल कलाम अचानक सभी को छोड़कर अनंत यात्रा पर निकल गए। 83 वर्षीय डॉ कलाम का सोमवार शाम दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। इस खबर ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया और साथ ही इस शख्स से जुड़ी हर याद आम लोगों के बेहद करीब ताजा हो गई। ऐसा ही एक वाकया पिछले साल भी हुआ था, जब दो साल की बच्ची ने फ्लाइट से इंदौर आते वक्त डॉक्टर कलाम का दिल जीत लिया था।

पिछले साल जून में पूर्व राष्ट्रपति APJ अब्दुल कलाम इंदौर के लिए फ्लाइट में दो साल की बच्ची की तारीफ करने से नहीं बच पाए जो सबको शेयर करना सिखा रही थी. दो साल की बच्ची का नाम मानवी था और वह अपने चिप्स के पैकेट से फ्लाइट में सवार सभी यात्रियों को मासूमियत से चिप्स दे रही थी. कई यात्रियों को चिप्स देने के बाद वह डॉ कलाम के पास भी पहुंची थीं. दो साल के इस मासूम के लिए वो कोई पूर्व राष्ट्रपति नहीं बल्कि हर किसी की तरह एक यात्री था. बच्चे ने जब उन्हें बड़े प्यार से चिप्स दिए तो डॉ. कलाम काफी भावुक हो गए. उन्होंने लड़की को गले लगाया और उसके साथ तस्वीरें लीं। वे लड़की की उदारता के कायल थे और उसकी प्रशंसा की। इतना ही नहीं उनके शेयर करने की ये बात कलाम को इतनी पसंद आई कि उन्होंने मानव के साथ फोटो भी खिंचवा कर ट्वीट कर दिया.

यह भी पढ़ें-   Meesho App क्या है और इस से पैसे कैसे कमाए? सम्पूर्ण जानकारी !

यह भी पढ़ें- CashKaro क्या है? और इससे पैसे कैसे कमाए?

कलाम जानते थे कि किसी व्यक्ति या राष्ट्र के लिए एक सक्षम भविष्य के निर्माण में शिक्षा क्या भूमिका निभा सकती है। उन्होंने हमेशा देश को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने की बात कही। उनके पास भविष्य का स्पष्ट खाका था, जिसे उन्होंने अपनी पुस्तक ‘इंडिया 2020: ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम’ में प्रस्तुत किया। भारत 2020 पुस्तक में उन्होंने लिखा है कि भारत को वर्ष 2020 तक एक विकसित देश और ज्ञान महाशक्ति बनना है।

उन्होंने कहा कि मीडिया को देश की प्रगति में गंभीर भूमिका निभाने की जरूरत है। नेगेटिव खबरें किसी को कुछ नहीं दे सकतीं, लेकिन सकारात्मक और विकास संबंधी खबरें उम्मीदें जगाती हैं। डॉ कलाम को एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक, प्रशासक, शिक्षाविद और लेखक के रूप में हमेशा याद किया जाएगा और देश की कई पीढ़ियां, वर्तमान और भविष्य, उनके प्रेरक व्यक्तित्व और महान कार्यों से प्रेरणा लेती रहेंगी।

कलाम साहब ने अपनी आत्मकथा ‘माई जर्नी’ में लिखा है- जीवन के वे दिन बहुत शपथ ग्रहण किए थे। एक तरफ विदेश में शानदार करियर था और दूसरी तरफ देश की सेवा करने का विचार। बचपन के सपनों को साकार करने, विचारों की ओर बढ़ने या अमीर बनने के अवसर को गले लगाने का अवसर चुनना मुश्किल था।

यह भी पढ़ें- IAS क्या है, IAS Full form ? IAS ऑफिसर कैसे बने?

लेकिन अंत में मैंने पैसे के लिए विदेश नहीं जाने का फैसला किया। मैं अपने करियर की देखभाल के लिए देश की सेवा करने का मौका नहीं चूकूंगा। इस तरह मैं 1958 में डीआरडी और रक्षा अनुसंधान और विकास (संगठन) में शामिल हो गया।

डॉ कलाम की पहली पोस्टिंग डीआरडीओ के हैदराबाद सेंटर में हुई थी। पांच साल तक यहां के महत्वपूर्ण शोध में उनका अहम योगदान रहा। उन दिनों चीन ने भारत पर आक्रमण किया था। 1962 के इस युद्ध में भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा। युद्ध के तुरंत बाद, यह निर्णय लिया गया कि देश की सामरिक शक्ति को नए हथियारों से लैस किया जाना चाहिए। कई योजनाएं बनाई गईं, जिनके जनक डॉ. कलाम थे।

लेकिन 1963 में उनका हैदराबाद से त्रिवेंद्रम ट्रांसफर कर दिया गया। उन्हें विक्रम अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया, जो दूसरों (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) का सहयोगी संस्थान था। इस केंद्र में 1980 तक डॉ. कलाम ने काम किया। इस लंबी सेवा में उन्होंने देश को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान पर पहुँचाया।

APJ अब्दुल कलाम की बुक्स (APJ Abdul Kalam books )–

अब्दुल कलम साहब की ये कुछ बुक्स, जिनकी रचना उन्होंने की थी:

  • इंडिया 2020 – ए विशन फॉर दी न्यू मिलेनियम
  • विंग्स ऑफ़ फायर – ऑटोबायोग्राफी
  • इग्नाइटेड माइंड
  • ए मेनिफेस्टो फॉर चेंज
  • मिशन इंडिया
  • इन्सपारिंग थोट
  • एडवांटेज इंडिया
  • यू आर बोर्न टू ब्लॉसम
  • दी लुमीनस स्पार्क

A.P.J. अब्दुल कलाम जी मिले मुख्य अवार्ड व् सम्मान –

1981भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण दिया गया.
1990भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण
1997भारत सरकार द्वारा देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया.
1997इंदिरा गाँधी अवार्ड
2011IEEE होनोअरी मेम्बरशिप

इसके अलावा उन्हें कई विश्वविद्यालयों ने डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा था। अब्दुल कलाम साहब के अनमोल वचन और कविताएँ पढ़ने के लिए क्लिक करें।

विज्ञान के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए उन्हें 1981 में पद्म भूषण और 1990 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।

रक्षा अनुसंधान के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें 1997 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

वर्ष 1998 में राष्ट्रीय एकता के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार प्राप्त किया

वर्ष 1998 में, अब्दुल कलाम को रॉयल सोसाइटी, यूके द्वारा किंग चार्ल्स द्वितीय पदक से सम्मानित किया गया था।

अब्दुल कलाम के पास दुनिया भर के 40 विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की डिग्री है।

वर्ष 2011 में, अब्दुल कलाम को IEEE द्वारा IEEE मानद सदस्यता से सम्मानित किया गया था।

अपने अध्यक्षीय कार्यकाल के अंत में, अब्दुल कलाम आईआईएम शिलांग, आईआईएम अहमदाबाद, आईआईएम इंदौर, आईआईएस बैंगलोर और अन्य कॉलेजों में अतिथि प्रोफेसर के रूप में शामिल हुए। 2012 में, भारतीय युवाओं के लिए एक कार्यक्रम “व्हाट कैन आई गिव मूवमेंट” शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य भारत में भ्रष्टाचार को हराना है।

डॉ कलाम के विचार:

1. प्रश्न पूछना छात्रों की प्रमुख विशेषताओं में से एक है। तो छात्र सवाल पूछते हैं।

मेरे लिए नकारात्मक अनुभव जैसी कोई चीज नहीं है।

जीवन और समय दुनिया के दो सबसे महान शिक्षक हैं। जीवन हमें समय का सदुपयोग करना सिखाता है, जबकि समय हमें जीवन की उपयोगिता बताता है।

जब हम रोज़मर्रा की समस्याओं से घिरे होते हैं, तो हम अपने अंदर की अच्छी चीज़ों को भूल जाते हैं।

मनुष्य को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है क्योंकि वे सफलता का आनंद लेने के लिए आवश्यक हैं।

मैं हमेशा यह मानने को तैयार था कि मैं कुछ चीजों को नहीं बदल सकता।

आधे-अधूरे मन से काम करने वालों को आधी-अधूरी, अधूरी सफलता मिलती है जो कटुता और कटुता भर देती है।

हमें कोशिश करना बंद नहीं करना चाहिए और समस्याओं से हारना नहीं चाहिए।

डॉ. कलाम ने साहित्यिक रूप से अपने विचारों को बहुत सारी पुस्तकों में शामिल किया है, जिनमें से कुछ हैं: विंग्स ऑफ फायर, इंडिया 2020 – ‘इंडिया 2020 ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम ‘, और ‘ इग्नाइटेड माइंड्स – अनलीशिंग द पावर विद इंडिया ‘। इन पुस्तकों का कई भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनुवाद किया गया है।

इस ट्यूटोरियल में, हमने आपको  “ Dr. APJ अब्दुल कलाम का इतिहास व जीवन परिचय ” के बारे में पूरी जानकारी दी है। यह ट्यूटोरियल आपके लिए उपयोगी होगा। आपको यह जानकारी कैसी लगी कमेंट कर के जरूर बताइये और अपने सुझाव को हमारे साथ शेयर करें ।

यदि आपको यह Post पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि  Facebook ,  Instagram , Twitter और दुसरे Social media sites share कीजिये। इसी तरह की सही और संपूर्ण जानकारी के लिए आप हमारे  Facebook Page  को लाइक करें, लाइक करने के लिए यहाँ   क्लिक करें  |

Share this:

Related posts.

स्वामी विवेकानंद जी का जीवन परिचय (Biography of Swami Vivekananda in Hindi)

स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand) का जीवन परिचय – Biography

कबीर दास जी का जीवन परिचय - ( Kabir Das Ji Ka Jivan Parichay in Hindi)

कबीर दास जी का जीवन परिचय -Kabir Das Ji Ka Jivan Parichay

6 thoughts on “dr. apj अब्दुल कलाम का इतिहास व जीवन परिचय”.

Pingback: स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand) का जीवन परिचय - Biography - HIndiMeto

Pingback: कबीर दास जी का जीवन परिचय -Kabir Das Ji Ka Jivan Parichay - HIndiMeto

Pingback: दशहरा क्यों मनाया जाता है | दुर्गा पूजा का इतिहास - Hindimeto - HIndiMeto

Pingback: Beti Bachao Beti Padhao (बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना - Scheme) - HIndiMeto

Pingback: इन 15 तरीकों से 2023 में Online Paise Kaise Kamaye - HIndiMeto

' src=

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Content Protection by DMCA.com

LIFEINHINDI

LIFEINHINDI

APJ Abdul Kalam Biography In Hindi,Misileman, Rastrapati, President, Wiki, Biography

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की संपूर्ण जीवनी |APJ Abdul Kalam Biography In Hindi

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम,(APJ Abdul Kalam ) जिन्हें “जनता के राष्ट्रपति” और “भारत के मिसाइल मैन” के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रतिष्ठित भारतीय वैज्ञानिक और राजनेता थे जिन्होंने देश के इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ी। 15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में जन्मे, वह साधारण शुरुआत से उठकर भारत की सबसे प्रिय शख्सियतों में से एक बन गए। डॉ. कलाम के शानदार करियर में भारत के अंतरिक्ष और मिसाइल कार्यक्रमों, विशेष रूप से सफल पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षणों में महत्वपूर्ण योगदान शामिल था। 2002 में, उन्होंने 11वें राष्ट्रपति के रूप में भारत में सर्वोच्च संवैधानिक पद ग्रहण किया, जहाँ उनकी सादगी, विनम्रता और प्रेरणादायक भाषणों ने उन्हें देश का प्रिय बना दिया। अपनी राजनीतिक भूमिका से परे, डॉ. कलाम एक विपुल लेखक और एक प्रेरणादायक वक्ता थे, जिनकी “विंग्स ऑफ फायर” और “इग्नाइटेड माइंड्स” जैसी किताबें अनगिनत व्यक्तियों, विशेष रूप से युवाओं को अपने सपनों को आगे बढ़ाने और देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करती हैं। उनकी विरासत विज्ञान, शिक्षा और समाज की भलाई के प्रति अटूट समर्पण की है और उनका प्रभाव पीढ़ियों को प्रेरित करता रहता है। डॉ. कलाम का 27 जुलाई 2015 को एक व्याख्यान देते समय निधन हो गया, लेकिन उनकी विरासत उनके शब्दों, कार्यों और उनके द्वारा अपनाए गए सिद्धांतों के माध्यम से जीवित है।

डॉ . ए . पी . जे एक वैज्ञानिक के रूप में अब्दुल कलाम का करियर | Dr. A.P.J. Abdul Kalam’s career as a scientist

  • अंतरिक्ष अनुसंधान : डॉ. कलाम इसरो में शामिल हुए और भारत के उपग्रह प्रक्षेपण यान कार्यक्रमों में योगदान दिया।
  • उल्लेखनीय भूमिका : उन्होंने भारत के पहले उपग्रह, रोहिणी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • मिसाइल विकास : अब्दुल कलाम बाद में डीआरडीओ में शामिल हो गए, जहां उन्होंने बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी के विकास में प्रयासों का नेतृत्व किया, जिससे उन्हें “भारत का मिसाइल मैन” उपनाम मिला।

डॉ . ए . पी . जे . पोखरण – द्वितीय परमाणु परीक्षण में अब्दुल कलाम की भागीदारी | Dr. A.P.J. Abdul Kalam’s involvement in the Pokhran-II nuclear tests

  • परमाणु परीक्षण : डॉ. कलाम ने 1998 में पोखरण में भारत के सफल परमाणु परीक्षणों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • ऐतिहासिक क्षण : इन परीक्षणों ने भारत के परमाणु-सशस्त्र राष्ट्र के रूप में उद्भव को चिह्नित किया।
  • राष्ट्रीय महत्व : पोखरण-द्वितीय परीक्षणों का भारत की रक्षा क्षमताओं और वैश्विक परमाणु राजनीति पर गहरा प्रभाव पड़ा।

डॉ . ए . पी . जे . मिसाइल विकास में अब्दुल कलाम का योगदान |Dr. A.P.J. Abdul Kalam’s contributions to missile development

  • नेतृत्व : डॉ. कलाम ने विभिन्न बैलिस्टिक मिसाइल प्रणालियों के विकास में नेतृत्व प्रदान किया।
  • “ मिसाइल मैन ऑफ इंडिया “: उनके प्रयासों से उन्हें “मिसाइल मैन ऑफ इंडिया” की उपाधि मिली।
  • उ ल्लेखनीय मिसाइलें : उन्होंने भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाते हुए अग्नि और पृथ्वी जैसी मिसाइलों के विकास में योगदान दिया।

डॉ . ए . पी . जे . भारत के राष्ट्रपति के रूप में अब्दुल कलाम का कार्यकाल |Dr. A.P.J. Abdul Kalam’s tenure as President of India

  • निर्वाचित राष्ट्रपति : डॉ. कलाम 2002 में भारत के 11वें राष्ट्रपति चुने गये।
  • लोकप्रिय व्यक्ति : वह भारत के इतिहास में सबसे लोकप्रिय और सम्मानित राष्ट्रपतियों में से एक बन गए।
  • सादगी और प्रेरणा : अपनी सादगी और प्रेरणादायक भाषणों के लिए जाने जाने वाले उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान महत्वपूर्ण प्रभाव डाला।

डॉ . ए . पी . जे . अब्दुल कलाम का लेखन और प्रेरणा | Dr. A.P.J. Abdul Kalam’s writing and inspiration

  • विपुल लेखक : डॉ . कलाम ने कई किताबें लिखीं, जिनमें “विंग्स ऑफ फायर” और “इग्नाइटेड माइंड्स” शामिल हैं।
  • प्रेरक साहित्य : उनकी पुस्तकों ने अनगिनत व्यक्तियों, विशेषकर छात्रों को अपने सपनों को साकार करने और देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया है।
  • प्रेरक वक्ता : वह एक प्रसिद्ध प्रेरक वक्ता थे, जो लोगों को उत्कृष्टता हासिल करने और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रोत्साहित करते थे।

डॉ . ए . पी . जे . अब्दुल कलाम का राष्ट्रपति पद के बाद का कार्य |Dr. A.P.J. Abdul Kalam’s post-presidential work

  • निरंतर संलग्नता : अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के बाद, डॉ. कलाम विभिन्न शैक्षिक और वैज्ञानिक पहलों में सक्रिय रूप से लगे रहे।
  • परामर्शदाता : उन्होंने विशेषकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में युवाओं को प्रेरित करना और मार्गदर्शन करना जारी रखा और कई लोगों के लिए मार्गदर्शक के रूप में कार्य किया।
  • विरासत निर्माण : डॉ. कलाम ने भावी पीढ़ियों के लिए शिक्षा, नवाचार और आत्मनिर्भरता की एक स्थायी विरासत छोड़ने की पहल पर काम किया

ए . पी . जे . अब्दुल कलाम की विरासत |Dr. A.P.J. Abdul Kalam’s legacy

  • प्रेरक व्यक्तित्व : डॉ. कलाम सभी उम्र के लोगों, विशेषकर युवाओं के लिए प्रेरणा के स्थायी स्रोत बने हुए हैं।
  • दूरदर्शी नेता : उन्हें एक दूरदर्शी नेता के रूप में याद किया जाता है जिन्होंने शिक्षा, नवाचार और आत्मनिर्भरता के महत्व पर जोर दिया।
  • वैज्ञानिक प्रगति : भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति में उनका योगदान देश की प्रगति को प्रभावित करता रहा है।
  • लोकप्रिय लेखक : उनकी किताबें और भाषण व्यक्तियों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने और समाज में योगदान देने के लिए प्रेरित करते रहते हैं।
  • शैक्षिक पहल : शिक्षा और मार्गदर्शन में डॉ. कलाम के काम ने भारत के शैक्षिक परिदृश्य पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा है।

डॉ . ए . पी . जे . अब्दुल कलाम की मृत्यु |Dr. A.P.J. Abdul Kalam death

APJ Abdul Kalam ki Family

  • निधन : डॉ . ए.पी.जे. 27 जुलाई 2015 को अब्दुल कलाम का निधन हो गया।
  • स्थान : भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलांग में व्याख्यान देते समय उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ।
  • अंतिम क्षण : डॉ . कलाम व्याख्यान के दौरान गिर पड़े और उन्हें तुरंत बेथनी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
  • सार्वजनिक शोक : उनकी मृत्यु पर भारत और दुनिया भर के लोगों ने शोक और संवेदना व्यक्त की।
  • विरासत जारी है: हालाँकि वह अब हमारे साथ नहीं हैं, डॉ. कलाम की विरासत उनके लेखन, भाषणों और भारत के वैज्ञानिक और शैक्षिक परिदृश्य पर उनके प्रभाव के माध्यम से जीवित है।
  • राष्ट्रीय शोक : भारत में सात दिन का राजकीय शोक मनाया गया और उनके अंतिम संस्कार में विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोग शामिल हुए।

अब्दुल कलाम के सबसे प्रसिद्ध उद्धरण एक |A.P.J. Abdul Kalam most famous quotes presented .

  • “सपने देखो, सपने देखो, सपने देखो। सपने विचारों में बदल जाते हैं और विचार कार्य में परिणित होते हैं।”
  • “अपने सपने सच होने से पहले आपको सपने देखना होगा।”
  • “अपनी पहली जीत के बाद आराम न करें क्योंकि अगर आप दूसरी जीत में असफल हो जाते हैं, तो अधिक लोग यह कहने के लिए इंतज़ार कर रहे होते हैं कि आपकी पहली जीत सिर्फ किस्मत थी।”
  • “यदि आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूरज की तरह जलें।”
  • “उत्कृष्टता संयोग से नहीं होती। यह एक प्रक्रिया है।”
  • “हम सभी में समान प्रतिभा नहीं है, लेकिन हम सभी के पास अपनी प्रतिभा विकसित करने का समान अवसर है।”
  • “रचनात्मकता भविष्य में सफलता की कुंजी है, और प्राथमिक शिक्षा वह जगह है जहां शिक्षक उस स्तर पर बच्चों में रचनात्मकता ला सकते हैं।”
  • “देश का सबसे अच्छा दिमाग कक्षा की आखिरी बेंचों पर पाया जा सकता है।”
  • “सीखना रचनात्मकता देता है, रचनात्मकता सोच की ओर ले जाती है, सोच ज्ञान प्रदान करती है और ज्ञान आपको महान बनाता है।”
  • “मनुष्य को अपनी कठिनाइयों की आवश्यकता होती है क्योंकि सफलता का आनंद लेने के लिए वे आवश्यक हैं।”

प्रेरक विचार | Motivatinal Thoughts

  • अपने आप पर यकीन रखो : आत्मविश्वास आपके लक्ष्यों को प्राप्त करने की कुंजी है। अपनी क्षमताओं पर विश्वास करें, और दूसरे भी करेंगे।
  • विफलता को गले लगाओ : असफलता अंत नहीं है; यह सफलता की ओर एक सीढ़ी है। अपनी गलतियों से सीखें और आगे बढ़ते रहें।
  • स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करें : अपने लक्ष्यों को स्पष्टता के साथ परिभाषित करें। उद्देश्य की स्पष्ट समझ होने से आपको प्रेरित और केंद्रित रहने में मदद मिलती है।
  • कार्यवाही करना : कार्रवाई के बिना सपने सिर्फ कल्पनाएँ हैं। अपने लक्ष्यों की ओर लगातार और उद्देश्यपूर्ण कदम उठाएँ।
  • लगातार बने रहें : सफलता के लिए अक्सर दृढ़ता की आवश्यकता होती है। बाधाओं का सामना होने पर भी चलते रहें।
  • लचीला बनें : जीवन उतार-चढ़ाव से भरा है। लचीलापन असफलताओं से उबरने की क्षमता है।
  • अपने आप को सकारात्मकता से घेरें : आप जिस संगति में रहते हैं और जिस जानकारी का आप उपभोग करते हैं, वह आपकी मानसिकता पर बहुत प्रभाव डाल सकती है। अपने आप को सकारात्मकता और प्रेरणा से घेरें।
  • लगातार सीखना : कभी सीखना मत छोड़ो। जितना अधिक आप जानेंगे, आप चुनौतियों पर विजय पाने के लिए उतने ही अधिक सुसज्जित होंगे।
  • वर्तमान पर ध्यान दें : हालाँकि भविष्य के लिए योजना बनाना महत्वपूर्ण है, लेकिन वर्तमान में जीना न भूलें। आज के कार्य कल के परिणामों को आकार देते हैं।
  • छोटी जीत का जश्न मनाएं : अपनी उपलब्धियों को पहचानें और उनका जश्न मनाएं, चाहे वह कितनी भी छोटी क्यों न हों। यह आपको प्रेरित रखता है और प्रगति को सुदृढ़ करता है।
  • दूसरों की मदद करें : दयालुता और दूसरों की मदद करने के कार्य अत्यंत संतुष्टिदायक और प्रेरक हो सकते हैं।
  • सफलता की कल्पना करें : अपने लक्ष्यों और सफलता की कल्पना करने से उन्हें अधिक प्राप्य महसूस हो सकता है और आप प्रेरित रह सकते हैं।
  • आभारी रहें : आपके पास जो कुछ भी है उसके प्रति कृतज्ञता से अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण और प्रेरणा में वृद्धि हो सकती है।
  • जोखिम लें : अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकलने और परिकलित जोखिम लेने से व्यक्तिगत विकास और नए अवसर मिल सकते हैं।
  • सकारात्मक बने रहें : एक सकारात्मक दृष्टिकोण चुनौतियों पर काबू पाने और सफलता प्राप्त करने में एक शक्तिशाली शक्ति हो सकता है।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम कौन थे?

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, पूरा नाम अवुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम, एक भारतीय वैज्ञानिक और राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने 2002 से 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।

डॉ. कलाम का भारत के लिए क्या योगदान था?

डॉ. कलाम भारत के अंतरिक्ष और मिसाइल कार्यक्रमों में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं, विशेष रूप से देश के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान और बैलिस्टिक मिसाइल प्रणालियों के विकास में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की पृष्ठभूमि क्या है?

उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। उनकी एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पृष्ठभूमि थी और उन्होंने भारत के अंतरिक्ष और रक्षा संगठनों में विभिन्न वैज्ञानिक और प्रशासनिक पदों पर कार्य किया।

डॉ. कलाम की प्रसिद्ध पुस्तक कौन सी है?

भारत के लिए डॉ. कलाम का दृष्टिकोण क्या है, डॉ. कलाम को कौन से पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए.

डॉ. कलाम को कई पुरस्कार और सम्मान मिले, जिनमें भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न और इंजीनियरिंग पुरस्कार हूवर मेडल शामिल हैं।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का निधन कैसे हुआ?

डॉ. कलाम का 27 जुलाई 2015 को भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलांग में व्याख्यान देते समय निधन हो गया। उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ और उन्हें बचाया नहीं जा सका।

अब्दुल कलाम राष्ट्रीय स्मारक क्या है?

अब्दुल कलाम राष्ट्रीय स्मारक तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक संग्रहालय है, जो डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन और उपलब्धियों को समर्पित है।

Related Posts:

IRB-INDIAN-RAILWAY-BOARD-GROUPA-GROUP-B-GROUP-C-GROUP-D-CRPF-IRTS-JOB-SYLABALS-FULL-INFORMATION-ABOUT-INDIAN-RAILWAY

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

  • Alexander III of Macedon – was a king of the ancient Greek kingdom of Macedon / सिकंदर या अलेक्जेंडर द ग्रेट 
  • Jalal-ud-din Muhammad Akbar – was the third Mughal emperor / जलाल उद्दीन मोहम्मद अकबर
  • Subhas Chandra Bose – an Indian nationalist / सुभाष चन्द्र बोस
  • Vikram Ambalal Sarabhai – an Indian Physicist and Astronomer / विक्रम साराभाई
  • Krishnakumar Kunnath (KK), was an Indian playback singer / कृष्णकुमार कुन्नथ
  • Tantia Tope an general in the Indian Rebellion of 1857 and notable leaders / तात्या टोपे
  • Sudha Murty – an Indian educator, author and philanthropist / सुधा मूर्ति
  • Droupadi Murmu – an Indian politician, president of India / द्रौपदी मुर्मू
  • Homi Jehangir Bhabha – was an Indian nuclear physicist, founding director, and professor of physics / होमी जहांगीर भाभा
  • Anandibai Joshi – First Indian Female Doctor / आनंदीबाई जोशी

www.hindilekh.com

APJ Abdul Kalam biography in hindi

Avul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam – Indian Aerospace Scientist and Politician / ए पी जे अब्दुल कलाम

APJ Abdul Kalam biography in hindi – “ सपने वो नहीं होते जो आप सोने के बाद देखते हैं, सपने तो वह होते हैं जो आपको सोने नहीं देते। “

ऐसा कहना है भारत रत्न ए पी जे अब्दुल कलाम(APJ Abdul Kalam) का। जिन्होंने अंतरिक्ष और रक्षा विभाग में भारत को बहुत बड़ा योगदान दिया। जिसे हम शब्दों में बयान करना मुश्किल है। रक्षा विभाग में उनके योगदान की वजह से उन्हें लोग “ मिसाइल मैन “(Missile man of India) के नाम से जानते हैं।

अब्दुल कलाम 2002 से 2007 तक भारत के 11 राष्ट्रपति बने रहे। जिन्हें यह पद टेक्नोलॉजी और साइंस में उनके विशेष योगदान की वजह से मिला, ना की हमारे देश की राजनीति की वजह से। अब्दुल कलाम को यह कामयाबी ऐसे ही नहीं हासिल हुई, इसके पीछे बहुत बड़ा संघर्ष छिपा हुआ है।

अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक मुस्लिम गरीब परिवार में हुआ था। रामेश्वर पहले मद्रास में था लेकिन अब वह तमिलनाडु राज्य में है। उनके पिता एक नाविक थे और वह रामेश्वरम आए हिंदू तीर्थ यात्रियों को एक छोर से दूसरे छोर ले जाते थे। शुरू से ही उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। आर्थिक स्थिति अच्छी न होने की वजह से अब्दुल कलाम को छोटी उम्र में ही परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए काम करना पड़ा। वह अपने परिवार की आर्थिक मदद के लिए स्कूल से आने के बाद न्यूज़पेपर और मैगजीन बेचने का काम करते थे। इतनी मेहनत के साथ-साथ अब्दुल कलाम पढ़ाई में भी अपना मन ध्यान से लगाते थे। उनके अंदर हमेशा कुछ नया सीखने की इच्छा रहती थी।

अब्दुल कलाम ने स्कूल की पढ़ाई अपने पास के ही साधारण से स्कूल से पूरी की। उसके बाद “ तिरू चिल्ला पल्ली ” के “ सेंट जोसेफ कॉलेज ” में दाखिला ले लिया । जहां से उन्होंने 1954 में भौतिक विज्ञान से ग्रेजुएशन किया।

आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने के बावजूद भी उनकी लगन व मेहनत को देखते हुए उनके परिवार वालों ने उनका पूरा साथ दिया और आगे की पढ़ाई भी करवाई। अब्दुल कलाम 1955 मे मद्रास आ गए, जहां “मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी” से अंतरिक्ष विज्ञान ( Aerospace engineer) की पढ़ाई की। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद अब्दुल कलाम “विज्ञान अनुसंधान एवं विकास संगठन” (DRDO) में वैज्ञानिक के तौर पर चुने गए। वहां पर अब्दुल कलाम ने अपने कैरियर की शुरुआत की। भारतीय वायुसेना के लिए एक छोटे से हेलीकॉप्टर का डिजाइन बनाकर दिया। लेकिन DRDO में कार्य करके वह संतुष्ट नहीं थे क्योंकि यहां पर एक सीमित कार्य होता था जो रोज दोहराना पड़ता था और अब्दुल कलाम एक सीमित काम तक बंधे नहीं रहना चाहते थे। कुछ वर्षों तक काम करने के बाद 1969 में भारतीय अनुसंधान संगठन (ISSRO ) “इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन” में चुने गए । यहां पर भारत की सेटेलाइट परियोजना के डायरेक्टर के तौर पर नियुक्त किए गए। अब्दुल कलाम ने उस परियोजना में सफलतापूर्वक पूरा किया और तभी उन्हें ऐसा महसूस होने लगा कि मैं इसी काम के लिए बना हूं। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। एक के बाद एक शक्तिशाली मिसाइल बनाकर, अब्दुल कलाम ने भारत को ही नहीं अपितु पूरी दुनिया को दिखा दिया कि हम भारतीय भी किसी से कम नहीं है।

अब्दुल कलाम ने बहुत सी किताबें भी लिखी जिनमें कुछ है — विंग्स ऑफ़ फायर, इंडिया 2020 और ऑटोबायोग्राफी आदि। अब्दुल कलाम को 1981 में “पद्म भूषण” और 1997 में भारत के सबसे लोकप्रिय पुरस्कार “भारत रत्न” से सम्मानित किया गया।

एक अद्भुत वैज्ञानिक के रूप में उनकी उपलब्धि को देखते हुए 2002 में उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया। भारत के राष्ट्रपति के रूप में अब्दुल कलाम ने 2002 से 2007 तक अपने कार्यों को बखूबी अंजाम दिया।

अधिक उम्र होने के बाद भी उन्होंने आराम नहीं किया और जगह- जगह प्रोफेसर के रूप में कार्य करते रहें और अपना पूरा समय, नव युवकों के मार्गदर्शन में लगा दिया। उनका कहना था-

“ आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते, लेकिन अपनी आदतें बदल सकते हैं। हां, यह निश्चित है कि आपकी आदतें, आपका भविष्य बदल देंगी। “

अब्दुल कलाम जी(Missile man of India)ने मानवता की भलाई और मनुष्य का जीवन अधिक सफल बनाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। 27 मई 2015 को अध्यापन कार्य के दौरान ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वह हम सब को छोड़ कर चले गए। अब्दुल कलाम का कहना है —

“जीवन में कठिनाइयां हमें बर्बाद करने नहीं आती, बल्कि यह हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकालने में हमारी मदद करती हैं। कठिनाइयों को यह जान लेने दो कि आप उनसे भी ज्यादा कठिन हो”

अब्दुल कलाम जी(Missile man of India)ने मानवता की भलाई और मनुष्य का जीवन अधिक सफल बनाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। 27 मई 2015 को अध्यापन कार्य के दौरान ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वह हम सब को छोड़ कर चले गए। अब्दुल कलाम का कहना है —“ जीवन में कठिनाइयां हमें बर्बाद करने नहीं आती, बल्कि यह हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकालने में हमारी मदद करती हैं। कठिनाइयों को यह जान लेने दो कि आप उनसे भी ज्यादा कठिन हो “

You may Also like:

Louis Pasteur biography in hindi

Elon Musk Biography in hindi

Related posts

सिकंदर जीवनी Sikandar King biography in hindi

Leave a reply Cancel reply

Subscribe to our newsletter.

hi

The Hindi Page

The Hindi Page

Jane Kuchh Naya

डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम APJ Abdul Kalam

Leave a comment cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Safalta Exam Preparation Online

Biography of a.p.j.abdul kalam: मिसाइल मैन ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम के जीवन का परिचय.

Safalta Expert Published by: Blog Safalta Updated Fri, 24 Dec 2021 03:37 PM IST

अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम  जो मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति नाम से भी जाने जाते हैं , भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे। वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। उन्होंने सिखाया जीवन में चाहें जैसे भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। अब्दुल कलाम मसऊदी के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।  

Free Demo Classes

Register here for Free Demo Classes

Waw! Just one step away to get free demo classes.

Apj अब्दुल कलाम कि प्रारंभिक जीवन.

APJ अब्दुल कलाम कि वैज्ञानिक जीवन

Apj अब्दुल कलाम का निधन.

safalta app

Start Learning & Earning

  • Digital Marketing
  • Job Ready Courses
  • Graphic Designing
  • Advance Excel

partner ad

Trending Courses

Master Certification in Digital Marketing  Programme (Batch-14)

Master Certification in Digital Marketing Programme (Batch-14)

Now at just ₹ 64999 ₹ 125000 48% off

Professional Certification Programme in Digital Marketing (Batch-8)

Professional Certification Programme in Digital Marketing (Batch-8)

Now at just ₹ 49999 ₹ 99999 50% off

Advanced Certification in Digital Marketing Online Programme (Batch-25)

Advanced Certification in Digital Marketing Online Programme (Batch-25)

Now at just ₹ 21999 ₹ 35999 39% off

Advance Graphic Designing Course (Batch-10) : 100 Hours of Learning

Advance Graphic Designing Course (Batch-10) : 100 Hours of Learning

Now at just ₹ 16999 ₹ 35999 53% off

Flipkart Hot Selling Course in 2024

Flipkart Hot Selling Course in 2024

Now at just ₹ 10000 ₹ 30000 67% off

Advanced Certification in Digital Marketing Classroom Programme (Batch-3)

Advanced Certification in Digital Marketing Classroom Programme (Batch-3)

Now at just ₹ 29999 ₹ 99999 70% off

Basic Digital Marketing Course (Batch-24): 50 Hours Live+ Recorded Classes!

Basic Digital Marketing Course (Batch-24): 50 Hours Live+ Recorded Classes!

Now at just ₹ 1499 ₹ 9999 85% off

WhatsApp Business Marketing Course

WhatsApp Business Marketing Course

Now at just ₹ 599 ₹ 1599 63% off

Advance Excel Course

Advance Excel Course

Now at just ₹ 2499 ₹ 8000 69% off

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy , Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Download App for Live stream

Live stream is currently not available on web. Kindly download our app.

Popular Searches

  • Current Affairs

Most Popular Exams

  • CBSE Term 2

login

You have awarded with Avid Reader-3 for reading 50 ebooks on safalta.com. Keep learning and earn coins and badges.

apj abdul kalam biography in hindi movie

  • Hindi Kahani

भारत के मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम की शानदार जीवनी

Apj abdul kalam biography in hindi, एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी.

Apj Abdul Kalam यानि जिनका पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलअब्दीन अब्दुल कलाम , जिन्हे भारत का मिसाइल मैंन, महान वैज्ञानिक और भारत के राष्ट्रपति के रूप मे जाने जाते है, आज के सभी भारतीयो के लिए सफलता के प्रेरणादायक श्रोत्र है, उनका पूरा जीवन संघर्ष और सफलता से भरा हुआ था, जिनसे हम सभी कुछ सीख सकते है, उनके जीवन से आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा ले सकते है, इस तरह आज के युवाओ के Apj Abdul Kalam Sir सबसे ज्यादा लोगो को प्रेरणा देने वाले है।

तो चलिये जीवन मे सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए भारत के महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम सर की जीवनी Apj Abdul Kalam Biography, Autobiography of Apj Abdul Kalam को हिन्दी मे जानते है। तो इस तरह एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी, उनके गए बातों से, दिखाये गए ज्ञान के मार्ग से हम सभी प्रेरणा ले सकते है,

डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी

Apj abdul kalam biography in hindi.

उन्हें सन 1997 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था और फिर उन्होंने भौतिकी और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग का अध्ययन किया था, वे भारत के मिसाइल के जनक कहे जाते है, भारत मे मिसाइलो के निर्माण का श्रेय इनको जाता है, जिस कारण वे Missile Man के नाम से प्रसिद्ध है,॥

Table of Contents :-

एपीजे अब्दुल कलाम का संछिप्त जीवन परिचय

Apj abdul kalam short biography in hindi.

पूरा नाम: अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम)
प्रसिद्ध नाम: मिसाइल मैंन (Missile Man)
जन्म: 15-अक्टूबर सन 1931
जन्म स्थान: धनुषकोडी, रामेश्वरम, तमिलनाडु, भारत
माता: अशिअम्मा (गृहणी)
पिता: जैनुलअबिदीन (जो की एक नाविक थे)
राष्ट्रीयता: भारतीय (Indian)
व्यवसाय: इंजीनियर, वैज्ञानिक, लेखक, प्रोफेसर, राजनीतिज्ञ
प्रसिद्ध: डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम 2002 से 2007 तक राष्ट्रपति रहे
उपलब्धियां: एक सफल वैज्ञानिक और महान इंजिनियर के तौर पर उन्होंने रक्षा अनुसन्धान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य किया.
निधन: 27 जुलाई 2015, शिलांग, मेघालय, भारत

डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की प्रारम्भिक जीवनी

Apj Abdul Kalam जिनका पूरा नाम ( Apj Abdul Kalam Full Name ) अवुल पकिर जैनुलअबिदीन अब्दुल कलाम है, उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक मुसलमान परिवार मैं हुआ। उनके पिता जैनुलअबिदीन जो की एक नाविक थे और उनकी माता अशिअम्मा एक गृहणी थीं। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थे, उनके पिता के कमाए हुए पैसो से घर नही चल पाता था, इसलिए उन्हें छोटी उम्र से ही काम करना पड़ा, वे अपने पिता की आर्थिक मदद के लिए बचपन मे अब्दुल कलाम सुबह सुबह समाचार पत्र, अखबार बेचने का कार्य करते थे।

एपीजे अब्दुल कलाम की पढ़ाई

Studies of apj abdul kalam in hindi.

बचपन के स्कूल के दिनों में अब्दुल कलाम पढाई-लिखाई में सामान्य थे, लेकिन उन्हे नयी चीज़ सीखने के लिए हमेशा तत्पर और आगे रहते थे, उनके अन्दर सीखने इस कदर की भूख थी, की वो पढाई पर घंटो ध्यान देते थे, उन्होंने अपनी स्कूल की प्रारम्भिक शिक्षा रामनाथपुरम स्च्वार्त्ज़ मैट्रिकुलेशन स्कूल से पूरी की,

फिर इसके बाद वे तिरूचिरापल्ली के सेंट जोसेफ्स कॉलेज में दाखिला लिया, जहाँ से उन्होंने सन 1954 में भौतिक विज्ञान में स्नातक किया। फिर उसके बाद सन 1955 में वो मद्रास चले गए, जिसे अब सभी चेन्नई के नाम से जानते है, जहाँ से उन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण की, और फिर सन 1960 में अब्दुल कलाम ने मद्रास इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग (स्नातक) की पढाई पूरी की।

एपीजे अब्दुल कलाम का कैरियर

Career of apj abdul kalam in hindi.

मद्रास इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की पढाई पूरी करने के बाद अब्दुल कलाम ने रक्षा अनुसन्धान और विकास संगठन (DRDO) में वैज्ञानिक के तौर पर भर्ती हुए, चुकी Abdul Kalam ने अपने कैरियर की शुरुआत भारतीय सेना के लिए एक छोटे हेलीकाप्टर का डिजाईन बना कर किया, जिस कारण से DRDO में कलाम को उनके काम से संतुष्टि नहीं मिल रही थी,

और साथ ही कलाम पंडित जवाहर लाल नेहरु द्वारा गठित ‘इंडियन नेशनल कमेटी फॉर स्पेस रिसर्च’ के सदस्य भी थे, इस दौरान उन्हें महान अंतरिक्ष वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के साथ कार्य करने का अवसर मिला। जो की अब्दुल कलाम के कैरियर के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

एपीजे अब्दुल कलाम का वैज्ञानिक जीवन

Scientific life of apj abdul kalam in hindi.

फिर सन 1969 में उनका स्थानांतरण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में हुआ। यहाँ वो भारत के सैटेलाईट लांच व्हीकल परियोजना के निदेशक के तौर पर नियुक्त किये गए थे, इसी परियोजना की सफलता के परिणामस्वरूप भारत का प्रथम उपग्रह ‘रोहिणी’ पृथ्वी की कक्षा में वर्ष 1980 में स्थापित किया गया,

इसरो में शामिल होना Abdul Kalam के कैरियर का सबसे अहम मोड़ था, और फिर जब उन्होंने सैटेलाईट लांच व्हीकल परियोजना पर कार्य आरम्भ किया तब उन्हें लगा जैसे वो वही कार्य कर रहे हैं जिसमे उनका मन लगता है, इस कार्य से काफी संतुष्ट भी थे।

फिर सन 1963-64 के दौरान उन्होंने अमेरिका के अन्तरिक्ष संगठन नासा की भी यात्रा की। परमाणु वैज्ञानिक राजा रमन्ना, जिनके देख-रेख में भारत ने पहला परमाणु परिक्षण किया, ने कलाम को वर्ष 1974 में पोखरण में परमाणु परिक्षण देखने के लिए भी बुलाया था, फिर इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व मे भारत के पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई, उनके अगुवाई मे भारत ने परमाणु क्षेत्र मे पूरे विश्व मे अपनी धाक जमायी।

सत्तर और अस्सी के दशक में अपने कार्यों और सफलताओं से डॉ कलाम भारत में बहुत प्रसिद्द हो गए और देश के सबसे बड़े वैज्ञानिकों में उनका नाम गिना जाने लगा था, उनकी ख्याति इतनी बढ़ गयी थी की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने अपने कैबिनेट के मंजूरी के बिना ही उन्हें कुछ गुप्त परियोजनाओं पर कार्य करने की अनुमति दी थी,

सन 1972 में वे इस तरह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन से जुड़े, अब्दुल कलाम को परियोजना महानिदेशक के रूप में भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (SLV- III) प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल हुआ। फिर सन 1980 में इन्होंने रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के निकट स्थापित किया था। इस प्रकार भारत भी अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष क्लब का सदस्य बन गया।

इसरो लॉन्च व्हीकल प्रोग्राम को परवान चढ़ाने का श्रेय भी Abdul Kalam को प्रदान किया जाता है, भारत सरकार ने महत्वाकांक्षी ‘इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम’ का प्रारम्भ डॉ कलाम के देख-रेख में किया, वह इस परियोजना के मुख कार्यकारी थे, अब्दुल कलाम ने स्वदेशी लक्ष्य भेदी नियंत्रित प्रक्षेपास्त्र (गाइडेड मिसाइल्स) को डिजाइन किया, इन्होंने ही अग्नि एवं पृथ्वी जैसे प्रक्षेपास्त्रों को स्वदेशी तकनीक से बनाया था, और फिर कलाम जुलाई 1992 से दिसम्बर 1999 तक रक्षा मंत्री के विज्ञान सलाहकार तथा सुरक्षा शोध और विकास विभाग के सचिव थे, फिर उन्होंने रणनीतिक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली का उपयोग आग्नेयास्त्रों के रूप में किया।

फिर जुलाई 1992 से लेकर दिसम्बर 1999 तक डॉ कलाम प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार और रक्षा अनुसन्धान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के सचिव थे। भारत ने अपना दूसरा परमाणु परिक्षण इसी दौरान किया था, उन्होंने इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आर. चिदंबरम के साथ डॉ कलाम इस परियोजना के समन्वयक थे। इस दौरान मिले मीडिया कवरेज ने उन्हें देश का सबसे बड़ा परमाणु वैज्ञानिक बना दिया था।

इस तरह वर्ष 1998 में डॉ कलाम ने ह्रदय चिकित्सक सोमा राजू के साथ मिलकर एक कम कीमत का ‘कोरोनरी स्टेंट’ का विकास किया। इसे ‘कलाम-राजू स्टेंट’ का नाम दिया गया।

भारत के राष्ट्रपति के रूप मे अब्दुल कलाम

Abdul kalam as the president of india in hindi.

एक रक्षा वैज्ञानिक के तौर पर उनकी उपलब्धियों और प्रसिद्धि के मद्देनज़र भारतीय जनता पार्टी समर्थित एन॰डी॰ए॰ घटक दलों (NDA) ने की गठबंधन सरकार ने उन्हें वर्ष 2002 में राष्ट्रपति पद का उमीदवार बनाया, उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी लक्ष्मी सहगल को भारी अंतर से पराजित किया और 25 जुलाई 2002 को भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लिए और इस तरह डॉ कलाम देश के ऐसे तीसरे राष्ट्रपति थे जिन्हें राष्ट्रपति बनने से पहले ही भारत रत्न ने नवाजा जा चुका था, इससे पहले डॉ राधाकृष्णन और डॉ जाकिर हुसैन को राष्ट्रपति बनने से पहले ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जा चुका था,

उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें ‘जनता का राष्ट्रपति’ कहा गया, वे हर किसी के सबसे प्रिय राष्ट्रपति थे, यूं तो अब्दुल कलाम राजनीतिक क्षेत्र के व्यक्ति नहीं थे लेकिन राष्ट्रवादी सोच और राष्ट्रपति बनने के बाद भारत की कल्याण संबंधी नीतियों के कारण इन्हें कुछ हद तक राजनीतिक दृष्टि से सम्पन्न माना जा सकता है। जिन्होने ने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान ही भारत को विकसित राष्ट्र की श्रेणी मे बनाने के सपने दिखाये थे।

अपने कार्यकाल की समाप्ति पर उन्होंने दूसरे कार्यकाल की भी इच्छा जताई पर राजनैतिक पार्टियों में एक राय की कमी होने के कारण उन्होंने ये विचार त्याग दिया।

12वें राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के कार्यकाल के समाप्ति के समय एक बार फिर उनका नाम अगले संभावित राष्ट्रपति के रूप में चर्चा में था परन्तु आम सहमति नहीं होने के कारण उन्होंने अपनी उमीद्वारी का विचार त्याग दिया।

राष्ट्रपति के बाद अब्दुल कलाम का जीवन

Abdul kalam’s life after the president in hindi.

राष्ट्रपति पद से सेवामुक्त होने के बाद डॉ अब्दुल कलाम शिक्षण, लेखन, मार्गदर्शन और शोध जैसे कार्यों में व्यस्त रहे, और भारतीय प्रबंधन संस्थान, शिलांग, भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद, भारतीय प्रबंधन संस्थान, इंदौर, जैसे संस्थानों से विजिटिंग प्रोफेसर के तौर पर जुड़े रहे, और इसके अलावा वह भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर के फेलो, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी, थिरुवनन्थपुरम, के चांसलर, अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई, में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के प्रोफेसर भी रहे।

अब्दुल कलाम ने आई. आई. आई. टी. हैदराबाद, बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (BHU) और अन्ना यूनिवर्सिटी में सूचना प्रौद्योगिकी भी पढाया था,

कलाम हमेशा से देश के युवाओं और उनके भविष्य को बेहतर बनाने के बारे में बातें करते थे। इसी सम्बन्ध में उन्होंने देश के युवाओं के लिए “व्हाट कैन आई गिव’ पहल की शुरुआत भी की जिसका उद्देश्य भ्रष्टाचार का सफाया है, देश के युवाओं में उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें 2 बार (2003 & 2004) ‘एम.टी.वी. यूथ आइकॉन ऑफ़ द इयर अवार्ड’ के लिए मनोनित भी किया गया था।

वर्ष 2011 में प्रदर्शित हुई हिंदी फिल्म ‘आई ऍम कलाम’ उनके जीवन से प्रभावित है। जिसे देखकर आप भी प्रभिवित हो सकते है।

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम अब्दुल कलाम का निधन

A.p.j. abdul kalam abdul kalam death information in hindi.

30 जुलाई 2015 को, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गाँव रामेशवरम के पास हुआ. जहा पर लगभग 350,000 से ज्यादा लोग कलाम जी के अंतिम अनुष्ठान में शामिल हुए थे, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री, तमिलनाडु के राज्यपाल और कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री भी शामिल थे। जो की अब्दुल कलाम के जीवन की यात्रा की अंतिम पड़ाव था, जिसमे हर कोई शामिल होना चाहता था।.

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के पुरस्कार और उपलब्धियां

Dr. a.p.j. abdul kalam: awards and achievements.

अब्दुल कलाम सर का पूरा जीवन संघर्ष और उनके सफलताओ से भरा पड़ा है, जीवन के इन मोड़ पर उन्हे अनेक पुरस्कार और उपलब्धियां प्राप्त हुआ, जो की उनके अथक मेहनत का परिणाम है, तो चलिये डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के  पुरस्कार और उपलब्धियो को जानते है।

1- 1981 में, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया.
2- 1990 में, पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया.
3- 1997 में, भारत रत्न जैसे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
4- 1998 में, वीर सावरकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
5- 2000 में, अलवरस रिसर्च सेंटर, चेन्नई ने उन्हें रामानुजन पुरस्कार प्रदान किया.
6- 2007 में, ब्रिटेन रॉयल सोसाइटी द्वारा किंग चार्ल्स द्वितीय मेडल से सम्मानित किया गया.
7- 2008 में, उन्हें सिंगापुर के नान्यांग तकनीकी विश्वविद्यालय से डॉक्टर ऑफ इंजीनियरिंग (ऑनोरिस कौसा) की उपाधि प्रदान की गई थी.
8- 2009 में, अमेरिका एएसएमई फाउंडेशन (ASME Foundation) द्वारा हूवर मेडल से सम्मानित किया गया.
9- 2010 में, वाटरलू विश्वविद्यालय ने डॉ. कलाम को डॉक्टर ऑफ इंजीनियरिंग के साथ सम्मानित किया.
10- 2011 में, वह आईईईई (IEEE) के मानद सदस्य बने.
11- 2013 में, उन्हें राष्ट्रीय अंतरिक्ष सोसाइटी द्वारा वॉन ब्रौन पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
12- 2014 में, एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, ब्रिटेन द्वारा डॉक्टर ऑफ साइंस उपाधि से नवाजा गया था.
13- डॉ. कलाम लगभग 40 विश्वविद्यालयों के मानद डॉक्टरेट के प्राप्तकर्ता थे.
14- 2015 में, संयुक्त राष्ट्र ने डॉ. कलाम के जन्मदिन को “विश्व छात्र दिवस” ​​के रूप में मान्यता दी
15- डॉ. कलाम की मृत्यु के बाद, तमिलनाडु सरकार द्वारा 15 अक्टूबर जो कि उनका जन्म दिवस है को राज्य भर में युवा पुनर्जागरण दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई. इसके अलावा, राज्य सरकार ने उनके नाम पर “डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार” की स्थापना की. इस पुरस्कार के तहत 8 ग्राम का स्वर्ण पदक और 5 लाख रुपये नगद दिया जाता है. यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जो वैज्ञानिक विकास, मानविकी और छात्रों के कल्याण को बढ़ावा देने का काम करते हैं.

और यही नहीं, 15 अक्टूबर, 2015 को डॉ. कलाम  के जन्म की 84वीं वर्षगांठ पर, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नई दिल्ली में डीआरडीओ भवन में डॉ. कलाम की याद में डाक टिकट जारी किया.

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वारा लिखी गई प्रमुख पुस्तकें

Abdul kalam book details in hindi.

शैक्षणिक कार्यो के अलावा डॉ कलाम ने कई पुस्तकें भी लिखी जिनमे प्रमुख हैं – ‘इंडिया 2020: अ विज़न फॉर द न्यू मिलेनियम’, ‘विंग्स ऑफ़ फायर: ऐन ऑटोबायोग्राफी (अग्नि की उड़ान), ‘इग्नाइटेड माइंडस: अनलीशिंग द पॉवर विदिन इंडिया’, ‘मिशन इंडिया’, ‘इंडोमिटेबल स्पिरिट’ आदि प्रमुख है ।

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वारा लिखी गई प्रमुख पुस्तकें इस प्रकार है :-

1 :- इंडिया 2020: ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम (India 2020: A Vision for the New Millennium) (1998)
2 :- विंग्स ऑफ फायर: एन ऑटोबायोग्राफी (Wings of Fire: An Autobiography) (1999)
3 :- इगनाइटेड माइंड्स: अनलीजिंग द पॉवर विदिन इंडिया (Ignited Minds: Unleasing the Power Within India) (2002)
4 :- द ल्यूमिनस स्पार्क्स: ए बायोग्राफी इन वर्स एंड कलर्स (The Luminous Sparks: A Biography in Verse and Colours) (2004)
5 :- मिशन ऑफ इंडिया: ए विजन ऑफ इंडियन यूथ (Mission of India: A Vision of Indian Youth) (2005)
6 :- इन्स्पायरिंग थॉट्स: कोटेशन सीरिज (Inspiring Thoughts: Quotation Series) (2007)
7 :- यू आर बोर्न टू ब्लॉसम: टेक माई जर्नी बियोंड (You Are Born to Blossam: Take My Journey Beyond) (सह-लेखक: अरूण तिवारी) (2011)
8 :- द साइंटिफिक इंडियन: ए ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी गाइड टू द वर्ल्ड अराउंड अस (The Scientific India: A Twenty First Century Guide to the World Around Us) (सह-लेखक: वाई. एस. राजन) (2011)
9 :-  टारगेट 3 बिलियन (Target 3  Billion) (सह-लेखक: श्रीजन पाल सिंह) (2011)
10 :- टर्निंग पॉइंट्स: ए जर्नी थ्रू चैलेंजेस (Turning Points: A Journey Through Challenges) (2012)
11 :- माई जर्नी: ट्रांसफॉर्मिंग ड्रीम्स इन्टू एक्शंस (My Journey: Transforming Dreams into Actions) (2013)
12 :- मैनीफेस्टो फॉर चेंज (Manifesto For Change) (सह-लेखक: वी. पोनराज) (2014)
13 :- फोर्ज योर फ्यूचर: केन्डिड, फोर्थराइट, इन्स्पायरिंग (Forge Your Future: Candid, Forthright, Inspiring) (2014)
14 :- बियॉन्ड 2020: ए विजन फॉर टुमोरोज इंडिया (Beyond 2020: A Vision for Tomorrow’s India) (2014)
15 :- गवर्नेंस फॉर ग्रोथ इन इंडिया (Governance for Growth in India) (2014)
16 :- रिग्नाइटेड: साइंटिफिक पाथवेज टू ए ब्राइटर फ्यूचर (Reignited: Scientific Pathways to a Brighter Future) (सह-लेखक: श्रीजन पाल सिंह) (2015)
17 :- द फैमिली एंड द नेशन (The Family and the Nation) (सह-लेखक: आचार्य महाप्रज्ञा) (2015)
18 :- ट्रांसेडेंस माई स्प्रिचुअल एक्सपीरिएंसेज (Transcendence My Spiritual Experiences) (सह-लेखक: अरूण तिवारी) (2015)

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की आत्मकथाएँ

Biographies of dr. a.p.j. abdul kalam details in hindi.

1- डॉ. ए. पी.जे अब्दुल कलाम: भारत के विजनरी ( A.P.J.Abdul Kalam: The Visionary of India) (लेखक: के. भूषण और जी कैट्याल)
2- राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम (President A.P.J. Abdul Kalam) (लेखक: आरके प्रूथी)
3- महात्मा अब्दुल कलाम के साथ मेरे दिन (My Days With Mahatma Abdul Kalam) (लेखक: फ्रेट ए.के. जॉर्ज)
4- ए लिटिल ड्रीम (A Little Dream) (Documentary film) (पी. धनपाल द्वारा)
5- कलाम प्रभाव: राष्ट्रपति के साथ के मेरे वर्ष ( The Kalam Effect: My Years with the President) (लेखक: पी.एम. नायर)
6- इटरनल क्वेस्ट: जीवन और टाइम्स ऑफ डॉ कलाम ( Eternal Quest: Life and Times of Dr. Kalam ) (लेखक: एस चंद्र)

तो आप सभी को यह अब्दुल कलाम के बारे लिखी गयी जीवनी एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी Apj Abdul Kalam Biography in Hindi कैसा लगा, कमेंट मे जरूर बताए, और अब्दुल कलाम के बारे मे लोगो तक जानकारी पहुचाने के लिए इस पोस्ट को शेयर भी जरूर करे..

  • एपीजे अब्दुल कलाम की 5 कहानी
  • एपीजे अब्दुल कलाम के प्रेरित करने वाले 51 महान विचार
  • योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय
  • महात्मा गाँधी के जीवनी पर निबंध
  • डॉ भीमराव आंबेडकर जीवनी
  • नरेन्द्र मोदी का जीवन परिचय
  • अटल बिहारी वाजपेयी जीवन परिचय
  • Abdul Kalam
  • Abdul Kalam Biography
  • Abdul Kalam History
  • Abdul Kalam Images
  • About Abdul Kalam
  • About Apj Abdul Kalam
  • Apj Abdul Kalam
  • Apj Abdul Kalam Biography
  • Apj Abdul Kalam Books
  • Apj Abdul Kalam Full Name
  • Apj Abdul Kalam History
  • Apj Abdul Kalam Images
  • Apj Abdul Kalam In Hindi
  • Apj Abdul Kalam Information
  • Apj Abdul Kalam Information In Hindi
  • Apj Abdul Kalam Jeevani
  • Dr Abdul Kalam
  • Dr Apj Abdul Kalam

हारे के सहारे खाटू श्याम बाबा जी की कहानी

द्रौपदी मुर्मू की जीवनी और उनके महत्वपूर्ण कार्यों और योगदान, अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी पर दस लाइन का निबंध, भगवान परशुराम की जीवनी इतिहास और जीवन से जुड़ी कथाये.

He is the reason behind everyone wants to be a scientist .

Great post really like it a lot.

Hi, really very informative post….Thanks…!!

LEAVE A REPLY Cancel reply

  • Privacy Policy

apj abdul kalam biography in hindi movie

  • Click on the Menu icon of the browser, it opens up a list of options.
  • Click on the “Options ”, it opens up the settings page,
  • Here click on the “Privacy & Security” options listed on the left hand side of the page.
  • Scroll down the page to the “Permission” section .
  • Here click on the “Settings” tab of the Notification option.
  • A pop up will open with all listed sites, select the option “ALLOW“, for the respective site under the status head to allow the notification.
  • Once the changes is done, click on the “Save Changes” option to save the changes.

apj abdul kalam biography in hindi movie

  • Top Listing
  • Upcoming Movies

facebookview

APJ Abdul Kalam

0 /5 Filmibeat

  • Cast & Crew

APJ Abdul Kalam Story

Apj abdul kalam cast & crew.

Boman Irani

APJ Abdul Kalam Crew Info

Director
Cinematography NA
Editor NA
Music NA
Producer NA
Budget TBA
Box Office TBA
OTT Platform TBA
OTT Release Date TBA

APJ Abdul Kalam News

India's Space Odyssey Review: Despite A Solid Research, This Tribute Struggles To Touch The Heartstrings

Frequently Asked Questions (FAQs) About APJ Abdul Kalam

In this APJ Abdul Kalam film, Boman Irani , played the primary leads.

APJ Abdul Kalam is all set to hit theaters on 24 Jul 2024.

The APJ Abdul Kalam was directed by Anil Sunkara

Movies like Panchayat Season 3 , Heeramandi , The Sabarmati Report and others in a similar vein had the same genre but quite different stories.

The movie APJ Abdul Kalam belonged to the Biography, genre.

APJ Abdul Kalam User Review

  • Movie rating

Celeb Birthdays

Shantanu Bhamare

Movies In Spotlight

Panchayat Season 3

Video Title

  • Don't Block
  • Block for 8 hours
  • Block for 12 hours
  • Block for 24 hours
  • Dont send alerts during 1 am 2 am 3 am 4 am 5 am 6 am 7 am 8 am 9 am 10 am 11 am 12 pm 1 pm 2 pm 3 pm 4 pm 5 pm 6 pm 7 pm 8 pm 9 pm 10 pm 11 pm 12 am to 1 am 2 am 3 am 4 am 5 am 6 am 7 am 8 am 9 am 10 am 11 am 12 pm 1 pm 2 pm 3 pm 4 pm 5 pm 6 pm 7 pm 8 pm 9 pm 10 pm 11 pm 12 am

COMMENTS

  1. ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम

    अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (अंग्रेज़ी: A P J Abdul Kalam), जो ...

  2. My Hero Kalam (2018)

    My Hero Kalam: Directed by Shivu Hiremath. With Deepak, Chinmayi Ghatrazu, V. Sukumar Kaundinya, Shiv Prasadh Ninasam. An untold story of Dr. Abdul Kalam from his childhood to his career as one of the most acclaimed scientists of the world.

  3. I Am Kalam

    I Am Kalam is a 2011 Indian Hindi-language drama film produced by the non-governmental charity ... Irrespective of the problems in his life, he is a happy child with a simple dream to become someone like Dr. APJ Abdul Kalam. The plot has the protagonist Chotu being sent to a dhaba to work and earn for the family. ... The movie is, without a ...

  4. APJ Abdul Kalam Biography in Hindi: मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का

    APJ Abdul Kalam Biography in Hindi: भारत रत्न से सम्मानित और 'भारत का मिसाइल मैन' कहे जाने वाले मशहूर वैज्ञानिक डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम (A.P.J. Abdul Kalam) अपने बेहतरीन कार्यों के लिए आज ...

  5. A. P. J. Abdul Kalam

    Dr APJ Abdul Kalam Planetarium in Burla, Sambalpur, Odisha was named after him. Dr. A. P. J. Abdul Kalam Lecture Theatre Complex at Netaji Subhas University of Technology. ... In the 2011 Hindi film I Am Kalam, Kalam is portrayed as a positive influence on a poor but bright Rajasthani boy named Chhotu, who renames himself Kalam in honour of his ...

  6. एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय

    एपीजे अब्दुल कलाम के अनमोल विचार - APJ Abdul Kalam quotes in hindi. "सपने तभी सच होते जब हम सपने देखते हैं।". "कठिन परिश्रम करने के बाद ही सफलताओं का आनंद ...

  7. Srikanth (film)

    Srikanth is a 2024 Indian Hindi-language biographical film on the life of Srikanth Bolla, a visually-impaired industrialist and the founder of Bollant Industries.Starring Rajkummar Rao in the title role, it is directed by Tushar Hiranandani and co-stars Jyothika, Alaya F and Sharad Kelkar.. The film was shot in two months at various locations of India and USA, between November 2022 to January ...

  8. Dr. A. P. J. Abdul Kalam (2025)

    Dr. A. P. J. Abdul Kalam: Directed by Prince Jagadeesh Daneti. With Mohammad Ali. The inspirational journey of the Legend, Missile Man and 11th People's President of India.

  9. APJ Adul Kalam Biography In Hindi : मिसाइल मैन डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम का

    APJ Adul Kalam एपीजे अब्दुल कलाम का इतिहास व जीवन परिचय, जन्म कब हुआ, पूरा नाम, विज्ञान में योगदान, शिक्षा में योगदान, अनमोल वचन, निबंध हिंदी, विचार (APJ Abdul Kalam Biography and History in ...

  10. APJ Abdul Kalam

    Dr. APJ Abdul Kalam: एपीजे डॉ अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम था, और वे भारत के ग्यारहवें और पहले गैर-राजनीतिक राष्ट्रपति थे।

  11. APJ Abdul Kalam Biography in Hindi

    डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 में तमिलनाडु के एक छोटे गांव धनुष्कोड़ी अथवा रामेश्वर में हुआ था। एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अबुल पाकिर ...

  12. डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जीवनी

    डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जीवनी - Biography of A. P. J. Abdul Kalam in Hindi Jivani ... वर्ष 1998 में Abdul Kalam जी को Royal Society, UK द्वारा King Charles II मैडल से सम्मानित किया गया ...

  13. APJ Abdul Kalam biography in hindi, information, history: एपीजे अब्दुल

    APJ Abdul Kalam biography in hindi, information, history: एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी, शिक्षा, विचार, योगदान, कोट्स, कहानी, परिवार के बारे में जानकारी ... (A P J Abdul Kalam) के नाम से भी ...

  14. ए.पी.जे अब्दुल कलाम की जीवनी

    मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से प्रसिद्ध एपीजे अब्दुल कलाम (English - Dr APJ Abdul Kalam) का भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान

  15. Dr. APJ अब्दुल कलाम का इतिहास व जीवन परिचय

    Dr. APJ अब्दुल कलाम का इतिहास व जीवन परिचय (APJ Abdul kalam biography and history in hindi) APJ अब्दुल कलाम की बुक्स (APJ Abdul Kalam books )-

  16. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की संपूर्ण जीवनी |APJ Abdul Kalam Biography In Hindi

    डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम,(APJ Abdul Kalam) जिन्हें "जनता के राष्ट्रपति" और "भारत के मिसाइल मैन" के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रतिष्ठित भारतीय वैज्ञानिक और राजनेता ...

  17. APJ Abdul Kalam biography in hindi

    अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक मुस्लिम गरीब परिवार में हुआ था। - APJ Abdul Kalam biography in hindi

  18. Dr. APJ Abdul Kalam Biography In Hindi-

    अब्दुल कलाम जन्म तिथि (Abdul Kalam date of birth) एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को चेन्नई के रामेश्वरम जिले के धनुषकोडी में एक मध्यम वर्गीय ...

  19. डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम APJ Abdul Kalam

    डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम APJ Abdul Kalam. October 14, 2020 by Admin. Biography, जीवनी, व्यक्तित्व 15 October APJ Abdul Kalaam Award and Prize apj abdul kalam biography in hindi apj abdul kalam education in hindi apj abdul kalam ka yogdan apj abdul kalam ke suvichar apj abdul ...

  20. Biography Of A.p.j.abdul Kalam: मिसाइल मैन ...

    Biography of A.P.J.Abdul Kalam: मिसाइल मैन ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम के जीवन का परिचय. Whatsapp Channel; Safalta Expert Published by: Blog Safalta Updated Fri, 24 Dec 2021 03:37 PM IST

  21. भारत के मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम की शानदार जीवनी

    भारत के महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम सर की जीवनी Apj Abdul Kalam Biography, Autobiography of Apj Abdul Kalam को हिन्दी मे जानते है। तो इस तरह एपीजे अब्दुल कलाम की ...

  22. APJ Abdul Kalam

    APJ Abdul Kalam Hindi Movie: Check out Boman Irani's APJ Abdul Kalam movie release date, review, cast & crew, trailer, songs, teaser, story, budget, first day collection, box office collection ...

  23. Dr. Apj Abdul Kalam Biography In Hindi : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन

    Dr. Apj Abdul Kalam Biography In Hindi जैसा महान व्यक्ति सदी के भारत के मिसाइल मैन में एक बार पैदा होते हैं और आने वाली सदियों तक याद किये जायेगा। Dr. Apj Abdul Kalam जैसी महान शख्सियत जिस ...